Manifest the Unseen by Luna Rivers | Book Summary in Hindi
Sep 18, 2025
क्या आपकी ज़िंदगी भी फँसी हुई लगती है? कितनी बार आपने सपने देखे होंगे लेकिन पूरी नहीं हुए? Luna Rivers की किताब Manifest the Unseen बताती है कि manifestation सिर्फ सोचने से नहीं, बल्कि अदृश्य ऊर्जा को समझने से होता है। इस वीडियो में आपको मिलेगा: अदृश्य ऊर्जा और subconscious blocks का सच कैसे अपनी frequency बदलकर सपनों को attract करें real-life relatable examples (Indian context में) step-by-step techniques जिससे आप भी अपनी ज़िंदगी बदल सकते हैं 👉 यह सिर्फ एक book summary नहीं, बल्कि एक life guide है. #ManifestTheUnseen #BookSummaryHindi #LawOfAttraction #Manifestation #HindiBooks #SelfHelpHindi
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क्या तुम्हें कभी ऐसा लगा है कि जिंदगी
0:03
तुम्हारे हाथ से निकल रही है जैसे सब कुछ
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है जॉब दोस्त सोशल मीडिया पर थोड़ा अटेंशन
0:09
लेकिन अंदर से खालीपन वो खालीपन ही असली
0:13
सिग्नल है कि तुम्हें कुछ और चाहिए और
0:15
यहीं से शुरू होती है मैनिफेस्ट द अनसीन
0:18
की कहानी लूना रिवर्स खुद बताती है कि एक
0:21
समय ऐसा आया जब सपनों और हकीकत के बीच खाई
0:25
गहरी बन्नी बाहर से सब ठीक दिखता था काम
0:29
चल रहा था। सोशल लाइफ थी लेकिन अंदर थकान,
0:32
अनजाना डर और निराशा। वह लिखती है, द
0:36
कोलैप्स वाज़ नॉट माय एंडिंग। इट वाज़ द
0:38
यूनिवर्स रिसेटिंग माय फ्रीक्वेंसी। गिरना
0:41
मेरा अंत नहीं था। यह ब्रह्मांड मेरी
0:44
तरंगों को रिसेट कर रहा था। जरा सोचो।
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हमारे यहां इंडिया में कितने लोग ऐसे फेज
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से गुजरते हैं। उम्र 25 से 35, कॉर्पोरेट
0:54
जॉब्स, ईएमआई का प्रेशर, शादी या रिश्तों
0:57
का स्ट्रेस। बाहर से सब नॉर्मल लेकिन अंदर
1:00
आवाज आती है क्या बस यही है
1:04
लना एक स्पिरिचुअल रिट्रीट में जाती है जो
1:08
उनकी लाइफ का एक टर्निंग पॉइंट था। वहां
1:10
उनकी नजर पड़ती है एक एरोमेटिक
1:13
मैनुस्क्रिप्ट पे। यह कोई कहानी की किताब
1:15
नहीं थी बल्कि प्राचीन ज्ञान जो बताता है
1:18
कि एनर्जी ही असली रियलिटी है। उस
1:22
मैनुस्क्रिप्ट ने लूना को हिला दिया।
1:25
उन्होंने उन्हें समझ आया कि मैनिफेस्टेशन
1:28
केवल पॉजिटिव सोचना नहीं है। यह है अपनी
1:31
एनर्जी साफ रखना। अपने अंदर की
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फ्रीक्वेंसी बदलना और फिर अलाइंड एक्शंस
1:38
लेना। उन्होंने लिखा मैनिफेस्टेशन इज
1:42
अबाउट डिमांडिंग फ्रॉम द यूनिवर्स। इट्स
1:44
अबाउट बिकमिंग द वाइब्रेशन ऑफ व्हाट यू
1:47
डिजायर। मैनिफेस्टेशन ब्रह्मांड से मांगने
1:50
का खेल नहीं है। यह उस तरंग में बदलने का
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अभ्यास है जो तुम चाहते हो।
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अब बात करते हैं कि क्यों फेल होती है
1:58
नॉर्मल मैनिफेस्टेशन। अब सवाल हम सबने
2:01
YouTube पे एलओए लॉ ऑफ अट्रैक्शन वीडियोस
2:04
देखे हैं। अफमेशंस बोले हैं मैं सक्सेसफुल
2:07
हूं। मैं अमीर हूं। मेरा प्रमोशन होगा।
2:10
लेकिन कितने लोगों का सच में हुआ? शायद
2:13
10% या उससे भी कम। क्यों? क्योंकि
2:17
सबकॉन्शियस में गहराई से बैठा है। मैं
2:19
इसके लायक नहीं। मेरे साथ कभी अच्छा नहीं
2:22
होता। मैं अनलकी हूं। दिल्ली का रोहित 28
2:27
इयर्स सेल्स जॉब करता है। रोज पांच बार
2:31
अफमेशंस बोलता है। मैं टॉप परफॉर्मर हूं।
2:34
लेकिन अंदर गिल्ट और डर है। अगर डील मिस
2:37
गई, मिस हो गई तो बॉस इंसल्ट करेगा। यह डर
2:40
ही उसकी फ्रीक्वेंसी को ब्लॉक कर देता है।
2:43
लूना इसी गैप को हाईलाइट करती है। जब तक
2:47
इनर ब्लक्स रिलीज नहीं होते, मैनिफेस्टेशन
2:50
सिर्फ सरफेस पर काम करता है।
2:54
अब आगे बात करते हैं ल्यूना का 10 फेस
2:56
मैनिफेस्टेशन सिस्टम। ल्यू ने अपने अनुभव
2:59
से एक 10 फेस रोड मैप बनाया। यह रोड मैप
3:02
सिर्फ सोचने या लिखने का नहीं बल्कि इनर
3:05
रिवायरिंग और एनर्जी अलाइनमेंट का
3:07
प्रैक्टिकल तरीका है। इन फेसेस का
3:10
ओवरव्यू। फर्स्ट आइडेंटिफाई ब्लॉक्स। कौन
3:13
सी लिमिटिंग बिलीव्स डर या गिल्ट तुम्हें
3:16
