0:00
नमस्कार सभी को इस प्लेटफॉर्म पर सभी का हार्दिक स्वागत है और जैसे कि परीक्षा जंक्शन के इस प्लेटफॉर्म पर हम डेली
0:07
पॉलिटिक के लेक्चर की बात करते हैं और हिस्ट्री की लेक्चर की बात करते हैं तो आज
0:12
पॉलिटी के में साइलेंट फीचर्स ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन की हम बात करेंगे और आज पार्ट फोर है तो घबराने वाली कोई बात नहीं
0:18
है क्योंकि पार्ट थर्ड कंप्लीट हो चुका है जिसने भी कल का लेक्चर देखा होगा सभी ने
0:25
पता होगा कि हम लेक्चर थर्ड में कहीं हद तक कांस्टिट्यूशन में फीचर्स में उस पॉइंट
0:31
की तरफ आ गए थे जहां पे हम समाप्ति की बात करते हैं तो आज थ्री पॉइंट्स की हम बात करेंगे पार्ट फोर में और आगे चलेंगे इस
0:38
इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन की तरफ देखो ये कॉन्स्टिट्यूशन के ऊपर एक थोट कल चैप्टर लास्ट है इसके अलावा जब हम कल लेक्चर
0:45
स्टार्ट करेंगे तो आर्टिकल एक से स्टार्ट करेंगे जैसे कि इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन में मैंने आपको बताया था 25 पार्ट्स में
0:51
डिवाइड है उसके अलावा यहां पर 12 शेड्यूल है और 395 आर्टिकल है तो इन पूरा मिला के
0:58
देखें तो ये पूरा कांस्टिट्यूशन है जिसमें गवर्नमेंट का गवर्नेंस गवर्नमेंट का सिस्टम आपकी पॉलिटिकल सिस्टम कास्टि जम
1:05
सबकी बात करेंगे कि कैसे यहां पर रिजर्वेशन को लेके भी काफी इशू रहता है कुछ रिजर्वेशन को लेके काफी सेंसिटिव
1:12
मुद्दा है पॉलिटी एक ऐसा सब्जेक्ट है जो आपको ये बताएगा कि मैंने कल ऐसे एग्जांपल सेट किया था आपको एक कि आपके सामने या
1:20
आपके पड़ोस में आपकी सोसाइटी में कोई ठेले लगाने वाला है ठेली लगाने वाला है वो बेचारा अपना रोजगार कमाता है डेली की इनकम
1:27
कमाता है ताकि उसका घर चल सके लेकिन गवर्नमेंट नहीं तो सरकार के जो कर्मचारी
1:32
हैं वह किसी ना किसी तरीके से अत्याचार करते हैं और अत्याचार इस प्रकार करते हैं कि उसकी रोजी रोटी तक चली जाती है तो क्या
1:39
उस ठेली वाले को यह संविधान की समझ होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए क्योंकि पढ़ा
1:45
लिखा व्यक्ति संविधान को जानता है आपने एक मूवी देखी होगी भीमराव अंबेडकर की एक मूवी थी मूवी का नाम मुझे एजेक्ट याद नहीं आ
1:52
रहा उस दलित महिला के ऊपर जो अत्याचार किया जाता है वो किस प्रकार किया जाता है
1:58
पुलिस के द्वारा यानी यह पुलिस का थर्ड डिग्री इस्तेमाल है क्या है थर्ड डिग्री इस्तेमाल तो संविधान हमको क्या करता है
2:05
संविधान कोई हमको कुछ लोगों ने कहा कि संविधान हमको केवल दबा रहा है या संविधान
2:10
हमको प्रेशराइज कर रहा है ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि संविधान हमको सिर्फ इस भारत में नहीं अब पूरे अपी तो पूरे देश में अपी
2:18
तो पूरे विश्व में हमको रहना सिखाता है हमको तरीके सिखाता है हमको सलीके सिखाता
2:23
है तो संविधान को पढ़ने से पहले आपको संविधान की समझ होनी चाहिए और संविधान का
2:30
तो आपको पता होना चाहिए कि कांस्टिट्यूशन की इंपॉर्टेंस कितनी है हमारी लाइफ में
2:35
चलिए तो आज स्टार्ट करते हैं संविधान की विशेषताएं जैसा मैं बता रहा था और उसमें
2:41
थ्री पॉइंट्स की हम बात करेंगे तो सभी डालेंगे संविधान की
2:51
विशेषताएं संविधान की विशेषताएं और देखिए घबराने वाली कोई बात नहीं है थोड़ा सा
2:56
लेंथी चैप्टर हो सकता है मैं मानता हूं और आज ही इसका का लास्ट डे है तो आज अच्छे से
3:01
पढ़ लेते हैं एक बार इसको कि किस तरीके से हमारी विशेषताएं काम कर रही
3:16
है आज मैं तीन फीचर्स की बात करूंगा केवल और तीन फीचर्स आपको यह बताए देंगे कि
3:22
संविधान की विशेषताएं फिर आप एक बार शुरू से याद कीजिएगा कि सर ने शुरुआत में सबसे
3:27
पहले क्या कराया था सबसे पहले मैंने ल सबसे लंबा लिखित संविधान कराया था उसके
3:32
बाद मैंने कठोर और नरम की बात की थी कि हमारा संविधान कठोर कैसे है और सॉफ्ट कैसे
3:39
ये दो तरीके काम कर रहे थे उसके बाद मैंने एकात्मक और संघात्मक कराया था फिर संसदीय
3:44
प्रणाली कराई थी फिर मैंने आपातकालीन प्रावधान कराया था फिर मैंने फंडामेंटल राइट्स कराए थे फिर फंडामेंटल ड्यूटीज
3:50
कराई थी ये सारे फीचर्स हैं और ये अपने आप में एक चैप्टर भी है ये सारे आप चैप्टर
3:55
पढ़ने वाले हो यानी हम फंडामेंटल ड्यूटीज और फंडामेंटल ड्यूटी लगभग कांस्टिट्यूशन की थोट कल पार्ट को पढ़ते हैं और उसके साथ
4:03
हम आर्टिकल को भी पढ़ा जाता है तो चलिए आज मैं सबसे पहले एक फीचर्स की बात करूंगा जो
4:09
फीचर्स आपके सामने आने वाला है उसको गौर से देखिएगा एक
4:16
बार देखिए तो संविधान की विशेषताओं में पहला फीचर्स मैं आपके सामने लिख रहा हूं
4:22
यह है हमारी एकल नागरिकता एकल नागरिकता यानी सिंगल
4:30
सिटीजनशिप और सिंगल सिटीजनशिप हमको यह बताएगी कि भारत में किस प्रकार की
4:35
नागरिकता का प्रावधान है और आप किस तरीके से उस नागरिकता का फायदा उठा सकते हो ठीक
4:41
है सेकंड फीचर्स की हम बात करते हैं सेकंड फीचर्स आपके सामने होगा फंडामेंटल
