0:00
नमस्कार सभी को और परीक्षा जंक्शन के प्लेटफार्म पर आप सभी का हार्दिक स्वागत है तो चलिए जैसे कि हम पॉलिटी में और कल
0:09
सभी ने शायद लेक्चर देख लिया होगा और जिन्होंने नहीं देखा है वह भी देख ले एक बार ताकि चीजों का कांसेप्चुअल और
0:17
गवर्नमेंट एग्जाम के पर्पस से आप सभी को पता चल सके तो चलिए आज स्टार्ट करते हैं
0:22
पॉलिटी वही सब्जेक्ट लेकिन सब्जेक्ट वही है लेकिन चैप्टर आज नया होगा और चैप्टर की
0:29
बात कर तो आज हम लेने वाले हैं संविधान की
0:43
विशेषताए देखिए तो आज हम साइलेंट फीचर ऑफ द इंडियन कांस्टिट्यूशन की बात करेंगे और
0:49
एक नया चैप्टर है अपने आप में और इसके कांसेप्ट भी अलग हैं इसकी थ्योरी भी अलग है सब कुछ अलग है जैसा कि हमने अभी कुछ
0:56
हली कुछ दिनों में लास्ट लास्ट डेज में हमने एक प्रस्तावना को पढ़ा था और उसके
1:02
अलावा हमने जो चैप्टर था दो चैप्टर हम कंप्लीट कर चुके हैं एक प्रस्तावना को एक
1:07
मेकिंग कॉन्स्टिट्यूशन को तो आप सभी जानते भी हैं और youtube.be चैनल पे आप सभी जाइए वहां पर
1:15
आप देख सकते हैं लेक्चर को जो कल की डेट में डाले गए हैं और हिस्ट्री के लेक्चर भी वहां डाल दिए गए हैं तो जितना हो सके
1:22
ज्यादा से ज्यादा लोग देखें भी उसको ताकि देखो ये गवर्नमेंट एग्जाम जो है जितने भी हैं आप एसएससी की बैंक की यूपीएससी की बात
1:29
करें हम यूपीएससी का लेके चल रहे हैं पूरा और आईएएस से लेके हम एसएससी की सीजीएल की
1:35
तरफ भी अपना फोकस बनाए बैठे हैं तो मेरा मानना यह है कि हम चीजों को ज्यादा से ज्यादा आपको दे पाएं ठीक है और कल हम
1:42
एमसीक्यू लाने वाले हैं आपके लिए एमसीक्यू मतलब मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन से आपको यह बेनिफिट होगा कि हम
1:50
बहुत अच्छे तरीके से यानी बहुत ही बढ़िया तरीके से इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से हम
1:56
आप तक वो चीजें पहुंचाएंगे व कंटेंट पहुंचाएंगे जो आने प्रीवियस पेपर में जो
2:02
क्वेश्चन आ चुके हैं या जिनके आने की संभावना है उन क्वेश्चंस को यहां पर लाया
2:07
जाएगा और क्लास बिल्कुल लाइव होगी क्लास हम ही लेंगे एमसीक्यू की तो हमारे हाथ में
2:13
पॉलिटी और हिस्ट्री और एमसीक्यू रहेंगे ठीक है और मैं मानता हूं कि शायद
2:19
आपको यह सब अच्छा लग रहा होगा क्योंकि रटा का बिल्कुल भी काम नहीं है हम रटा नहीं
2:24
सकते क्योंकि रटा हमने भी नहीं था और आप वही प्रयास फिर हम आपको भी कराएंगे
2:30
जब रटा देखो रटने से सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि रटन विद्या करने से दिमाग जो
2:37
होता है वह एक्टिव होना बंद कर देता है वह कुछ सोचने समझने की क्षमता को खत्म कर देता है रटने से यह होता है आप लॉन्ग टाइम
2:44
नहीं रट सकते हां कुछ चीजें जीके में होती हैं आप उनको रटना पड़ता है चाहे ट्रिक से करें चाहे किसी भी तरीके से आप करें लेकिन
2:51
आप लॉन्ग टर्म इस तरीके को नहीं अपना सकते क्योंकि इस तरीके को अपनाने का मतलब है कि
2:58
एक धीमा जहर होता है य इंसान को धीरे धीरे मारेगा तो इसलिए रटने का काम बिल्कुल नहीं
3:03
करना है आपको आपको केवल फोकस रखना है चीजों को समझने में चीजों को घुमाने में
3:09
चाहे लेफ्ट की तरफ चाहे राइट की तरफ क्योंकि कांसेप्ट आपका लेफ्ट एंड राइट ही घूम रहा है और ऊपर नीचे अप एंड डाउन बस यह
3:17
घण की सुई की तरह होता है चलिए तो आज एक नया चैप्टर है पॉलिटी में संविधान की
3:25
विशेषताएं और इस चैप्टर की तरफ हम आगे बढ़ने वाले हैं
3:31
संविधान की विशेषताएं और सबसे बड़ी बात जो मेरे ू पर
3:38
लेक्चर देख चुके हैं जिन्होंने नहीं देखा है वह देख ले क्योंकि कल हम जो एमसीक्यू लाने वाले हैं
3:46
वह उन्हीं दो लेक्चर से रिलेटेड आने वाला है यानी अब तक मैंने जो पढ़ा दिया है उससे रिलेटेड एमसीक्यू यहां पर मैं लाऊंगा और
3:53
आपसे ही उसका आंसर पूछूंगा लाइव चलेगा बिल्कुल चलिए तो संविधान की
4:05
विशेषताए यानी नया चैप्टर है सेलेंट फीचर्स ऑफ द इंडियन कांस्टिट्यूशन या सेलेंट फीचर्स ऑफ कांस्टिट्यूशन डाल लीजिए
4:32
कांस्टिट्यूशन देखिए सेलेंट फीचर्स ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन
4:38
की मैं बात करता हूं हमने संविधान के बारे में देखा काफी सारी चीजें कि संविधान कैसे
4:45
बना ओके उसके बाद हमने प्रस्तावना को पढ़ा जिस व्यक्ति ने प्रस्तावना को अच्छे से
4:51
पढ़ लिया है मेरा मानना यह है कि वो कहीं हद तक संविधान को की विशेषताओं को अच्छे
4:57
से समझ सकता है और संविधान की विशेषताएं देखो ये चैप्टर अपने आप में एक इंपॉर्टेंट
5:03
चैप्टर भी हो सकता है अब मैंने हो सकता क्यों बोला है क्योंकि आपको पता है कि आपके पेपर में आर्टिकल्स आने हैं लेकिन
5:10
विशेषताओं से भी क्वेश्चन आ सकता है कभी-कभी वो क्या करता है कोई भी एग्जाम होता है उस एग्जाम में वो स्टेटमेंट दे
5:17
देता है और आजकल के बच्चे स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ते ही नहीं है कौन सा सही है
5:23
कौन सा गलत है यानी कौन सा ट्रू और फाल्स है वो पता ही नहीं लग पाता है और इसके लिए
5:28
उन्हें फिर आगे रिजल्ट में इसका रिग्रेट होता है इसका पस्तावा होता है तो हम नहीं
5:34
चाहते कि हम किसी भी तरीके से कोई कमी छोड़े हम यह चैप्टर इसलिए करा रहे हैं ताकि स्टेटमेंट यूपीएससी आईएस प्री का
5:41
एग्जाम देख लो आप उसमें भी स्टेटमेंट ज्यादा पूछे जाते हैं उसके अलावा में एसएससी भी अब स्टेट के स्टेटमेंट की तरफ
5:48
ज्यादा रुख कर रहा है तो हम यही चीज आपको समझाने की कोशिश कर रहे हैं जो यह चैप्टर पढ़ा रहे हैं ना हम यह ऐसे चैप्टर नहीं है
5:57
यह छोटे मोटे चैप्टर नहीं है कि सर क्या राम कथा है राम कथा नहीं हो सकती है यह एक
6:03
एक दवा है और यह वैसी दवा है जो आपका कांस्टिट्यूशन समझने में आपको मदद करेगी
6:09
जब मैं कभी भी उन शब्दों का यूज करूंगा ना तो आपको समझ में आएगा कि सर हमें प्रस्तावना में पढ़ा चुके थे मेकिंग
6:16
कांस्टिट्यूशन में बना पढ़ा चुके थे फीचर्स वाले चैप्टर में हमको पढ़ाया था तो वो शब्द आपको कभी प्रॉब्लम नहीं देगा और
6:23