रोक रहे हैं। दूसरा एडफाइन विज़ साफ देखो
3:19
कि तुम्हें सच में क्या चाहिए ना कि
3:22
सोसाइटी क्या कहती है। तीसरा एनर्जी
3:25
क्लींजिंग रिचुअल्स जर्नलिंग मेडिटेशन।
3:28
चौथा सेल्फ वर्थ एंकरिंग अपने अंदर मैं
3:32
डिर्व करता या करती हूं वाली भावना लाना।
3:35
पांचवा अलाइन एक्शन सही दिशा में कदम
3:38
उठाना। छ से 10 आगे के फेसेस रिसीविंग
3:42
ट्रस्ट और एक्सपेंशन पर फोकस करते हैं।
3:45
डिटेल्स हम अगले पार्ट्स में खोलेंगे। वो
3:48
कहती है यू डोंट चस मैनिफेस्टेशंस यू
3:51
एमबोरी देम। तुम मैनिफेस्टेशन का पीछा
3:54
नहीं करते। तुम उसे जीते हो। सोचो एक
3:57
लड़की है नेहा 30 इयर्स बोर में काम करती
4:00
है। वो चाहती है विदेश जाना और वहां सेटल
4:03
होना। वो रोज कहती है यूनिवर्स मुझे कनाडा
4:06
पहुंचा दो। लेकिन अंदर डर है अगर आई्स
4:09
नहीं क्लियर हुआ तो मां पापा अकेले रह
4:12
जाएंगे तो गिल्ट शायद मुझे इतना डिर्व ही
4:15
नहीं करना चाहिए मैं इतना डिर्व ही नहीं
4:17
करती यह अंदरूनी बातें ही उसके प्रोसेस को
4:20
स्लो कर देती है। अब अगर नेहा ल्यूना के
4:23
सिस्टम को फॉलो करें। पहले तो अपने गिल्ट
4:25
और डर को रिलीज करेगी। फिर साफ विज़न
4:28
बनाएगी कि मैं अब्रॉड सेटल हो रही हूं और
4:31
मेरे पेरेंट्स फाइनेंशियली सिक्योर हैं।
4:33
तभी उसकी एनर्जी एलाइन होगी।
4:37
आगे बात करते हैं व्हाई फ्रीक्वेंसी
4:40
मैटर्स। इसमें आती है साइंस प्लस
4:43
स्पिरिचुअलिटी। यह सिर्फ स्पिरिचुअल बातें
4:46
नहीं है। क्वांटम फिजिक्स भी कहती है कि
4:48
हर चीज वाइब्रेशन है। जब तुम खुश होते हो,
4:52
तुम्हारी बॉडी हाई फ्रीक्वेंसी रेडिएट
4:54
करती है। जब तुम डरते या गिल्ट फील करते
4:56
हो, लो फ्रीक्वेंसी निकलती है। जैसे
5:00
रेडियो पे सही चैनल पकड़ने के लिए सही
5:02
फ्रीक्वेंसी चाहिए। वैसे ही लाइफ में सही
5:05
ओपोरर्चुनिटीज अट्रैक्ट करने के लिए
5:07
तुम्हारी फ्रीक्वेंसी मैच करनी चाहिए।
5:09
ल्यू लिखती है योर एनर्जी स्पीक्स लाउडर
5:11
देन योर वर्ड्स। तुम्हारी ऊर्जा तुम्हारे
5:14
शब्दों से ज्यादा बोलती है।
5:17
तुम्हारी असली पावर अफमेशंस में नहीं
5:20
अलाइनमेंट में है। सपनों को खींचने का
5:23
सीक्रेट है। खुद को उसी तरंग में बदल दो।
5:26
अगर रेडियो गलत ट्यून हुआ है तो गाने कभी
5:29
साफ नहीं आएंगे। तो अभी तक हमने देखा
5:32
क्यों नॉर्मल मैनिफेस्टेशन फेल हो जाती
5:35
है। ल्यू का टर्निंग पॉइंट और उनका 10 फेज
5:39
रोड मैप। क्यों एनर्जी और फ्रीक्वेंसी
5:42
सबसे बड़ा सीक्रेट है? अब असली मजा आएगा
5:45
पार्ट टू में जहां हम डिटेल में डिस्कस
5:48
करेंगे कैसे अपने सबकॉन्शियस ब्लॉक्स को
5:50
पहचानना और रिलीज करना है प्रैक्टिकल
5:53
एक्सरसाइज और रिचुअल्स जो लनास सजेस्ट
5:56
करते हैं और इंडियन लाइफस्टाइल एग्जांपल्स
5:58
रिलेटेड टू जॉब स्ट्रेस रिश्ते पैसों की
6:01
टेंशन और इन्हें कैसे अप्लाई किया जा सकता
6:04
है रेडी रहिए क्योंकि पार्ट टू में हम
6:06
करेंगे असली एनर्जी क्लीज़िंग की गहराई
6:10
वाली बातें
6:12
क्या तुमने ने कभी महसूस किया है कि
6:14
जिंदगी का एक्सीलरेटर दबाकर भी गाड़ी नहीं
6:18
भाग रही। तुम कोशिश कर रहे हो, मेहनत कर
6:20
रहे हो, अफमेशंस बोल रहे हो लेकिन रिजल्ट
6:24
वही स्टक वाली फीलिंग। सच्चाई यह है कि
6:27
तुम्हारी स्पीड को रोकने वाली चीज बाहर
6:29
नहीं अंदर है। ल्यूनर रिवर्स इस किताब में
6:32
बताती है यही सबसे बड़ा गेम चेंजर है।
6:35
सबकॉन्शियस ब्लॉक्स। सबकॉन्शियस ब्लॉक्स
6:38
मतलब अदृश्य जंजीरे। हमारा सबकॉन्शियस
6:41
माइंड। वैसे तो 95% डिसीजंस कंट्रोल करता
6:44
है लेकिन हमें पता भी नहीं चलता। एग्जांपल
6:48
तुम इंटरव्यू देने जाते हो। माइंड में
6:50
कॉन्शियसली कॉन्फिडेंस है। मैं रेडी हूं
6:52
लेकिन सबकॉन्शियस विस्पर करता है। पिछली
6:55
बार फेल हुआ था। शायद फिर होगा। रिजल्ट
6:58
तुम्हारी बॉडी लैंग्वेज डाउन हो जाती है।
7:00
ल्यू लिखती है, योर सबकॉन्शियस बिलीव्स आर
7:03
द हिडन आर्किटेक्ट्स ऑफ योर रियलिटी।
7:05
तुम्हारा अवचेतन विश्वास तुम्हारी हकीकत
7:08
के छिपे हुए निर्माता है। मनीष 32 इयर्स
7:13
ओल्ड गुड़गांव में आईटी जॉब करता है। हर
7:16
साल सोचता है इस बार ऑन साइट जाकर बहुत
7:20
सैलरी कमाऊंगा। वो कोडिंग में स्मार्ट है
7:22
लेकिन अब भी जब भी ऑन साइट अपोरर्चुनिटी
7:25
आती है किसी और को मिल जाती है। क्यों?