4:48
ड्यूटीज फंडामेंटल ड्यूटीज यानी मूल कर्तव्य या उनको मौलिक कर्तव्य भी बोल
4:54
सकते हैं इसके अलावा नेक्स्ट फीचर होगा आपके सामने सहकारी समिति कोऑपरेटिव
5:00
कमिटीज सहकारी समिति कुछ लोग कहते हैं कि संविधान सर
5:07
बहुत बड़ा है इसको कैसे याद करना है कैसे ट्रिक बतानी है देखो पहले आपको बता दूं मैं यहां पर रटा नहीं नहीं आया आपको मैं
5:14
संविधान को रटा नहीं सकता क्योंकि इसमें ना मेरा अपमान है ना आपका अपमान है इसमें
5:20
संविधान का अपमान है क्योंकि संविधान को अदि मैं ट्रिक से याद कराऊंगा या ट्रिक से रटांगा कुछ ट्रिक्स हैं जिनको मैं बताऊंगा
5:26
अभी लेकिन सारा संविधान ट्रिक से पढ़ाना इंपॉसिबल माना जाता है और आप नहीं पढ़ा सकते कांस्टीट्यूशन एक कांसेप्चुअल
5:33
सब्जेक्ट है जैसे कि अब मैं तीन फीचर्स की बात करूंगा आज आपके सामने इनकी डेफिनेशंस इनकी कांसेप्ट तो आप सभी को पता चल जाएगा
5:40
कि ट्रिक काम नहीं कर सकती आप ट्रिक कितना कर लोगे यूपीएससी आईएएस की हम बात करें
5:45
आईएएस के एग्जाम में यदि आप बैठे हो और प्री प्रीलिम्स आप दे रहे हो तो आप यह
5:51
अपने आप पर विश्वास करके मत बैठना कि मुझे ट्रिक याद है तो मैं प्रिलिम्स क्वालीफाई कर जाऊंगा इंपॉसिबल आप ट्रिक आपकी धरी की
5:58
धरी रह जाएंगी और और आप आपसे कोई आगे निकल जाएगा जो कांसेप्ट की लड़ाई लड़ रहा है वो
6:04
आपसे निकल जाएगा और आप वहीं की वहीं रह जाओगे ट्रिक कब तक कर लोगे एक दिन दो दिन तीन दिन चार दिन एक हफ्ते के बाद आपको यह
6:12
लगेगा कि ट्रिक तो किसी काम की ही नहीं है क्योंकि एक ट्रिक के बेसिस क्वेश्चन को आप एक ही जगह लागू कर सकते हो बाकी जगह आप
6:19
यदि मैंने क्वेश्चन थोड़ा बहुत भी घुमा दिया ना तो आप उस ट्रिक को लागू नहीं कर सकते और ट्रिकों की सबसे बड़ी कमी यह होती
6:26
है कि उसे कहां लागू करना है आपको यही नहीं पता होता लेकिन आजकल कुछ टीचर हैं जो ट्रिक से पढ़ाते भी हैं मैं उनकी बुराई
6:34
नहीं कर रहा लेकिन फिर भी ट्रिक से ना पढ़ाकर कांसेप्ट तरीके से पढ़ाए जाए तो शायद बच्चा आज नहीं तो कब हमेशा जब तक वह
6:42
पढ़ेगा तब तक उससे चीजें याद रहेंगी तो सिंगल सिटीजनशिप की मैं बात करूंगा आज एकल नागरिकता आप सभी को पता है
6:50
जब हमारा कांस्टिट्यूशन बना था 1949 में 26 नवंबर 26 डे नवंबर 1949 को जब संविधान
6:58
बना था तो उस हमारे संविधान में दो प्रकार के सिस्टम को एक्सेप्ट किया गया था एक तो
7:03
था फेडरल सिस्टम और एक था एकात्मक जैसे यूनियन सिस्टम कहते हैं तो फेडरल एंड
7:09
यूनियन सिस्टम संघीय जो व्यवस्था थी हमारे संविधान की वो यह कहती है
7:15
कि यानी शक्तियों का बंटवारा यानी डिवाइड ऑफ द पावर पे काम करेगा हमारा संविधान
7:22
जैसा कि मैंने कल बताया भी था कि राज्य सरकार राज्य स्तर पर काम कर रही है और केंद्र सरकार जो है वो केंद्रीय स्तर पर
7:28
काम कर रही है और से शेड्यूल ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन यह कहता है कि हमारे संविधान में कि सातवी अनुसूची में तीन
7:35
विषयों का वर्णन दिया गया है पहला है संघ सूची दूसरा है राज्य सूची और तीसरा है
7:41
कंकड लिस्ट यानी समवर्ती सूची समवर्ती सूची य वह सूची होती है जिस पर दोनों सरकारें कानून बना सकती है अपनी सहमति से
7:49
जैसे कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 यह एक ऐसा सब्जेक्ट है जो समवर्ती सूची का विषय
7:55
है क्योंकि एजुकेशन अभी कुछ राज्य लड़ाई लड़ रहे हैं कि शिक्षा को स्टेट का विषय
8:01
बनाया जाए ना कि कंकड लिस्ट का लेकिन केंद्र सरकार इस पर भी अड़ गई है केंद्र सरकार ने बोला है कि ऐसा नहीं हो सकता और
8:08
जबकि मुख्यमंत्रियों का भी कहना है कि चीफ मिनिस्टर कह रहे हैं कि आप शिक्षा को स्टेट लिस्ट का विषय बना दीजिए क्यों बना
8:15
दीजिए क्योंकि राज्य का मुख्यमंत्री ये जानता है कि स्टेट की एजुकेशन कैसी होनी
8:22
चाहिए लोकल लैंग्वेज में होनी चाहिए या ट्रेडिशनल लैंग्वेज में होनी चाहिए या ऑफिशियल लैंग्वेज में होनी चाहिए क्योंकि
8:28
वहां के रहने वाले लोग ही बता सकते हैं अब मैंने बताया था कि हमारे सि इंडिया के
8:34
कॉन्स्टिट्यूशन सिस्टम में दो सिस्टम काम करते हैं पहला है फेडरल और दूसरा है एकात्मक लेकिन हमारे संविधान ने
8:43
हमेशा सिंगल सिटीजनशिप को ही एक्सेप्ट किया है आप मुझे बताइए यदि कोई व्यक्ति आज
8:50
राजस्थान से बिलोंग करता है कोई व्यक्ति आज महाराष्ट्र से बिलोंग करता है तो मैं उससे यह पूछूं कि आपकी सिटीजनशिप कहां की
8:56
है तो सबसे पहले वो ये बोलेगा कि मैं भारत का नागरिक हूं वो यह नहीं बोलेगा कि मैं
9:02
महाराष्ट्र का नागरिक हूं एग्री हो सभी आप यानी आज मेरे यदि वॉलेट में पॉकेट में जो
9:08
भी आइडेंटिटी कार्ड पड़ा हुआ है वह आधार कार्ड है आधार कार्ड जो है यह मुझे
9:13
वेरीफाई करता है कि मैं इंडिया का यानी भारत का नागरिक हूं सिटीजनशिप ऑफ इंडिया
9:19
भारत की नागरिकता मेरे पास है यह मुझे प्रूफ का एक प्रमाण है एक सर्टिफिकेट है
9:25