वही शब्द अदि पेपर में आ भी गया तो आप समझ जाएंगे कि यह शब्द कहां पर दिया गया है और
6:28
यह शब्द नहीं दिया गया है ओके लेट्स स्टार्ट सेलेट फीचर्स ऑफ द
6:35
कांस्टिट्यूशन देखो हमारे संविधान की विशेषता में एक बार एक चीज देख लेते हैं
6:40
इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है हमारे संविधान की हमारे संविधान की सबसे खास बात यह होती
6:48
है कि हमारा संविधान जो है में ऐसे ऐसे तत्व है ऐसी ऐसे फीचर्स है
6:55
ऐसे ऐसे एलिमेंट ऐसे ऐसे फीचर्स है जोसे हम भारतीय संविधान दुनिया का दुनिया में
7:02
जितने भी संविधान है उन सबसे अलग संविधान बनाता है आप देख लीजिए हमारा लोकतंत्र
7:09
दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है हमारा संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है
7:15
और इन्हीं वजह से हमारा संविधान दुनिया के सभी संविधान में से सबसे अलग संविधान और
7:21
यही मैं कहना चाह रहा हूं कि आज विशेषताए पढ़िए और फिर महसूस करिए तो विशेषताओं में
7:27
मैंने बताया कि अद्वितीय संविधान अद्वितीय का मतलब होता है कि ऐसा संविधान दुनिया के
7:32
किसी भी कोने में ना हो वो संविधान अद्वितीय संविधान होता है और ऐसा क्यों है
7:37
क्योंकि यहां पर विशेषता ही कुछ ऐसी है आपको पढ़ना पढ़ेंगे तब अच्छा लगेगा जैसे
7:43
कि 1949 में जब हमारा संविधान बना था 1949
7:48
में जब हमारा संविधान बनकर तैयार हुआ था तो मैं इतना बता दूं आपको कल आपने पढ़ा भी
7:53
है 1949 डेट आपको मैंने बताई थी 26 नवंबर यहीं पर हमारा खत्म हुआ था कल का चैप्टर
8:01
तो 26 नवंबर 1949 को हमारे संविधान में 395 अनुच्छेद
8:09
थे थे नहीं थे बिल्कुल और उसके अलावा देखें तो 22 भागों में विभक्त है यानी 22
8:16
पार्ट्स है उसके अलावा देखा जाए तो आठ अनुसूचियां है एट शेड्यूल
8:24
है ओके आठ अनुसूचियां है तो ऐसे करके हमारे 26 नवंबर 1949 के संविधान की बात
8:32
करें तो ये आपके सामने दे रखा था अब लेकिन क्या हुआ है थोड़ा बहुत चेंज हुआ है यानी
8:38
हमारे संविधान में समय-समय पर सिचुएशंस के रहते हुए सिचुएशंस के बदलते हुए संशोधन
8:45
किए गए और काफी सारे इंपॉर्टेंट संशोधन किए गए जैसे कि 42वां संविधान संशोधन ठीक
8:52
है तो इन्हीं अनुच्छेदों में क्या किया गया थोड़ा चेंज किया गया थोड़ा परिवर्तन किया गया और आपको पता
9:02
है दुनिया परिवर्तन दुनिया का एक प्राकृतिक नियम है परिवर्तन दुनिया का एक प्राकृतिक नियम
9:09
है चाहे प्रकृति हो चाहे कोई वस्तु हो चाहे कोई इंसान हो यह तीनों चीज समय समय
9:15
पर बदलती रहती हैं और बदलने से हमें यह एहसास होता है कि वास्तव में इस दुनिया
9:20
में आज भी परिवर्तन नाम की कोई चीज कोई भी चीज एजिस्ट करती है तो मैं समझाने की
9:26
कोशिश कर रहा हूं ये परिवर्तन की बात कर रहे हैं चलिए अब परिवर्तन जैसे कि कई सारे
9:31
परिवर्तन किए गए मैं एक बार यहां पर लिखना चाहूंगा जैसे कि सबसे पहला आया था सातवा
9:37
संविधान संशोधन अधिनियम सीए को बोला जाएगा कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट इसके अलावा और भी कई सारे आए
9:46
सातवा आया सातवे के अलावा 42वां संविधान संशोधन
9:52
अधिनियम 42 इसके अलावा 44 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट
9:59
आ इसके बाद 44 के अलावा 73 कांस्टिट्यूशन
10:06
अमेंडमेंट ले सकते हो उसके बाद 74 कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट ले सकते हो इसके
10:14
बाद और भी कई सारे थे 97 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ले सकते हो इसके बाद 61 चलो आगे
10:21
पीछे हो गया कोई दिक्कत नहीं 61 ले सकते हो इसके बाद 97 हो गया ठीक है और 10 ले सकते हो अब
10:31
जरा एक बार हमको इसका बता देते हैं कि इन संविधानिक संशोधन में ऐसा क्या-क्या हुआ
10:37
था देखो सातवां संविधान संशोधन जो है यह 1956 में आया था 1956 में आया कब आया था
10:50
इसमें दो या दो से अधिक राज्यों की बात की गई है मैं आपको बता दूं 1956 में ओके चलिए
10:57
उसके बाद यह आपका जो मिनी कॉन्स्टिट्यूशन के नाम से जाना जाता है यह 1976 में आया
11:03
था और यह आया था 1978 में जब मोरारजी देसाई की सरकार थी 73 आया था 1992
11:12
में और 74 भी 1992 में आया था और 97 आया था 2011 में और 61 आया था
11:22
1989 में और 10 आया था 2000
11:30
16 में अब आपका जो यह वाला अनुच्छेद है यह
11:35
कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट है सातवा संविधान संशोधन य दो दो से अधिक राज्यों की शक्तियों के बारे में बात करता है आगे
11:43
जैसा कि अभी तो आएंगे अभी तो ट्रेलर है अभी तो यह ट्रेलर है सारे कांस्टिट्यूशन
11:49
अमेंडमेंट आप पढ़ोगे और जिनम से आप एक पढ़ने वाले हो वह है आजय
11:54
वा 42 में आपको पता है सबसे अधिक संशोधन किए गए थे करीबन करीबन 14 के करीब 44 जो
12:02
होता है ये और 73 की हम बात करते हैं यह
12:07
वाला और 74 और 70 97 और
12:14
61 और एक था आपका 10 यह कुछ कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट थे और
12:22
जैसे जैसे समय बदलता गया स्थिति बदलती गई परिवर्तन होते गए अब कहोगे सर इन
12:27
संविधानिक संशोधनों के बारे बता तो दीजिए कि इनमें आता क्या-क्या है देखो वो हम
12:32
बताएंगे लेकिन हमें चैप्टर की तरफ बढ़ना है यह चीजें सारी उसमें आ जाएंगी और नहीं
12:38
आई तो हम पॉलिटी पढ़ा ही रहे हैं और पॉलिटी में यह नहीं आया तो फिर क्या आया
12:44
यह नहीं आया तो फिर क्या आएगा थोड़ा सब्र रखें थोड़ा सा पेशेंस रखें देखो पॉलिटी
12:49
में सबसे बड़ी बात है पेशेंस रखना चाहिए जब हम कभी ऑफलाइन बैच लेते हैं तो ऑफलाइन
12:55
बैचेज में क्या होता है सबसे बड़ी वास बात यह है कि बच्चों का पेशेंस नहीं होता
13:00
क्योंकि वहां तो हैंड रेस करने वाले बहुत बैठे हैं जैसे ऑफलाइन बैच चल रहा है और वहां पर हैंड रेस करने वाले बहुत बैठे हैं
13:07
तुरंत हैंड रेस कर देते हैं लेकिन आप अब जब हम पढ़ा रहे हैं आपको तो हम एक कैमरे के सामने पढ़ा रहे हैं और कैमरे के सामने
13:14
जब आप क्लास देखोगे जब तक मेरी क्लास खत्म हो चुकी होगी तो हैंड रेस का सवाल नहीं
