0:01
नमस्ते प्यारे दोस्तों, आपका स्वागत है आज
0:05
के हमारे खास पडकास्ट में। इसमें हम बात
0:08
करेंगे एक ऐसी किताब की जिसने लाखों लोगों
0:11
को अपनी लाइफ बदलने के प्रैक्टिकल आइडियाज
0:14
और इंस्पिरेशन दी है। बिल द लाइफ यू वांट
0:17
आर्थर ब्रोक्स और ओपरा वनफ्री के इनाइट्स
0:21
के साथ। आज हम बात करेंगे हैप्पीनेस की।
0:25
रियल सेटिस्फेक्शन की और उन छोटे-छोटे
0:28
स्टेप्स और चॉइससेस की। जिनसे आप सच में
0:31
वह लाइफ बना सकते हैं जो आप चाहते हैं।
0:34
चाहे कोई भी बैकग्राउंड जॉब, शहर या
0:36
फैमिली हो। तो चलिए चाय या कॉफी मूड में
0:41
हो हेडफोनस लगा लीजिए क्योंकि आज की कहानी
0:44
सिर्फ किताब नहीं भारत के रियल
0:46
एग्जांपल्स, रिलेटेबल सिचुएशंस और एवरीडे
0:49
की चैलेंजेस के जवाब के साथ आएगी। आर यू
0:52
रेडी? चलिए शुरू करते हैं।
0:56
हैप्पीनेस यह क्या चीज है?
1:00
पहला बड़ा सवाल क्या हैप्पीनेस किसी एक
1:04
बड़ी अचीवमेंट से मिलती है?
1:07
क्या कभी आपको भी ऐसा लगता है कि बस जॉब
1:10
मिल जाए लाइफ परफेक्ट हो जाए। सैलरी बढ़
1:14
जाए सब ठीक हो जाएगा। किड्स मार्क्स अच्छे
1:18
ले आएं तो मैं खुश रहूंगा। सच बताऊं?
1:22
हैप्पीनेस ना एक फिक्स्ड गोल है ना वन
1:25
टाइम अचीवमेंट। यह एक प्रोसेस है जो
1:28
एवरीडे इमोशंस, डिसीजंस और हैबिट्स में
1:31
बसी होती है। ऑर्थर ब्रुक्स और ऑपरा कहती
1:35
हैं कि हैप्पीनेस इज नॉट द एब्सेंस ऑफ़
1:38
प्रॉब्लम्स बट द प्रेजेंस ऑफ मीनिंग एंड
1:40
और पॉजिटिव हैबिट्स इन योर डेली लाइफ।
1:44
मतलब हैप्पीनेस का मतलब प्रॉब्लम्स का
1:46
खत्म होना नहीं है। बल्कि आपकी जिंदगी में
1:51
अच्छी आदतों का डेली लाइफ में होना है।
1:55
आपका फेवरेट एक्टर बॉलीवुड में शाहरुख
1:58
खान, दीपिका पादुकोण या कोई भी हो। क्या
2:01
उनकी लाइफ पूरी तरह टेंशन फ्री है? नो। हर
2:04
किसी की लाइफ में चैलेंजेस हैं। लेकिन
2:07
उनके हैंडल करने का तरीका अलग है।
2:11
मेन मैसेज हैं जिंदगी के चार पिलर्स।
2:15
बिल्ड द लाइफ यू वांट। बार-बार बताती है
2:19
कि स्ट्रांग फाउंडेशन चाहिए एक फुलफिलिंग
2:22
लाइफ के लिए और उसके चार मेन पिलर्स हैं।
2:27
फैमिली एंड फ्रेंड्स कई बार हम सोचते हैं
2:31
अकेले काम कर देंगे और किसी की जरूरत
2:34
नहीं। लेकिन रिसर्च और हमारी इंडियन कल्चर
2:37
दोनों कहते हैं फैमिली और फ्रेंड्स का
2:40
सपोर्ट सिस्टम सबसे स्ट्रांग होता है।
2:44
उदाहरण के तौर पर सोचिए अमिताभ बच्चन का
2:47
एग्जांपल लीजिए। जब उनके ऊपर फाइनेंसियल
2:49
क्राइसिस आया था। पूरा परिवार साथ था।
2:52
बेटे अभिषेक उनके लिए खड़े थे और फैमिली
2:55
का सपोर्ट सिस्टम ही उनकी स्ट्रेंथ बना।
2:58
साउथ इंडिया में भी जॉइंट फैमिली बहुत
3:00
कॉमन है। जहां बुरी से बुरी स्थिति में सब
3:03
एक दूसरे की मदद करते हैं।
3:06
टिप्स हफ्ते में एक बार फैमिली या
3:10
