0:01
सोचो जरा हर सुबह आप उठते हो और अलमारी
0:05
खोलते हो तो कपड़े लिटरली आप पर गिर पड़ते
0:08
हैं। किताबें, फाइलें, रैंडम सामान सब एक
0:11
दूसरे पर चढ़े पड़े हैं। घर साफ करने का
0:14
मन बनाते हो लेकिन 2 घंटे बाद फिर वही
0:16
गड़बड़ झाला लौट आता है। और फिर आप सोचते
0:19
हो यार मेरी लाइफ ही ऐसी मैसी क्यों है?
0:23
अगर आपने कभी यह फील किया है तो बिलीव मी
0:25
आप अकेले नहीं हो। ऑलमोस्ट हर इंडियन घर
0:28
में यही सीन है और यही प्रॉब्लम सॉल्व
0:31
करती है यह किताब द लाइफ चेंजिंग मैजिक ऑफ
0:34
डाइजिंग अप बाय मैरी कंडो मैरीकोंडो कहती
0:38
हैं द क्वेश्चन ऑफ व्हाट यू वांट टू ओन इज
0:40
एक्चुअली द क्वेश्चन ऑफ हाउ यू वांट टू
0:42
लिव योर लाइफ मतलब आपके पास क्या चीजें
0:46
होनी चाहिए असल में यह सवाल है कि आप अपनी
0:50
जिंदगी कैसे जीना चाहते हो आज मैं आपके
0:53
लिए इस पूरी किताब का इंग्लिश समरी लेकर
0:56
आया हूं सिंपल, रिलेटेबल और प्रैक्टिकल
0:58
एग्जांपल्स के साथ। और ट्रस्ट मी अगर आप
1:01
इस मेथड को समझ गए तो ना सिर्फ आपका घर
1:03
साफ होगा, आपकी लाइफ भी हल्की और फोकस
1:06
लगने लगेगी। तो चलिए शुरू करते हैं इस सफर
1:09
को पांच पार्ट्स में डिवाइड करके ताकि हर
1:12
पार्ट आपको धीरे-धीरे क्लेरिटी दे और आप
1:14
भी अपनी जिंदगी में लागू कर पाओ। पहले बात
1:17
करते हैं मैरीकंडो कौन है? सबसे पहले
1:21
थोड़ी सी बैकग्राउंड। मैरीकोंडो जापान की
1:23
रहने वाली हैं। प्रोफेशनल टाइडिंग
1:26
कंसलटेंट बचपन से ही उन्हें सफाई करने का
1:29
चीजों को ऑर्गेनाइज करने का बहुत शौक था।
1:31
उनका मेथड इतना इफेक्टिव निकला कि आज पूरी
1:34
दुनिया फॉलो कर रही है। Netflix पर भी
1:37
उनकी सीरीज आई थी। टाइडिंग अप विद मैरी
1:40
कंडो। लेकिन सवाल यह है उनके मेथड में ऐसा
1:43
क्या खास है? पहले बात करते हैं द कोर
1:46
आइडियाज स्पार्क चाय। मैरी कंडो की
1:49
फिलॉसफी एक ही लाइन में समझ लो। कीप ओनली
1:52
दोस थिंग्स दैट स्पार्क जॉय। मतलब सिर्फ
1:55
वही चीजें अपने पास रखो जो सच में आपको
1:58
खुशी देती हैं। अब आप सोच रहे होंगे यह
2:01
स्पार्क चॉय कैसे पता चलेगा? सोचो आपके
2:04
पास एक पुरानी टीशर्ट है। वो फटी हुई है।
2:07
कलर निकल चुका है। लेकिन आप उसे पहनते
2:09
रहते हो बस इसीलिए कि अरे काम चल जाता है।
2:13
अब जरा इमेजिन करो। वही टीशर्ट हाथ में
2:16
लेकर पूछो खुद से। डस दिस स्पार्क जॉय? और
2:19
अंदर से आवाज आएगी नहीं यार बस बोझ है।
2:23
मैरी गोंडो कहती है उसी समय टीशर्ट को
2:25
रिस्पेक्ट देकर बाय-ब कर दो। अब आगे बात
2:29
करते हैं क्यों जरूरी है डीक्लोड?
