0:00
सोचो जरा अगर तुम्हें कोई ऐसा मैनुअल मिल
0:03
जाए जो तुम्हारी पढ़ाई की पूरी गेम बदल
0:06
दे। जैसे हम जिम में जाते हैं और ट्रेनर
0:08
हमें सही फॉर्म सिखाता है वैसे ही अगर कोई
0:11
किताब हो जो तुम्हें पढ़ाई का सही तरीका
0:14
सिखा दे। यही किताब है द स्टडी स्किल्स
0:17
हैंडबुक बाय स्टेला कॉट्रल। यह सिर्फ
0:20
पढ़ाई की बुक नहीं है। यह है स्टूडेंट्स
0:22
और लर्नर्स के लिए अल्टीमेट टूलकिट। पार्ट
0:26
वन में हम बात करेंगे व्हाई स्टडी स्किल्स
0:29
मैटर और क्यों यह आपकी जिंदगी बदल सकते
0:32
हैं। ऑथर की पहली बात है सक्सेसफुल स्टडी
0:35
इज नॉट अबाउट हाउ इंटेलिजेंट यू आर बट
0:38
अबाउट हाउ यू मैनेज योर लर्निंग। सफल
0:40
पढ़ाई इस बात पर डिपेंड नहीं करती कि तुम
0:43
कितने इंटेलिजेंट हो बल्कि इस बात पर कि
0:46
तुम अपनी लर्निंग को कितना अच्छी तरह
0:48
मैनेज करते हो। यहां स्टेला एक बड़ा मिथ
0:52
तोड़ती है कि केवल टॉपर्स ही नेचुरली
0:54
गिफ्टेड होते हैं। सच यह है कि टॉपर बनने
0:57
के पीछे एक सिस्टम होता है। याद है जब आप
1:01
स्कूल कॉलेज में थे और कोई दोस्त हमेशा
1:03
एग्जाम में अच्छे मार्क्स लाता था। आपको
1:05
लगता था कि इसका दिमाग तेज है। लेकिन अगर
1:07
आप ऑब्जर्व करते तो पाते कि वो नोट्स
1:10
ऑर्गेनाइज करता है। टाइम टेबल बनाता है,
1:12
डिस्ट्रैक्शंस कट करता है। मतलब उसका
1:15
सीक्रेट इंटेलिजेंस नहीं बल्कि स्टडी
1:17
स्किल्स थे। आज भी अगर कोई वर्किंग
1:20
प्रोफेशनल यूपीएससी आईएलएस या एमबीए
1:22
एंट्रेंस की तैयारी करता है तो उसे सबसे
1:25
पहले चाहिए स्टडी का सही तरीका ना कि
1:27
एक्स्ट्रा ब्रेन पावर स्टेला का पहला
1:31
गोल्डन मैसेज लर्निंग हाउ टू लर्न इज द
1:33
मोस्टेंट स्किल यू कैन डेवलप सीखना कैसे
1:37
सीखा जाए यह सबसे इंपॉर्टेंट स्किल है जो
1:39
आप डेवलप कर सकते हैं। इमेजिन करो आप
1:42
मोबाइल या लैपटॉप बिना यूजर मैनुअल के यूज
1:45
करो कंफ्यूजन होगा। सेम पढ़ाई के साथ है।
1:48
बिना सही मेथड आप आवर्स स्टडी करके भी कम
1:51
याद रख पाते हो। स्मार्टनेस इन लॉ इज नॉट
1:54
अबाउट स्टडिंग हार्डर। इट्स अबाउट स्टडिंग
1:56
स्मार्टर। सही तरीका सही मेहनत को कोल्ड
2:03
कोल स्टडी स्किल्स पार्ट वन ओवरव्यू। इस
2:06
पार्ट में स्टेला तीन मेन पिलर्स
2:08
एक्सप्लेन करती है। पहला सेल्फ अवेयरनेस
2:11
इन लर्निंग, अपने स्ट्रेंथ और वीकनेसेस
2:14
जानना। सेकंड टाइम मैनेजमेंट, समय का सही
2:18
इस्तेमाल। तीसरा गोल सेटिंग विद क्लेरिटी,
2:21
क्लियर विज़न रखना। पहले बात करते हैं
2:24
सेल्फ अफेयरनेस। जानो खुद को तभी जानोगे
2:27
पढ़ाई को। बहुत बार स्टूडेंट्स को यह पता
2:30
ही नहीं होता कि उनकी लर्निंग स्टाइल क्या
2:32
है। स्टेला कहती है नो योरसेल्फ एस अ
2:35
लर्नर। इट्स द फर्स्ट स्टेप टू सक्सेस।
2:37
खुद को एक लर्नर के रूप में जानना सफलता
2:40
की पहली सीढ़ी है। कोई स्टूडेंट
2:43
डायग्राम्स देखकर जल्दी समझता है। तो ऐसा
2:46
स्टूडेंट है विजुअल लर्नर। कोई सुनकर याद
2:49
करता है दैट इज एन ऑडिटोरी लर्नर। कोई
2:51
लिखकर याद करता है दैट इज कनेस्थेटिक
2:54
लर्नर। अगर आप अपनी स्टाइल नहीं जानते तो
2:57
आप गलत तरीके से पढ़ते रहोगे और
2:59
फ्रस्ट्रेट होते रहोगे। जैसे क्रिकेट में
3:02
रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ग्रेड
3:05
हैं लेकिन दोनों का खेलने का तरीका अलग
3:07
है। रोहित पावर हिटर है। विराट टेक्निक
3:10
मास्टर है। अगर विराट रोहित की तरह सिर्फ
3:13
स्लॉ करता तो वो फेल होता। सेम पढ़ाई में
3:16
अपनी स्टाइल पहचाना हो और उस हिसाब से
3:19
स्ट्रेटजी बनाओ। सेकंड टाइम मैनेजमेंट।
3:23
घड़ी को कंट्रोल करो वरना घड़ी तुम्हें
3:25
कंट्रोल करेगी। स्टेला कहती है टाइम इज
3:28
योर मोस्ट वैल्यूुएबल रिसोर्स। वंस
3:30
वेस्टेड इट नेवर रिटर्न्स। समय आपकी सबसे
3:34