फ्रेंड्स के साथ बिना किसी गैजेट के लंबी
3:12
बात करें। अपने पेरेंट्स या ग्रैंड
3:15
पेरेंट्स से उनकी कहानियां सुने। इससे
3:18
इमोशनल बॉन्डिंग और विडम दोनों मिलते हैं।
3:22
उदाहरण के तौर पर एक कहानी रेलवे में काम
3:25
करने वाले संजीव ने अपने बेटे के
3:26
इंजीनियरिंग कॉलेज एडमिशन के लिए ओवरटाइन
3:29
किया। लेकिन बेटे ने फादर्स स्ट्रगल को
3:32
समझकर उसे फैमिली गोल माना और अब दोनों
3:35
फादर सन ड्यू वीकेंड पर मूवीज और
3:37
स्पोर्ट्स एंजॉय करते हैं।
3:40
दूसरा पिलर वर्क एंड पर्पस। ज्यादातर
3:45
इंडियन घरों में बच्चों को बचपन से यह
3:47
बताया जाता है कि पढ़ाई करके डॉक्टर या
3:50
इंजीनियर बनना वरना जिंदगी सिक्योर नहीं।
3:54
लेकिन ताज्जुब की बात है बहुत से
3:56
सक्सेसफुल डॉक्टर्स या इंजीनियर्स अपने
3:59
काम में हैप्पीनेस नहीं पाते। रीज़ पर्पस
4:08
अजय देवगन फिल्म वाले नहीं एक स्माल टाउन
4:11
टीचर जिनका प्रिंसिपल बनने का सपना था। पर
4:14
जब पढ़ाने लगे तो समझ गए बच्चों को
4:17
इंस्पायर करना उनकी रियल स्ट्रेंथ बन गया
4:20
और अब अजय सर अपने स्कूल में स्ट्रेस फ्री
4:22
एनवायरमेंट और क्रिएटिव टीचिंग के लिए
4:24
जाने जाते हैं। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के
4:27
लिए बने थे। इसलिए उन्होंने स्कूल छोड़कर
4:30
गेम पर्पस गेम पर्पस बनाया और अपनी गेम को
4:34
पर्स्यू किया। इसी तरह कई बिजनेसमैन जैसे
4:38
कि bजू रविंद्रन bजूस के फाउंडर उन्होंने
4:41
टीचिंग में मीनिंग ढूंढा और आज करोड़ों
4:43
बच्चों का फ्यूचर बना रहे हैं।
4:46
टिप्स सिर्फ सैलरी या स्टेटस नहीं अपने
4:49
काम में मीनिंग ढूंढिए। क्या कोई बच्चा
4:52
आपकी वजह से अच्छा फील करता है? कोलीग्स
4:54
अपने काम को आपके काम की रिस्पेक्ट करते
4:57
साइड हॉबी या प्रोजेक्ट भी पर्स्यू करें।
5:00
जैसे छोटे एंटरप्रेन्योर बनना, आर्ट सीखना
5:03
या वीकेंड पर फार्मिंग करना।
5:13
उदाहरण के तौर पर बोर के सॉफ्टवेयर
5:16
इंजीनियर रेखा मंडे से फ्राइडे वर्किंग से
5:20
बोर महसूस करती थी। पर वीकेंड में स्ट्रे
5:23
डॉग्स के शेल्टर होम में वंटियर करने लगी।
5:28
धीरे-धीरे ऐसा मीनिंग मिला कि अब स्ट्रेस
5:30
कम है और लाइफ ज्यादा फुलफिलिंग।
5:33
तीसरा पिलर फेथ एंड फिलॉसफी।
5:37
फेथ मतलब सिर्फ रिलीजन नहीं मतलब कोई इनर
5:40
बिलीफ या स्पिरिचुअल एंकर आपके स्ट्रेस
5:43
मैनेजमेंट और वैल्यूस को स्ट्रांग बनाता
5:47
उदाहरण के तौर पर हमें मंदिरों, मस्जिदों,
5:50
चर्च, गुरुद्वारे जाना कल्चरल पार्ट लगता
5:52
है। लेकिन इनकी वाइफ ही हमारी सोल को
5:55
रिचार्ज करती है। उदाहरण के तौर पर हर
5:58
सुबह लता जी के गाने सुनना भी फेथ जैसा हो
6:01
सकता है। सचिन तेंदुलकर हमेशा अपने मैथ से
6:04
पहले मंदिर जाकर ब्लेसिंग लेते हैं।
6:06
टिप्स मेडिटेशन या योगा की आदत डालें। रोज
6:11