2:32
देखो हमारे इंडियन घरों में एक कॉमन
2:35
डायलॉग होता है। यार यह सामान फेंकना मत
2:39
काम आ जाएगा। रिजल्ट अलमीरा में सालों
2:42
पुराने बिल स्लिप्स, टूटे हुए पेन, चार्जर
2:46
के वायर्स और कपड़े जो साल से पहने ही
2:49
नहीं है। लेकिन सच यह है कि जितना ज्यादा
2:52
क्लटर आपके पास होगा उतना ही दिमाग में भी
2:54
क्लटर रहेगा। जैसे एक लैपटॉप में बहुत
2:58
सारे पुराने फाइल्स हो तो वह स्लो हो जाता
3:00
है। वैसे ही हमारा माइंड भी। सो पॉइंट
3:03
सिंपल है। अगर आपको अपनी जिंदगी स्मूथ और
3:07
एनर्जेटिक चाहिए तो पहले एनवायरमेंट
3:09
क्लियर होना चाहिए। अब बात करते हैं द
3:12
कोनमारी मेथड स्टेप बाय स्टेप। मैरीकोंडो
3:15
ने अपने मेथड का नाम रखा है कोनमारी मेथड।
3:19
इसमें दो मेन प्रिंसिपल्स हैं। पहला
3:22
डिस्कार फर्स्ट ऑर्गेनाइज लेटर। पहले
3:25
फालतू चीजें निकालो। फिर जो बची है उनको
3:28
अरेंज करो। सेकंड टाइड बाय कैटेगरी नॉट
3:31
लोकेशन। रूम बाय रूम साफ मत करो बल्कि
3:34
कैटेगरी वाइज करो। जैसे पहले सारे कपड़े,
3:37
फिर सारी किताबें एटसेट्रा। और यही है इस
3:40
किताब की पूरी फाउंडेशन।
3:42
मान लो आप एक वर्किंग प्रोफेशनल हो। मंडे
3:45
मॉर्निंग को ऑफिस जाना है। आप कटबो खोलते
3:49
हो और 100 कपड़े सामने लटक रहे हैं। लेकिन
3:52
मजेदार बात यह है आप फिर भी बोलते हो यार
3:54
पहनने को कुछ नहीं है। ऐसा क्यों? क्योंकि
3:57
70% कपड़े वैसे ही पड़े रहते हैं जिन्हें
4:00
आप पहनते ही नहीं। कॉन मैरी मेथड कहता है
4:03
पहले सारे कपड़े एक जगह जमा करो सोफा बेड
4:07
कहीं भी फिर एक-एक कपड़ा हाथ में लो और
4:09
पूछो डस दिस स्पार्क जॉय जो कपड़ा आपको
4:13
खुशी देता है रख लो बाकी को रिस्पेक्ट
4:16
करके डोनेट कर दो या निकाल दो रिजल्ट आपकी
4:20
अलमारी हाफ हो जाएगी लेकिन हर कपड़ा पहनने
4:24
डीटरिंग योर रूम इज लाइक डी क्लटरिंग योर
4:28
ब्रेन हर चीज को पकड़ो और पूछो खुशी मिलती
4:32
है या बोझ पड़ता है। सिर्फ जगह साफ नहीं
4:34
होगी। आपकी एनर्जी भी साफ होगी। तो पार्ट
4:38
वन में हमने समझा मैरी कंडो कौन है? उनकी
4:41
फिलॉसफी क्या है? और क्यों डीटरिंग जरूरी
4:44
है। अब अगले पार्ट में हम डिटेल में
4:46
देखेंगे कॉन मैरी कैटेगरीज क्या है? और
4:49
इन्हें कैसे टैकल करना है स्टेप बाय
4:51
स्टेप। चलो अब बढ़ते हैं पार्ट टू की तरफ।
4:56
तो पार्ट वन में हमने देखा कि क्लटर सिर्फ
4:59
सामान का इशू नहीं है बल्कि यह हमारी
5:01
एनर्जी और माइंडसेट का इशू भी है। मैरी
5:04
कंडो कहती है अगर आपको सच में अपनी जिंदगी
5:07
बदलनी है तो आपको सफाई कैटेगरी वाइज करनी
5:10
होगी ना कि रूम वाइज। मतलब आज बेडरूम, कल
5:13
लिविंग रूम साफ करने से कुछ नहीं होगा।
5:16
क्योंकि हर जगह कपड़े होंगे, हर जगह
5:18
किताबें होंगी, हर जगह रैंडम आइटम्स
5:20
होंगे। इसलिए उनका तरीका है फाइव
5:23
कैटेगरीज। पहला क्लोथ्स, कपड़े, दूसरा
5:26
बुक्स यानी किताबें। तीसरा पेपर्स यानी
5:28
कागज। चौथा कोमोनो यानी मिसलेनियस आइटम्स।
5:33
पांचवा सेंटीमेंटल आइटम्स यानी भावनात्मक
5:36
चीजें। चलो अब हर कैटेगरी को डिटेल में
5:39
समझते हैं और इंडियन एग्जांपल्स के साथ
5:42
देखते हैं कैसे अप्लाई करना है। पहला
5:44
क्लोथ्स यानी कपड़े। जैसा मैंने पिछले
5:47
पार्ट में बताया। कपड़े ही सबसे इजी
5:50
स्टार्टिंग पॉइंट है। मैरी को कहती हैं,
5:53
सबसे पहले सारे कपड़े एक जगह निकालो। चाहे
5:56
वह अलमारी से हो, बेड के नीचे हो, सूटकेस
5:58
में हो या किसी पुराने बॉक्स में। इमेजिन
6:01
कीजिए आपके पूरे घर के सारे कपड़े एक जगह
6:04
ढेर लग जाए। पहले तो शॉक लगेगा। इतने
6:07
कपड़े हैं मेरे पास। अब प्रोसेस सिंपल है।
6:10