कीमती संपत्ति है। एक बार वेस्ट हुआ तो
3:37
कभी वापस नहीं आता। इंडियन स्टूडेंट्स का
3:40
सबसे बड़ा इशू है प्रोक्रेस्टिनेशन। सोचते
3:43
हो कल से पढूंगा और कल कभी आता ही नहीं।
3:47
अब कुछ प्रैक्टिकल हैक्स। पहला यूज़
3:49
पोमोडोरो टेक्निक। यह टेक्निक बड़ी सिंपल
3:52
है। इसमें आपने क्या करना है? एक ही
3:54
स्ट्रेच में लंबा नहीं पढ़ना है क्योंकि
3:56
उससे बड़े सारे इशूज़ होते हैं। बैक पेन
3:58
होगा, आइज में भी पेन हो सकता है अगर आपके
4:00
आइसेड वीक है। तो 25 मिनट तक आपने स्टडी
4:03
करनी है और 5 मिनट की ब्रेक लेनी है। बस 5
4:06
मिनट की। यह ना हो कि ब्रेक ही 25 मिनट की
4:08
हो जाए। ओके? हर संडे रात को एक वीकली
4:11
प्लान बनाओ कि नेक्स्ट वीक में मैंने क्या
4:14
करना है। पूरा एक प्लान
4:17
और मोबाइल डिस्ट्रैक्शंस को कंट्रोल करने
4:20
के लिए एप्स जैसे फॉरेस्ट या स्ट्रेट फ्री
4:25
एक दोस्त था मेरा चंडीगढ़ में यूपीएससी की
4:27
तैयारी कर रहा था। लाइब्रेरी में रोज जाता
4:30
था। लेकिन सोशल मीडिया स्क्रॉल करने में 2
4:32
से 3 घंटे वेस्ट कर देता था। जब उसने अपने
4:35
फोन में टाइम ट्रैकिंग ऐप लगाया तब
4:37
रियलाइज हुआ कि वह रोज 4 घंटे सिर्फ फोन
4:40
पर मार रहा है। बस वही चार घंटे उसने
4:44
बुक्स को दिए और नेक्स्ट अटेम्प्ट में
4:47
प्रीलिम्स क्लियर कर दिया।
4:50
तीसरा गोल सेटिंग विज़न बिना मिशन अधूरा।
4:53
स्टेला बताती है कि अगर स्टडी के क्लियर
4:55
गोल्स नहीं है तो पढ़ाई टाइम पास बन जाती
4:58
है। सेट स्मार्ट गोल्स। इसमें जो स्मार्ट
5:02
की डेफिनेशन है फुल फॉर्म है वो है
5:05
स्पेसिफिक, मेजरेबल, अचीवेबल, रेलेवेंट
5:08
एंड टाइम बाउंड। स्पेसिफिक मतलब क्लियर
5:11
गोल। कि इस हफ्ते मेरे को यह चैप्टर तीन
5:15
बार याद करना है। मेजरेबल। मेजरेबल का
5:18
मतलब होता है अपने गोल को मेजर भी कर पाओ
5:20
कि इससे मेरी अंडरस्टैंडिंग में इतना
5:23
फायदा होगा। और तीसरा गोल अचीवेबल भी होना
5:25
चाहिए। अब यह ना हो कि गोल बना लो कि आपको
5:27
पूरी बुक एक हफ्ते में खत्म करनी है और वो
5:29
अचीवेबल ही ना हो। तो उससे क्या होगा कि
5:31
मोटिवेशन डाउन हो जाएगी। रेलेवेंट
5:34
रेलेवेंट पढ़ाई करनी है। आपका एक पेपर है
5:37
साइंस का और आप तैयारी करी जा रहे हो
5:39
मैथ्स की तो रेलेवेंट जो आपका सब्जेक्ट है
5:43
उस पे फोकस करो और फिर टाइम बाउंड एक टाइम
5:47
लिमिट दो कि यार इसको मेरे को एक हफ्ते
5:49
में खत्म करना है या दो हफ्ते में खत्म
5:51
करना है तो टाइम बाउंड होना चाहिए। अब गलत
5:54
गोल क्या है? मुझे अच्छे मार्क्स चाहिए।
5:56
सही गोल क्या है? अगले 30 दिन में फिजिक्स
5:58
के 12 चैप्टर्स रिवाइज करूंगा। रोज 2 घंटे
6:02
फिक्स दूंगा। अब यह एक स्पेसिफिक मेजरेबल
6:05
अचीवेबल रेलेवेंट और टाइम बाउंड गोल हो
6:10
ड्रीम बिना डेडलाइन सिर्फ विश बन जाती है।
6:12
प्लान के बिना गोल से फेंटसी है। अब जब तक
6:19
एक्सप्लेन किया उसका रिककैप करते हैं।
6:22
सक्सेस इंटेलिजेंस से नहीं सिस्टम से आती
6:24
है। खुद की लर्निंग स्टाइल पहचानो। टाइम
6:27
को कंट्रोल करो नहीं तो टाइम तुम्हें
6:29
कंट्रोल करेगा। स्मार्ट गोल्स बनाओ और उस
6:32
पर स्टिक रहो। तो दोस्तों, अब आपने समझ
6:35
लिया कि पढ़ाई के लिए सबसे पहली जरूरी चीज
6:38
है सेल्फ अवेयरनेस। उसके बाद टाइम
6:40
मैनेजमेंट और क्लियर गोल्स। लेकिन सवाल यह
6:42
है जब डिस्ट्रैक्शन चारों तरफ से अटैक
6:45
करते हैं, जब मोटिवेशन डाउन हो जाता है,
6:48
तब कैसे ट्रैक पर बने रहें? यही हम डिटेल
6:50
में एक्सप्लोर करेंगे। पार्ट टू मास्टरिंग
6:53
फोकस एंड बीटिंग डिस्ट्रैक्शंस में। बिलीव
6:56
मी अगला हिस्सा आपकी कंसंट्रेशन की पूरी
7:02
जरा सोचो आपने किताब खोल ली, नोट्स रेडी
7:06
कर लिए और तभी फोन रिंग करता है। WhatsApp
7:10
मैसेज, Instagram रील या कोई रैंडम