13:19
उठता लेकिन यदि कोई किसी को भी डाउट होता है मैं डेली आपके कमेंट्स चेक कर रहा हूं
13:26
आप जो भी कमेंट्स करते हैं डेली कमेंट्स में देखता हूं आप लगता है कि सर मुझे यह
13:32
समझ में नहीं आया है आप परीक्षा जंक्शन के उस वीडियो के कमेंट बॉक्स में जाकर आप
13:37
वहां पे कमेंट कर सकते हैं कि सर हमें यह प्रॉब्लम थी हमें ये समझ में नहीं आया ये
13:43
मेरी क्वेरी है आप वहां जाके डाल सकते हैं मैं कल उस कमेंट को देखकर आपका आंसर जरूर
13:49
करूंगा 100% 100% 100% यह मेरी जिम्मेदारी
13:54
है यह मेरी रिस्पांसिबिलिटी है कि आपकी हर क्वेरी का जवाब देना मेरी जिम्मेदारी है लेकिन देखो आलतू फालतू क्वेश्चन नहीं होने
14:01
चाहिए क्वेश्चन एक जेनन होना चाहिए या फिर कोई टॉपिक समझ में नहीं आ रहा है तो आप
14:06
मुझे वो बता सकते हैं पा 10 मिनट में हम वो क्लियर भी करा देंगे आप परल तो यह
14:13
संविधान संशोधन हुए समय समय पर हुए ठीक है अब आते हैं जैसा कि आपको पता है तो उसके
14:20
अलावा हमारे भारत का जो संविधान है वह कई देशों से लिया गया भारत का संविधान जो
14:27
है भारत का संविधान के कई
14:40
प्रावधान के कई प्रावधान अन्य देशों
14:55
तथा संविधान का अधिकांश भाग
15:08
का अधिकांश भाग भारत शासन
15:20
अधिनियम भारत शासन अधिनियम 1935 से लिया गया
15:30
1935 से लिया गया है और भारत की संविधान की यही विशेषता इसे
15:38
अद्वितीय बनाती है और
15:45
भारतीय संविधान की कई तत्व भारतीय संविधान के कई
16:04
इसे अन्य देशों के संविधान
16:16
के संविधान से अलग बनाते
16:25
हैं अन्य देशों के संविधान से अलग बना चलिए अब मैं आपके सामने कुछ पॉइंट्स लिखने
16:32
वाला हूं उन पॉइंट्स पर जरा गौर फरमाइए और एक बार महसूस करिए चलिए तो यहां तक आप सभी
16:39
को समझ में आया हमारा संविधान जब बना था हमारी स्थिति यह थी उसमें धीरे-धीरे
16:44
थोड़े-थोड़े परिवर्तन किए गए थोड़े-थोड़े चेंजेज किए गए क्योंकि समय बदलता है आप भी
16:50
तो अपने आप में चेंज हो गए हो या आप वैसे ही हो जैसे बचपन में थे या आप बुढ़ापे में
16:55
वैसे रहोगे जैसे जवानी में थे ऐसा तो नहीं होगा ना जवानी में हो ऐसा तो नहीं है तो कहने का
17:03
मतलब है कि जिस व्यक्ति की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है उस व्यक्ति की मेंटालिटी उस
17:08
व्यक्ति का फिलॉसफी साइकोलॉजी सब बदल जाता है उसके थॉट्स उसके सोचने का तरीका सब बदल
17:15
जाता है जैसे कि आज हम अपने पेरेंट से यह कहते हैं कि अरे आप तो पुराने जमाने के हो
17:21
जब आप उस उम्र पे आओगे और जब आपकी पीढ़ी नई जनरेशन की होगी तो आपसे भी वो नई
17:27
जनरेशन यही बोलेगी किस पुराने जमाने में जी रहे हो तो यह दुनिया का सिलसिला है रीति है रिवाज है चलते रहते हैं जब आप उस
17:35
एज पे आओगे जहां पे आज आपके माता-पिता या आपके दादा-दादी हैं तो वही आने वाली
17:41
जनरेशन फिर आपको उसी ओल्ड यानी उसी पुरानी सोच का बोलेगी चाहे आप कितने भी मॉडर्न ही
17:46
क्यों ना हो जाए तो आगे चलते
17:52
हैं देखिए आज मैं विशेषताओं में पॉइंट्स बनाने वाला हूं और उनको आज हम अच्छे से
17:59
पढ़ने वाले हैं विशेषताएं देखो विशेषताएं हमें किसी
18:04
व्यक्ति के यानी किसी भी चीज के किसी भी वस्तु के फीचर्स के बारे में बताते हैं और
18:11
फीचर्स एक ऐसी चीज होती है जो उस चीज का वर्णन करती है बिना देखे आपने संविधान
18:18
देखो संविधान कोई आपने उड़ता हुआ नहीं देखा कि आपके घर के पीछे आर्टिकल 15 उड़
18:23
रहा है या आपके घर के आगे आर्टिकल 12 देख रहा है आपको आर्टिकल 12 दिखता नहीं है
18:29
संविधान एक अमूर्त धारणा है जो दिखती नहीं है ले सॉरी मूर्त धारणा है लेकिन आप इसे
18:36
फील कर सकते हो आप इसे ऐसे देख सकते हो जैसे कि मान लो कल कोई घटना हो जाती है
18:42
आपके पड़ोस में जब पुलिस आती है वारंट लेकर तो आपको महसूस होता है यह तो आर्टिकल 20 है यह तो आर्टिकल 20 आ गया गिरफ्तारी
18:52
में संरक्षण जो होता है जब पुलिस वारंट लेकर आती है तब आपको पता लगता है यार संविधान कितना इंपॉर्टेंट है
18:59
मान लो किसी पुलिस ने किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया ठीक है और आप घर वाले
19:05
सान में रहते हो आप मान लो यूपीएससी का प्रिपरेशन कर रहे हो यूपीएससी की प्रिपरेशन कर रहे हो आपको संविधान की समझ
19:11
है पुलिस वाले आपके घर में आए या आपके सामने वाले घर में आए किसी को उठा के ले
19:16
गए ठीक है अब मान लो वह आपके पास आया वह आपके पास आए कि अरे भाई साहब या फिर कोई
19:25
भी क्या आपका बच्चा तो भैया आईस की तैयारी कर रहा है वो बता सक सता है ठीक है या फिर आपको पता लग गया आप तुरंत नीचे नीचे दौड़
19:32
के आए सीढ़ियों से आपने देखा कि एक पुलिस वाला व्यक्ति किसी व्यक्ति को जबरण उठा
19:37
रहा है मैं मानता हूं कि उस पर आरोप है वो एक्यूज्ड पर्सन है लेकिन उसको जबरदस्ती
19:42
उठाया जा रहा है अब जबरदस्ती उठाया जा रहा है तो मैटर यह करता है कि पुलिस वाले के
19:48
पास गिरफ्तारी वारंट है या नहीं है क्या वह बिना वारंट के आ चुका है क्या
19:54
उसके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज हुई है नहीं हुई है या बिना एफआईआर लिखे हुए
20:00
तो मैटर फस गया इसका मतलब यह है कि पुलिस थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर रही है पुलिस
20:05
तानाशाही कर रही है और इस तानाशाही को रोकने के लिए आपको तुरंत क्या करना चाहिए
20:11
पुलिस से कहना चाहिए कि हां सर आप बताए देखो ऊट पटांग बातें नहीं करनी है वह
20:17
सरकारी आदमी है आप उससे उटपटांग बातें करोगे तो वह आपको उल्टा डाल देगा इसलिए और
20:22
फिर उल्टा डाल देगा तो गलती तो आपने की है तो इसलिए लड़ना नहीं है किसी भी सरकारी आदमी से सरकार आदमी है पावर है उसके पास
20:31
वह चाहे तो कुछ भी कर सकता है लेकिन आपको तरीके से एक लीगल तरीके से काम करना है तो
20:36
आपको पूछना है कि सर आप यहां कैसे आए तो पुलिस वाला बोलेगा आपसे कि हम इस वजह से
20:42
आए तो आप बोलोगे कि बताइए एफआईआर बताइए क और किसने एफ आई कराई है यह बता दीजिए ठीक
20:48