लेकिन आपने कभी यह नहीं सुना होगा कि मेरे पास महाराष्ट्र का भी है मेरे पास राजस्थान का भी है मेरे पास तमिलनाडु का
9:32
भी है मेरे पास केरल का भी है मेरे पास गोवा का है मेरे पास जम्मू कश्मीर का
9:38
लद्दाख का भी है ऐसा आपने कभी नहीं सुना होगा चाहे आप कश्मीर से कन्याकुमारी जाएं और चाहे आप गुजरात से अरुणाचल की तरफ जाए
9:46
तो यह साबित करता है हमारा संविधान कि हमारे भारतीय संविधान में सिंगल सिटीजनशिप
9:52
को एक्सेप्ट किया गया है स्वीकार किया गया है और सिंगल सिटीजनशिप की अवधारणा को
9:57
ब्रिटेन के संविधान से अलिखित संविधान कहते हैं अनरिटन कांस्टिट्यूशन कहा जाता है वहां से इसको लिया गया है तो लिख सकते
10:04
हैं आप कि भारतीय संविधान में इंडियन कांस्टिट्यूशन
10:11
में या इन द इंडियन कांस्टिट्यूशन भारतीय संविधान
10:17
में संघीय व्यवस्था फेडरल
10:22
सिस्टम संघीय व्यवस्था लागू होने के बावजूद भी लागू होने के बावजूद
10:33
भी लागू होने के बावजूद भी हमारे संविधान ने एकल नागरिकता को स्वीकार किया है हमारे
10:46
एकल नागरिकता को स्वीकार किया
10:53
है ना कि दौरी नागरिकता को ना कि डल सिटीजनशिप को
11:09
नागरिकता जैसे कोई व्यक्ति जैसे कि मैं राजस्थान से बिलोंग करता हूं यदि कोई यदि मेरा कलीग है वह महाराष्ट्र से बिलोंग
11:16
करता है तो मैटर यह नहीं करता कि वह महाराष्ट्र से है मैं राजस्थान से हूं वह तो केवल आपकी पहचान है कि आपका वर्थ प्लेस
11:23
क्या है ठीक है आप किस वंश से आते हो वह केवल पहचान है मैं केवल उसके तौर पर यह
11:28
पूछ स कि आप कहां से बिलोंग करते हो तो मेरा कलीग मुझसे बोलेगा कि मैं महाराष्ट्र से बिलोंग करता हूं और मैं पुणे से आता
11:34
हूं पुणे में मेरा वर्थ प्लेस है और मैं महाराष्ट्र से हूं तो यह केवल पहचान है अब
11:40
मैं उससे यह नहीं पूछूंगा कि आप महाराष्ट्र का आइडेंटिटी कार्ड है क्या नहीं इससे यह साबित नहीं होता कि आप भारत
11:47
की नागरिकता को सिद्ध करने में लगे हो चलिए ना कि दोहरी नागरिकता और सिंगल
11:55
सिटीजनशिप लिख सकते हैं आप कि इस कांसेप्ट को यानी इस अवधारणा
12:01
को इस अवधारणा को ब्रिटेन के कांस्टिट्यूशन से लिया गया है ब्रिटेन के
12:08
संविधान से लिया गया है ब्रिटेन के संविधान से लिया गया है एक
12:15
बार एसएससी के जुलाई वाले एग्जाम में एसएससी सीजीएल के जुलाई वाले एग्जाम में
12:22
ये क्वेश्चन पूछा गया था और ये इस तरीके से पूछा गया था कि सि भारतीय संविधान की
12:27
सिंगल सिटीजनशिप के अवधारणा को यानी एकल नागरिकता की अवधारणा को किस विश्व के किस
12:35
देश के संविधान से लिया गया है ऑप्शन ए ब्रिटेन ऑप्शन बी यूएस ऑप्शन सी कनाडा
12:43
ऑप्शन डी रशिया तो आपका आंसर होना चाहिए था ब्रिटेन और कुछ लोगों ने ठीक भी किया
12:50
कुछ लोगों ने गलत भी किया अब देखो जो डब्बा डोल है जो मूर्ख है आप उनको कितना
12:56
भी पढ़ा लो उनका कुछ नहीं होना लेकिन जिन लोगों ने एक बार पढ़ लिया या वास्तव में
13:01
कुछ चाहते हैं वो अपनी लाइफ से तो उनको एक बार पढ़ाना ही काफी होता है हां रिवीजन
13:07
कराने की जिम्मेदारी टीचर की होती है लेकिन आपकी जिम्मेदारी भी बनती है कि एक बार रिवीजन कराए हुए चैप्टर का आप रिवीजन
13:15
बार-बार करें ताकि आपको यह बेनिफिट मिल सके टीचर केवल एक बार रिवीजन करा सकता है
13:20
आप सोच रहे हो कि टीचर आपके पीछे पीछे चलता रहे वो कभी नहीं हो सकता केवल गाइडेंस के तौर पर हम खड़े हैं और हमेशा
13:27
खड़े रहेंगे आपके लिए तो यह कांसेप्ट था इस कांसेप्ट को याद रखना और सबसे बड़ा है कि यूपीएससी वालों
13:34
के लिए क्वेश्चन जीएस ट में कैसे आ सकता है यह क्वेश्चन तो आएगा एसएससी में और एसएससी में इससे ज्यादा नहीं पूछेगा वह
13:41
लेकिन यूपीएससी आईएएस के लिए वह क्या पूछ सकता है मैं एक बार क्वेश्चन पढ़ के सुना देता हूं
13:47
देखिए क्वेश्चन पूछेगा कि भारतीय संविधान में सिंगल सिटीजनशिप का कांसेप्ट यानी एकर
13:54
नागरिकता की जो अवधारणा है यह कहां तक भारत की अखंड और भारत की बंधुता को साबित कर सकती है
14:02
यानी यह क्वेश्चन आएगा या आप कहां तक सहमत है कि भारत की अखंडता भारत की सिंगल
14:08
सिटीजनशिप पर निर्भर करती है कृपया 50 शब्दों में आंसर लिखिए 15 अंक यानी 15
14:15
नंबर का आपका क्वेश्चन होगा 50 शब्द आपको दिए जाएंगे और क्वेश्चन मैंने आपको बता दिए आप मुझे बताइए कि यदि हमारे इंडिया
14:22
में सिंगल सीट सिंगल सिटीजनशिप काम कर रही है तो आप यह कैसे कह सकते हैं कि भारत
14:28
हमारा एक सोवन है इंटीग्रिटी है कैसे कह सकते हैं य डेमोक्रेटिक है या रिपब्लिक है
14:35
बताइए आप कैसे साबित करोगे इस चीज को एक बार सोचिए जरा और यह बताइए मुझे या यदि
14:41
मैं लेक्चर के जब मैं ू पर डाला जाएगा लेक्चर तो आपको आप एक कमेंट करना होगा
14:46
आपको बताना होगा कि किस तरीके से यह मैं क्वेश्चन पूछ रहा हूं और आपका आंसर किस तरीके से आना चाहिए हमारे इंडिया में आज
14:54
सिंगल सिटीजनशिप काम कर रही है तो मैं यह कैसे साबित करूंगा कि भारत हमारा अखंड है
15:00