7:13
YouTube शॉट। आप सोचते हो बस एक बार चेक
7:16
कर लेता हूं। और देखते ही देखते 30 मिनट
7:20
उड़ गए। यही है मॉडर्न डिस्ट्रैक्शन
7:22
ट्रैप। आज के समय में पढ़ाई का सबसे बड़ा
7:25
एनिमी है डिस्ट्रैक्शंस।
7:27
स्टेला कॉट्रिल कहती हैं कि कंसंट्रेशन को
7:30
मास्टर करना ऐसे है जैसे जिम में मसल्स
7:33
बनाना धीरे-धीरे रेगुलर प्रैक्टिस से
7:35
पॉसिबल है। और आज मैं आपको बताऊंगा वो
7:38
सारे सीक्रेट्स जिससे आपका ध्यान लेर
7:40
शार्प हो जाएगा। पार्ट टू मास्टरिंग फोकस
7:44
एंड बीटिंग डिस्ट्रैक्शन्स।
7:47
स्टेला का पावरफुल कोट। कंसंट्रेशन इज़
7:50
नॉट अ नेचुरल गिफ्ट। इट इज अ स्किल यू
7:52
ट्रेन। कंसंट्रेशन कोई नेचुरल गिफ्ट नहीं
7:55
है। यह एक स्किल है जिसे आप ट्रेन करते
7:58
हैं। पहला अंडरस्टैंडिंग योर फोकस
8:01
ट्रिगर्स। सबसे पहले स्टेला बोलती है
8:04
डिस्ट्रैक्शंस को हराने के लिए आपको समझना
8:06
पड़ेगा कि आपकी फोकस को ट्रिगर क्या करता
8:09
है और ब्रेक क्या करता है। अगर आप रूम में
8:12
पढ़ रहे हो और टीवी चल रहा है। यह
8:14
डिस्ट्रैक्शन है। अगर आप स्टडी टेबल क्लीन
8:17
रखते हो, यह फोकस ट्रिगर है। अगर आप
8:20
बैकग्राउंड में हल्का इंस्ट्रूमेंटल
8:21
म्यूजिक प्ले करते हो, यह फोकस बढ़ाने का
8:24
तरीका है। दिल्ली का एक लड़का जेई की
8:27
तैयारी कर रहा था। लाइब्रेरी जाने पर उसका
8:29
कंसंट्रेशन लेवल डबल हो जाता था क्योंकि
8:33
वहां साइलेंस और सीरियस एनवायरमेंट होता
8:35
था। घर में वही बच्चा सिर्फ 20 मिनट टिकता
8:38
था। मोरल एनवायरमेंट मैटर्स।
8:41
डिस्ट्रैक्शंस को अवॉइड मत करो। उन्हें
8:44
डिज़ से रिमूव करो। फोकस एक्सीडेंट से नहीं
8:48
हैबिट से आता है। दूसरा द डिस्ट्रैक्शन
8:52
बैटल डिजिटल वर्ल्ड वर्सेस योर ब्रेन।
8:55
आजकल बिगेस्ट डिस्ट्रैक्शन है मोबाइल और
8:58
इंटरनेट। स्टेलाल ने लिखा है टेक्नोलॉजी
9:00
कैन इदर बी योर ग्रेटेस्ट स्टडी टूल और
9:03
योर बिगेस्ट डिस्ट्रैक्शन। टेक्नोलॉजी
9:06
आपकी सबसे बड़ी स्टडी टूल भी हो सकती है
9:08
और सबसे बड़ी डिस्ट्रैक्शन भी। सोचो आप
9:11
ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हो और साथ में
9:14
WhatsApp ग्रुप चैट भी चल रहा है। आप
9:16
सोचते हो मल्टीटास्क कर रहा हूं। लेकिन
9:19
रियलिटी मल्टीटास्किंग ब्रेन को बार-बार
9:22
स्विच करने पर मजबूर करता है और
9:25
प्रोडक्टिविटी 40% तक गिर जाती है। रिसर्च
9:27
कहता है एक बार अगर फोकस टूट गया तो वापस
9:31
उसी डेप्थ पर आने में 20 से 25 मिनट्स
9:34
लगते हैं। तो प्रैक्टिकल टिप्स है कुछ टू
9:37
बीट डिजिटल डिस्ट्रैक्शंस। फर्स्ट स्टडी
9:40
मोड एप्स लाइक फॉरेस्ट स्टे फ्री डिजिटल
9:44
डीडॉक्स इनका यूज करो। सेकंड फोन दूर रखो।
9:48
एयर एयरप्लेन मोड या दूसरे कमरे में रखो।
9:51
तीसरा रिवार्ड सिस्टम। अगले 1 घंटे फोन
9:54
नहीं छुआ तो 5 मिनट्स रिवार्ड स्क्रॉल।
9:58
चंडीगढ़ की एक गर्ल कैट एग्जाम की तैयारी
10:01
कर रही थी। पहले वो रात को पढ़ते समय हर
10:03
10 मिनट फोन उठाती थी। बाद में उसने एक
10:06
सिंपल रूल लगाया। फोन को दूसरे कमरे में
10:08
रख दिया और सिर्फ 1 घंटे बाद चेक किया।
10:11
धीरे-धीरे उसकी रीडिंग स्पीड और रिटेंशन
10:13
दोनों इंप्रूव हो गए। अगर फोन आपके
10:17
कंट्रोल में नहीं है तो आपकी पढ़ाई फोन के
10:20
कंट्रोल में है। सेकंड बिल्डिंग
10:23
कंसंट्रेशन मसल्स स्टेलास एक्सरसाइज।
10:27
स्टेला ने कुछ ब्रिलियंट छोटी-छोटी
10:28
एक्सरसाइज दिए हैं। फोकस स्प्रिंट 10 मिनट
10:32
तक पूरी तरह पढ़ाई में डूब जाओ। धीरे-धीरे
10:34
15 फिर 20 फिर 30 मिनट तक बढ़ाओ। माइंडफुल
10:37
ब्रेक्स। हर 25 30 मिनट बाद आंखें बंद
10:40
करके 1 मिनट डीप ब्रीथिंग करो। सिंगल
10:43
टास्किंग एक टाइम पर सिर्फ एक सब्जेक्ट या
10:45
टॉपिक पर फोकस करो। जैसे जिम में पहले 2
10:48