एक-एक कपड़ा उठाओ और पूछो। डस दिस स्पार्क
6:14
जॉय? अगर आंसर है हां और रख लो। अगर आंसर
6:17
नो है रिस्पेक्ट दो और निकाल दो। सोचो
6:21
आपकी अलमारी में पांच जींस रखी हैं। लेकिन
6:25
सच में आप सिर्फ दो जींस ही पहनते हो।
6:27
बाकी तीन या तो टाइट है या फैशन से बाहर
6:30
हो चुकी हैं। अब सवाल क्या ये तीन जींस सच
6:33
में जॉय देती है? आंसर है नो। तो बिना
6:36
गिल्ट के निकाल दो। अब इसमें एक
6:39
इंपॉर्टेंट रूल फॉलो करना है व्हिच इज
6:41
फोल्डिंग स्टाइल। मैरी कंडोम का फोल्डिंग
6:44
मेथड बहुत फेमस है। वो कहते हैं कपड़े रोल
6:48
करके या अपराइट फोल्ड करके रखें ताकि एक
6:51
नजर में सब दिख जाए। यानी कपड़े स्टक मत
6:54
करो ऊपर नीचे वरना नीचे वाले कपड़े कभी
6:57
दिखते ही नहीं। कपड़े आपकी एनर्जी को
6:59
रिफ्लेक्ट करते हैं। सही कपड़े रखो सही
7:02
वॉइस पाओ। दूसरा बुक्स यानी किताबें। अब
7:06
आते हैं किताबों पर। इंडियन होम्स में
7:08
किताबें सिर्फ पढ़ने की चीज नहीं बल्कि
7:10
स्टेटस सिंबल भी होती हैं। अरे यह पूरी
7:13
बुकशेलफ है। देखो कितनी इंटेलेक्चुअल हूं।
7:16
लेकिन सच यह है इन किताबों का 70% तो आप
7:19
कभी पढ़ते ही नहीं। मैरीो कहती है किताबों
7:23
को भी रिस्पेक्ट दो। सारी किताबें निकालो
7:26
और पूछो। डस दिस बुक स्पार्क चॉई? अगर कोई
7:29
किताब आपके लिए मीनिंगफुल है रख लो। लेकिन
7:32
अगर वो किताब बस दिखावे या गिल्ड के लिए
7:35
रखी है जैसे आधी पड़ी हुई नवेल जो सालों
7:38
से वही पड़ी है तो उसे डोनेट कर दो। मान
7:41
लो आपने यूपीएससी की तैयारी की थी लेकिन
7:44
अब कॉर्पोरेट जॉब कर रहे हो। घर में अब भी
7:46
वो मोटी-मोटी कोचिंग बुक्स पड़ी है जिनको
7:49
देखकर गिल्ट आता है। अब सोचो क्या वो
7:52
किताबें आपकी करंट लाइफ में एंजॉय दे रही
7:55
हैं। आंसर है नो। तो उन्हें थैंक यू बोलकर
7:58
निकाल दो। किताबें आपको इंस्पायर करनी
8:03
तीसरा पेपर्स यानी कागज। अब आते हैं सबसे
8:06
इरिटेटिंग चेस्ट पर। पेपर्स, बिल्स, ओल्ड
8:09
सीट्स, वारंटी गार्ड्स, ओल्ड मैगजीनंस,
8:12
इंश्योरेंस, पॉलिसीज और रैंडम फ्लायर्स।
8:15
इंडियन घरों में तो यह और भी कॉमन है। हर
8:18
ड्रार खोलो तो पुराने इलेक्ट्रिसिटी बिल्स
8:20
और कूरियर स्लिप्स निकल आते हैं। मैरी
8:23
कंडो का क्लियर रूल है। डिस्कार ऑलमोस्ट
8:25
एवरीथिंग। सिर्फ तीन कैटेगरीज रखो। पहला
8:28
पेपर न्यूज़ जो अभी काम आ रहे हैं जैसे
8:31
करंट बिल्स, फॉर्म्स एटसेट्रा। सेकंड,
8:34
पेपर्स टू कीप फॉर अ लिमिटेड टाइम जैसे
8:36
वारंटी कार्ड्स, टैक्स स्लिप्स। तीसरा
8:39
पेपर्स टू कीप फॉर एवर जैसे प्रॉपर्टी
8:41
पेपर्स, सर्टिफिकेट्स। बाकी सब आउट। मान
8:45
लो आपके पास 2016 का इलेक्ट्रिसिटी बिल
8:48
अभी भी पड़ा है। सोचो खुद क्या कभी उसकी
8:51
जरूरत पड़ेगी? आंसर 99 9% केसेस में नो।
8:57
तो वह बस क्लिटर है। ओल्ड पेपर्स आर लाइक
9:00
ओल्ड राउंड्स। लेट देम गो। अब चौथी
9:04
कैटेगरी पर आते हैं कोमोनो यानी मिसलेनियस
9:06
आइटम्स। अब आती है सबसे बड़ी कैटेगरी कमोनो
9:09
यानी मिसलेनियस आइटम्स। यह सबसे ट्रिकी है
9:12
क्योंकि इसमें सब आता है किचन आइटम्स,
9:14
बाथरूम प्रोडक्ट्स, केबल्स, गैजेट्स,
9:17
स्टेशनरी, डेकोरेशन आइटम्स, गिफ्ट्स,
9:20
कॉस्मेटिक्स, टॉयज। बेसिकली वो सब कुछ जो
9:23
बाकी कैटेगरीज में फिट नहीं होता। इसको सब
9:27
कैटेगरीज में टैकल करना चाहिए। किचन,
9:29
पुराने कंटेनर्स, टूटा हुआ कप, डुप्लीकेट
9:32
स्पूनस, इलेक्ट्रॉनिक्स, पुराने चार्जर,
9:34
हेडफोनस, रिमोट बिना बैटरी, कॉस्मेटिक्स
9:38
में एक्सपायर्ड क्रीम्स, डुप्लीकेट
9:39
लिपस्टिक्स, स्टेशनरी में सूखे हुए पनस,
9:42
पुरानी डायरीज, रैंडम गिफ्ट्स जो कभी यूज़
9:44