इसको कोई नहीं तोड़ सकता देखिए इसके लिए छोटा सा कांसेप्ट काम करता
15:08
है इसको मैं बता दूं एक बार और यह कांसेप्ट कहता है कि हमारे भारतीय संविधान
15:13
की सिंगल सिटीजनशिप इसका अर्थ है कि भारत एक है
15:19
यानी भारत एक है आप जो महाराष्ट्र जो राजस्थान तमिलनाडु करते रहते हैं ना ये
15:26
एक्चुअली ये अलग-अलग भारत नहीं है मैं मानता हूं कि कास्टम का डिफरेंस हो सकता है मैं मान सकता हूं कि रिलीजन लोग
15:34
वाइज डायवर्सिटी है कोई हिंदू है तो कोई मुसलमान है तो कोई ईसाई है सब तरीके किसी
15:40
का जन्म कहीं हुआ तो किसी का जन्म कहीं और हुआ है लेकिन है तो वह भारत में ही है ना
15:46
तो कहने का मतलब यह हुआ मेरा कि एकल
15:52
नागरिकता एकल नागरिकता यह सिद्ध करती है यह प्रूफ करती है
16:05
कि कि भारत एक अखंड देश है भारत एक अखंड देश
16:13
है और इस अखंड देश के सभी नागरिक चाहे जिनका जन्म कहीं और हुआ हो लेकिन वह भारत
16:20
से ही आते हैं अखंड देश
16:26
है और सभी व्यक्ति और सभी व्यक्ति बिना किसी भेदभाव
16:33
के और सभी व्यक्ति बिना किसी भेदभाव
16:39
के बिना किसी भेदभाव के भारत के नागरिक
16:51
है जैसे कि आज आपकी दुबई की फ्लाइट है आप दिल्ली के आईजीआई से यानी इंदिरा गांधी
16:58
इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यहां से टेक ऑफ हुए और दुबई में सीधा लैंड हुए ठीक है दुबई के
17:05
एयरपोर्ट पर जब आप जाते हैं अपना पासपोर्ट दिखाते हैं तो वहां पर यह लिखा नहीं होता
17:10
कि आप मुंबई आप कहां से आए यह तो आपको पता है उनको पता ही होता है वो चेक भी करते
17:16
हैं लेकिन आपने ये नहीं लिखा होता कि आपकी जाति है आपका धर्म है अच्छा ठीक है अच्छा
17:21
भारत के आप हिंदू हो तो ठीक है आपकी एंट्री पहले हो सकती है अच्छा आप भारत के मुसलमान हो तो ठीक है आपकी एंट्री बाद में
17:27
होगी ऐसा कोई सिस्टम नहीं हो बस डिपेंड करता है कि आप किस देश के हो
17:32
यानी आप भारत के हो तो इससे ज्यादा एक्सप्लेनेशन इसका नहीं हो सकता और जो मैंने आपको बता दिया अब आते हैं फंडामेंटल
17:41
ड्यूटीज शायद मैंने फंडामेंटल राइट्स करा दिए थे राइट जो संविधान के भाग तीन में और
17:47
अनुच्छेद आते हैं 12 से लेकर 35 में अब बात करते हैं ड्यूटीज
17:53
की मूल कर्तव्य स मेरे हिसाब से ड्यूटी
17:58
होगा जब लोग सुबह उठकर ऑफिस जाते हैं तो सबसे पहले यह कहते हैं कि ड्यूटी जाना
18:04
है य ड्यूटी शब्द है क्या क्या आपको किसी भी चीज से बंड कर रहा है य क्या आपको जाना
18:11
ही है नहीं गए तो फिर या तो पाप पाप लग जाएगा या फिर आपकी नौकरी जा सकती है
18:17
ड्यूटी जा सकती है या फिर आपको निकाल दिया जाएगा तीन क्राइटेरिया हो सकते हैं हमारे
18:23
पास चलो ठीक है इसके ऊपर बात करते हैं देखो पहले हम ड्यूटी की बात करते हैं
18:29
ड्यूटी का मतलब एक रिस्पांसिबिलिटी हो तो ज्यादा अच्छा रहता है मेरे हिब से क्योंकि
18:34
ड्यूटी को जब तक आप ड्यूटी ही मानोगे तब तक वह शायद रिस्पांसिबिलिटी बन नहीं सकती
18:40
लेकिन हां जिस दिन आपने ड्यूटी को अपनी रिस्पांसिबिलिटी मान लिया उस दिन आप यह
18:45
समझ लीजिएगा कि उस दिन आप ड्यूटी वो ड्यूटी नहीं रहेगी फिर वो रिस्पांसिबिलिटी
18:51
रहेगी और जिस दिन आप उस जिम्मेदारी को नहीं करोगे आपको अंदर ही अंदर बहुत कुछ बुरा भी लगेगा और संविधान यही कहता
18:59
कि आप इसे ड्यूटी मत मानिए और मैं इसे ड्यूटी कहकर बच्चों को पढ़ाता भी नहीं हूं मैं इसे केवल यही कहकर पढ़ाता हूं कि आपकी
19:06
फंडामेंटल रिस्पांसिबिलिटी है यानी जिम्मेदारी है आपको करनी है यदि आप नहीं
19:12
करते हो तो कहीं हद तक आप अपने आप को बुरा पाते हो अपने आप को बुरा महसूस कराते हो
19:18
कैसे देखिए तो हमारे संविधान में मूल कर्तव्यों की जो जगह है वो एक्चुअली में
19:24
जब मूल संविधान 1949 में बना था तब उस समय इसकी जगह नहीं थी लेकिन फॉर्मर प्राइम
19:32
मिनिस्टर इंदिरा गांधी जो भारत की प्रधानमंत्री रही उन्होंने 42
19:37
कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ 194 6 में इसको क्या
19:44
किया इसको जोड़ दिया गया 76 में इसको जोड़ा संविधान में लेकिन इसको संवैधानिक
19:51
नहीं बनाया क्यों नहीं बनाया इसके ऊपर भी रीजन है तो पहले इसकी जगह लिख लेते हैं कि
19:56
इसकी जगह है क्या तो इसका अर्थ लिखें पहले सभी इसका मीनिंग क्या हो सकता
20:02
है लेख संविधान के अनुसार संविधान के
20:12
अनुसार संविधान के अनुसार मूल
20:21
कर्तव्य देश की देश की एक वह जिम्मेदारी है
20:29
देश की एक वह जिम्मेदारी है रिस्पांसिबिलिटी है जिसे पूरा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य
20:38
है जिम्मेदारी है जिसे पूरा करना जिसे पूर्ण करना हर व्यक्ति का
20:47
दायित्व है जिसे पूर्ण करना प्रत्येक व्यक्ति
21:03
प्रत्येक व्यक्ति का एक दायित्व है यह तो हुआ मूल कर्तव्य का डेफिनेशन अब इसको
21:09
इंदिरा गांधी सरकार ने जोड़ा गया था 42 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ 1976 में जिस
21:16
समय देश में इमरजेंसी लागू थी जिसको मिनी कॉन्स्टिट्यूशन भी कहा जाता