7:27
क्योंकि अंदर कहीं उसके सबकॉन्शियस में
7:30
प्रोग्रामिंग है। इंग्लिश मेरी इतनी
7:32
स्ट्रांग नहीं है। मैं एडजस्ट नहीं कर
7:34
पाऊंगा अब्रॉड कल्चर में। यानी कॉन्शियस
7:37
डिजायर अलग है। सबकॉन्शियस बिलीफ अलग। और
7:41
जब तक यह मिसमैच है मैनिफेस्टेशन फेल
7:44
होगी। सो स्टेप वन है आइडेंटिफाई ब्लक्स।
7:48
सबसे पहले तुम्हें अपने लिमिटिंग बिलीव्स
7:52
पकड़ने हैं। ल्यू सजेस्ट करती है जर्नलिंग
7:55
एक्सरसाइज। एक नोटबुक लो। लिखो। व्हाई
7:58
कांट आई अचीव माय ड्रीम? जो भी जवाब आते
8:01
हैं जैसे मैं लायक नहीं हूं। मेरे पास
8:03
पैसे नहीं है। मेरे पेरेंट्स सपोर्ट नहीं
8:06
करेंगे। सब लिख डालो। यह अनकंफर्टेबल
8:08
लगेगा। लेकिन यही तुम्हारे सबकॉन्शियस
8:11
ब्लॉक्स की लिस्ट है। अवेयरनेस इज द
8:15
फर्स्ट एक्ट ऑफ फ्रीडम। जागरूकता ही आजादी
8:18
का पहला कदम है। स्टेप टू इमोशनल
8:22
क्लीज़िंग। ब्लक्स पहचानने के बाद उन्हें
8:25
रिलीज करना जरूरी है। ल्यू रिकमेंड करती
8:28
है ब्रेथ वर्क। गहरी सांस लो। पुरानी
8:31
यादों या डर को बाहर छोड़ो। रिचुअल्स
8:34
मोमबत्ती जलाकर लिखो। वो बिलीव्स जिन्हें
8:37
छोड़ना है और उस पेपर को जलाओ। इससे
8:40
सिंबॉलिक रिलीज होता है। फॉरगिवनेस
8:43
प्रैक्टिस जिनसे तुम आहत हो उनके लिए
8:46
साइलेंटली कहो। आई रिलीज यू। अरे तू 29
8:50
साल की चंडीगढ़ की अपने एक्स बॉयफ्रेंड से
8:54
हर्ट थी। जब भी नया रिलेशनशिप शुरू करती
8:57
सबकशली कॉन्शियसली डर था कि फिर धोखा
9:00
मिलेगा। उसने ल्यू की एडवाइस पर फॉरगिवनेस
9:05
जर्नलिंग की। उसने लिखा आई रिलीज द पास्ट।
9:08
आई चूस ट्रस्ट अगेन। कुछ हफ्तों में उसकी
9:10
एनर्जी बदली और उसका नया रिश्ता स्मूथ
9:14
चला। स्टेप थ्री एनर्जी रिसेट। ल्यू कहती
9:18
है एनर्जी रिसेट किए बिना मैनिफेस्टेशन
9:20
इनकंप्लीट है। वो सिंपली डेली
9:24
प्रैक्टिससेस बताती है। पहला मॉर्निंग
9:26
ग्रेटट्यूड। उठते ही तीन चीजें लिखो जिनके
9:29
लिए थैंकफुल हो। सेकंड अफमेशंस विद
9:32
फीडिंग। सिर्फ रिपीट मत करो, विजुअलाइज
9:35
करो। एग्जांपल आई एम अबंडेंट। कहते वक्त
9:37
इमेजिन करो कि तुम्हारे अकाउंट में सैलरी
9:39
क्रेडिट हो रही है। थर्ड हाई वाइब एक्शंस।
9:42
म्यूजिक सुनो, डांस करो, वॉक पे जाओ ताकि
9:45
वाइब्रेशन इंस्टेंटली अपलिफ्ट हो। एनर्जी
9:48
फ्लोस वेयर अटेंशन गोज़। ऊर्जा वहीं जाती
9:52
है जहां ध्यान जाता है। रवि 35 एक टिपिकल
9:57
मिडिल क्लास फैमिली से है। जॉब ठीक-ठाक
9:59
है। ईएमआई का प्रेशर हमेशा रहता है। वो
10:02
सोचता था कि पैसा कभी इजी नहीं आता। जब
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रवि ने ग्रेटट्यूड प्रैक्टिस शुरू की तो
10:08
उसने डेली नोट करना शुरू किया। मेरे पास
10:11
घर है, खाना है, फैमिली सेफ है। धीरे-धीरे
10:14
उसके अंदर स्केसिटी से अबंडेंस वाली
10:17
फ्रीक्वेंसी शिफ्ट हुई। अगले 6 मंथ्स में
10:20
उसे सैलरी ह और साइड फ्रीलांसिंग
10:22
अपोरर्चुनिटीज मिली। यानी इनर फ्रीक्वेंसी
10:25
बदली। आउटर रियलिटी बदली। स्टेप फोर
10:29
रिवायर योर इनर स्टोरी। ल्यू एक पावरफुल
10:31
टेक्निक देती है। इनर स्टोरी रीाइटिंग
10:34
प्रोसेस। स्टेप वन अपनी पुरानी स्टोरी
10:37
आइडेंटिफाई करो जैसे मैं अनलकी हूं। स्टेप
10:40
टू इस स्टोरी को नया रूप दो। मैं