ही नहीं हुए हैं। सोचो आपकी किचन में 20
9:48
स्टील बॉल्स हैं, लेकिन रोज आप सिर्फ पांच
9:51
यूज़ करते हो। बाकी बस काबोर्ड में जगह ले
9:54
रहे हैं या फिर स्टडी टेबल पर 15 पेस हैं
9:57
जिनमें से 10 चलते ही नहीं। फिर भी आप
9:59
रखते हो क्योंकि शायद काम आ जाए लेकिन सच
10:02
यह है वह कभी काम नहीं आएंगे। डुप्लीकेट
10:05
चीजें लाइफ में डुप्लीकेट कंफ्यूजन लाती
10:08
हैं। पांचवा सेंटीमेंटल आइटम्स। अब आती है
10:12
सबसे टफ कैटेगरी सेंटीमेंटल आइटम्स। ओल्ड
10:15
लेटर्स, चाइल्डहुड फोटो, गिफ्ट्स फ्रॉम
10:18
एक्स, सोवेनियर्स फ्रॉम ट्रिप्स। यह वह
10:20
चीजें हैं जिन्हें छोड़ना सबसे मुश्किल
10:22
होता है। मैरी कंडो कहती है यही कैटेगरी
10:25
लास्ट में टैकल करनी चाहिए क्योंकि जब तक
10:28
आप बाकी कैटेगरीज में डिसीजन लेने के
10:30
एक्सपर्ट नहीं बन जाते तब तक यह चीजें
10:32
छोड़ना इंपॉसिबल लगेगा। लेकिन याद रखो हर
10:35
मेमोरी सामान में नहीं होती। मेमोरी आपके
10:38
दिल और दिमाग में होती है। मान लो आपके
10:40
पास किसी पुराने रिश्ते की लव लेटर्स अभी
10:42
भी रखे हैं। लेकिन जब भी वह दिखते हैं
10:45
आपको दुख ही होता है। अब सोचो क्या वह सच
10:47
में जॉय स्पार्क कर रहे हैं या बस आपको
10:50
अतीत में अटका रहे हैं। अगर आंसर दूसरा है
10:53
तो उन्हें थैंक यू बोलो और जाने दो।
10:55
मेमोरीज दिल में रहती हैं। बॉक्सेस में
10:57
नहीं। तो पार्ट टू में हमने देखा कि कॉन
11:00
मैरी मेथड की कैटेगरीज क्या है और उन्हें
11:02
कैसे हैंडल करना है। कपड़े, किताबें,
11:05
पेपर्स, कोमोनो और सेंटीमेंटल आइटम्स। अब
11:08
पार्ट थ्री में हम डिटेल में डिस्कस
11:10
करेंगे ऑर्गेनाइजेशन और फोल्डिंग के
11:12
प्रैक्टिकल टिप्स और क्यों रिस्पेक्ट देना
11:15
हर ऑब्जेक्ट को इतना पावरफुल पावरफुल है।
11:18
चलो अब बढ़ते हैं पार्ट थ्री की तरफ।
11:22
तो पार्ट टू में हमने समझ लिया कि कॉनमरी
11:25
मेथड की कैटेगरीज क्या हैं और उन्हें कैसे
11:28
हैंडल करना है। कपड़े, किताबें, पेपर्स,
11:31
कॉमन और सेंटीमेंटल आइटम्स। लेकिन अब सवाल
11:34
आता है ठीक है निकाल दिया फालतू सामान। अब
11:37
जो बचा है उसे अरेंज कैसे करें? क्योंकि
11:39
अगर अरेंजमेंट सही नहीं हुआ तो क्लेटर फिर
11:42
से लौट आएगा। यहीं पर मैरीकंडो का सबसे
11:45
फेमस पार्ट आता है ऑर्गेनाइजेशन और
11:47
फोल्डिंग। अब बात करते हैं व्हाई
11:50
ऑर्गेनाइजेशन मैटर्स? देखो ऑर्गेनाइजेशन
11:53
सिर्फ फिजिकल चीज नहीं है। अगर आपका घर
11:56
प्रॉपर्ली ऑर्गेनाइज्ड है तो आपका माइंड
11:59
भी ऑर्गेनाइज्ड होता है। सोचो आप एक ऑफिस
12:01
में एंटर करते हो। टेबल पर फाइल्स इधर-उधर
12:04
बिखरी है। पेन स्टैंड खाली पड़ा है और
12:06
डस्ट एवरीवेयर। क्या आप वहां मोटिवेटेड
12:09
होकर काम कर सकते हो? अब इमेजिन करो दूसरा
12:12
ऑफिस साफ टेबल हर फाइल लेबल्ड हर चीज अपनी
12:16
जगह। ऑटोमेटिकली आपका माइंड काम और फोकस्ड
12:20
फील करेगा। मैरी कहती है पुटिंग योर हाउस
12:23
इन ऑर्डर इज द मैजिक दैट क्रिएट्स अ
12:24
वाइब्रेंट लाइफ। मतलब अपने घर को
12:27
व्यवस्थित करना वो मैजिक है जो आपकी
12:30
जिंदगी में एनर्जी और वाइब्रेंसी लाता है।
12:34
अब बात करते हैं फोल्डिंग फिलॉसफी। कपड़े
12:37
भी ब्रीथ करते हैं। मैरी कंडो का सबसे
12:40
पावरफुल कंट्रीब्यूशन है उनका फोल्डिंग
12:42
मेथड। उनका बिलीफ है कपड़ों को भी
12:45
रिस्पेक्ट चाहिए। हम लोग अक्सर कपड़ों को
12:48
फोल्ड करके एक के ऊपर एक रख देते हैं।
12:50
रिजल्ट नीचे वाले कपड़े दब जाते हैं। हमें
12:53
याद भी नहीं रहता हमारे पास क्या है। हम
12:55
बार-बार वही चारप कपड़े पहनते रहते हैं।
12:58
मेरी कंडो सजेस्ट करती है कपड़ों को