21:23
है लघु संविधान भी कहा जाता है इसको क्योंकि इंदिरा गांधी ने इस कांस्टिट्यूशन
21:28
अमेंडमेंट के माध्यम से संविधान में सबसे ज्यादा अमेंडमेंट किए थे इसलिए तो ये छोटा
21:35
संविधान बन गया बड़े संविधान का छोटा रूप लघु संविधान जिसको कहा जाता है मिनी
21:41
कॉन्स्टिट्यूशन मिनी कांस्टिट्यूशन
21:48
तो सभी यहां तक सहमत है आप चलिए मैंने कल एक चलो छोटा सा अटके हटके
21:56
बात कर लेते हैं मैंने कल एक स्टोरी डाली थी तो बच्चों को काफी पसंद भी आई वो
22:02
स्टोरी आपको सुना देता हूं एक बार अ अपने स्टा प एक स्टोरी डाली थी मैंने और हम
22:08
डालते रहते हैं मतलब हमारे अंदर वो है कि जहां भी हम कुछ सोचते हैं वो हम डाल देते
22:14
हैं आप अभी सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे हुए हैं या कोई भी आज का युवा हर अपने
22:22
करियर को पाने में लगा हुआ है चाहे वो डांसिंग से रिलेटेड हो चाहे वो एक्टिंग करियर हो चाहे वो एजुकेशन फील्ड में किसी
22:29
हद तक जाना हो या सरकारी नौकरी की तैयारी की बात हो किसी भी तरीके का कोई भी युवा
22:34
आज क्या किसी स्टार्टअप को लेके कोई अपना प्लान बना रहा हो क्योंकि सारे प्लान 22
22:40
साल की उम्र से बन जाते हैं या 21 साल की उम्र से हर व्यक्ति ये डिसाइड कर लेता है कि मुझे क्या करना है बिजनेस करना है या
22:47
फिर मुझे कोई स्टार्टअप छोटा-मोटा स्टार्टअप करना है या फिर मुझे कोई नौकरी करनी है चाहे प्राइवेट हो चाहे सरकारी हो
22:54
या मुझे एक्टिंग में जाना है या मुझे बॉलीवुड में जाना है या मुझे स्पोर्ट्स में जाना है व सारी अपने क्राइटेरिया बना
23:00
लेता है हर व्यक्ति अपने हिसाब से या मुझे टीचिंग प्रोफेशन में जाना है तो कुल मिलाकर जब युवा अपनी एक उम्र किसी चीज को
23:08
पाने के लिए खर्च कर देता है तो उस पाई हुई चीज वाली व्यक्ति ने एक महसूस उस लमहे
23:15
में यह महसूस किया और उसने बात कही बड़ी सुंदर सी बात बात थी कि जिंदगी
23:21
जलाई है अपनी इस कदर जिंदगी जलाई है कुछ इस कदर अपनी कि अब राख पर बहस कैसी धुए पर
23:29
तराज कैसा तो शायद इतना पढ़ने के बावजूद जब आप किसी करियर में किसी एक ऑप्शन को
23:35
चूज कर लेते हैं और उसे पा लेते हैं तो आपको उस लमहे में यानी फुर्सत के लम्हो
23:42
में यह एहसास होता है कि अपनी जवानी की एक उम्र मैंने खर्च
23:47
की है किसी चीज पर और आखिर में फिर यह बात अपने मुंह सेब निकलती है तो फिर बहस नहीं
23:55
होती और ना ही तराज होता है बस आदमी करते ही जाता है और करते करते उसका बुढ़ापा
24:00
जाता है तो खैर बहुत अच्छी बात थी शायर जो
24:06
थे ऐसी बातें आपको शद मोटिवेट भी कर सकती हैं लेकिन कुछ बधू भी है तो उनको
24:11
डिमोटिवेट भी कर सकता है कि सर करना ही क्या क्या करेंगे यही तो उम्र होती है
24:17
एंजॉय करने की और आप इसमें पूरा खपाने की बात कर रहे हैं अरे छोड़ो एंजॉय करने दो
24:24
खैर अपना अपना पॉइंट ऑफ व्यू है मैं किसी को क्यों दखल इस चीज में भाई क्या मैं किसी से क्यों बोलू कि आप मेहनत करिए एक
24:32
बार बोला जा सकता है प्रैक्टिकल हूं तो ज्यादा एग्जांपल दे सकता हूं यदि इमोशनल
24:38
होकर बताऊंगा तो थोड़ा सा बहक जाऊंगा इतना ही कर सकता हूं मेरे पास तो यही ऑप्शन है
24:44
लेकिन यदि सामने वाला नहीं मानता है तो फिर ज्यादा से फोर्स नहीं करना चाहिए चलिए खैर बहुत अच्छे लेकिन आप सभी
24:52
लेक्चर लेते रहे अपना और जो भी आपका सपना है ड्रीम है गोल है जो आपने सेट कर रखा है
24:59
उसको हर संभव तरीके से पाने की कोशिश करिए पहले ठीक है चाणक्य भी कहते हैं कि साम
25:06
दाम दंड भेद यानी चार तरीके हैं जिससे आप
25:12
अपनी हर सोची हुई चीज को पा सकते हो लेकिन एक बहुत बड़े विचारक हुए और उन्होंने एक
25:18
बात कही हर एक व्यक्ति इस दुनिया का हर एक व्यक्ति जो वह चाहे वह कर सकता है ऐसा
25:26
संभव नहीं है यदि आज मैं ये चाहूं कि मैं अमेरिका का राष्ट्रपति बन जाऊं तो मैं नहीं बन सकता
25:34
कभी बताइए बन सकता हूं क्या आप एक बार सोच के देखिए यदि मैं
25:39
चाहता हूं कि मैं अमेरिका का राष्ट्रपति बनू तो अकॉर्डिंग टू कांस्टिट्यूशन की भी बात कर लेते हैं और प्रैक्टिकल की भी बात
25:47
कर लेते हैं कांस्टिट्यूशन तो यह कहता है कि भैया आप भारत के अमेरिका के ना
25:52
राष्ट्रपति नहीं बन सकते कभी क्यों नहीं बन सकते क्योंकि मेरा जन्म अमेरिका में नहीं हुआ है
25:58
अब बोलोगे सर यह कैसी बात कर रहे हो लेकिन आप तो विश्व के भाग हो एक नागरिक हो फर्क
26:06
ये नहीं पड़ता अमेरिका का संविधान यह कहता है कि अमेरिका का राष्ट्रपति वही व्यक्ति बन सकता है जिसका जन्म अमेरिका में हो लोग
26:14
बनके दिखा दो चैलेंज करता हूं सभी को कि जो व्यक्ति भारत के नागरिक हैं वह अमेरिका के
26:20
राष्ट्रपति बनक बता दे नहीं बन सकते आप जिसका जन्म अमेरिका में हुआ अब बोलोगे सर
26:26
बराक ओबामा कैसे बने देखो बराक ओबामा कैसे बने वो एक अफ्रीकन अमेरिकन सिटीजनशिप के
26:33
हैं अब बोलोगे अफ्रीकन कैसे आया जब अफ्रीका अंग्रेजों का गुलाम था तो उस समय अंग्रेज बराक ओबामा के