10:43
ओपोरर्चुनिटीज अट्रैक्ट करता हूं। स्टेप
10:46
थ्री डेली इस नई स्टोरी को रिपीट करो
10:49
लेकिन इमोशंस के साथ। यह ऐसा है जैसे
10:52
तुम्हारे सबकॉन्शियस में नया सॉफ्टवेयर
10:54
इंस्टॉल करना। तुम्हारी इनर स्टोरी ही
10:57
तुम्हारा आउटर्स स्क्रिप्ट लिखती है।
10:59
बिलीव चेंज ही असली गेम चेंज है। पुराने
11:02
सॉफ्टवेयर से नए रिजल्ट्स नहीं मिल सकते।
11:05
तो पार्ट टू में हमने सीखा सबकॉन्शियस
11:08
ब्लॉक्स को पहचानना। इमोशनल और एनर्जी
11:11
क्लींजिंग करना और इनर स्टोरी को रीराइट
11:14
करना। लेकिन अब सवाल है क्या सिर्फ
11:16
ब्लॉक्स रिलीज करना ही काफी है? नहीं।
11:20
पार्ट थ्री में हम गहराई से समझेंगे कैसे
11:23
विज़ क्लेरिटी लाना है। क्या सच में चाहिए
11:26
तुम्हें? कैसे सेल्फ वर्थ एंकर करनी है।
11:29
डिर्विंग फीलिंग क्रिएट करना और कैसे
11:31
अलाइन एक्शंस उठाने हैं ताकि सपने रियलिटी
11:34
में उतरे। यानी अब जर्नी ब्लॉक्स हटाने से
11:38
कंस्ट्रक्शन शुरू करने तक पहुंचेगी। तैयार
11:40
रहो। पार्ट थ्री में हम बनाएंगे तुम्हारा
11:43
विज़न ब्लूप्रिंट।
11:47
सोचो जरा अगर तुम टैक्सी में बैठे हो और
11:50
ड्राइवर से कहो बस चलाओ कहीं भी ले चलो तो
11:53
क्या होगा? वो या तो घूम-घूम कर वहीं
11:57
पहुंचा देगा या तुम्हें ऐसी जगह छोड़ देगा
12:00
जहां तुम जाना ही नहीं चाहते थे। जिंदगी
12:03
भी ऐसी ही है। अगर तुम्हारे पास क्लियर
12:05
विज़न नहीं है तो एनर्जी और मेहनत दोनों
12:07
वेस्ट हो जाते हैं। लना रिवर्स कहती है द
12:11
यूनिवर्स कांट डिलीवर टू एन अनक्ियर
12:13
एड्रेस। ब्रह्मांड किसी धुंधले पत्ते पर
12:16
डिलीवरी नहीं करता। स्टेप वन विज़
12:20
क्लेरिटी। तुम्हें सच में क्या चाहिए?
12:22
बहुत बार हम वही चाहते हैं जो सोसाइटी
12:24
चाहती है। मुझे एमबीए करना है क्योंकि सब
12:26
कर रहे हैं। मुझे शादी करनी है क्योंकि एज
12:29
हो रही है। लेकिन ल्यू चैलेंज करती है।
12:32
क्या यह तुम्हारा सपना है या बोरोड ड्रीम?
12:35
एक्सरसाइज? व्हाई डू आई वांट दिस? एक गोल
12:38
लिखो। एग्जांपल, मैं 1 करोड़ कमाना चाहता
12:41
हूं। अब पांच बार पूछो व्हाई? पैसा क्यों
12:44
चाहिए? सिक्योरिटी? सिक्योरिटी क्यों
12:46
चाहिए? ताकि फैमिली सेफ हो। फैमिली सेफ
12:48
क्यों चाहिए? ताकि गिल्ट ना रहे। और ऐसे
12:51
ही जब तुम कोर डिजायर तक पहुंचो। रिजल्ट
12:56
तुम समझ पाओगे कि डिजायर की जड़ क्या है।
12:58
क्लेरिटी इज द सीड ऑफ मैनिफेस्टेशन।
13:01
स्पष्टता ही मैनिफेस्टेशन का बीज है। रचना
13:06
27 इयर्स ओल्ड नोएडा में जॉब करती है। वह
13:08
कंफ्यूज थी एमबीए करें या अब्रॉड जाए।
13:11
फैमिली बोल रही थी एमबीए। लेकिन उसका दिल
13:14
कह रहा था आर्ट करियर पर्स करो। जब उसने
13:17
लूना की क्लेरिटी एक्सरसाइज की तो उसे समझ
13:20
आया। उसकी असली इच्छा है फ्रीडम और
13:23
क्रिएटिव एक्सप्रेशन। एमपीए उसे वह नहीं
13:26
देगा। तो उसने डिसीजन लिया वीकेंड आर्ट
13:29
क्लासेस शुरू करने का। एक साल बाद वही
13:32
क्लासेस उसका फुल टाइम प्रोफेशन बन गई।
13:35
यानी जब विज़ साफ हुआ यूनिवर्स ने रास्ते
13:39
खोल दिए। स्टेप टू सेल्फ वर्थ एंकरिंग। अब
13:44
मान लो विज़न साफ है लेकिन अंदर से आवाज
13:46
आती है। मैं इसके लायक नहीं हूं। यही सबसे