13:01
अपराइट फोल्ड करो। मतलब उन्हें ऐसे फोल्ड
13:04
करो कि वो खड़े रह सकें और एक नजर में सब
13:07
दिख जाए। एग्जांपल जींस। इंस्टेड ऑफ
13:10
स्टकिंग 10 जींस एक दूसरे के ऊपर उन्हें
13:13
फोल्ड करके ऐसे अरेंज करो कि वो वर्टिकल
13:19
अब जब आप ड्रर खोलोगे आपको एक नजर में पता
13:21
चलेगा कौन सी जींस कहां है। कपड़े दबाओ मत
13:25
उन्हें ब्रीथ करने दो। अब कुछ प्रैक्टिकल
13:28
फोल्डिंग टिप्स। पहला ड्रर्स को अलग-अलग
13:31
कंपार्टमेंट्स में डिवाइड करो। जैसे
13:34
छोटे-छोटे बॉक्सेस यूज करके। अब इसके लिए
13:36
इंडियन जुगाड़ यह है। पुराने शू बॉक्सेस
13:38
को कट करके यूज कर सकते हो। दूसरा
13:41
अंडरवियर सॉक्स, स्कार्फ्स सबको भी फोल्ड
13:44
करो अपराइट स्टाइल में। नो मोर खोए हुए
13:47
सॉक्स। तीसरा शर्ट्स उन्हें आयरन करने के
13:50
बाद रोल या वर्टिकल फोल्ड करके रखो। जब सब
13:54
क्लियरली दिखेगा तो रैंडम मेसी पाइल्स
13:57
नहीं बनेंगे। मान लो आपके पास फेस्टिवल
14:00
सीजन के कुर्ता पजामा है। अगर वह किसी
14:03
कोने में दबे पड़े हैं तो तब जरूरत तो जब
14:06
जरूरत होगी आपको मिलेंगे ही नहीं। लेकिन
14:08
अगर वह साफ फोल्ड करके एक जगह रखे हो तो
14:11
बिना टेंशन के मिल जाएंगे। आगे रिस्पेक्ट
14:15
फॉर ऑब्जेक्ट्स क्यों जरूरी है? मैरी कंडो
14:18
की एक अलग फिलॉसफी है। वह कहती है हर चीज
14:21
में लाइफ होती है। वो सजेस्ट करती है कि
14:23
आप हर ऑब्जेक्ट को रिस्पेक्ट दो। अब यह
14:27
सुनकर इंडियन कॉन्टेक्स्ट में थोड़ा फनी
14:29
लग सकता है। अरे भाई पट और शर्ट को
14:32
रिस्पेक्ट कौन देता है? लेकिन सोचो अगर आप
14:35
अपनी चीजों का ध्यान रखोगे तो वह भी लंबे
14:38
टाइम तक आपका साथ देगी। हम अक्सर जूते पहन
14:41
कर फेंक देते हैं। मैरी कहती है शूज कर
14:44
शूज को पहन कर निकलो तो उन्हें प्रॉपर्ली
14:47
रखो। जैसे थैंक यू बोल रहे हो कि आज आपने
14:51
मुझे कंफर्ट दिया। अगला उदाहरण बैक। ऑफिस
14:54
से आकर बैग को जमीन पर पटक देते हो। लेकिन
14:57
अगर आप उसे नीटली रखोगे तो बैग भी ज्यादा
15:00
चलेगा और आपको भी रिस्पेक्ट वाला फील
15:03
देगा। जब आप अपनी चीजों को रिस्पेक्ट करते
15:05
हो तो इनडायरेक्टली खुद को रिस्पेक्ट करते
15:07
हो। अब बात करते हैं द जॉय चेक। एक छोटा
15:11
रिचुअल। मैरी कंडो का सबसे इंटरेस्टिंग
15:14
रिचुअल है। जब भी आप कोई ऑब्जेक्ट छोड़
15:17
रहे हो तो उसे थैंक यू बोलो। मान लो एक
15:20
पुरानी टीशर्ट है। उसने आपको कई बार
15:24
कंफर्ट दिया, जिम में पहना, कैजुअल आउटिंग
15:26
में पहना। अब वो काम ही नहीं रही, काम की
15:28
नहीं रही। इंस्टेड ऑफ गिल्ट उसे हाथ में
15:31
लेकर बोलो, थैंक यू फॉर सर्विंग मी। अब
15:34
मैं आपको जाने दे रहा हूं। यह सुनने में
15:36
थोड़ा वियर्ड लगेगा, लेकिन सच में इससे एक
15:39
रिलीफ मिलता है। आप फील करते हो कि आपने
15:42
उस चीज का सम्मान किया ना कि बस उसे कचरे
15:46
की तरह फेंक दिया। हर गुड बाय एक न्यू
15:49
बिगिनिंग है। मान लो आपकी स्टडी टेबल पर
15:52
चार पुराने स्मार्टफोनस रखे हैं। स्क्रीन
15:55
टूटी हुई, बैटरी डेड। लेकिन आप सोचते हो
15:59
अरे कभी काम आ जाएंगे। अब रियलिटी चेक
16:02
करो। क्या सच में वो काम आएंगे? आंसर है
16:04
नो। तो उन्हें भी थैंक यू बोलो। थैंक्स
16:07
फॉर द मेमोरीज। अब टाइम है मूव ऑन करने
16:10
का। यह एक्ट सिर्फ फोन को नहीं हटाता
16:13
बल्कि आपके दिमाग का क्लटर भी हटाता है।
16:17
आगे बात करते हैं ऑर्गेनाइजेशन माइंडसेट
16:19
शिफ्ट। मैरी कंडो का सबसे बड़ा मैसेज है
16:22
टाइडी वंस एंड नेवर अगेन। मतलब अगर आपने
16:26
प्रॉपर्ली कॉनमरी मेथड से सफाई कर ली तो
16:29
आपको हर हफ्ते डीप क्लीनिंग करने की जरूरत