ग्रेटट्यूड प्रेयर्स करें। जैसे थैंक यू
6:14
फॉर हेल्दी फैमिली। थैंक यू फॉर न्यू
6:18
इंडियन फिलॉसफर्स ने कहा है जैसे कि
6:20
स्वामी विवेकानंद का दर्शन कहता है उठो
6:23
जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य
6:26
प्राप्त ना हो जाए। कितने ही लोगों को आज
6:29
तक इनर कॉन्फिडेंस देता है। महात्मा गांधी
6:34
उनके लिए ट्रुथ और नॉन वायलेंस ही फेथ था।
6:37
चौथा पिलर कम्युनिटी एंड बिलोंगिंग। समाज
6:41
में रहना सिर्फ नेबर्स से स्माल टाक या
6:45
फेस्टिवल सेलिब्रेट्स करना ही कम्युनिटी
6:47
नहीं है बल्कि बिलोंगिंग सेंस डेवलप करना
6:50
भी है। अगर आप सिटी में अकेले रहते हैं
6:53
नेबर्स या कोलीग्स से स्माल टॉक इव जॉइ
6:56
करना बिलोंगिंग फील कराता है। उदाहरण
7:01
इंडियन गांव में पानी या बिजली नहीं होती
7:04
तो पूरा गांव मिलकर काम करता है। वुमस
7:07
सेल्फ हेल्प ग्रुप्स बनते हैं। दोस्तों का
7:10
नेटवर्क परीक्षाओं में म्यूचुअल सपोर्ट
7:12
बनकर खड़ा होता है। टिप्स महीने में एक
7:16
बार किसी लोकल इवेंट या एनजीओ में वंटियर
7:19
करें। अपने एरिया के WhatsApp ग्रुप में
7:21
एक्टिवली पार्टिसिपेट करें। इंफॉर्मेशन
7:24
हेल्प और सेलिब्रेशन सब समय पर मिलती है।
7:29
उदाहरण चेन्नई के ट्रैफिक वंटियर ग्रुप
7:32
में स्टूडेंट्स, सीनियर सिटीजंस और
7:35
वर्किंग प्रोफेशनल्स मिलकर ट्रैफिक मैनेज
7:37
करते हैं। इससे सिटी सेफ भी रहती है और
7:40
सोशल कनेक्ट भी बनता है।
7:47
अगला पिलर माइंडसेट, कंपैरिजन एंड पॉजिटिव
7:50
सेल्फ टॉक। आज तक सब लोग सोशल मीडिया पर
7:54
कंपैरिजन करते रहते हैं। देखो उसका वेकेशन
7:57
कितना अच्छा है। मेरी लाइफ कितनी सिंपल
7:59
है। रियलिटी यह है कि सोशल मीडिया सिर्फ
8:02
बेस्ट मोमेंट्स दिखाता है। हर इंसान की
8:05
लाइफ इमपरफेक्ट होती है। उदाहरण के तौर पर
8:09
कोलकाता की नेहा ने Instagram छोड़कर अपने
8:12
आर्ट को टाइम देना शुरू किया। अब उसके
8:16
मिनी पेंटिंग्स की ऑनलाइन शॉप है और दोस्त
8:19
रिश्तेदार रिश्तेदार भी इंस्पायर्ड हुए
8:20
हैं। टिप्स डेली एक बार अफमेशन बोलिए। मैं
8:25
इनफ हूं। मेरी जर्नी यूनिक है। हफ्ते में
8:28
एक दिन फोन फ्री डिजिटल डिटॉक्स करें।
8:35
दीपिका पादुकोण ओपनली डिप्रेशन पर बात
8:38
करती है। जब मिलियंस ऑफ फैन मूवी अवार्ड्स
8:41
थे फिर भी चैलेंजेस आए लेकिन उसने
8:44
मेडिटेशन और थेरेपी से न्यू माइंडसेट
8:49
इमोशंस नेगेटिव फीलिंग्स और हेल्दी
8:52
हैंडलिंग। नेगेटिव फीलिंग्स, स्ट्रेस,
8:55
ए्जायटी ये सब रियल है और इन्हें झूठा
8:59
पॉजिटिव दिखाने की जरूरत नहीं। बिल द लाइफ
9:02
यू वांट कहती है इमोशंस को फील करें,
9:04
रिकॉग्नाइज करें और धीरे-धीरे अपने
9:07
माइंडसेट को ट्रेन करें कि सभी फीलिंग्स
9:12
उदाहरण के तौर पर दिल्ली की हाउसवाइफ
9:15
सुनीता कोविड में अकेली हो गई थी। लेकिन
9:18