13:49
बड़ा ब्लॉक है। ल्यू कहती है मैनिफेस्टेशन
13:52
इज नॉट अबाउट आस्किंग फॉर मोर। इट्स अबाउट
13:54
बिलीविंग यू डिर्व मोर। मैनिफेस्टेशन
13:57
ज्यादा मांगने का नहीं बल्कि यह मानने का
14:00
है कि तुम डिर्व करते हो। क्यों? सेल्फ
14:02
वर्क जरूरी है। अगर तुम्हें लगता है कि
14:04
तुम छोटे कमरे के लायक हो तो मेंशन का
14:07
दरवाजा तुम्हारे लिए खुला भी हो तो तुम
14:10
नॉक नहीं करोगे। एक्सरसाइज डिर्व लिस्ट।
14:14
एक नोटबुक में लिखो। व्हाई डू आई डिर्व
14:17
माय ड्रीम? एग्जांपल। मैं ट्रैवल बिज़नेस
14:19
ग्रो करने के लायक क्यों हूं? क्योंकि
14:22
मैंने मेहनत की है क्योंकि मैं ऑनेस्ट हूं
14:24
क्योंकि मेरे क्लाइंट्स को वैल्यू मिलती
14:27
है। यह लिस्ट तुम्हारे दिमाग को सेल्फ
14:30
वर्थ प्रूफ देती है। अर्जुन 30 इयर्स ओल्ड
14:33
पुणे में काम करता है। उसकी कंपनी उसे 400
14:37
दे रही थी। जब भी रेस मांगने जाता डर
14:39
जाता। अगर वो उसने ना कर दिया तो। उसने
14:42
ल्यूना की डिर्व लिस्ट टेक्निक की यूज की।
14:45
उसने लिखा मैंने पिछले साल तीन
14:48
प्रोजेक्ट्स सेव किए। क्लाइंट ने मुझे
14:50
पर्सनली कॉम्प्लीमेंट किया। मैंने ओवरटाइम
14:53
काम किया। यह पढ़कर उसका कॉन्फिडेंस बढ़ा।
14:56
अगली बार उसने क्लियर बोला, आई डिर्व 60
14:59
के और उसे रेज मिल गया। यानी जब अंदर
15:02
स्ट्रांग बिलीफ हुआ बाहर रिजल्ट भी आया।
15:06
स्टेप थ्री अलाइन एक्शन। अब यहां सबसे
15:11
बड़ा मिसकंसेप्शन है। लोग सोचते हैं
15:13
मैनिफेस्टेशन मतलब सिर्फ सोचो यूनिवर्स
15:15
देगा। लेकिन ल्यूना क्लेरिफाई करती हैं
15:18
एक्शन इज द ब्रिज बिटवीन एनर्जी एंड
15:20
रियलिटी। कर्म, ऊर्जा और हकीकत के बीच का
15:24
पुल है। अब बात करते हैं डिफरेंस बिटवीन
15:26
एक्शन एंड अलाइन एक्शन। रैंडम एक्शन जो भी
15:30
सामने आया कर लिया। एग्जांपल हर जॉब
15:32
अप्लाई करना चाहे सूट करे या ना करे।
15:36
अलाइन एक्शन जो तुम्हारी विज़न और एनर्जी
15:38
से मैच करे। एग्जांपल वही जॉब अप्लाई करना
15:41
जहां तुम्हारी स्किल्स और पैश फिट हो।
15:45
अब बात करते हैं थ्री स्टेप अलाइन एक्शन
15:48
फ्रेमवर्क की। पहला पॉज एंड फील्ड। कोई
15:51
डिसीजन लेने से पहले चेक करो क्या यह मेरे
15:53
विज़न से अलाइन है। दूसरा स्मॉल स्टेप्स।
15:57
बड़े जंप्स मत लो। डेली छोटे अलाइन एकशंस
16:00
लो। तीसरा फीडबैक क्लूब। अगर कोई एक्शन
16:04
हैवी लगे शायद वो अलाइंड नहीं है। प्रिया
16:09
26 इयर्स ओल्ड चाहती थी फिट बॉडी। उसने
16:12
शुरू में हर ट्रडी डाइड कर लिया। कीटो जी
16:15
आई एम इंटरमिटेंट रिजल्ट फेलियर। फिर उसने
16:18
ल्यूना की अलाइन एक्शन प्रिंसिपल अप्लाई
16:21
की। उसने सोचा मुझे ऐसा लाइफस्टाइल चाहिए
16:24
जिसे मैं एंजॉय करूं। उसने शुरू किया डेली
16:27
30 मिनट डांस वर्कआउट क्योंकि उसे डांस
16:30
पसंद है। स्लोली उसका फिटनेस इंप्रूव हुआ
16:33
और वो सस्टेनेबल बना। यानी अलाइन एक्शन
16:37
मतलब वो स्टेप्स जो तुम्हें नेचुरली जॉय
16:40
दे।
16:41
[संगीत]
16:42
और आगे बात करते हैं जब विज़ के साथ-साथ
16:44
सेल्फ वर्थ और एक्शन मिलते हैं। अब इमेजिन
16:48
करो तुम्हारे पास क्लियर विज़ है। स्ट्रांग
16:50
बिलीफ है कि मैं डिर्व करता हूं। प्लस आप
16:54
अलाइन एकशंस डेली कर रहे हो तो क्या होगा?