16:31
नहीं होगी। इंडियन होम्स में होता क्या
16:34
है? हर वीकेंड हम प्लान करते हैं। चलो यार
16:36
आज सफाई करते हैं। और फिर हर वीकेंड वही
16:39
रिपीट। लेकिन अगर आपने एक बार सही तरीके
16:43
से कैटेगरीज के हिसाब से डिक्लेडर किया और
16:46
फिर ऑर्गेनाइज किया तो क्लडर वापस नहीं
16:48
आएगा। क्यों? क्योंकि हर चीज की जगह फिक्स
16:52
होगी। तो पार्ट थ्री में हमने समझा
16:55
फोल्डिंग मेथड। ऑर्गेनाइजेशन हैक्स
16:57
ऑब्जेक्ट्स को रिस्पेक्ट करने का तरीका और
17:00
यह माइंडसेट कि सही तरह से टाइडी करने पर
17:03
बार-बार मेहनत नहीं करनी पड़ती। अब पार्ट
17:06
फोर में हम एक्सप्लोर करेंगे टाइडिंग और
17:08
लाइफ ट्रांसफॉर्मेशन का डीप कनेक्शन। यानी
17:11
कैसे यह मेथड आपकी करियर, रिलेशनशिप्स और
17:15
मेंटल हेल्थ को भी बदल देता है। चलो अब
17:18
बढ़ते हैं पार्ट फोर की तरफ।
17:22
तो अब तक हमने देखा कि कैसे कपड़े,
17:25
किताबें, पेपर्स, कॉमोनो और सेंटीमेंटल
17:28
आइटम्स को कैटेगरी वाइज डीक्लटर करके फिर
17:32
सही तरीके से ऑर्गेनाइज करके हम घर को
17:34
क्लटर फ्री बना सकते हैं। लेकिन मैरी कंडो
17:37
की किताब का असली मैजिक यहीं आता है
17:40
क्योंकि यह सफाई सिर्फ घर की नहीं है। यह
17:44
सफाई आपकी जिंदगी की है। मैरी कहती है
17:47
टाइडिंग इज जस्ट अ टूल नॉट द फाइनल
17:50
डेस्टिनेशन। द ट्रू गोल शुड बी टू
17:52
एस्टैब्लिश द लाइफस्टाइल यू वांट मोस्ट।
17:54
मतलब सफाई सिर्फ एक टूल है। असली गोल यह
17:58
है कि आप अपनी मनचाही लाइफस्टाइल क्रिएट
18:01
कर पाओ। पहला मेंटल हेल्थ पर असर। सबसे
18:05
पहली बात करते हैं मन की शांति। कि सोचो
18:07
हर बार जब आप अपने कमरे में बैठते हो और
18:10
हर जगह कपड़े, किताबें और रैंडम सामान
18:12
बिखरा हुआ होता है तो अंदर से बेचैनी होती
18:15
है। रिसर्च भी कहता है कि डी की क्लटर्ड
18:19
एनवायरमेंट से स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल
18:21
बढ़ता है। यानी मेस मतलब स्ट्रेस जब आप
18:25
कॉनमारी मेथड अप्लाई करके हर चीज की उसकी
18:28
जगह पर रख देते हो तो ऑटोमेटिकली दिमाग
18:31
काम फील करता है। अब आपको सोचने में
18:34
क्लेरिटी आती है। क्लीन रूम मतलब क्लियर
18:37
माइंड। मान लो एग्जाम की तैयारी करनी है।
18:40
अगर आप टेबल पर पुरानी नोटबुक्स, चिप्स के
18:44
एम्प्टी पैकेट्स और रैंडम पेन्स पड़े हैं
18:46
तो पढ़ने का मन भी नहीं करेगा। लेकिन अगर
18:49
वही टेबल साफ है। सिर्फ जरूरी किताबें और
18:52
एक डायरी रखी है तो ऑटोमेटिकली फोकस 2x
18:55
बढ़ जाएगा। दूसरा प्रोडक्टिविटी बूस्ट। जब
18:58
आपके पास सिर्फ वही चीजें हो जो काम की
19:01
हैं और जो चॉइस देती हैं तो डिसीजन मेकिंग
19:03
आसान हो जाता है। सोचो सुबह ऑफिस जाने से
19:06
पहले कब बोर्ड खुलते ही साफ सुथरे नीटली
19:09
अरेंज्ड कपड़े सामने हैं। आपको 10 मिनट
19:12
कपड़े ढूंढने में वेस्ट नहीं करने पड़े।
19:14
अब इमेजिन करो किचन में। आपके पास सिर्फ
19:17
वही यूटेंसिल्स और कंटेनर्स हैं जो आप
19:19
यूज़ करते हो। कुकिंग अब आसान लगेगी ना कि
19:22
हेडेक। यह सारे छोटे-छोटे चेंजेस मिलकर
19:25
आपकी डेली प्रोडक्टिविटी को 3x कर देते
19:28
हैं। क्लटर सबट्रैक्ट्स क्लेरिटी
19:31
मल्टीप्लाई। तीसरा रिलेशनशिप्स में बदलाव।
19:35
यह शायद सरप्राइजिंग लगे। लेकिन मैरी कंडो
19:38
कहती है कि डाइडिंग का असर आपके
19:40
रिलेशनशिप्स पर भी पड़ता है। क्योंकि जब
19:43
आपका घर साफ सुथरा और ऑर्गेनाइज्ड होता है
19:46
तो घर का माहौल भी पॉजिटिव होता है। और
19:49
फैमिली मेंबर्स के बीच आर्गुमेंट्स कम
19:52
होते हैं। कितनी बार आपने सुना होगा यार
19:54
मेरी चप्पल किसने छुपा दी? रिमोट कहां है?