उसने मेडिटेशन क्लासेस ज्वाइन की। पुराने
9:20
स्कूल फ्रेंड्स से रिकनेक्ट किया और
9:23
धीरे-धीरे डिप्रेशन ओवरकम किया।
9:26
टिप्स डेली 10 मिनट जर्नलिंग अपनी इमोशंस
9:30
या थॉट्स लिखें। अगर बहुत एशियस फील हो तो
9:33
किसी ट्रस्टेड इंसान से बात करें जो कि
9:36
आपका फ्रेंड, कजन या काउंसलर भी हो सकता
9:38
है। अब बात आ जाती है अच्छी लाइफ बनाने के
9:42
लिए छोटी-छोटी आदतें। हैबिट्स फॉर अ बेटर
9:45
लाइफ। पहला फिजिकल हेल्थ।
9:50
आप अपनी बॉडी को फ्यूल दीजिए। भारत में
9:54
अक्सर लोग कहते हैं खाओ पियो जियो लेकिन
9:56
एनर्जी पेशेंस और हैप्पीनेस के लिए गुड
9:59
हेल्थ मस्ट है। उदाहरण मिलियन सुमन रनिंग
10:04
और फिटनेस से ज्यादा पॉजिटिव और एनर्जिक
10:07
रहते हैं। ये सिर्फ नंबर है। टिप्स रोज
10:10
हल्की वॉक या योगा करें। तेल और शुगर
10:13
कंट्रोल में रखें। लोकल फल सब्जियों की
10:16
आदत डालें। हर मील में एक हरी सब्जी जरूर
10:19
रखें। दूसरा स्लीप एंड डिजिटल लिमिट्स। कई
10:24
लोग लेट नाइट स्क्रोलिंग करते हैं। नींद
10:27
खराब हो जाती है। रणवीर अबादिया बियर
10:30
बाईसेप्स पडकास्टर अक्सर अक्सर अपने
10:33
फॉलोअर्स को इनफ स्लीप के लिए टिप्स देते
10:35
हैं। जो कि है फोन बेड टाइम के आधे घंटे
10:39
पहले बंद करें। ई-बुक या लाइट म्यूजिक
10:42
सुने। सोशल नोटिफिकेशंस म्यूट करें।
10:48
तीसरी हैबिट स्किल बिल्डिंग एस अ हैबिट।
10:51
हर एज में कुछ नया सीखना आपको फ्रेश और
10:54
पपसफुल फील कराता है। उदाहरण 65 साल की
10:59
जान कम्मा ने तमिलनाडु में लॉकडाउन में
11:02
मोबाइल पर इंग्लिश सीखना शुरू किया। आज वो
11:04
WhatsApp पर ग्रैंड किड्स को मैसेज भेजती
11:07
है। टिप्स मंथली एक नई चीज सीखो। जैसे
11:11
पब्लिक स्पीकिंग, बेकिंग या कोई नई
11:13
लैंग्वेज, YouTube ट्यूटोरियल्स, कोरसेरा
11:16
या यूमी जैसे प्लेटफॉर्म्स ट्राई करो।
11:20
चौथी आदत वंटियर और सोशल वर्क।
11:27
बहुत स्पिरिचुअल और प्रैक्टिकल
11:29
सेटिस्फेक्शन देता है। बॉलीवुड के सोनू
11:32
सूद ने कोविड टाइम में माइग्रेंट वर्कर्स
11:34
की मदद करके प्रूव कर दिया सर्विस से
11:38
कितना पॉजिटिविटी मिलती है। टिप्स वीक में
11:42
एक घंटा किसी एनजीओ या कम्युनिटी में
11:44
हेल्प करें। अपार्टमेंट में अगर आप रहते
11:48
हैं तो सोसाइटी के बच्चों को पढ़ाने या
11:50
प्लांट्स लगाने में जुटे।
11:53
अगली आदत ग्रेटट्यूड एवरीडे सक्सेसफुल
11:56
इंडियंस से सीखें। इंडियंस अक्सर थैंक गॉड
11:58
या भगवान का लाख लाख शुक्र है बोलते हैं।
12:02
लेकिन ग्रेटट्यूड लिखने या एक्टिवली
12:04
एक्सप्रेस करने की हैबिट एनर्जी को
12:06
नेक्स्ट लेवल पर ले जाती है। इंडियन फिल्म
12:09
इंडस्ट्री का एग्जांपल लेते हैं। अनुपम
12:11
खेर रोज ग्रेटट्यूड जर्नल लिखते हैं। उनकी
12:14
हैप्पीनेस और कंसिस्टेंसी का यही सीक्रेट
12:17