16:56
यूनिवर्स रेजिस्ट ही नहीं कर पाएगा
16:59
तुम्हारे सपनों को रियलिटी बनाने से। विज़न
17:02
बिना डायरेक्शन वैसा है जैसे Google मैप्स
17:05
बिना डेस्टिनेशन। डिर्व करने का एहसास ही
17:08
मैनिफेस्ट करने का असली पासवर्ड है। अलाइन
17:11
एक्शन वो शॉर्टकट है जो तुम्हें सही जगह
17:15
पहुंचा देगा। तो पार्ट थ्री में हमने देखा
17:18
और सीखा कैसे विज़ साफ करना है। कैसे सेल्फ
17:21
वर्थ एंकर करनी है और कैसे अलाइंड एकशंस
17:25
उठाने हैं। लेकिन अभी कहानी खत्म नहीं
17:27
हुई। अब अगला सवाल है जब ड्रीम्स
17:30
मटेरियलाइज होने लगते हैं तब कैसे
17:33
रिसीविंग चैनल खोलना है? कई लोग सपना सच
17:36
होते देख डर जाते हैं और इसी डर से
17:39
सेबोटाज कर देते हैं। पार्ट फोर में हम
17:42
डीप ड्राइव करेंगे। रिसीविंग का साइंस और
17:45
साइकोलॉजी क्यों हम सक्सेस को खुद ब्लॉक
17:49
कर देते हैं और कैसे फ्लो में रहकर लगातार
17:52
अबंडेंस अट्रैक्ट करें। तैयार रहो। पार्ट
17:55
फोर में सबसे आई ओपनिंग चैप्टर डिस्कस
17:59
करेंगे।
18:01
सोचूं तुमने सब मेहनत कर ली विज़ साफ एक्शन
18:06
लिया वाइब्रेशन हाई रखा और अचानक तुम्हें
18:08
प्रमोशन मिल जाता है या ड्रीम क्लाइंट मिल
18:11
जाता है लेकिन मजेदार ट्विस्ट उसी वक्त
18:14
अंदर से आवाज आती है क्या मैं सच में इसके
18:16
लायक हूं अगर मैं फेल हो गया तो यह ज्यादा
18:19
दिन टिकेगा नहीं रिजल्ट तुम खुद अपनी
18:22
सक्सेस को ब्लॉक कर देते हो लना रिवर्स
18:25
कहती है रिसीविंग इज नॉट अबाउट गेटिंग
18:27
इट्स अबाउट अलॉयंग प्राप्त करना
18:30
लेने का नाम नहीं अनुमति देने का नाम है।
18:34
अब आगे बात करते हैं कि क्यों हम रिसीविंग
18:36
ब्लॉक कर देते हैं। पहला पुरानी
18:38
कंडीशनिंग। हमारे कल्चर में बचपन से
18:41
सिखाया गया ज्यादा मत चाहो। सिंपल लाइफ
18:44
जियो पैसा पेड़ों पर नहीं उगता। यह लाइंस
18:48
सुनकर सबकॉन्शियस यह मान लेता है सक्सेस
18:51
या अबंडेंस मतलब डेंजरस। दूसरा गिल्ट और
18:56
फियर। कई लोग सोचते हैं अगर मुझे सक्सेस
18:58
मिली तो लोग जेलस होंगे या फिर फैमिली को
19:01
लगता है कि मैं सेल्फिश हो गया। तीसरा
19:04
कंफर्ट ज़ोन। हमारा ब्रेन सेफ्टी चाहता है।
19:07
सक्सेस मतलब नए चैलेंजेस, नई जिम्मेदारी।
19:10
सबकॉन्शियस कहता है बेटर स्टे स्मॉल।
19:13
स्नेहा 29 इयर्स ओल्ड दिल्ली की एक
19:16
स्टार्टअप में काम करती थी। उसे अचानक
19:19
यूएस कॉन्फ्रेंस में बोलने का चांस मिला।
19:22
लेकिन उसने खुद मना कर दिया। मेरी इंग्लिश
19:24
इतनी फ्लूएंट नहीं है। लोग हसेंगे। यानी
19:27
यूनिवर्स ने गिफ्ट दिया लेकिन उसने रिसीव
19:30
ही नहीं किया। लेटर उसे रिग्रेट हुआ कि
19:34
अगर वह चांस पकड़ लेती करियर लीप मार
19:37
लेता। सो इन सबके लिए जो स्टेप वन है वो
19:41
है ओपन द चैनल ऑफ रिसीविंग। ल्यू सजेस्ट
19:45
करती है डेली रिचुअल। थैंक यू इन एडवांस
19:47
एक्सरसाइज। सुबह उठकर पांच चीजें लिखो जो
19:50
अभी फ्यूचर में आने वाली है। लेकिन ऐसे
19:52
लिखो जैसे ऑलरेडी मिल चुकी है। एग्जांपल
19:55
थैंक यू फॉर माय ड्रीम जॉब। थैंक यू फॉर
19:58
माय हेल्दी बॉडी। थैंक यू फॉर माय सोलमेट
20:00
रिलेशनशिप। इससे सबकॉन्शियस प्रिपेयर होता
20:04
है रिसीव करने के लिए। ग्रेटट्यूड इज द
20:06
मैग्नेट ऑफ मिरेकल्स। कृतज्ञता चमत्कारों
20:09
का चुंबक है। स्टेप टू प्रैक्टिस रिसीविंग
20:13
इन स्मॉल वेज़। यूनिवर्स को सिग्नल भेजना
20:16
है कि आई एम ओपन। इसके लिए छोटी चीजों से
20:19
शुरू करो। कॉम्प्लीमेंट मिले तो थैंक यू
20:22
बोलो। अवॉइड मत करो। अगर कोई मदद करे तो
20:24
गिल्ट मत फील करो। गिफ्ट मिले तो
20:27
इंस्टेंटली यह क्यों दिया? मत सोचो। बस
20:30
खुश होकर लो। रोहित 31 इयर्स ओल्ड। जब भी
20:35
कोई कहता है यार तुम स्मार्ट दिख रहे हो।
20:37
वो रिप्लाई करता है। अरे नहीं भाई बस ऐसे
20:40
ही। यानी उसने कॉम्प्लीमेंट को रिजेक्ट कर
20:43
दिया। लेकिन जब उसने सिर्फ थैंक यू कहना
20:46
शुरू किया उसे अंदर से फील हुआ हां मैं
20:48
स्मार्ट हूं स्लोली उसकी एनर्जी रिसीविंग
20:51
मोड में शिफ्ट हुई। स्टेप थ्री फ्लो स्टेट
20:54
में रहना। रिसीविंग का मतलब सिर्फ गिफ्ट्स
20:57
या पैसे लेना नहीं इसका मतलब है फ्लो में
20:59