26:42
फैमिली मेंबर्स को दास बनाकर अमेरिका में लेकर आए थे जब तक ओबामा का जन्म नहीं हुआ
26:49
था और जब उनके माता-पिता अफ्रिका से दास बनकर अमेरिका में आ गए थे तभी ही अमेरिका
26:56
की सर जमीन पर ओबामा का जन्म हुआ था तो इसलिए ओबामा एक मात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो
27:03
अफ्रीकन अमेरिकन ब्लैक प्रेसिडेंट रहे हैं अमेरिका के उनका जन्म भी अमेरिका में ही
27:09
हुआ है और अमेरिकन कांस्टिट्यूशन यह कहता है कि अमेरिका का राष्ट्रपति वही व्यक्ति
27:15
बन सकता है या तो जिसने लॉ की पढ़ाई की हो या जो तीनों सेनाओं में से किसी एक सेवा
27:21
में उसने अपनी ड्यूटी ी चाहे वो एयरफोर्स का हो चाहे वो नेवी का हो और चाहे वो
27:26
आर्मी का हो तो हर व्यक्ति सब कुछ नहीं कर
27:31
सकता तो 42 में जोड़ा गया था ड्यूटीज इसका अर्थ आप सभी को पता चल गया है और दूसरी
27:38
बात इंदिरा गांधी सरकार में एक फॉरेन मिनिस्टर थे जिनका नाम था स्वर्ण
27:45
सिंह इंदिरा गांधी ने अपने विदेश मंत्री स्वर्ण सिंह को यह ड्यूटी सौंपी और कहा कि
27:52
मिनिस्टर साहब आप एक ऐसा चैप्टर बनाइए हमारे संविधान में जो लोगों को हमेशा यह
27:58
याद दिलाता रहे कि देश की भी कुछ जिम्मेदारियां हैं जिन्हें पूर्ण करना हर
28:04
व्यक्ति का दायित्व है हर व्यक्ति की रिस्पांसिबिलिटी है तो स्वर्ण सिंह समिति
28:09
ने जिनके नाम पर य कमेटी बनाई गई उनका नाम था स्वर्ण सिंह समिति और स्वर्ण सिंह
28:15
समिति की सिफारिश के आधार पर उनकी कान्फ्रेंस के आधार पर इसके 42
28:21
कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ 1976 में इसको जोड़ा गया तो आप लिख सकते हैं कि स्वर्ण
28:29
सि समिति स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश के
28:35
आधार पर स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश के आधार
28:44
पर की सिफारिश के आधार
28:51
पर स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश के आधार पर इसे
28:59
संविधान के भाग चार में संविधान का भाग 4 ए संविधान का
29:08
भाग 4 ए तथा अनुच्छेद 51 ए जोड़ा
29:23
ए और 10 मूल कर जोड़े गए 10 मूल कर्तव्य
29:38
गए यानी हमारे जब संविधान बना था तो उस संविधान बनने के समय 1949 के संविधान में
29:46
मूल कर्तव्य नहीं थे आप सभी को याद रखना है 1949 में यह नहीं थे लेकिन आज के
29:54
संविधान में यह है और यह कब से है 19 76 से यह बिलोंग करते हैं 1976 से पहले मूल
30:03
कर्तव्य हमारे संविधान में मौजूद नहीं थे तो आपसे क्वेश्चन कहां कहा से बन सकता है
30:09
एक बार देख लेते हैं किसकी समिति की सिफारिश के आधार पर जोड़े गए स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश के आधार पर एक यह पूछा
30:16
जाएगा संविधान के किस भाग में आते हैं एक यह पूछा जाएगा कौन सा अनुच्छेद आता है एक यह पूछा
30:23
जाएगा और कितने ड्यूटी जोड़ी गई 10 मल कर्तव्य जोड़े गए थे हालांकि इंदिरा गांधी
30:30
ने हालांकि स्वर्ण सिंह समिति ने आठ की बात की थी लेकिन इंदिरा गांधी तो थी अपनी मन की मालिक उन्होंने 10 कर दिए और किस
30:38
संवैधानिक संशोधन से जोड़े गए एक यह क्वेश्चन आ सकता है उसके बाद क्वेश्चन यहां से आएगा कि कहां से लिए गए ब्रिटेन
30:45
से लिए गए एक यह क्वेश्चन बन सकता है यहां से और उसके बाद बस यही बनेगा ठीक है और यूपीएससी
30:53
वालों के लिए यहां से वो आंसर हिंट ले सकते हैं यह हिंट है फर
31:00
यूपीएससी क्योंकि मीनिंग तो पूछा जा सकता है ना तो इसका मतलब यह है कि यहां से हिंट
31:07
है यूपीएससी के आंसर राइटिंग की बाकी का जो पूरा मैटर है वो एक कॉमन मैटर है ठीक
31:13
है तो अब बात करते हैं नेक्स्ट अच्छा यह बताइए मूल कर्तव्यों की हम बात कर रहे थे
31:19
तो 10 मूल कर्तव्य जोड़े थे उस समय लेकिन आज कितने मूल कर्तव्य है हमारे यहां पे 11
31:24
अब सर य 11 में कौन सा आ गया अटल बिहारी वाप गवर्नमेंट ने 86 कांस्टिट्यूशन
31:31
अमेंडमेंट 2002 के माध्यम से एक और मूल कर्तव्य जोड़ा जिसका नाम था क्या था राइट
31:39
टू एजुकेशन यानी 86 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट 2002 अटल बिहारी वाजपेई सरकार में किया
31:46
गया यह संवैधानिक संशोधन कहता है कि छ से लेकर 14 वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क
31:52
यानी शिक्षा दी जाएगी फ्री एजुकेशन टू ऑल
31:58
सिस एंड 14 जज ऑफ चिल्ड्रन ओके तो लिख दीजिए
32:03
आप पेज प लड़ के लिख सकते हैं चलो जगह तो बची नहीं है वैसे अब मूल कर्तव्य में आप
32:09
यह भी ऐड कर देना मूल कर्तव्य लिखेंगे इंदिरा गांधी काल
32:19
में इंदिरा गांधी काल में इंदिरा गांधी शासन
32:32
कर्तव्य जोड़े गए थे 10 मूल कर्तव्य जोड़े गए थे
32:40
लेकिन लेकिन 86 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ
32:46
2002 में हमारे भारत के पूर्व और भारत रत्न
32:51
प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेई और 86 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट
33:03
वाजपेई अटल वाजपेई जी ने अटल वाजपेई जी
33:09
ने संविधान के भाग चर ए में संविधान
33:17
के भाग 4 ए में एक और मूल कर्तव्य
33:25
जोड़ा एक और मूल कर्तव्य
33:33
जोड़ा एक और मूल कर्तव्य जोड़ा
33:41
अर्थात अर्थात अब मूल कर्तव्यों की
33:46
संख्या अर्थात अब मूल कर्तव्यों की
33:52
संख्या 11 है कितनी है 11 तो एक बात याद रखना इस पर आप नोट डाउन भी कर सकते हो कि
34:00
हमारे ड्यूटीज की संख्या कितनी है 11 उसके बात करें और कब जोड़ा गया था 86
34:06
कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट अब इसको मैं शॉर्ट में लिखता हूं तो ऐसे
34:12
लिखूंगा मूल कर्तव्य उसमें आएगा आपका
34:18
86 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट 2002 और यह किसम किया गया था यह किया गया
34:26
था अटल बिहारी वाजपई सरकार में तो आप लिख सकते हैं कि हमारे प्राइम मिनिस्टर रहे थे
34:39
वाजपेई अटल बिहारी वाजपेई उन्होंने क्या अमेंडमेंट जोड़ा था इसमें एक अमेंडमेंट था
34:45
जिसका नाम था छ से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को वर्ष तक के
35:04
शिक्षा मुफ्त शिक्षा को अनिवार्य बनाया
35:10
गया को अनिवार्य बनाया गया और आपको बता
35:15
दूं यह हमारा एक फंडामेंटल राइट्स भी है तो लिख सकते हैं कि यह एक मूल अधिकार भी
35:29
अधिकार भी है और किसमें आता है यह अभी भी स्थिति में देखें तो आर्टिकल 21 ए में
35:37
आर्टिकल 21 ए में आता है समझे चलिए तो यह चीज थी मूल कर्तव्यों में अब टोटल मूल
35:44
कर्तव्य देखें तो कितने हो गए 11 टोटल 11 बानी 12 ना न ना एक ज्यादा और
35:53
ना एक कम चलिए तो अब चलते हैं लास्ट पॉइंट की तरफ और य चैप्टर आप फिनिश करते
35:59
हैं लिख दीजिए कोऑपरेटिव कमिटीज सहकारी
36:08
समितियां मुझे आप एक चीज बताएंगे कि आज हमारे भारत में कोऑपरेटिव कमिटीज का जो
36:15
यूनियन मिनिस्टर है उनका नाम क्या है यानी आज हमारे भारत में सहकारी समितियों का देखरेख उनका
36:24
संचालन उनका ऑपरेट ऑपरेट कौन करता है उनका नाम बता सकते हैं आप
36:30
सभी कमेंट में देखिए सहकारी समितियों की देखरेख कौन करता है कोऑपरेटिव
36:37
कमिटीज भारत के गृह मंत्री भारत के होम
36:42
अफेयर्स मिनिस्टर अमित शाह सहकारी समितियों की देखरेख करते हैं यानी व
36:48
सहकारिता मंत्री भी है कभी आपने न्यूज चैनल में देखा होगा जब अमित शाह स्पीच देते हैं तो उनके नीचे नेम प्लेट पर क्या
36:55
लिखा आता है यूनियन ऑफ होम अफेयर्स एंड कोऑपरेटिव
37:01
कमिटीज क्या लिखा आता है यूनियन होम मिनिस्टर ऑफ होम अफेयर्स एंड कोऑपरेटिव
37:07
कमिटी यानी वह भारत के गृह मंत्री भी है तो भारत के सहकारिता मंत्री भी है जिनका
37:14
नाम है अमित शाह तो सहकारी समितियों की बात करते हैं सहकारी समितियां देखो जैसे कि आपने
37:22
कभी देखा होगा आप सभी दिल्ली से हैं तो अच्छी बात है और किसी जिले से भी है तो और
37:27
अच्छी बात है मब है तो भारत से ही है सारे हां तो कुल मिलाकर बात यह है कि जब भी आपने अपने
37:34
डिस्ट्रिक्ट में आजकल डेरी प्रोडक्ट को लेकर बहुत ज्यादा चीजें चल रही है जैसे कि
37:40
डेरी प्रोडक्ट की बात करते हैं आप कभी दिल्ली में है तो दिल्ली शॉप पर जाते हैं और वहां कहते हैं कि भाई एक मिल्क का
37:46
पैकेट दे दो या एक छाज का पैकेट दे दो यह सारे डेरी प्रोडक्ट है या घी का पैकेट दे
37:51
दो या दही का पैकेट दे दो तो कुल मिलाकर जब आप मिल्क का एक पैकेट खरीदते हो आध ट
37:57
का या एक लीटर का ठीक है तो उस पर कोई कंपनी का नाम लिखा आता है जैसे कि अमोल का
38:03
नाम जैसे कि जयपुर में राजस्थान में चलती है सरस दिल्ली में मेरे हिसाब से अभी जहां
38:09
तक मुझे पता चला है अमूल ज्यादा जहा चलता है तो यह क्या है यह डेरी कंपनी है और यह
38:15
डेरी कंपनी क्या करती है कोऑपरेटिव कमिटीज का काम कर रही है जैसे कि मान लो बिस्किट
38:20
बनाने की कोई कंपनी है जैसे कि पाले जीी ले लेते हैं चलो तो पाले जीी क्या है एक कोऑपरेटिव कमिटी है जैसे कि आंगनवाड़ी है
38:28
आंगनवाड़ी क्या करता है जो निर्धन महिलाएं होती हैं या तो वो प्रेगनेंट है गर्भवती
38:34
है तो इस तरीके की कुछ हेल्प कर देता है क्या पैसे की हेल्प कर देगा या कुछ
38:40
प्रोटीन जो प्रोटीन मील होते हैं उनकी हेल्प कर देगा कुछ ऐसी बात है तो सहकारी
38:46
समितियों का काम होता है कि समाज में यानी हमारी सोसाइटी में संसाधनों रिसोर्सेस को
38:52
अवेलेबल कराना ज्यादा से ज्यादा रिसोर्सेस अवेलेबल कराती है और ये ये सहकारी
38:57
समितियां लोगों की भलाई के बारे में ज्यादा सोचती है इनका काम होता है कि
39:03
गवर्नमेंट इनको फंड करती है और उसी फंड से आपको सर्विस देते हैं और उन्हीं आपके
39:08
पैसों से ये फिर टैक्स चुकाते हैं तो कोऑपरेटिव कमिटी हमारे इंडिया में एक बड़ी
39:14
सीरीज के तौर पर काम कर रही है समझ गए इसका मैंने आपको लाइव एग्जांपल भी दे दिया है अमूल प्रोडक्ट हुए या फिर पाली जीी
39:22
वाला कोई बिस्किट का पैकेट हुआ या फिर जयपुर से या राजस्थान से बात करें जितना मैं रह चुका हूं तो वहां पर मैंने सरस का