है। ग्रेटट्यूड जर्नल का मतलब होता है हम
12:20
एक ऐसी डायरी मेंटेन करते हैं। जिसमें हम
12:23
पर जो भी शुक्रगुजारियां होती हैं भगवान
12:25
की तरफ से या लोगों की तरफ से उसमें उनको
12:28
लिखते हैं और इसको लिखने का जो तरीका है
12:30
वो है कि रात को सो तीन चीजें सोें सोच कर
12:33
लिखें जिनसे आपको संतोष मिला। ट्राई करें
12:37
सिंपल थैंक यू फोन पर घर में शॉपिंग के
12:40
वक्त एक्सप्रेस करें। अगला रिलेशनशिप्स
12:43
हाउ टू बिल्ड एंड रिपेयर इंडियन मैरिजेस
12:46
फ्रेंडशिप्स और इवन सिबलिंग्स के
12:49
रिलेशनशिप्स हमेशा सभी इंडियन परिवारों के
12:52
कोर में होती है। पर फाइट
12:54
मिसअंडरस्टैंडिंग्स आना भी नॉर्मल है।
12:58
उदाहरण के तौर पर भारती सिंह कॉमेडियन और
13:00
उनके पति हर्ष इकट्ठे काम करने के बाद भी
13:05
फाइट्स आती है उनकी जिंदगी में। लेकिन
13:08
ऑनेस्ट बातचीत और फन टाइम ने उनके बॉन्ड
13:11
को स्ट्रंगर बनाया। लेट एक्टर इरफान खान
13:14
फैमिली और फ्रेंड्स के साथ काउंसलिंग पर
13:16
बिलीव करते थे। कहते थे फैमिली सिर्फ खुशी
13:19
के वक्त नहीं टफ टाइम में आपकी असली
13:24
टिप्स ओल्ड फ्रेंड्स को रैंडमली कॉल करो।
13:28
बस यार याद आ गया। जानिए ऐसे करेंगे तो
13:32
आपके दोस्त भी खुश होंगे और आपको बहुत
13:33
अच्छा लगेगा। दूसरा याद रखें ईगो को घर
13:37
छोड़कर कनेक्शन में ट्रस्ट और रिस्पेक्ट
13:41
आगे बात करेंगे सेटबैक्स, फिय्स एंड
13:44
फेलियर्स की। तो इसमें कमबैक की बड़ी सारी
13:48
इंडियन स्टोरीज है। अगर सेटबक्स की बात
13:51
करें तो इंडिया में हर सक्सेसफुल इंसान की
13:53
स्टोरी स्ट्रगल और फेलियर्स के बिना
13:55
कंप्लीट नहीं। कपिल देव छह बार रणजी
13:58
ट्रॉफी से बाहर हुए। सुनील छत्री फुटबॉल
14:02
कैप्टन रिएक्शन के बाद भी हार नहीं मानी।
14:06
किरण मजूमदार शाह जो कि बायोकॉन के फाउंडर
14:09
हैं। पहली बार बोर नहीं मिला लेकिन कोशिश
14:11
करती रही। आज वो इंडियास लीडिंग
14:14
एंटरप्रेन्योर में से एक हैं। टिप्स
14:17
फ्यूचर के बाद ब्लेम करने के बजाय प्लान
14:21
बी पर फोकस करें। फैमिली या मेंटोर से
14:25
गाइडेंस लो। रियल स्टोरीज पढ़ो। मोटिवेशन
14:30
और जहां तक हम रूटीनंस की बात करें तो
14:33
इंडियन स्टाइल रूटीन जो आपको अपनानी चाहिए
14:35
वो ऐसा है कि छ से सात के बीच में नेचुरल
14:42
तुलसी या बालकनी में प्लांट्स को पानी
14:45
दें। दूसरा कोई भी धार्मिक किताब
14:51
सुने या मोटिवेशनल पडकास्ट सुने। जैसे कि
14:55
गायत्री मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं।
14:57
हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं। इसके अलावा
15:00
साउथ इंडिया में कई शहरों में घर के बाहर
15:02
रंगोली या कॉलम बनाना पॉजिटिविटी लाता है।
15:06
ऑफिस या वर्क रूटीन लंबा ट्रैवल हो तो
15:09
लोकल बुक पढ़ें या पडकास्ट सुने। जैसे
15:12