रहना। फ्लो मतलब जब तुम्हें लगता है लाइफ
21:02
एफर्ट लेफ्टली चल रही है। ल्यू बताती है
21:05
फ्लो स्टेट के लिए करो वो काम जो तुम्हें
21:08
सच में चॉइस देता है। रेजिस्टेंस छोड़ो और
21:11
छोटे सिग्नल्स फॉलो करो। कंट्रोल करने की
21:14
कोशिश कम करो। द रिवर डजंट फोर्स इटसेल्फ
21:18
टू फ्लो। इट जस्ट फ्लोस। नदी खुद को बहने
21:21
के लिए मजबूर नहीं करती। वह बस बहती है।
21:25
अमित 34 इयर्स ओल्ड चाहता था साइड बिजनेस
21:29
शुरू करना। वह हर बार एक्सेल शीट बनाता,
21:32
कैलकुलेशंस करता लेकिन कभी स्टेप नहीं ले
21:35
पाया। फिर एक दिन उसने सोचा बस पहला स्टेप
21:38
लो। उसने स्मॉल Instagram पेज बनाया और
21:41
प्रोडक्ट्स पोस्ट करना शुरू किया।
21:43
क्लाइंट्स धीरे-धीरे आने लगे। यानी जब
21:46
उसने कंट्रोल छोड़कर फ्लो में एंट्री ली,
21:49
ओपोरर्चुनिटीज खुद आने लगी। स्टेप फोर
21:52
हैंडल द फियर ऑफ सक्सेस। कई बार लोग फेल
21:55
होने से नहीं बल्कि सक्सेस से डरते हैं
21:57
क्योंकि सक्सेस के साथ एक्सपेक्टेशंस आती
22:00
हैं। ल्यू कहती है फियर ऑफ सक्सेस इज द
22:04
फियर ऑफ एक्सपेंशन। सफलता का डर असल में
22:07
विस्तार का डर है। अब एक एक्सरसाइज है
22:10
जिसे आप करिए। मतलब रोज अपने रूटीन का
22:14
पार्ट बना लें। लिखो। अगर मैं सफल हुआ तो
22:17
सारे नेगेटिव फिय्स नोट करो। एग्जांपल लोग
22:20
जेलस होंगे वर्क लोड बढ़ेगा। अब हर फियर के
22:24
ऑोजिट सॉल्यूशन लिखो। एग्जांपल जेलस लोग
22:27
आएंगे तो मैं बाउंड्रीज रखूंगा। यह
22:29
प्रैक्टिस तुम्हें सक्सेस को सुरक्षित
22:31
फील्ड कराती है। अंजलि 33 इयर्स ओल्ड बोर
22:36
को टीम लीडर बनना था। वो बोर में रहती थी।
22:39
जब अपोरर्चुनिटी आई उसने खुद बोला मैं अभी
22:41
रेडी नहीं हूं। असल में वह डर रही थी।
22:44
रिस्पांसिबिलिटी बढ़ जाएगी। एक साल बाद
22:46
रिग्रेट हुआ कि अगर उस समय स्टेप लेती अब
22:49
तक मैनेजर होती यानी फियर ऑफ सक्सेस ने
22:52
उसे पीछे रखा।
22:54
आगे बात करते हैं व्हेन यू अलव मिरेकल्स
22:57
मल्टीप्लाई। रिसीविंग मतलब अलंग। जब तुम
23:00
सच में अलव करते हो तो मिरेकल्स
23:02
मल्टीप्लाई होते हैं। ल्यू लिखती है व्हेन
23:04
यू ओपन द डोर टू अबंडेंस इट नेवर्स स्टॉप
23:07
नोकिंग। जब तुम समृद्धि का दरवाजा खोलते
23:10
हो, यह कभी खटखटाना बंद नहीं करती। रिसीव
23:14
करने की कला है। मैनिफेस्ट करने की आत्मा
23:18
है। अगर छोटा गिफ्ट लेना मुश्किल है तो
23:21
बड़ा सपना कैसे आएगा? लाइफ तुमसे ज्यादा
23:24
देना चाहती है। बस अलव करना सीखो। तो
23:28
पार्ट फोर में हमने सीखा क्यों हम
23:30
रिसीविंग ब्लॉक कर देते हैं। ग्रेटट्यूड
23:33
और छोटे रिचुअल्स से चैनल कैसे खोलें?
23:36
फ्लो में रहना और फियर ऑफ सक्सेस को टैकल
23:38
करना। लेकिन अब आखिरी सवाल जब सब मिल जाए
23:42
तो कैसे सस्टेन करें? कई लोग एक बार
23:44
सक्सेस अट्रैक्ट करते हैं। फिर धीरे-धीरे
23:46
वापस उसी पुराने साइकिल में फंस जाते हैं।
23:50
इसीलिए पार्ट फाइनल चैप्टर में हम बात
23:52
करेंगे सस्टेनेबिलिटी और लॉन्ग टर्म
23:54
अलाइनमेंट, एक्सपेंशन और कंटीन्यूअस ग्रोथ
23:57
और कैसे अपने सपनों को सिर्फ पाना ही नहीं
24:00
बल्कि जीना भी होगा। यह होगा इस जर्नी का
24:04
सबसे पावरफुल कंक्लूजन।
24:09
क्या तुमने नोटिस किया है लॉटरी विनर्स
24:11
ज्यादातर कुछ सालों में फिर से गरीब हो
24:14
जाते हैं क्योंकि पैसे अट्रैक्ट करना इजी
24:16
था लेकिन उस एनर्जी को सस्टेन करना नहीं
24:19
आया। लना रिवर्स कहती हैं मैनिफेस्टेशन इज
24:22
नॉट अ वन टाइम मिरेकल इट इज अ वे ऑफ
24:24
लिविंग। मैनिफेस्टेशन कोई एक बार का
24:27
चमत्कार नहीं बल्कि जीने का तरीका है।
24:29
यानी असली चैलेंज सपनों को पाना नहीं
24:32
बल्कि निरंतर एक्सपेंड करना है। सो इसके
24:35
लिए जो स्टेप वन है दैट इज सस्टेनेबिलिटी
24:38
का फार्मूला। अगर तुमने एक बार हाई
24:41
वाइब्रेशन क्रिएट कर लिया तो उसे रोज
24:43
मेंटेन करना है। उसके लिए ल्यूना तीन
24:45
पिलर्स बताती हैं। पहला डेली रिचुअल्स।
24:48
छोटे-छोटे हैबिट्स तुम्हें बार-बार ट्यून
24:51
करते हैं। मॉर्निंग ग्रेटट्यूड, डेली
24:53
विजुअलाइजेशन, जर्नलिंग, विंस, छोटी जीतते
24:56
नोट करना। दूसरा एनवायरमेंट रिसेट। अगर
25:00