केg डंबल उठाते हो, धीरे-धीरे 10 केg तक
10:51
जाते हो, वैसे ही फोकस भी धीरे-धीरे ट्रेन
10:53
होता है। चौथा बीटिंग, लेजीनेस एंड मेंटल
10:57
ब्लक्स। स्टेला कहती है, कई बार
10:59
डिस्ट्रैक्शन बाहर से नहीं अंदर से आते
11:01
हैं। जैसे आलस, बोडम, नेगेटिव थॉट्स।
11:03
व्हेन यू कांट चेंज योर मूड, चेंज योर
11:06
मेथड। जब अपना मूड चेंज नहीं कर सकते तो
11:08
अपना मेथड बदलो। अगर मैथ्स बोरिंग लग रहा
11:11
है, सब्जेक्ट बदल दो या शॉर्ट ब्रेक लेकर
11:15
फ्रेश माइंड से आओ। अगर याद नहीं हो रहा
11:18
तो मेथड बदलो जैसे पढ़ने के बजाय चार्ट
11:20
बनाओ या किसी दोस्त को समझाओ। बोर्डम इज
11:23
नॉट अ प्रॉब्लम ऑफ सब्जेक्ट। इट्स अ
11:25
प्रॉब्लम ऑफ स्ट्रेटजी। पांचवा द पावर ऑफ
11:29
एनवायरमेंट डिज़। स्टेला बताती है कि आपका
11:31
स्टडी एनवायरमेंट ही आपका साइलेंट टीचर
11:34
है। स्टडी टेबल पर सिर्फ वही मटेरियल रखो
11:37
जो करंट टास्क से जुड़ा हो। लाइटिंग
11:40
ब्राइट रखो। रूम फ्रेश और ऑर्गेनाइज्ड हो।
11:44
हॉस्टल के कमरे में अगर चार लोग पढ़ाई कर
11:46
रहे हैं और एक लाउड म्यूजिक चला देता है
11:49
पूरे कमरे का फोकस उड़ जाता है। लेकिन अगर
11:52
सब ने रूल बनाया कि स्टडी टाइम पर साइलेंस
11:54
होगा तो कलेक्टिव एनवायरमेंट ऑटोमेटिकली
11:57
बूस्ट करता है। सिक्स्थ मोटिवेशन एंड फोकस
12:01
कनेक्शन। स्टेला कहती है मोटिवेशन
12:04
मोटिवेशन इज द फ्यूल। कंसंट्रेशन इज द
12:06
इंजन। मोटिवेशन फ्यूल है। कंसंट्रेशन इंजन
12:09
है। दोनों के बिना गाड़ी नहीं चलेगी। अगर
12:12
गोल क्लियर होगा तो मोटिवेशन आएगा और जब
12:15
मोटिवेशन होगा तो कंसंट्रेशन नेचुरली
12:18
बढ़ेगा। एक वर्किंग प्रोफेशनल जो आई्स की
12:20
तैयारी कर रहा है जब उसे याद आता है कि
12:23
मुझे कनाडा जाना है। मेरे बच्चों को
12:26
फ्यूचर ब्राइट करना है तो उसका मोटिवेशन
12:28
राइज करता है और वो रात को भी कंसंट्रेट
12:30
कर पाता है। गोल जितना बड़ा होगा फोकस
12:33
उतना शार्प होगा। सो अब हम करते हैं
12:36
रिककैप ऑफ पार्ट टू। कंसंट्रेशन एक स्किल
12:38
है गिफ्ट नाइन। डिस्ट्रैक्शंस को डिज़ से
12:41
इलिमिनेट करो। मोबाइल बिगेस्ट एनिमी भी है
12:45
और सबसे बड़ा टूल भी। फोकस धीरे-धीरे ट्रेन
12:48
करो। जैसे जिम में मसल्स। मूड बदल नहीं
12:51
रहा। मेथड बदलो। एनवायरमेंट आपका हिडन
12:55
टीचर है। मोटिवेशन फ्यूल है। फोकस इंजन
12:59
है। तो दोस्तों, अब आपने सीख लिया कि
13:02
डिस्ट्रैक्शंस को कैसे हराया जाए और फोकस
13:05
को कैसे लेजर शार्प बनाया जाए। लेकिन अभी
13:08
भी एक बड़ी चैलेंज बाकी है। इंफॉर्मेशन
13:10
ओवरलोड इतनी सारी किताबें, नोट्स, पीडीएफ,
13:13
ऑनलाइन कंटेंट। आखिर सबको मैनेज कैसे
13:16
करें? क्या पढ़ना है, क्या छोड़ना है और
13:18
कैसे याद रखना है? यही हम डिटेल में
13:20
एक्सप्लोर करेंगे। पार्ट थ्री स्मार्ट
13:22
रीडिंग, नोट मेकिंग एंड मेमोरीस्ट में।
13:25
गेट रेडी। क्योंकि अगला हिस्सा आपकी स्टडी
13:28
टेक्निक्स कि पूरी दुनिया बदल देगा।
13:33
सोचो जरा सिलेबस पूरा का पूरा सामने पड़ा
13:36
है। ढेर सारी बुक्स, क्लास नोट्स, ऑनलाइन
13:39
पीडीएफ, YouTube लेक्चर्स। सवाल यह है कि
13:42
इतना सब पढ़कर याद कैसे रखा जाए? क्या
13:45
सिर्फ रात-रात भर जागने से नॉलेज दिमाग
13:48
में ठूसी जाएगी? नो दोस्तों, स्टेला
13:50
कॉर्चल कहती हैं, पढ़ाई स्मार्ट तरीके से
13:53
करनी चाहिए ना कि सिर्फ हार्ड तरीके से।
13:56
और आज हम सीखेंगे तीन सबसे पावरफुल
13:59
स्किल्स स्मार्ट रीडिंग, नोट मेकिंग और
14:02
मेमोरीस्टिंग। बिलीव मी ये आपकी स्टडी की
14:05
पूरी दुनिया बदल देंगे। पार्ट थ्री
14:09
स्मार्ट रीडिंग, नोट मेकिंग एंड मेमोरी
14:11
मास्टर। स्टेला का गोल्डन कोट। इट इज नॉट
14:14
अबाउट हाउ मच यू रीड बट हाउ वेल यू रीड।
14:17
यह इस बारे में नहीं है कि आप कितना पढ़ते