39:28
देखा था सरस डेरी प्रोडक्ट बिकता है वहां पर ठीक है और वहां पर लिखा होता है कि
39:34
जयपुर जैसे मैंने देखा जयपुर दुग्ध जिला सहकारी
39:39
समिति ठीक है इस प्रकार से वहां के ककल चलते हैं वहां के ककल मिल्क की सप्लाई
39:45
करते हैं ऐसी कुछ बातें हैं तो सहकारी समिति तो लिखेंगे
39:52
इसे कांस्टिट्यूशन में यानी संविधान में
39:59
संविधान में इन्हें 97 कॉन्स्टिट्यूशन
40:04
अमेंडमेंट 2011 97 कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट
40:09
2011 में में संवैधानिक दर्जा दिया गया पहले
40:17
इनको संवैधानिक दर्जा नहीं था 2011 से पहले संवैधानिक दर्जा दिया
40:25
गया दर्जा दिया गया और आज यह संविधान के भाग किसम मिलती
40:34
हैं संविधान के एक नए भाग में संविधान के
40:41
एक नए भाग में कौन सा ना बी में जोड़ा
40:52
गया अच्छा ना ए में क्या आता है ना ए में आता है
40:58
लोकल गवर्नमेंट मैंने कल बताया था आपको सॉरी परसों बताया था कि 73 और 74
41:04
कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ 1992 यह कहता है कि हमने लोकल सेल्फ गवर्नमेंट बॉडी को
41:11
एक संवैधानिक दर्जा दे दिया है और आज वह कांस्टिट्यूशन के पार्ट नाइन और ना ए में
41:18
उनको जोड़ा गया है तो नाइन में आता है रूलर गवर्नमेंट क्या आती है रूलर
41:23
गवर्नमेंट जिसे सरपंच आप कहते हो ठीक है और पंचायत समिति आप कहते हो पंचायत कमेटी जो
41:31
सरपंच की बात करते हो वो रूरल गवर्नमेंट का हिस्सा है और जो संविधान के पार्ट नाना में आता है एक बात होती है ना ए की बात
41:38
जिसे 74 अमेंडमेंट से जोड़ा गया था 1992 में और आज हमारी संविधान की 12थ शेड्यूल
41:45
में इसको शामिल किया गया है तो जो ना ए है यह अर्बन गवर्नमेंट की बात करता है जैसे
41:50
कि कलेक्टर की बात करता है जो आप इसे आईएएस कहते हैं कलेक्टर ये अर्बन गवर्नमेंट का हिस्सा है चेयरमैन
41:57
ओके चलिए तो ना बी में जोड़ा गया और आर्टिकल की हम बात करेंगे तो आर्टिकल लिख
42:03
सकते हैं आप इसका आर्टिकल आता है 243 ज ए से लेके 243 जटी तक आता है 243 ज से लेकर
42:14
243 जटी तक आता है यह आर्टिकल आपके सामने है और और कोपरेटिव कमेटी केवल हमें
42:21
संविधान के इसी भाग में नहीं मिलते देखने को यह संविधान के भाग तीन में भी मिलते हैं मूल अधिकार
42:28
भाग तीन में मिलते हैं और आर्टिकल आपके सामने होगा 191 जीी जब मैं आपको पढ़ाऊंगा तब इसका
42:36
एक्सप्लेनेशन और अच्छे से करूंगा सहकारी समितियां संविधान का भाग तीन भी पढ़ाऊंगा संविधान का भाग नाइन भी पढ़ाऊंगा तो
42:44
आर्टिकल 19 वजी और यह संविधान के भाग चार में भी मिलती है जिसे आप डीपीएसपी कहते
42:52
हो और आर्टिकल आपके सामने है 43 सी में जाके देख लीजिएगा 43 सी
43:01
आर्टिकल 191 जीी और 243 ज एच से लेकर 243 जटी यह पूरा
43:08
सहकारी समितियों का संवैधानिक भाग है कांस्टिट्यूशन पार्ट्स कह सकते हैं इसको
43:13
या डिवाइड कह सकते हैं चलिए तो कोऑपरेटिव कमिटी क्या काम करती है यह समाज में
43:20
रिसोर्सेस अवेलेबल कराती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उसका बेनिफिट उठा सके जैसे
43:25
कि डेरी प्रोडक्ट्स और भी और भी हो सकते हैं जैसे कि मान लो किसी ने एजुकेशन को लेकर फंड करना है अब
43:34
एजुकेशन है अब मान लो एक स्कूल चल रहा है एक स्कूल है दसवीं क्लास तक के बच्चे पढ़ रहे हैं जैसे कि मिडडे मील स्कूलों में
43:41
बच्चों को भोजन खिला दिया जैसे कि आज चावल बनने वाले हैं भोजन में तो किसी व्यक्ति
43:47
ने फंड किया और उससे चावल बनाए गए सभी बच्चों के लिए मतलब हर दोपहर 12 बजे जो
43:52
मिड्डी मील वाली स्कीम जो है वो कोऑपरेटिव कमिटीज में आती है
43:57
ओके चलिए तो तीनों फीचर्स आपके हो चुके हैं आप सभी याद रखना और रिवीजन के तौर पर
44:03
मैं आपको बता दूं कि हमारे कांस्टिट्यूशन के जो क्रिटिसिजम है यानी आलोचक करता है
44:11
उन्होंने हमेशा संविधान का आलोचना ही की है जैसे कि श्री एन निवासन हुए श्री एन
44:17
निवासन यह कहते हैं कि हमारा संविधान जो है यह 1935 का एक कार्बन कॉपी है कुछ लोग
44:23
इसे हच पोच का कांस्टिट्यूशन भी कहते हैं और कुछ लोग इसे एडवोकेट्स हेवन के नाम से
44:29
भी जानते हैं पैराडाइस के भी नाम से जानते हैं वकीलों का स्वर्ग और इस कथन को कहने
44:34
वाले कौन थे कांस्टिट्यूशन इज एडवोकेट पैराडाइज वह यह कहते हैं इनका
44:42
नाम है सर आइवर जेनिंग्स चलिए तो यह चैप्टर अब फिनिश होता है और फीचर्स अब
44:50
कंप्लीट हो चुके हैं आपके ठीक है और पीडीएफ को प्राप्त करने के लिए पीडीएफ को लेने के
44:57
लिए आप परीक्षा जंक्शन के जितने भी प् सोशल प्लेटफार्म है चाहे वो लिंकडन है
45:03
चाहे वो फ है चाहे वो ा है चाहे वो ू है सभी पर जाकर फॉलो कर ले ताकि पीडीएफ आपको
45:09
बाकायदा मिल सके लेक्चर के साथ तो कि लेक्चर को लेने से ज्यादा बेहतर है उसकी
45:16
पीडीएफ को ले लेना मतलब लेक्चर भी लेना है लेक्चर लेने के बाद तब आपको पीडीएफ
45:22
ऑटोमेटिक वहां मिल जाएगी तो चलिए फिर मिलते हैं आपसे