है तो एफआईआर बताइए या फिर गिरफ्तारी वारंट बताइए कि किस रीजन से इनको पकड़ा जा
20:54
रहा है मिश्रा जी को मिश्रा जी मान लो तो यही चीज है जो आपको संविधान की महत्व
21:01
बताती है संविधान की महत्त्वपूर्ण बताती है चलिए अब मैं विशेषताओं के बारे में कुछ
21:08
पॉइंट्स लिखना चाहता हूं तो वह पॉइंट्स आप सभी याद रखना है देखिए पहला पॉइंट आएगा
21:14
हमारा संविधान की विशेषताओं में सबसे लंबा लिखित संविधान लिख
21:20
दीजिए कलर चेंज करते हैं एक बार और यहां पर लेना चाहेंगे हम येलो सब
21:31
सबसे सबसे लंबा लिखित
21:40
संविधान सबसे लंबा लिखित
21:46
संविधान ओके दूसरी बात करते
21:53
हैं सभी स्रोतों से लिया गया सभी
21:59
स्रोतों से लिया गया संविधान सभी स्रोतों से लिया
22:06
गया संविधान यह सेकंड पॉइंट होगा इसके बारे में आज हम पढ़ेंगे सभी स्रोतों से लिया
22:13
गया संविधान उसके अलावा नेक्स्ट होगा कठोर एवं लचीला
22:21
संविधान कठोर एवं लचीला संविधान
22:32
ओके चलिए अब नेक्स्ट बात करते
22:49
हैं जगह नहीं हुई ना चलिए ठीक है यहां कर देते हैं यह ठीक रहेगा
23:00
ओके ओके ओके चलिए कठोर एवं लचीला
23:08
संविधान अब मैं नेक्स्ट जो लिखने जा रहा हूं यह विशेषता पढ़ने वाले हैं पॉइंट पहला
23:15
पॉइंट सेकंड तीसरी विशेषता इनके बारे में पढ़ेंगे कैसे हैं कैसे काम कर रही है आज
23:20
ठीक है ओके तो कठो संविधान एक आता
23:25
है एकात्मक एवं संघात्मक यानी एकात्मक का मतलब होता
23:34
है यूनियन वाली बात क लो है ना यूनियनिस्ट संघात्मक
23:41
ओके नेक्स्ट बात करते हैं जैसे कि संसदीय सर संसदीय
23:50
प्रणाली संसदीय प्रणाली संसदीय प्रणाली के अलावा और एक
23:57
पॉइंट लिख लेते हैं जैसे की हा आपातकालीन
24:12
प्रावधान इसके अलावा बात करते हैं मूल
24:20
अधिकार मूल अधिकार मूल अधिकार के अलावा बात करते हैं मूल कर्तव्य
24:29
ओके इसके अलावा बात करते हैं त्रि स्तरीय
24:40
सरकार त्रि स्तरीय सरकार थर्ड लेवल गवर्नमेंट ओके और बात कर लेते हैं और कुछ
24:47
विशेषताओं की बात करें तो त्रि स्तरीय सरकार के अलावा और है एक संसदीय हो गया सार्वभौमिक वयस्क
24:56
मताधिकार यह मैंने शब्द बल बताया था आपको
25:03
सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार एक यह बताया था तो यह कुछ
25:12
हमारी विशेषताए रंगी आज के इस लेक्चर में और इन विशेषताओं के बारे में अच्छे से पढ़ना चाहेंगे चलिए तो सबसे पहले आता है
25:20
हमारा सबसे लंबा लिखित संविधान तो इस पर अपना फोकस कर देते हैं पूरे तरीके से कि
25:26
किस तरीके से आज काम करेगा सबसे लंबा लिखित संविधान ओके तो देखिए इस
25:33
पॉइंट को मैं पेज पर लिखने वाला हूं नेक्स्ट पेज
25:39
पर देखिए तो पहला पॉइंट आज
25:45
हमारा सबसे लंबा लिखित संविधान
25:59
ओके इसके बारे में सभी बली बात देखें आज सबसे लंबा लेख संविधान देखें तो आपको पता
26:06
है कि संविधान दो तरीके का होता है स्टूडेंट संविधान दो तरीके का होता है पहला संविधान होता है लिखित संविधान दूसरा
26:13
होता है अलिखित संविधान समझे ना चलिए तो सबसे लंबा लिखित संविधान या दो तरीके के
26:19
संविधान होते हैं टू काइंड ऑफ द कांस्टिट्यूशन तो पहला संविधान होता
26:25
है लिखित संविधान रिटन कांस्टिट्यूशन
26:33
और दूसरे प्रकार का होता है अलिखित
26:46
संविधान अब मुझे चीज बताइए कि जब संविधान दो प्रकार का होता है पहले संविधान देख
26:52
लेते हैं लिखित संविधान और अलिखित संविधान संविधान पूरी दुनिया में दो तरीके
26:57
के काम कर करते हैं या तो लिखित होगा या फिर अलिखित संविधान होगा जैसे कि लिखित संविधान की बात करते हैं जो हाथों से लिखा
27:04
गया है जिसे अमेरिका का संविधान भारत का संविधान ये क्या है लिखित संविधान है जैसे
27:10
कि अब अलिखित संविधान की बात करते हैं वो आता है ब्रिटेन का संविधान ब्रिटेन में
27:15
अभी भी राजतंत्र काम कर रहा है वहां मांगता हूं कि प्रधानमंत्री के चुनाव होते हैं जैसे कि अभी भी हाल ही में
27:21
प्रधानमंत्री के चुनाव हुए थे वहां पर और ऋषि सनु जो थे वहां पर इलेक्शन हार गए हैं और वहां पर दूसरे नए प्रधान मंत्री बने तो
27:29
वहां पर संसदीय सरकार चलती है लेकिन अभी भी वहां पर जो देश का प्रमुख है ब्रिटेन
27:34
का प्रमुख यानी राजा या रानी वही संभालते हैं तो इसका मतलब वहां पर अभी भी राजतंत्र
27:39
है लेकिन राजतंत्र इतना हावी नहीं है कि वहां पर संसद की कोई ना सुने तो इसका मतलब
27:45
ये है कि जहां पर राजा का शासन अभी भी कायम है वहां पर संविधान नहीं होता है
27:50
जैसे कि ब्रिटेन की बात करते हैं क्योंकि ब्रिटेन का जो मुखिया होता है वो राजा या रानी होते हैं और अभी वहां का मुखिया कौन
27:56
है किंग चार्ल्स तृतीय है तो जैसे कि लिखित संविधान में आता है भारत का
28:04
संविधान एवं भारत का संविधान एवं अमेरिका का
28:16
संविधान और यह दोनों देश कैसे हैं एक डेमोक्रेटिक कंट्री है कौन से डेमोक्रेटिक
28:22
लेकिन ब्रिटेन डेमोक्रेटिक कंट्री नहीं है और अलिखित संविधान में आता है ब्रिटेन का
28:34
ब्रिटेन का संविधान यह होता है अलिखित संविधान में क्योंकि वहां पर अभी भी राजतंत्र और संसदीय सरकार एक साथ काम कर
28:42
रही है ओके तो भारत एवं अमेरिका का संविधान ये पूर्ण रूप से लिखा हुआ संविधान है आपको पता है कि भारत का संविधान भी
28:49
संविधान सभा ने लिखा था और तब जाके भारत का संविधान एक लिखित संविधान हो गया था और
28:55
सबसे लंबा क्यों है एक बार चेक कर लेते हैं देखो नोट लगाते हैं यहां पर एक
29:01
बार नोट भारत के संविधान
29:08
में भारत के संविधान में भारत के संविधान में 1949 के
29:19
समय 1949 के समय 395 में
29:25
अनुच्छेद 395 आर्टिकल 395
29:30
अनुच्छेद 22 भाग एवं आठ अनुसूचियां थी एवं आठ
29:39
अनुसूचियां थी लेकिन परिस्थितियों के
29:48
अनुसार लेकिन परिस्थितियों के
29:55
अनुसार लेकिन परिस्थितियों के अनुसार आज हमारे संविधान में 497 प्लस
30:12
अनुच्छेद 12 अनुसूचियां 12
30:26
भाग 25 भागों में विभक्त
30:31
है 25 भागों में विभक्त है और भारत के संविधान
30:41
में और भारत के संविधान
30:47
में में अब तक भारत के संविधान में अब तक 104
31:04