14:20
हो बल्कि इस बारे में है कि आप कितना
14:22
अच्छे से पढ़ते हो। पहला स्मार्ट रीडिंग।
14:25
पढ़ना नहीं समझना सीखो। कई स्टूडेंट्स
14:28
पांच चैप्टर्स पढ़ लेते हैं, लेकिन एग्जाम
14:30
में ब्लैंक हो जाते हैं। प्रॉब्लम
14:33
उन्होंने पढ़ा लेकिन अंडरस्टैंड और रिटेन
14:35
नहीं किया। स्टेला स्मार्ट रीडिंग के तीन
14:38
स्टेप्स बताती है। पहला प्रीव्यू पहले
14:41
चैप्टर को स्कैन करो। हेडिंग्स, सब
14:43
हेडिंग्स, डायग्राम्स, कीवर्ड्स। इससे
14:45
ब्रेन को एक मैप मिल जाता है। दूसरा,
14:48
एक्टिव रीडिंग। पढ़ते समय सवाल पूछो।
14:50
व्हाई इज दिस इंपॉर्टेंट? हाउ डस इट
14:53
कनेक्ट विद व्हाट आई नो? तीसरा रिव्यू
14:56
पढ़ने के तुरंत बाद समरी बनाओ। अपने
14:58
वर्ड्स में लिखो। यूपीएससी एस्पिरेंट्स
15:01
अक्सर एनसीईआरटीज पढ़ते हैं। अगर कोई
15:04
बच्चा बस पेज टू पेज रट्टा मारता है, वह
15:07
भूल जाता है। लेकिन जो पहले हेडिंग्स
15:09
देखता है, फिर सवाल पूछकर पढ़ता है और अंत
15:11
में शॉर्ट नोट्स लिखता है, वही रिवाइज
15:14
करके एग्जाम में टिकता है। रीडिंग इज नॉट
15:17
डाटा एंट्री, इट्स ब्रेन ट्रेनिंग। पढ़ाई
15:20
का मतलब नोट्स भरना नहीं दिमाग भरना है।
15:24
सेकंड नोट मेकिंग आपकी पर्सनल जीपीएस फॉर
15:28
रिवीजन। स्टेला कहती है योर नोट्स आर नॉट
15:30
अ ट्रांसक्रिप्ट ऑफ द लेक्चर। दे आर ए टूल
15:33
फॉर थिंकिंग। आपके नोट्स लेक्चर की कॉपी
15:36
नहीं बल्कि सोचने का टूल होने चाहिए।
15:39
स्टूडेंट्स पूरी किताब कॉपी कर लेते हैं।
15:42
रिजल्ट नोट्स मोटे हो जाते हैं लेकिन
15:45
यूजलेस बन जाते हैं। स्मार्ट नोट्स सिंपल,
15:48
क्लियर और रिवीजन फ्रेंडली होने चाहिए।
15:51
अब आगे बात करते हैं इफेक्टिव नोट मेकिंग
15:54
मेथड्स स्टेस टेक्निक्स प्लस इंडियन
15:57
कॉन्टेक्स्ट। पहला माइंड मैप्स। सेंट्रल
15:59
टॉपिक बीच में लिखो। ब्रांचेस बनाओ।
16:01
एग्जांपल हिस्ट्री पढ़ रहे हो बीच में
16:03
मुगल एंपायर और ब्रांचेस अकबर, शाहजहां,
16:06
औरंगजेब, बाबर, हुमायूं यह सब कुछ। विजुअल
16:10
लर्नर्स के लिए यह बेस्ट टेक्निक है।
16:12
दूसरा कॉर्नल नोट्स। पेज को तीन पार्ट्स
16:15
में डिवाइड करो। मेन पॉइंट्स लेफ्ट में
16:18
डिटेल्स, राइट में समरी, बॉटम में।
16:20
एग्जांपल साइंस चैप्टर लेफ्ट कॉलम,
16:23
न्यूटंस, सेकंड लॉ, राइट कॉलम, फार्मूला
16:25
प्लस एग्जांपल। बॉटम में एक छोटा समरी।
16:28
तीसरा फ्लैश कार्ड्स शॉर्ट डेफिनेशंस या
16:31
फार्मूलाज़ याद करने के लिए और अब तो एप्स
16:35
जैसे एंकी या क्वज़लेट भी अवेलेबल है। आई्स
16:40
प्रिपरेशन में वोकैबलरी याद करनी होती है।
16:42
अगर आप पूरा डिक्शनरी लिखने लगोगे तो फेल
16:44
लेकिन अगर फ्लैश कार्ड्स बनाओगे एक वर्ड
16:46
एक कार्ड पर फ्रंट पर वर्ड बैक पर मीनिंग
16:49
प्लस एग्जांपल सेंटेंस तो याद करना फन बन
16:53
जाता है। नोट्स जितने सिंपल होंगे दिमाग
16:56
उतना फ्री होगा। नोट्स आपके दोस्त हैं बोझ
16:59
नहीं है। तीसरा मेमोरी मास्टर कैसे याद
17:03
रखें लंबे समय तक? स्टेला बोलती है मेमोरी
17:06
इज स्ट्रेंथन बाय एक्टिव एंगेजमेंट नॉट
17:10
पैसिव रीडिंग। मेमोरी एक्टिव एंगेजमेंट से
17:13
स्ट्रांग होती है। पैसिव रीडिंग से नहीं।
17:15
तो इसमें कुछ टेक्निक्स की बात करते हैं।
17:17
फॉर मेमोरी मास्टरी पहला स्पेस्ड रेपटीशन।
17:20
एक ही चैप्टर को बार-बार रिवाइज करो।
17:23
इंक्रीजिंग एप्स पर डे वन, डे थ्री, डे
17:25
से, डे 15। यह टेक्निक यूपीएससी, नीट,
17:29
जेईई सभी एग्जाम टॉपर्स यूज करते हैं।
17:32
दूसरा निमोनिक्स याद करने के लिए
17:35
छोटे-छोटे ट्रिक्स बनाओ। एग्जांपल
17:37
ट्रिग्नोमेट्री रेशियोज़ याद करने के लिए
17:39
सम पीपल हैव कर्ली ब्लैक हेयर थ्रू प्रॉपर
17:44
ओके? तीसरा विजुअलाइजेशन। इंफॉर्मेशन को
17:48
इमेजेस में कन्वर्ट करो। एग्जांपल अगर