19:57
पेन किसने ले लिया? यह छोटी-छोटी फाइट्स
19:59
अक्सर घर में टेंशन क्रिएट करती हैं।
20:01
लेकिन जब हर चीज की जगह फिक्स होती है तो
20:04
फाइट्स ऑटोमेटिकली कम हो जाती हैं। अब घर
20:07
में शांति बढ़ती है। ऑर्गेनाइज्ड होम मतलब
20:10
ऑर्गेनाइज्ड लव। चौथा करियर और डिसीजन
20:14
मेकिंग में क्लेरिटी। मैरी कंडो कहती है
20:17
जब आप अपने सामान के बारे में टफ डिसीजंस
20:20
लेना सीख लेते हो सीख जाते हो तो लाइफ के
20:23
बड़े डिसीजंस लेना भी आसान हो जाता है।
20:25
सोचो जब आप एक-एक कपड़े पर डिसाइड करते हो
20:29
कि रखना है या निकालना है तो आप डिसीजन
20:31
मेकिंग मसल स्ट्रांग कर रहे हो। रिजल्ट
20:33
करियर में भी डिसीजंस लेने में कॉन्फिडेंस
20:36
आता है। अब आप सोच समझकर चुनते हो कि कौन
20:39
सा प्रोजेक्ट लेना है, किस चीज पर टाइम
20:41
इन्वेस्ट करना है। मान लो आप एक स्टार्टअप
20:43
फाउंडर हो। अगर आपके ऑफिस में क्लटर है
20:46
रैंडम पेपर्स एंड प्लान टास्क तो आपकी
20:48
स्ट्रेटजी भी मेस लगेगी। लेकिन अगर आपने
20:51
कॉन मैरी फिलॉसफी अडॉप की है तो आपका ऑफिस
20:54
भी क्लियर और माइंड भी क्लियर रहेगा। अब
20:57
आप बेहतर डिसीजंस लेंगे। डिसीजन लेना एक
21:00
हैबिट है और टाइडिंग उसका ट्रेनिंग राउंड
21:03
है। पांचवा फाइनेंशियल फ्रीडम। क्लटर
21:06
सिर्फ स्पेस नहीं खाता। यह आपके पैसे भी
21:09
खाता है क्योंकि जब हमें पता ही नहीं होता
21:11
कि हमारे पास क्या-क्या है तो हम बार-बार
21:14
वही चीज डुप्लीकेट खरीदते रहते हैं। किचन
21:16
में ऑलरेडी तीन प्रेशर कुकर्स हैं लेकिन
21:18
हमें याद नहीं तो चौथा भी खरीद लिया।
21:20
कपबोर्ड में पांच ब्लैक टीशर्ट्स हैं
21:22
लेकिन ढूंढ नहीं पाते तो सिक्स्थ खरीद
21:25
लिया। कॉर्न मेरी मेथड आपको सिखाता है।
21:27
बाय लेस बाय बेटर। अब आप सिर्फ वही चीज
21:31
खरीदोगे जो सच में जरूरी है। जुई देती है।
21:34
क्लटर कम होगा तो पैसे बचेंगे। सिक्स्थ
21:38
इनर पीस और स्पिरिचुअल एंगल। जापान में
21:41
मैरीनो का मेथड सिर्फ सफाई नहीं बल्कि एक
21:44
तरह का स्पिरिचुअल प्रैक्टिस माना जाता
21:46
है। क्योंकि जब आप अपनी चीजों को
21:49
रिस्पेक्ट देकर व्यवस्थित करते हो तो आप
21:52
ग्रेटट्यूड की प्रैक्टिस कर रहे हो। हर
21:54
दिन जब आप नीटली ऑर्गेनाइज्ड घर में बैठते
21:57
हो तो एक पीसफुल एनर्जी मिलती है। यह आपको
22:00
मेडिटेशन जैसा काम देता है। सोचो पूजा के
22:03
कमरे में अगर सब बिखरा पड़ा है अगरबत्ती
22:06
रैंडम जगह किताबें इधर-उधर तो पूजा में
22:08
कंसंट्रेशन नहीं होगा। लेकिन अगर वही जगह
22:11
साफ ऑर्गेनाइज्ड है तो आप ऑटोमेटिकली
22:14
कनेक्टेड फील करेंगे। टाइडी होम डिवाइन
22:17
वाइब्स। सातवां सोशल मीडिया लाइफ। आजकल
22:21
सोशल मीडिया पर एस्थेटिक होम्स बहुत
22:24
ट्रेंड करते हैं। लेकिन ट्रुथ यह है यह
22:27
सिर्फ दिखावे के लिए नहीं होना चाहिए।
22:29
मैरीगनो कहती है योर होम शुड मेक यू
22:32
हैप्पी नॉट Instagram। मतलब घर ऐसा होना
22:35
चाहिए कि आपको उसमें रहना अच्छा लगे ना कि
22:38
बस फोटो खींचने के लिए अच्छा दिखे। इंस्टा
22:41
के लिए मत अपनी खुशी के लिए टाइडी करो। तो
22:44
पार्ट फोर में हमने देखा टाइडिंग सिर्फ
22:47
सामान कम करने की बात नहीं है। यह आपकी
22:50
मेंटल हेल्थ, प्रोडक्टिविटी, रिलेशनशिप्स,
22:52
करियर, फाइनेंसियल हैबिट्स और इनर पीस सब
22:55
कुछ ट्रांसफॉर्म कर देता है। अब पार्ट
22:58
फाइव में हम करेंगे पूरी किताब का रीपक
23:01
रिककैप, लाइफ लेसंस का समरी पंच और आखिर
23:05
में एक पावरफुल कंक्लूजन। चलो अब बढ़ते
23:08
हैं पार्ट फाइव की तरफ।
23:11
तो अब हम इस सफर के आखिरी पड़ाव पर हैं।
23:16
चार पार्ट्स में हमने देखा कि कैसे मैरी
23:18
कंडो का कॉर्न मैरी मेथड सिर्फ सफाई नहीं
23:20
है बल्कि एक लाइफ ट्रांसफॉर्मेशन टूल है।
23:23
अब चलो एक बार पूरी जर्नी को रिककैप कर
23:26
लेते हैं ताकि यह बातें आपके दिल और दिमाग
23:28
दोनों में बैठ जाए। पार्ट वन फाउंडेशन
23:32
मैरी कंडो कौन है? उनका फिलॉसफी क्या है?
23:35
कोर आईडिया कीप ओनली दोज़ थिंग्स दैट
23:38
स्पार्क चॉय। डीटरिंग क्यों जरूरी है?
23:40
क्लटर सिर्फ सामान नहीं दिमाग भी कंज्यूम
23:43
करता है। पार्ट टू में हमने कैटेगरीज
23:46
डिस्कस की। कॉनमरी मेथड के फाइव कैटेगरीज।
23:48
पहला क्लोथ्स, दूसरा बुक्स, तीसरा पेपर्स,
23:52
चौथा कोमोनो यानी मिसलेनियस आइटम्स।
23:54
पांचवा सेंटीमेंटल आइटम्स यानी भावनात्मक
23:57
चीजें। हर कैटेगरी को कैसे टैकल करना है?