तुम्हारे आसपास नेगेटिव लोग हैं तो उनकी
25:02
एनर्जी तुम्हें नीचे खींचेगी। इसीलिए ल्यू
25:05
सजेस्ट करती है क्यूरेटेड सर्कल बनाओ।
25:09
तीसरा कंटीन्यूअस लर्निंग, नए स्किल्स, नए
25:12
ज्ञान से एनर्जी एक्सपेंड होती है। जब तुम
25:14
ग्रो करते रहते हो, यूनिवर्स तुम्हें और
25:17
ग्रोथ देता है। नितेश 36 मुंबई में ईएमआई
25:21
के चक्कर में फंसा था। उसने मैनिफेस्टेशन
25:24
टेक्निक्स से एक साइड बिजनेस अट्रैक्ट
25:27
किया। पहले 50 के एक्स्ट्रा आए। लेकिन अगर
25:30
वो उस पैसे को सिर्फ खर्च करता तो वापस
25:32
जीरो हो जाता। उसने ल्यूना का
25:35
सस्टेनेबिलिटी फार्मूला फॉलो किया।
25:37
ग्रेटट्यूड रखा। पैसे का कुछ हिस्सा
25:40
इन्वेस्ट किया और नया स्किल सीखा। डिजिटल
25:43
मार्केटिंग रिजल्ट उसका साइड बिजनेस 2 साल
25:46
में फुल टाइम बन गया। स्टेप नंबर टू
25:49
एक्सपेंशन माइंडसेट। सक्सेस सस्टेन करने
25:53
के बाद अगला स्टेप है एक्सपेंड करना। ल्यू
25:56
लिखती है, द यूनिवर्स इज ऑलवेज
25:58
एक्सपेंडिंग। इफ यू स्टॉप एक्सपेंडिंग यू
26:00
स्टॉप। यू स्टेप आउट ऑफ सिंक। ब्रह्मांड
26:03
हमेशा फैल रहा है। अगर तुम एक्सपेंड करना
26:05
बंद कर दोगे तो सिंक से बाहर हो जाओगे।
26:08
कैसे एक्सपेंड करें? पहला बिग विज़न बनाओ।
26:11
उसके बाद नए ड्रीम्स अलव करो। फिर दूसरों
26:15
को अपलिफ्ट करो। शालिनी 33 इयर्स ओल्ड ने
26:19
अपने बिजनेस में अच्छा अर्न किया। पहले डर
26:22
था। अगर नॉलेज शेयर करूंगी तो लोग कॉपी कर
26:24
लेंगे। लेकिन ल्यूना ने एक्सपेंशन
26:27
प्रिंसिपल्स से उसने फ्री वर्कशॉप्स
26:30
स्टार्ट किए। रिजल्ट और क्लाइंट्स
26:32
अट्रैक्ट हुए क्योंकि लोग उसे ट्रस्टेड
26:34
मानने लगे। यानी एक्सपेंशन मतलब दूसरों को
26:37
अपलिफ्ट करना भी है। स्टेप थ्री
26:40
एंबोडीमेंट। अब आखिरी लेवल है एंबॉडी
26:43
करना। यानी तुम्हें सिर्फ सपनों के बारे
26:46
में सोचना नहीं बल्कि उन्हें जीना है। अगर
26:49
तुम अबंडेंस मैनिफेस्ट कर रहे हो। अबंडेंस
26:53
की तरह एक्ट करो। स्केसिटी नहीं। अगर
26:56
हेल्दी माइंडसेट हेल्दी मैनिफेस्ट कर रहे
26:59
हो। हेल्दी चॉइसेस डेली लो। अगर लव
27:02
मैनिफेस्ट कर रहे हो, पहले खुद से प्यार
27:04
करो। बिकमिंग इज द फाइनल मैनिफेस्टेशन।
27:08
बन जाना ही अंतिम मैनिफेस्टेशन है। अब बात
27:12
करते हैं फाइनल इंटीग्रेशन एक्सरसाइज।
27:14
ल्यू एक इंटीग्रेशन एक्सरसाइज देती है जो
27:18
पूरे 10 फेस सिस्टम को बाइंड करती है।
27:20
पहला मॉर्निंग अलाइनमेंट में ग्रेटट्यूड
27:23
प्लस विज़न विजुअलाइजेशन। दूसरा डे टाइम
27:26
एक्शन केवल अलाइंड एकशंस लो। तीसरा इवनिंग
27:30
रिफ्लेक्शन। विंस को नोट करो और ब्लॉक्स
27:33
को रिलीज करो। चौथा वीकली एक्सपेंशन। नया
27:36
कुछ सीखो या ट्राई करो। पांचवा मंथली
27:39
एंबॉडीमेंट। चेक करो क्या तुमने अपने
27:42
ड्रीम्स तुम अपने ड्रीम्स की तरह जी रहे
27:45
हो लाइफ या नहीं?
27:48
सक्सेस अट्रैक्ट करना कला है। सक्सेस जीना
27:52
साधना है। अगर सपनों को सस्टेन नहीं किया
27:54
तो वह रेत की तरह हाथ से फसल जाएंगे।
27:57
एक्सपेंड करना ही ब्रह्मांड का नियम है और
27:59
तुम्हारा भी। अब पूरी जर्नी को समराइज
28:04
करते हैं। पार्ट वन में लूना का कोलैप्स
28:06
और अवेकनिंग। क्यों मैनिफेस्टेशन सिर्फ
28:08
सोचने से नहीं होता? पार्ट टू में हमने
28:10
डिस्कस किया सबकॉन्शियस ब्लॉक्स और इमोशनल
28:13
क्लीज़िंग। पार्ट थ्री में हमने डिस्कस
28:16
किया विज़न क्लेरिटी, सेल्फ वर्थ और अलाइन
28:18
एकशंस। पार्ट फोर में रिसीविंग चैनल
28:20
खोलना, फ्लो में रहना और फियर ऑफ सक्सेस
28:23
टैकल करना। पार्ट फाइव में सस्टेनेबिलिटी,
28:26
एक्सपेंशन और एंबोरमेंट। ल्यू का मैसेज
28:28
क्लियर है। मैनिफेस्टेशन कोई ट्रिक नहीं।
28:30
यह एक लाइफ स्टाइल है। अगर तुम अलाइन रहो
28:33
तो लाइफ तुम्हारी कल्पना से भी बड़ी बन
28:35
सकती है। दोस्तों, यही थी मैनिफेस्ट द
28:38
अनसीन बाय ल्यूना रिवर्स की पूरी समरी।
28:41
पांच पार्ट्स में। अगर यह बातें दिल छू गई
28:43
हो तो याद रखो सपने पाना मुश्किल नहीं है।
28:46
सपनों के लायक बनना मुश्किल है। और जब तुम
28:49
वो बन जाते हो तो सपने खुद तुम्हें ढूंढने
28:53
आते हैं। थैंक यू।
28:56
ॐ