आरजे अवेद का रेडियो मिर्ची शो या नीलेश
15:15
मिश्रा की कहानियां। ऑफिस लंच में कलीग्स
15:18
के साथ होममेड खाना शेयर करें। कनेक्शन
15:20
गहरा होता है। नाइट का रूटीन फैमिली के
15:23
साथ खाने की टेबल पर थ्री गुड थिंग्स
15:25
अबाउट टुडे डिस्कस करें। गुजराती फैमिली
15:28
में रात को गरमा गरम दूध, मराठी फैमिली
15:32
में बेड टाइम पार्ट हर जगह छोटे रिचुअल्स
15:35
लाइफ को स्पेशल बनाते हैं। इसके अलावा
15:39
आपको सेल्फ केयर पर भी ध्यान देना है।
15:41
इसमें आप इंडियन सेलिब्रिटीज से काफी कुछ
15:44
सीख सकते हैं। जैसे कि प्रियंका चोपड़ा
15:47
चोपड़ा सिर्फ एक्टिंग करियर के लिए नहीं
15:49
मेंटल कामनेस के लिए भी जनरल और मेडिटेशन
15:52
करती हैं। विराट कोहली फिटनेस के साथ
15:54
डाइट, स्ट्रेचिंग और अर्ली स्लीप फॉलो
15:56
करते हैं। टिप्स फास्ट लाइफ हो तो भी संडे
16:00
या फ्री डे में टाइम प्लान करो। चाहे तो
16:04
स्पा हो शॉर्ट नैप या सिर्फ देसी चाय के
16:06
साथ अपनी फेवरेट बुक मूवी देखना।
16:09
आगे बात करेंगे कम्युनिटी इंपैक्ट की।
16:14
कैलाश सत्यार्थी गांवगांव जाकर बच्चों को
16:17
ट्रैफिकिंग के खिलाफ काम किया। आज लाखों
16:20
बच्चों के अपराध के जाल से रक्षा की
16:24
अरुणिमा सिन्हा ट्रेन एक्सीडेंट में पैर
16:26
खोया और फिर भी माउंट एवरेस्ट तक क्लाइम
16:28
किया। मोटिवेशन और बिलोंगिंगनेस कम्युनिटी
16:31
से मिली। टिप्स अपने शहर या गांव की लोकल
16:34
प्रॉब्लम्स पर दोस्त कोग्स के साथ ब्रेन
16:36
स्टार्म करो। ब्लड, पल्स, पोलियो,
16:39
क्लीननेस, कैंप्स, ट्री प्लांटेशन जैसे
16:42
लोकल इवेंट्स में हिस्सा लो। आगे बात
16:45
करेंगे फेस्टिवल्स, रिचुअल्स एंड सोशल जॉय
16:47
की। इंडियन फेस्टिवल्स दिवाली, ईद,
16:50
क्रिसमस, छठ, बिहू, पोंगल सिर्फ हॉलिडेज
16:54
नहीं बिलोंगिंगनेस, जॉय और टुगेदरनेस का
16:57
ग्रेट सेलिब्रेशन है।
17:00
होली में रंग, खाना, दोस्त, नेबर्स सब
17:03
मिलकर स्ट्रेस भूल जाते हैं। उदाहरण के
17:05
तौर पर हर क्रिसमस फैमिली, कॉलोनी या
17:08
फ्रेंड्स के साथ केक और गिफ्ट्स एक्सचेंज
17:10
करते हैं। टिप्स, फेस्टिवल के दिन फमिलियर
17:14
फसेस को पर्सनली विश करना ना भूलें। अकेले
17:17
सेलिब्रेट कर रहे नेबर या कोलीग को इनवाइट
17:20
करें उनकी बिलोंगिंगनेस बढ़ेगी।
17:24
अब बात करते हैं इंडियन वुमेन जिन्होंने
17:27
कुछ डिफरेंट किया बाय ब्रेकिंग
17:29
स्टीरियोटाइप्स। अरुणिमा सिन्हा एक पैसे
17:33
से डिसेबल्ड होकर भी माउंट एवरेस्ट कॉनकर
17:35
किया। मैरीकॉम मणिपुर के छोटे गांव से
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निकली। बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बनी।
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किड्स को होम मैनेज करते हुए टिप्स, होम