17:51
आपको इंडियन रिवर्स याद करनी है एक मैप
17:53
बनाकर उनका फ्लो इमेजिन करो।
17:58
फोर्थ टीच टू लर्न किसी फ्रेंड या खुद को
18:02
ही टॉपिक समझाओ। जब आप टीचर बन जाते हो तो
18:04
नॉलेज डबल स्ट्रांग हो जाती है। एक लड़का
18:07
पंजाब में सीए एग्जाम्स की तैयारी कर रहा
18:10
था। लॉ सेक्शंस उसे बोरिंग लगते थे। उसने
18:12
हर सेक्शन को फनी स्टोरी में कन्वर्ट कर
18:14
दिया। जैसे पेनल्टी वाला सेक्शन इमेजिन
18:18
किया कि पुलिस ने पकड़ा, फाइन दिया।
18:20
रिजल्ट वो सेक्शंस भूलने के बजाय लाफ करके
18:23
याद करता था। मेमोरी को स्ट्रांग बनाने का
18:25
सबसे अच्छा तरीका है उसे मजेदार बना दो।
18:28
जो पढ़ाई इंटरेस्टिंग लगती है वो दिमाग
18:31
छोड़ता नहीं। चौथा फाइटिंग फॉरगेटफुलनेस।
18:35
कभी-कभी स्टूडेंट्स कहते हैं मैं पढ़ता
18:37
हूं लेकिन भूल जाता हूं। स्टेला इसका
18:40
सिंपल स्यूशन देती है। रेगुलर रिवीजन बिना
18:43
रिवीजन मेमोरी फीड हो जाती है। स्लीप रात
18:46
को अच्छी नींद मेमोरी को कंसोलिडेट करती
18:48
है। हेल्दी लाइफस्टाइल ओमेगा थ्री पानी
18:52
एक्सरसाइज सब दिमाग के लिए फ्यूल है। नीट
18:56
एस्पिरेंट्स अक्सर रात-रात भर जागते हैं।
18:58
शॉर्ट टर्म में लगता है काम हो रहा है।
19:01
लेकिन एग्जाम हॉल में ब्रेन ब्लैंक हो
19:03
जाता है। रीज़ लैक ऑफ स्लीप प्रॉपर नींद
19:05
इटसेल्फ एक स्टेडी टेक्निक है। स्मार्ट
19:08
स्टूडेंट वही है जो पढ़ाई और नींद दोनों
19:11
बैलेंस करता है। अब रिककैप करते हैं पार्ट
19:13
थ्री का। स्मार्ट रीडिंग मतलब प्रीव्यू
19:16
प्लस एक्टिव रीडिंग प्लस रिव्यू। नोट्स
19:20
लेक्चर की कॉपी नहीं थिंकिंग टूल है।
19:23
माइंड मैप्स, कॉर्नर नोट्स, फ्लैश
19:25
कार्ड्स, बेस्ट फ्रेंड्स फॉर रिवीजन।
19:28
मेमोरी स्ट्रांग करने के लिए स्पेस
19:30
रेपटीशन, निमोनिक्स, विजुअलाइजेशन और
19:33
टीचिंग मेथड यूज करो। फॉरगेटफुलनेस को
19:36
हराने के लिए रिवीजन के साथ स्लीप के साथ
19:40
लाइफस्टाइल बैलेंस रखो। तो दोस्तों अब
19:42
आपके पास स्मार्ट रीडिंग, ब्रिलियंट नोट्स
19:45
और रॉक सॉलिड मेमोरी की पूरी टूलकिट है।
19:48
लेकिन पिक्चर अभी बाकी है क्योंकि पढ़ाई
19:50
सिर्फ अकेले बैठकर करने का काम नहीं है।
19:53
असली गेम आता है जब आपको ग्रुप वर्क,
19:55
असाइनमेंट्स, प्रेजेंटेशंस और एग्जाम्स
19:57
फेस करने होते हैं। यहीं हम एक्सप्लोर
19:59
करेंगे। पार्ट फोर ग्रुप लर्निंग एग्जाम
20:01
स्किल्स एंड लाइफ लॉन्ग सक्सेस में और
20:03
बिलीव में यह पार्ट आपकी एकेडमिक जर्नी को
20:06
प्रोफेशनल सक्सेस तक कनेक्ट कर देगा। सोचो
20:11
जरा आप एग्जाम हॉल में बैठे हो। क्वेश्चन
20:14
पेपर सामने हैं और आपके हाथ पसीनेपसीने
20:18
दिमाग में ब्लैंक स्क्रीन। यही मोमेंट है
20:21
जहां सारे स्टडी स्किल्स की असली परीक्षा
20:23
होती है। लेकिन स्टेला कॉल कहती हैं
20:26
एग्जाम सिर्फ मेमोरी टेस्ट नहीं है। यह है
20:29
स्ट्रेटजी टेस्ट और अगर आपके पास सही
20:32
ग्रुप लर्निंग हैबिट्स, असाइनमेंट्स,
20:34
स्ट्रेटजीस और एग्जाम टेक्निक्स हैं तो आप
20:36
किसी भी मुश्किल को जीत सकते हो। आज हम इस
20:39
आखिरी हिस्से में सीखेंगे कैसे पढ़ाई की
20:42
पावर को रियल वर्ल्ड सक्सेस में बदलना है।
20:45
पार्ट फोर ग्रुप लर्निंग एग्जाम स्किल्स
20:47
इन लाइफ लॉन्ग सक्सेस। स्टेला का कोट
20:49
स्टडी स्किल्स आर नॉट जस्ट फॉर एग्जाम्स
20:52
दे आर लाइफ स्किल्स। स्टडी स्किल्स सिर्फ
20:54
एग्जाम्स के लिए नहीं बल्कि पूरी जिंदगी
20:57
के लिए स्किल्स हैं। पहला ग्रुप लर्निंग
20:59
अकेले से बेहतर है साथ में। बहुत
21:02
स्टूडेंट्स सोचते हैं पढ़ाई बस अकेले करनी
21:05
चाहिए। लेकिन स्टेला बताती है ग्रुप
21:07
लर्निंग से कई फायदे हैं। आप दूसरों को
21:10
एक्सप्लेन करते हो नॉलेज डीपन होती है।
21:13