हैं 104 संविधान संशोधन हो चुके हैं हमारे भारतीय संविधान में तो देखिए सबसे पहले
31:11
मैंने बात की थी आपके लिए इसकी यानी हमारे भारत के संविधान में 1949 के समय कितने
31:17
अनुच्छेद थे 395 अनुच्छेद थे कितने थे 22 भाग थे उसके अलावा आठ अनुसूचियां थी चलिए
31:26
और आज मैंने देखा इस चीज को कि 395 आर्टिकल से
31:32
395 अनुच्छेद से इसकी स्थिति आज कितनी हो चुकी है 495 प्लस अनुच्छेद हो चुके हैं
31:39
कितने 495 प्लस अनुच्छेद हो चुके हैं उसके अलावा मैंने देखा आठ अनुसूचियां थी हमारे
31:45
संविधान में जब संविधान बना था आज संविधान में 12 अनुसूचियां है कितनी है 12थ
31:51
शेड्यूल इन द इन दी इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन उसके अलावा देखा हमने 22 भाग 22 भागों में
31:59
हमारा संविधान विभक्त था तो आज इसमें तीन भाग और बढ़े और यह 25 भागों में विभक्त हो
32:04
गए आज हमारे संविधान में 25 भाग है यानी 25 पार्ट्स जो है हमारे इंडिया में वो इस
32:12
तरीके से डिवाइड है कि हर एक भाग में किसी ना किसी चैप्टर का प्रावधान दिया गया है
32:17
जैसे कि हम आने वाले दिनों में आज से तीन दिन बाद हम एक चैप्टर पढ़ रहे होंगे
32:23
संविधान का भाग एक यानी संविधान के भाग एक से ये स्टार्टिंग की जाएगी ओके
32:29
चलिए और इस तरीके से और हमने देखा था जब आपको पता है कि 1951 में प्रथम संविधान
32:37
संशोधन किया गया था क्या किया गया था प्रथम संविधान संशोधन किया गया
32:46
था 1951 में प्रथम संविधान संशोधन किया गया था आपको बता दूं लेकिन आज की स्थिति
32:53
क्या कह रही है आज की स्थिति कह रही है 2020 के आसपास कि 104 वां कांस्टिट्यूशन
33:00
अमेंडमेंट हो चुका है पहले से लेक 104 यानी 100 प्लस कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट हो
33:07
चुके हैं अब तक किसी एक सरकार ने नहीं किए अने को सरकार ने अपने-अपने हिसाब से
33:13
अपने-अपने सिचुएशंस के हिसाब से कांस्टिट्यूशन में अमेंडमेंट किया है और आज की स्थिति ये कहती है कि 105 वां हो
33:20
चुका 100 छवा हो चुका है लेकिन पिछले डाटा के अनुसार देखा जाए 2020 के डाटा के
33:26
अनुसार तो 100 चार आएगा य ओके तो यह स्थिति आपको समझ में आ गई होगी ऐसे ऐसे
33:32
हमारा संविधान बढ़ता ही बढ़ता जा रहा है और बढ़ने से यह रिजल्ट निकला है कि आज
33:39
हमारे भारत का संविधान देश दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है इसलिए आप यह कह सकते
33:45
हैं इसलिए आप यह कह सकते हैं कि भारतीय
33:52
संविधान भारतीय संविधान भारतीय संविधान विश्व
34:00
का विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है
34:06
सबसे लंबा लिखित संविधान
34:18
है ओके तो आप इस पे इस तरीके से भी कर सकते हैं अब आपको समझ में आ गया इसलिए
34:24
मैंने ये बोला था और याद रखना लेखित संविधान में अमेरिका का संविधान भी आता है और ये ब्रिटेन का संविधान आता है
34:31
ओके अच्छा मैं आपसे क्वेश्चन पूछूंगा कि स्विटजरलैंड में किस प्रकार की डेमोक्रेसी काम करती है तो आपका आंसर होना चाहिए क्या
34:40
डायरेक्ट डेमोक्रेसी काम करती है कल ऐसे-ऐसे क्वेश्चन आएंगे देखना एमसीक्यू में कितना मजा आने वाला है
34:47
चलिए अब बात करते हैं सेकंड जैसे कि मैं पॉइंट्स की तरफ जाता हूं तो पहला पॉइंट
34:52
हमारा क्लियर हो चुका है और सेकंड पॉइंट की तरफ देखते हैं अब हमारा यह वाला आने वाला है
34:58
इस सभी पर ध्यान रखिएगा कौन
35:03
सा यह वाला और दूसरा पॉइंट है सभी स्रोतों से
35:09
लिया गया संविधान च अब एक बार इसको समझ लेते
35:29
हां तो सभी स्रोतों से लिया गया
35:37
संविधान सेकंड पॉइंट सभी स्रोतों स्रोतों का मतलब होता
35:44
है सोर्स सभी स्रोतों से लिया गया संविधान
36:01
देखिए अच्छा जब हमारा संविधान सभा चल रही थी 1946 से 47 48 49 में बनकर तैयार हो
36:10
गया जब हमारी संविधान सभा चल रही थी तो संविधान सभा में ऐसा नहीं है हां मैं
36:15
मानता हूं कि हमारा संविधान जो है वह महापुरुषों की महा नेताओं की डॉक्टर
36:21
भीमराव अंबेडकर के दिमाग की एक उपज है लेकिन हमें फिर भी यह सोचना होगा कि क्या
36:26
हमने अपने दिमाग की उपज को ही इतनी मान्यता दे दी है कि हमें दूसरे देशों के
36:32
संविधान को देखने की जरूरत तक नहीं पड़ी हमें क्या इसकी मानता दे देनी चाहिए नहीं ऐसा भी नहीं हमें दूसरे देशों के संविधान
36:39
को भी देख लेना चाहिए देखो डॉक्टर अंबेडकर यह कहते हैं कि यदि हम दूसरे देशों के
36:45
संविधान को देख लेते हैं और वहां से कोई भी प्रावधान ले लेते हैं कोई अच्छी चीज ले लेते हैं तो अच्छी चीज की चोरी करना चोरी
36:52
नहीं होता है आप किसी के इंसान की बात करते हैं हमारी में जो माता और जो
36:58
पेरेंट्स है ये पेरेंट्स क्या कहते हैं कि बेटा देखो उसके फलाने को बेटे को देखो वह कितनी अच्छी भाषा बोलता है कम से कम तुम
37:06
बोल लिया करो यह तो बोला जाता है तो इसका मतलब यह हुआ कि माता-पिता यह कह रहे हैं कि बेटा अच्छी चीजों को देखो ना एक बार आप
37:13
बुरी बुरी चीजों को ही एक्सेप्ट क्यों कर लेते हैं और हमारी हूम निटी यह होती है एक आदमी का ह्यूमन नेचर क्या होता है कि वो
37:20
बुरी चीजों को जल्दी एक्सेप्ट कर लेता है बजाय अच्छी चीजों के ये हमारा एक सोशलाइजेशन ऐसा ही बना दिया है कि हम बुरी
37:27
चीजों की तरफ अट्रैक्ट बहुत जल्दी हो जाते हैं बजाय अच्छी चीजों के तो अब एक बचे ने
37:35
बड़ा इस बात पर एक बार कमेंट किया था वह बोला था कि सर बुरी बुरी चीजें जो होती है
37:41
व मजा देती है यह पता नहीं दुनिया का कौन सा ऐसा रस है कि बुरी चीजों की तरफ आज की
37:48
यूथ बहुत जल्दी अट्रैक्ट होती है बहुत जल्दी मतलब विदन सेकंड में पता ही नहीं
37:54
चलता तो मैं यही कहना चाह रहा हूं कि जब सभी स्रोतों से हमारा संविधान लिया गया अब
37:59
कुछ लोगों के मन में आ रहा होगा सर ये तो चोरी कर ली हमने या ऐसा ही करना था तो
38:04
इतना डांग इतना नाटक रचाने की जरूरत क्या थी कैबिनेट मिशन का आना 389 सीटें आई
38:11
इलेक्शंस करवाए क्या जरूरत थी वैसे ले लेते डायरेक्ट तीन चार आदमी बैठा देते
38:17