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मेकर्स, वर्किंग लेडीज हर एक रोज कोई नई
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स्किल, हॉबी या ऑनलाइन कोर्स ट्राई करें।
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डॉटर, मदर या कोई वर्किंग वुमेन इंस्पायर
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करें नेबर्स और फ्रेंड्स कम्युनिटी। आगे
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बात करेंगे यूथ पावर रियल लाइफ स्टूडेंट
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एग्जांपल्स की। कोटा के सौरभ ने आईआईटी की
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टफ जर्नी में एक बार फेलियर फेस किया।
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पेरेंट्स का सपोर्ट, WhatsApp ग्रुप के
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फ्रेंड्स से इंस्पिरेशनल स्टोरीज मिली।
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फिर एआईआर एट हासिल की। रेगुलर चैलेंजेस
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आपकी जिंदगी में आएंगी। जैसे कि एग्जाम्स
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का प्रेशर, फ्रेंड्स, सर्कल का कंपैरिजन
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या कैंपस लाइफ की डिफिकल्टीज। इसलिए न्यू
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स्किल्स जैसे कि कोडिंग, राइटिंग,
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फोटोग्राफी, डांस। उसके बाद एनजीओस, सोशल
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इवेंट्स जॉइ करने से कॉन्फिडेंस,
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बिलोंगिंग और हैप्पीनेस आती है। टिप्स
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अपने खुद के टर्म्स पर दूसरों से
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इंस्पायर्ड रहो। कंपेयर ना करो। सोशल
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मीडिया से ब्रेक लेकर रियल गोल्स और हॉबीज
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पर फोकस करो। अब बात करते हैं इस बुक से
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फाइनल टेक अवे की जिसमें हम भारत की लाइफ
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और भारतीय तरीके से आपको समझाया है। पहला
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खुशियां छोटी-छोटी चीजों में ढूंढो। घर के
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खाने, बच्चों की मुस्कान, चाय के चुस्की
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में। दूसरा रिलेशनशिप्स, ग्रैंड पेरेंट्स,
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फ्रेंड्स, कोलीग्स सब कीमती है। उनको