अलग-अलग पर्सपेक्टिव्स मिलते हैं।
21:16
मोटिवेशन हाई रहता है। दिल्ली में पांच तो
21:19
उसका एक यूपीएससी ग्रुप था। सबके अलग-अलग
21:22
सब्जेक्ट्स स्ट्रांग थे। किसी का
21:24
हिस्ट्री, किसी का और पॉलिटिकल साइंस वो
21:26
रोज ग्रुप के क्वेश्चंस करते थे। रिजल्ट
21:29
उन्होंने एक दूसरे की स्ट्रेंथ से सीखकर
21:31
कलेक्टिव परफॉर्मेंस इंप्रूव कर लिया।
21:34
नाउ देयर आर सर्टेन प्रैक्टिकल टिप्स फॉर
21:36
ग्रुप लर्निंग। पहला रूल्स बनाओ। टाइम
21:38
वेस्टिंग जोक्स अवॉइड करो। रोल असाइन करो।
21:41
एक समरी एक समराइज करेगा। एक सवाल पूछेगा।
21:45
डिबेट मेथड यूज़ करो। प्रोज़ एंड क्स डिस्कस
21:48
करो। अकेला स्टूडेंट तेज भाग सकता है।
21:51
लेकिन ग्रुप साथ चले तो मैराथन जीतता है।
21:54
सेकंड असाइनमेंट एंड प्रेजेंटेशन स्किल्स।
21:57
आजकल सिर्फ एग्जाम्स नहीं असाइनमेंट्स और
22:00
प्रेजेंटेशंस भी इक्वली इंपॉर्टेंट है।
22:02
स्टेला कहती है असाइनमेंट्स आर नॉट
22:04
हर्डल्स। देयर आर ओपोरर्चुनिटीज टू
22:06
प्रैक्टिस योर स्किल्स। असाइनमेंट्स भाला
22:09
नहीं है। ये स्किल्स प्रैक्टिस करने के
22:11
मौके हैं। असाइनमेंट की जो स्ट्रेटजी है
22:14
उसमें पहला क्वेश्चन को ध्यान से पढ़ो।
22:16
एग्जैक्ट डिमांड समझो। दूसरा स्ट्रक्चर
22:19
बनाओ। इंट्रो, बॉडी कंक्लूजन। तीसरा
22:22
एविडेंस बेस्ड राइटिंग करो। रेफरेंसेस
22:24
एग्जांपल। चौथा ड्राफ्ट बनाओ। फिर उसको
22:27
रिव्यू करो और फिर फाइनल रिवीजन। एमबीए
22:31
स्टूडेंट को डिजिटल मार्केटिंग ट्रेंड्स
22:33
इन इंडिया पर असाइनमेंट मिला। अगर वह
22:35
सिर्फ कॉपी पेस्ट करता तो एवरेज मार्क्स
22:38
आएंगे। लेकिन अगर वह इंडियन स्टार्टअप्स
22:40
के रियल केस स्टडीज डालता है जैसे Soatो
22:43
एड्स, sविg कैंपस तो मार्क्स डबल हो जाते
22:46
हैं। प्रेजेंटेशन स्किल्स जो जरूरी है।
22:50
पहला पीपीटी सिंपल रखो। बुलेट पॉइंट्स और
22:53
विजुअल्स। दूसरा 6 * 6 रूल फॉलो करो।
22:56
सिक्स लाइंस पर स्लाइड सिक्स वर्ड्स पर
22:59
लाइन। बॉडी लैंग्वेज कॉन्फिडेंट हो।
23:02
ऑडियंस को एग्जांपल्स से जोड़ो। असाइनमेंट
23:05
किताब दिखाता है। प्रेजेंटेशन पर्सनालिटी
23:09
दिखाता है। थर्ड एग्जाम प्रिपरेशन द फाइनल
23:13
बैटल। एग्जाम वो मोमेंट है जहां सारी
23:15
मेहनत टेस्ट होती है। स्टेला प्रैक्टिकल
23:18
टिप्स देती हैं। एग्जाम्स आर नॉट अबाउट
23:20
रिमेंबरिंग एवरीथिंग बट अबाउट
23:22
डेमोंस्ट्रेटिंग व्हाट यू नो क्लियरली एंड
23:24
एफिशिएंटली। एग्जाम्स सब याद करने के बारे
23:28
में नहीं बल्कि जो जानते हो उसे साफ और
23:31
एफिशिएंटली दिखाने के बारे में है। अब
23:33
एग्जाम प्रिपरेशन की कुछ स्ट्रेटजीस हैं।
23:36
पहला पास्ट पेपर्स सॉल्व करो। पैटर्न
23:38
समझो। दूसरा टाइम बाउंड प्रैक्टिस। स्टॉप
23:41
वॉच लगाकर मॉक टेस्ट दो। तीसरा रिवीजन
23:45
टाइम टेबल। लास्ट 15 डेज सिर्फ रिवीजन नया
23:48
चैप्टर मत छेड़ो। चौथा आंसर स्ट्रक्चरिंग।
23:51
इंट्रो, मेन पॉइंट्स, कंक्लूजन, सब कुछ
23:54
साफ और लॉजिकल। और एग्जाम डे के कुछ हैक्स
24:02
टाइम से पहले पहुंच जाओ। पैनिकिक मत करो।
24:05
पहले इजी क्वेश्चंस सॉल्व करो। बिकॉज़ उससे
24:08
कॉन्फिडेंस बढ़ता है। और प्रेजेंटेशन नीट
24:11
एंड क्लीन रखो। हेडिंग्स, अंडरलाइंस।
24:14
पंजाब यूनिवर्सिटी के एक लड़के ने एग्जाम
24:17
में हाफ नॉलेज होने के बावजूद बहुत अच्छे
24:19
मार्क्स लाए। क्यों? क्योंकि उसने आंसर्स
24:22
को हेडिंग्स और पॉइंट्स में लिखा।
24:24
डायग्राम्स बनाए। एग्जामिनर को क्लेरिटी
24:26
पसंद आई। मोरल प्रेजेंटेशन इज हाफ
24:28
मार्क्स। एग्जाम हॉल में काम स्टूडेंट ही
24:32
चैंपियन बनता है। चौथा स्ट्रेस, मैनेजमेंट
24:35
एंड मेंटल रेिलियंस। स्टेला कहती हैं, योर
24:38
ब्रेन वर्क्स बेस्ट व्हेन योर बॉडी एंड
24:41
माइंड आर बैलेंस्ड। आपका दिमाग तभी बेस्ट