इतना 64 लाख का खर्चा करवा दिया क्या मतलब तीन चार आदमी बैठा देते सभी देशों के
38:23
संविधान को मंगवा लेते वहां से कॉपी कर कर के लिख देते तो इसलिए ऐसा नहीं ऐसा इसलिए नहीं
38:31
क्योंकि आपके मन में आ रहा होगा सर ये तो उधार का संविधान हुआ और आप ही नहीं बल्कि
38:36
बड़े-बड़े महाने महापुरुषों ने इसे उधार का संविधान भी बोल दिया है क्योंकि संविधान के जो समर्थक हैं उतने ही आलोचक
38:43
भी रहे और उन आलोचकों ने इसे उधार का संविधान बोला जिसे इंग्लिश में कहा जाता है हच पोच का कांस्टिट्यूशन
38:50
हच पोच कांस्टिट्यूशन कहा जाता है इसको तो इसलिए कुछ लोगों ने बोला कुछ लोगों ने
38:56
नहीं बोला लेकिन डॉक्टर अंबेड आंबेडकर ने एक बड़े तरीके से भाषण देते हुए कहा कि
39:01
अच्छी चीजों की चोरी करना चोरी नहीं होती है और इस देश के संविधान को मैं मानता हूं
39:07
कि अन्य देशों के संविधान से लिया गया है लेकिन इसे भारत की स्थिति और भारत की
39:13
विविधता और भारत की सभ्यता और संस्कृति के अनुरूप इस संविधान को डाला भी गया
39:19
है तो कहने का मतलब यह हुआ कि इसे छानकर बनाया है ऐसा नहीं है अब देखो स्विटजरलैंड
39:26
में लोकतंत्र स्विटजरलैंड में क्या है लोकतंत्र है वहां पर कौन सा लोकतंत्र काम करता है डायरेक्ट
39:34
डेमोक्रेसी ठीक है अब ऐसा तो नहीं है कि इंडिया में भी इंडिया में भी डायरेक्ट
39:39
डेमोक्रेसी ला दी नहीं डेमोक्रेसी जरूर है इंडिया में लेकिन इनडायरेक्ट डेमोक्रेसी है क्या है इनडायरेक्ट डेमोक्रेसी है यानी
39:47
लोकतंत्र तो वही है लेकिन इसकी परिभाषा को बदल दिया गया तो कहने का मतलब है कि छानकर
39:53
बनाया गया है इसको इसकी कॉपी और कॉपी पेस्ट उदार का संविधान भीख मांग भीख मांगा
39:59
हुआ संविधान ऐसा कोई संविधान नहीं है हमारा संविधान अंबेडकर जी के भाषण के
40:04
अनुसार एक छानकर बनाया गया संविधान है तो चलिए यह डाउट मैंने दूर कर दिया है लिखते
40:09
हैं अब देखो सभी स्रोतों से लिया गया संविधान जैसे कि मैं आपको बता दूं जैसे
40:15
हमारे संविधान में एक दार्शनिक भाग काम करता है दार्शनिक भाग होता है फिलोसोफी
40:21
पार्ट ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन वो है मौलिक अधिकार और नीति निर्देशक तत्व या
40:26
डायरेक्टिव प्रिंसिपल ऑफ स्टेट पॉलिसी एंड फंडामेंटल राइट्स देख लेते हैं तो जैसे कि
40:31
संविधान का दार्शनिक भाग
40:45
हुआ संविधान का दार्शनिक
40:52
भाग अब संविधान का दार्शनिक भाग क्या होता है संविधान का दार्शनिक भाग होता है जैसे
40:58
कि दो चीज होती है एक तो होता है मूल अधिकार जो आप जल्दी ही पढ़ने वाले हैं आर्टिकल्स
41:04
में और एक होता है डीपीएसपी यानी राज्य के नीति निर्देशक
41:10
तत्व राज्य के नीति निर्देशक
41:16
तत्व य नीतियों के निर्देश के अनुसार होते हैं पॉलिसी ऑपरेटर य पॉलिसी कोऑर्डिनेटर
41:23
होते हैं राज्य के नीति निर्देशक तत्व ये लिए जिनको इंग्लिश में कहा जाता
41:40
प्रिंसिपल ऑफ स्टेट पॉलिसी ओके और एक होता है मूल
41:47
अधिकार जिसको कहा जाता है फंडामेंटल राइट
41:58
ओके तो संविधान का दार्शनिक भाग होता है और संविधान का दार्शनिक भाग जो है ये दोनों ही कहां से लिए गए हैं यह दोनों ही
42:06
लिए गए हैं अमेरिका के संविधान से अमेरिका दोनों नहीं सॉरी अमेरिका व
42:15
आयरलैंड इसमें लिख देंगे क्रमश क्रमश अमेरिका व आयरलैंड के संविधान
42:22
से लिए गए हैं आयरलैंड के संविधान से
42:38
जैसे कि डीपीएसपी को लिया गया है आयरलैंड के स डीपीएसपी को आयरलैंड के संविधान से
42:43
और फंडामेंटल राइट्स को अमेरिका के संविधान से लिया गया है
42:49
ओके और आपको मैं बता दूं मूल अधिकार तो अमेरिका के संविधान में भी है लेकिन जितने
42:55
भारत में है ना उतने अमेरिका में भी नहीं है ठीक है
43:02
ओके ऐसे करके ठीक है अब जैसे कि यह किसम आता है यह संविधान के भाग तीन में आता है
43:08
और टोटल भाग कितने हमारे पास 25 तो भाग तीन में आता है और अनुच्छेद आता है 12 से
43:15
35 12 से यह 35 में आता है ओके और राज्य के डीपीएसपी जो होते हैं ये आते हैं
43:22
संविधान के भाग चार में ओके और आर्टिकल्स की बात करें तो
43:27
आर्टिकल किसम आते हैं 36 से लेके और 51 तक आते हैं चलिए आप य तक समझ गए होंगे चलिए
43:36
उसके बाद बात करते हैं नेक्स्ट जैसे कि एक होता है संविधान का
43:42
सरकारीय स्वरूप जैसे कि कैबिनेट
43:49
जैसे कि कैबिनेट सरकार मंत्रिमंडलीय स्वरूप
43:57
मिनिस्टर लीय फॉर्म मंत्रिमंडलीय
44:05
स्वरूप मंत्रिमंडलीय स्वरूप उसके अलावा उसके अलावा क्या क्या बोल सकते हैं
44:12
विधायिका लेजिस्लेटिव
44:18
विधायिका यह कहां से लिए गए यह ब्रिटेन की पद्धति
44:25
पर आधारित है ब्रिटेन
44:30
की की पद्धति पर आधारित
44:39
है समझे यह ब्रिटेन के संविधान से यानी ब्रिटेन का जो संविधान है वह एक मुह बोला
44:45
संविधान है ठीक है ओके तो यह वहां से लिए गए और जैसे कई सारे एक बात और लिख लेते
44:51
हैं चलो जैसे कि मूल कर्तव्य हुए और मूल कर्तव्य को कब जोड़ा गया था 1976 में
44:59
जोड़ा गया था 42 के अनुसार ठीक है तो मूल कर्तव्यों को कहां से लिया गया है रूस के संविधान
45:05
से रूसी संविधान से लिया गया है आप सभी को
45:10
पता है उसके अलावा देखें जैसे कि गणतंत्र एक गणतंत्र शब्द था
45:18
आपको मैंने बताया था रिपब्लिक क्या होता है तो गणतंत्र का मतलब क्या होता है गणतंत्र का गणतंत्र का मतलब यह होता है कि
45:25
जिस देश का मुखिया राजा या रानी ना होकर यानी वंशानुगत ना
45:30
होकर बल्कि जनता के द्वारा चुना गया प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष मजम से किसी
45:36
निश्चित समय के लिए होता है यानी पाच वर्ष के लिए होता है वह देश गणता प्रिक कहलाता है रिपब्लिक कहलाता है तो गणतंत्र शब्द को
45:44
लिया गया है कहां से फ्रांस के संविधान से फ्रांस के संविधान से लिया गया है अब
45:52
मुझे आप एक चीज बताएंगे कि इस बार के गणतंत्र दिवस यानी 26 जनव 1900 सॉरी 26
45:59
जनवरी 2024 जब था हमारे पास तो इस इस गणतंत्र
46:04
दिवस के अवसर पर हमारे यहां पर चीफ गेस्ट के रूप में कौन आया था मुझे बताइए फ्रांस