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प्रायोरिटी दें। तीसरा फेलियर्स परमानेंट
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नहीं। कमबैक जरूरी है। देखो
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अपने आसपास रियल स्टोरीज। चौथा सेल्फ
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केयर, ग्रेटट्यूड, स्पिरिचुअलिटी रोज के
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रिचुअल्स लाइफ को मीनिंगफुल और
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बनाते हैं। पांचवा सक्सेस का अपना
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डेफिनेशन बनाओ। खुद को चैलेंज करो और खुश
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तो दोस्तों, यह थी बिल्ड द लाइफ यू वांट
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की इन डेप्थ इंडियन ढंग वाली प्रैक्टिकल
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हार्टफुल समरी और स्टोरीज। याद रखिए आप
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चाहे किसी भी शहर फैमिली या प्रोफेशन से
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हो। हैप्पीनेस, बिलोंगिंगनेस और मीनिंगफुल
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लाइफ आपके रोज-रोज़ के छोटे-छोटे स्टेप्स,
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बिलीव्स और कनेक्शन से बनती है। आज से
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अपने लिए एक छोटा सा एक्शन प्लान बनाएं।
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कोई नई हेल्दी हैबिट अडॉप्ट करें।
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ग्रेटट्यूड जनरल मेंटेन करें। फैमिली और
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फ्रेंड्स को हग या कॉल करें। और सबसे
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जरूरी जो भी सरकमस्ट्ससेस हो माइंडसेट
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पॉजिटिव रखें और बिलोंगिंगनेस स्प्रेड
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करें। अगर आपको यह पॉडकास्ट पसंद आया तो
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शेयर कीजिए अपने फ्रेंड्स, फैमिली और
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कोलीग्स के साथ ताकि जब अपने-अ अपने
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स्टाइल में वो जिंदगी बना सकें जो वो खुद
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चाहते हैं। फिर मिलेंगे एक नए पॉडकास्ट
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में। तब तक इंस्पायर रहिए, खुश रहिए और
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कीप बिल्डिंग द लाइफ यू वांट। धन्यवाद।