24:44
काम करता है जब बॉडी और माइंड बैलेंस में
24:46
हो। अब कुछ प्रैक्टिकल स्ट्रेस बस्टिंग
24:49
मेथड्स की बात करेंगे। पहला डीप
24:50
ब्रीदीिंग। फोर सेकंड इन्हेल। उसके बाद
24:53
फोर सेकंड का होल्ड। फिर 4 सेकंड एक्सेल।
24:57
उसके बाद स्मॉल मेडिटेशन करो बिफोर स्टडी।
25:01
जब भी पढ़ने बैठना है उससे पहले मेडिटेशन
25:03
करो। रेगुलर एक्सरसाइज एव्री इवन 15
25:06
मिनट्स वॉक। वक्त कम है। एग्जाम चल रहे
25:08
हैं तो 15 मिनट के वॉक्स का आपको फायदा ही
25:11
होगा। नुकसान ही होगा। उसके बाद पॉजिटिव
25:14
सेल्फ टॉक। मिरर में खड़े होकर बोलो। आई
25:18
एक लड़की नीट प्रिपरेशन के दौरान एंजायटी
25:21
से जूझ रही थी। उसने एग्जाम से पहले रोज
25:24
10 मिनट मेडिटेशन स्टार्ट किया और रात को
25:26
ग्रेटट्यूड जर्नल लिखा। रिजल्ट उसकी
25:28
नर्वसनेस कंट्रोल होगी और परफॉर्मेंस
25:30
इंप्रूव स्ट्रेस एनिमी नहीं है। अगर आप
25:34
इसे एनर्जी में बदलना सीख लो। फिफ्थ लाइफ
25:37
लॉर्न लर्निंग स्टडी बिय्ड एग्जाम्स।
25:40
स्टेला इस किताब का सबसे बड़ा मैसेज यही
25:43
देती हैं। स्टडी सिर्फ स्कूल या कॉलेज के
25:45
लिए नहीं यह पूरे जीवन के लिए है। दोस हु
25:48
कीप लर्निंग, कीप ग्रोइंग जो लोग सीखते
25:50
हैं, वह बढ़ते रहते हैं। एग्जांपल एक
25:53
इंजीनियर अगर एआई टूल्स सीखता है, इसका
25:56
मतलब उसका करियर फ्यूचर प्रूफ है। एक टीचर
25:58
अगर डिजिटल टीचिंग मेथड्स सीखती है तो वो
26:02
रेलेवेंट बनी रहती है। मार्केट चेंज होने
26:04
का उसको फर्क नहीं पड़ता। और यह हमने
26:06
कोविड के टाइम पे भी देखा है। जो टीचर
26:08
टेक्निकल से भी थे या कुछ एडप्टेबिलिटी थी
26:10
कि वो डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से उनको मतलब
26:15
करने में कोई प्रॉब्लम नहीं आई। वह आगे
26:17
निकल गए और जो पुराने तरीके से रहे वह
26:19
पीछे रह गए। और एक बिजनेसमैन अगर
26:21
फाइनेंसियल लिटरेसी सीखता है तो उससे उसकी
26:24
लॉन्ग टर्म ग्रोथ जो है वो गारंटेड है।
26:27
लर्निंग स्टॉप करना मतलब ग्रोथ स्टॉप
26:30
करना। जिंदगी भर स्टूडेंट बने रहो। जिंदगी
26:32
भर विनर बने रहो। अब हम पार्ट फोर का रीपक
26:37
रिककैप करते हैं। ग्रुप लर्निंग मतलब
26:40
मल्टीपल ब्रेन, मल्टीपल पर्सपेक्टिव्स।
26:42
असाइनमेंट्स और प्रेजेंटेशंस से आपकी
26:46
प्रैक्टिस ग्राउंड पर रियल वर्ल्ड स्किल्स
26:49
टेस्ट होते हैं। एग्जाम स्किल्स का मतलब
26:52
है क्लेरिटी होना, स्ट्रक्चर में लिखना और
26:55
कामनेस मेंटेन करना। और स्ट्रेस कंट्रोल
26:59
लीड्स टू सक्सेस कंट्रोल। अगर आप स्ट्रेस
27:01
को कंट्रोल कर पाओगे, अपनी सक्सेस को भी
27:03
कंट्रोल पर कर पाओगे। स्टडी स्किल्स आर
27:06
नॉट शॉर्ट टर्म। यू नो स्टडी इज अ जर्नी
27:09
नॉट अ डेस्टिनेशन। तो यह जो स्टडी स्किल्स
27:12
हैं वो लाइफ लॉन्ग ग्रोथ के टूल्स हैं। तो
27:14
दोस्तों द स्टडी स्किल्स हैंडबुक बाय
27:17
स्टेला कॉटल ने हमें सिखाया पार्ट वन में
27:19
कि सक्सेस इंटेलिजेंस से नहीं सही सिस्टम
27:22
से आती है। पार्ट टू में कि डिस्ट्रैक्शंस
27:25
को हराना और फोकस बिल्ड करना पॉसिबल है।
27:27
पार्ट थ्री में कि स्मार्ट रीडिंग, नोट
27:29
मेकिंग और मेमोरी मास्टरिंग से पढ़ाई
27:31
मजेदार और इफेक्टिव बन सकती है। और पार्ट
27:34
फोर में कि ग्रुप लर्निंग, एग्जाम
27:35
स्ट्रेटजी और लाइफ लॉन्ग लर्निंग से हम
27:37
सिर्फ अच्छे स्टूडेंट नहीं बल्कि
27:39
सक्सेसफुल ह्यूमन बन सकते हैं। याद रखो
27:41
स्टडी स्किल्स सिर्फ एग्जाम्स पास करने के
27:44
लिए नहीं बल्कि पूरी जिंदगी विन करने के
27:46
लिए है। सक्सेस इज अ स्किल एंड स्किल कैन
27:49
बी लर्नड। सफलता एक स्किल है और हर स्किल
27:52
सीखी जा सकती है। तो अब सवाल है क्या आप
27:55
रेडी हो स्मार्ट स्टूडेंट से स्मार्ट
27:58
अचीवर बनने के लिए? थैंक यू।