24:00
इंडियन एग्जांपल्स के साथ। पार्ट थ्री में
24:03
हमने जाना ऑर्गेनाइजेशन एंड फोल्डिंग,
24:05
अपराइट फोल्डिंग मेथड ताकि कपड़े ब्रीथ
24:08
करते हैं। हर चीज को रिस्पेक्ट देना और
24:11
थैंक यू बोलकर छोड़ना। उसके बाद टाइडी वंस
24:13
नेवर अगेन फिलॉसफी एक बार प्रॉपर्ली
24:16
ऑर्गेनाइज कर लिया तो क्लटर वापस नहीं
24:18
आएगा। पार्ट फोर में हमने लाइफ
24:20
ट्रांसफॉर्मेशन की बात की। मतलब क्लीन रूम
24:23
मतलब क्लियर माइंड। इससे प्रोडक्टिविटी
24:26
में बूस्ट मिलता है। रिलेशनशिप्स में
24:28
पॉजिटिविटी आती है। डिसीजन मेकिंग पावर
24:30
स्ट्रांग होता है और फाइनशियल सेविंग्स और
24:33
माइंडफुल बाइंग रहती है। साथ ही
24:35
स्पिरिचुअल पीस और ग्रेटट्यूड प्रैक्टिस
24:38
भी होती है। अब बात करेंगे कौन से बिग
24:41
लेसंस मिलते हैं हमें इस किताब से। अब मेन
24:43
टेक अवेज़ की बात करते हैं। वह बातें जो
24:45
आपकी जिंदगी सच में बदल सकती हैं। पहला
24:48
जॉय इज द फिल्टर। हर चीज से पूछो। क्या यह
24:52
मुझे खुशी देता है? अगर नहीं तो उसे थैंक
24:55
यू बोलकर जाने दो। दूसरा डीक्लटर आउटसाइड
24:59
डीटर इनसाइड। जब आपका कमरा साफ होता है
25:02
आपका दिमाग भी हल्का फील करता है। तीसरा
25:05
क्वालिटी ओवर क्वांटिटी। 100 कपड़ों से
25:07
बेहतर है 20 कपड़े जो सच में आपको अच्छे
25:12
डिसीजन मेकिंग मसल। हर ऑब्जेक्ट पर डिसीजन
25:16
लेना आपको लाइफ के बड़े डिसीजंस लेने के
25:18
लिए रेडी करता है। पांचवा ग्रेटट्यूड
25:21
एवरीडे। ऑब्जेक्ट्स को रिस्पेक्ट देकर आप
25:24
इनडायरेक्टली ग्रेटट्यूड की हैबिट डेवलप
25:26
करते हो। हर चीज को रखते वक्त खुद से
25:29
पूछो। यह खुशी लाता है या बोझ?
25:33
अब आखिरी फाइनल टच की बात करते हैं। एक
25:36
इंजीनियरिंग स्टूडेंट कब बोर्ड में पुरानी
25:38
कोचिंग बुक्स पड़ी है। कॉनमरी मेथड सिखाता
25:41
है। अगर यह सब जॉय नहीं देती डोनेट कर दो।
25:44
एक कॉर्पोरेट एंप्लॉय हर मॉर्निंग ऑफिस
25:47
जाने से पहले 15 मिनट कपड़े ढूंढने में
25:49
वेस्ट करता है। कॉनमरी मेथड सिखाता है।
25:52
कबर्ड ऑर्गेनाइज करो। टाइम एनर्जी दोनों
25:54
बचेंगे। एक यंग कपल घर में बार-बार छोटी
25:58
चीजों पर फाइट्स होती है। कॉनमरी मेथड
26:00
सिखाता है। हर चीज की जगह फिक्स करो।
26:03
फाइट्स ऑटोमेटिकली कम हो जाएंगी।
26:06
मैरी कंडो कहती है द स्पेस इन वि वी लिव
26:09
शुड बी फॉर द पर्सन वी आर बिकमिंग नॉट फॉर
26:12
द पर्सन वी वर इन द पास्ट मतलब हमारा घर
26:15
उस इंसान के लिए होना चाहिए जो हम बन रहे
26:18
हैं ना कि उस इंसान के लिए जो के लिए जो
26:21
हम पहले थे तो सोचो कि आपका घर आपका
26:24
एनवायरमेंट आपकी अलमारी आपकी चीजें आपको
26:27
पीछे रोक रही है या वह आपको आगे बढ़ा रही
26:30
हैं। अगर आपको सच में अपनी लाइफ अपग्रेड
26:33
करनी है तो शुरुआत करें आज ही अपने घर से,
26:37
अपनी चीजों से क्योंकि जब आप चीजों को सही
26:40
तरीके से रखते हो तो आपकी एनर्जी भी सही
26:42
जगह इन्वेस्ट होती है। टाइडी होम, टाइडी
26:45
माइंड, टाइडी लाइफ। और दोस्तों, अगर आपको
26:48
यह समरी हेल्पफुल लगी, तो अब आपकी बारी है
26:50
एक्शन लेने की। आज ही 15 मिनट निकालो और
26:54
अपने कमरे से एक कैटेगरी चुनकर कॉन मैरी
26:56
मेथड अप्लाई करो। और हां अगर आपको यह
26:59
वीडियो पसंद आया हो तो लाइक जरूर करना।
27:01
कमेंट में बताना कि सबसे पहले आप किस
27:04
कैटेगरी को डिक्लेटर करने वाले हो और
27:07
सब्सक्राइब करना ताकि आपको और भी ऐसी लाइफ
27:10
चेंजिंग बुक्स की समरीज मिलती रहे। तो
27:13
दोस्तों, यह थी समरी द लाइफ चेंजिंग मैजिक
27:16
ऑफ टाइंग अप बाय मैरीकोंडो। एक ऐसी किताब
27:19
जो दिखने में सफाई की बात करती है लेकिन
27:22
असल में आपकी लाइफ साफ करने की बात करती
27:24
है। याद रखो साफ कर सिर्फ सुंदरता नहीं
27:27
है। यह आपकी इनर क्लेरिटी और हैप्पीनेस का
27:29
रिफ्लेक्शन है। तो आज से क्लटर को बाय-ब
27:32
कहो और एक नई लाइट और जॉयफुल लाइफ की
27:36
शुरुआत करो। थैंक यू।