46:09
के राष्ट्रपति आए थे नहीं आए थे फ्रांस के राष्ट्रपति इनुल मैक्रोन इस गणतंत्र दिवस
46:15
के चीफ गेस्ट थे और सबसे बड़ी बात देखो यानी फ्रांस और वो मतलब गणतंत्र दिवस में
46:22
कौन हो गया फ्रांस के राष्ट्रपति और वही गणतंत्र दिवस है जिसको फ्रांस के समय धान से लिया गया
46:28
है गणतंत्र हो गया जैसे कि एक है राज्यपाल का पद तो राज्यपाल के पद को ऑस्ट्रेलिया
46:34
के संविधान से लिया गया है लिख सकते हैं यहां पर राज्यपाल का पद आपको पता है गवर्नर
46:42
होता नहीं होता है बिल्कुल
46:47
राज्यपाल का पद तो राज्यपाल को पद को लिया गया है
46:53
ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलिया से एक चीज और ली गई है संवर्ती
46:59
सूची कंकड लिस्ट संवर्ती सूची को भी
47:04
ऑस्ट्रेलिया के ऑस्ट्रेलिया से लिया गया है समझे नहीं समझे चलिए इसको लिख दिया
47:10
आपने और भी कई सारी चीजें हैं जैसे कि अ ये तो ठीक है बस मोटा मोटा आप लिख सकते
47:20
हैं यह वाली चीज थी तो सभी स्रोतों से लिया गया संविधान
47:25
इसका एक अलग चैप्टर है तो वो करा देंगे कि कौन कन संविधान कहां से लिया गया है एक बार पीडीएफ आपको टेलीग्राम पर डलवा देंगे
47:32
व आप वहा से देख लेना यह फैक्ट है ठीक है इसम कोई कांसेप्ट नहीं है व आप वैसे भी देख सकते हैं कहीं से भी यह तो हर जगह
47:38
लिखे हुए हैं तो मैं आपको कहने की समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि गलती से भी इसको कहीं सभी
47:46
स्रोतों से लिए गए संविधान को सभी स्रोतों
47:54
से लिए गए सभी स्रोतों से लिए गए संविधान
48:03
को संविधान को कई आलोचकों
48:16
ने कई आलोचकों ने इसे उधार का संविधान भी कहा है
48:27
उधार का संविधान भी कहा है उधार का संविधान
48:41
लेकिन डॉक्टर अंबेडकर के अनुसार लेकिन डॉक्टर अंबेडकर ने कहा
48:47
है डॉक्टर अंबेडकर ने कहा है कि भारतीय संविधान को सभी स्रोतों से
48:54
लिया गया है लेकिन इसे छानकर बनाया गया है कहा है कि इसे सभी
49:03
स्रोतों से लिया गया है इसे सभी स्रोतों से लिया गया
49:20
लेकिन इसे छानकर बनाया गया है
49:27
लेकिन इसे छानकर बनाया गया यह किसी का कॉपी पेस्ट नहीं हो सकता
49:34
और उदार के संविधान को मैं आपसे बता दूं उधार के संविधान को इंग्लिश में और कई
49:40
लोगों ने तो हच पोच का कॉन्स्टिट्यूशन बोला है क्या बोला है हज पच का कांस्टिट्यूशन
50:00
संविधान जो कि गलत है यह भी गलत है मैं नहीं मानता इसको ठीक है क्योंकि डॉक्टर
50:08
अंबेडकर यहां पर साफ कह चुके हैं आप इसे पढ़ सकते हैं
50:13
पूरा इसमें कहीं भी कोई दोहराई नहीं है एग्री सभी ठीक है तो आप सभी को समझ में आ
50:21
गया ओके उदार का संविधान कईयों ने बोला है कि ये एक ज्यादा खर्चीला सं
50:27
देखो कईयों ने बोला है ये खर्चीला संविधान हो सकता है इसे कईयों ने खर्चीला बोला
50:35
है तो आलोचक तो बहुत है आप कुछ भी अच्छा करोगे हमेशा
50:40
ना आप कुछ भी अच्छा कर लो किसी के लिए आप कितना भी अच्छा कर लो वह अंत में जाकर यही
50:46
बोलेगा कि भैया तूने यह मतलब कहते हैं ना कि आदमी की 100 अच्छाई और एक बुराई आदमी
50:53
की 100 अच्छाई पर एक बुराई हावी हो जाती है आदमी में एक बुराई है और 100 अच्छाई है
50:59
तो अच्छाई को देखेगा कोई नहीं बस एक बुराई की तरफ दौड़े चले जाएंगे और उसी पर उसे जिंदगी भर कोसा जाएगा यह इंसानों के साथ
51:06
होता है फिर भी तो यह संविधान है और यह हमेशा से हो रहा है हमारे इंडियन सोसाइटी में के चलिए अब समझ गए हैं आप कि कौन कौन
51:15
संविधान कहां से लिया गया और हालांकि इसकी पीडीएफ है टेलीग्राम पर जल्दी डलवा दी जाएगी आपके
51:21
लिए अब मैं आपसे बात करने जा रहा हूं थर्ड पॉइंट की
51:27
देखिए थर्ड पॉइंट है यह पॉइंट क्लियर हो चुका है यह पॉइंट क्लियर हो चुका है यह पॉइंट आता है आपका कठोर एवं लचीला
51:36
संविधान ठीक है चलिए एक बार हम पानी पी लेते
51:48
हैं अब थर्ड पॉइंट की तरफ आगे बढ़ेंगे कठोर एवं लचीला संविधान शब्द से ही पता लग रहा होगा आप
52:12
कि कठोर एवं लचीला संविधान देख लेते हैं कैसे काम करता
52:17
है चलिए तो पीडीएफ की तरफ चले यहां गए और
52:24
इसको हमने प्लस कर दिया डन
52:33
देखिए आज यह लास्ट पॉइंट हो पाएगा केवल थर्ड
52:48
लचीला संविधान और आपको बता दूं सबसे बड़ी खुशखबरी की बात यह है कि यह हमारा लास्ट
52:55
चैप्टर है संविधान को लेकर उसके बाद हम आर्टिकल्स की तरफ जाने वाले हैं तो आर्टिकल्स में आपको और भी ज्यादा अच्छा
53:02
लगेगा अभी थ्योरी चल रही है इस थ्योरी को समझना बहुत ही इंपॉर्टेंट है कई स्टूडेंट्स को यह बोरिंग लगता है लेकिन
53:08
ऐसा नहीं है बोरिंग की बात नहीं है कई स्टूडेंट्स को ये बोरिंग लगता है और देखो थ्योरी को
53:15
समझना उतना ही इंपॉर्टेंट है जितने आर्टिकल्स को भी आर्टिकल्स को
53:20
आप इस थ्योरी से पढ़े बिना मेरा यकीन है कि आप उसे रटो ग ही लेकिन जितनी आप थरी
53:26
समझ ली तो आपको कभी भी आर्टिकल्स को रटने की जरूरत ही पड़ेगी नहीं आप कांसेप्चुअल
53:33
तरीके से ही करते जाओगे स देखिए कठोर एवं लचीला
53:40
संविधान कठोर नाम से पता चल रहा है कि तो बहुत हार्ड है हमारा संविधान जो है बहुत
53:48
हार्ड है हार्डस्टॉप हा हार्डस्टॉप कांस्टिट्यूशन अब कठोर एवं
53:55
लचीला संविधान की बात करते हैं देखो संविधान दो तरीके का होता है एक लचीला और
54:01
एक कठोर संविधान दो तरीके का होता है एक तो होता है कठोर संविधान और एक होता है लचीला
54:12
संविधान तो संविधान के दो प्रकार होते हैं पहला प्रकार मैंने पढ़ाया कठोर
54:24
संविधान ओके और दूसरा मैंने पढ़ाया आपको एक यह पढ़ाया और एक पढ़ाया लचीला
54:37
संविधान ठीक है तो एक मैंने पढ़ाया कठोर संविधान एक पढ़ाया लचीला संविधान अब कठोर
54:43
संविधान का मतलब होता है कि ऐसा संविधान जिसमें परिस्थितियों के बदलते
54:50
भी उसमें आप संशोधन नहीं कर सकते यानी वह
54:55
संविधान जिस में संशोधन करने के लिए कोई विशेष प्रक्रिया की आवश्यकता होती है कोई
55:01
विशेष शक्ति की आवश्यकता होती है और बदले या ना बदले कोई गारंटी नहीं है तो कठोर
55:07
संविधान तो वह होता है यानी वह संविधान जो जिसे बदलना भी चाहे जिसमें संशोधन करना
55:15
भी चाहे वह फिर भी ना बदले यानी एडी चोटी तक का जोर लगा ले वह संविधान कठोर संविधान
55:23
होता है भैया ऐसा कैसा जैसे कि मान लो एक्स नाम का कोई देश है एक्स नाम के देश
55:29
में मान लो कोई x1 नाम की जनजाति रहती है अब x1 नाम की जनजाति ये कह रही है कि हमको
55:36
रिजर्वेशन चाहिए ये आदिवासी है बहुत पिछड़े हैं बेचारे के पास घर नहीं है एजुकेशंस नहीं है एजुकेशन नहीं है तो
55:43
एंप्लॉयमेंट नहीं है इनके पास अब ये बहुत परेशान है और एक्स नाम के संविधान एक्स
55:48
नाम के देश में एक एक्स कठोर संविधान काम कर रहा है मान लो ये काम कर रहा है
55:54
इसमें ठीक है यह तरीका काम कर रहा है एक्स नाम का देश हो गया इसमें कठोर संविधान हो गया और उसी
56:02
देश में एक्सव नाम की ट्राइवल जाती रहती है ट्राइबल कास्ट रहती है ठीक है ट्राइबल लोग रहते हैं जिनके पास
56:09
घर नहीं शिक्षा नहीं रोजगार नहीं अब रोजगार नहीं तो खाएंगे क्या अपने बीवी
56:16
बच्चों को क्या खिलाएंगे और खुद क्या खाएंगे पहले खुद की सोच लो तो ऐसे में वो मान लो रिजर्वेशन की डिमांड कर रही है या
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किसी और राइट्स की डिमांड कर रही है अब उनको ये राइट्स इसलिए नहीं मिल पा रहा है क्योंकि वहां का संविधान बहुत कठोर है
56:30
वहां का संविधान बहुत हार्ड है क्योंकि सरकार भी वहां के संविधान को चाह के भी
56:36
नहीं बदल सकती वह संविधान कठोर कहलाता है अब भैया ऐसे संविधान का भी क्या मतलब जो
56:43
किसी का भला ना कर सके तो ऐसे संविधान कठोर संविधान है जैसे कि अमेरिका का
56:49
संविधान जैसे कि अमेरिका का संविधान जो है वो यही कहता है आपसे
56:59
अमेरिका का संविधान यानी वह संविधान जिसमें संशोधन करने के लिए एक विशेष शक्ति
57:05
की आवश्यकता होती है अमेरिका का संविधान अमेरिका का संविधान बहुत हार्ड
57:10
एंड टफ है बहुत हार्ड एंड टफ है और एक होता है लचीला संविधान लचीला संविधान वो
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होता है कि वह संशोधन यानी वह संविधान जिसमें संशोधन करने के लिए एक नॉर्मल
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प्रक्रिया नॉर्मल प्रोसेस की जरूरत होती है उसको कहते हैं लचीला संविधान जैसे कि
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ब्रिटेन का संविधान एक कहावत है मैं आप सभी से कहावत
57:34
कहना चाहूंगा कि ब्रिटेन का संविधान दुनिया का एक ऐसा मात्र संविधान है जो
57:42
स्त्री और पुरुष जो स्त्री को पुरुष और पुरुष को स्त्री नहीं बना सकता बाकी दुनिया के सारे
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काम कर सकता है यह संविधान क्यों क्योंकि राजा बैठा है राजा
57:54
के बोल है भाई साब राजा ने दे दिया तो दे दिया वहां पर संविधान तो है ही नहीं है
58:00
राजा ही संविधान है और जब राजा ही संविधान होता है तो आपने इतिहास तो पढ़ा ही होगा जब राजा संविधान होता है और संविधान ही
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राजा होता है तो वहां पे तानाशाही भी आ सकती है और मैं आपको बता दूं ब्रिटेन अभी
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चर्चे में है क्योंकि यूके यूनाइटेड किंगडम जो ब्रिटेन है हमारा यूके ने मोरिसस को चागोस दी देव दिया है करंट का
58:21
क्वेश्चन है याद रखना अभी यूनाइटेड किंगडम ने ब्रिटेन को सॉरी मॉरिशस को को चागोस
58:27
दीप सौंप दिया है बस इसकी प्रोसेस होना बाकी है अभी तो ब्रिटेन चर्चे में है करंट में याद रखना चागोस दीप बहुत लंबे समय से
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मोरिसस और ब्रिटेन के बीच में विवाद चल रहा था चागस दीप को लेकर तो ब्रिटेन का
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संविधान लचीला संविधान है यानी इसको नॉर्मल प्रोसेस से भी बदल सकते
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हैं नॉर्मल प्रोसेस से भी बदला जा सकता है
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हेतु संशोधन हेतु विशेष शक्ति की आवश्यकता होती है बदल
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तो जाएगा मैं यह नहीं क रहा कि नामुमकिन है इंपॉसिबल नहीं है इंपॉसिबल है संशोधन
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हेतु विशेष शक्ति की आवश्यकता होती है
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चलिए दो प्रकार का संविधान लेकिन आप कहोगे सर भारत का संविधान कौन सा है जरा बता दो
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तो हमको भारत का संविधान ना तो कठोर है और ना लचीला है अर्थात कठोर और लचीला दोनों
1:00:04
संविधान कठोर एवं लचीला दोनों
1:00:14
है दोनों है और कैसे है इसकी चर्चा हम करेंगे आपसे कल क्या करेंगे कल करेंगे चलो
1:00:23
उसको पूरा ही कर देते हैं फिर कल का क्या मैटर देखना पूरा ही कर देते हैं इसको ठीक है तो भारत का संविधान कठोर एवं लचीला
1:00:30
दोनों है मैंने यह आपको बता दिया अब एक बार कैसे देख लेते हैं क्वेश्चन आपके मान
1:00:36
में आ जाए कि हाउ यानी कैसे सर आप इस बात का आंसर तो
1:00:43
करिए कैसे यह तो आपने बता द है य तो भैया एक ही ऑप्शन है दूसरा ऑप्शन नहीं है लेकिन
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यह कैसे होगा चलिए इसके बारे में देख लेते हैं एक बार देखो भारत का संविधान कठोर
1:00:54
लचीला दोनों है मैं यहां पर लिख रहा हूं इसे हटा देते हैं और यहां पर लाते हैं
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वाइट कलर ध्यान से देखना
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सभी भारत का संविधान ओके और भारत के संविधान को मैंने
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दोनों प्रकार से बताया था तो पहला क्या बताया था कठोर संविधान भी
1:01:28
संविधान भी है और यह एक लचीला संविधान भी
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है यह एक लचीला संविधान भी है और यह कठोर संविधान भी अब मुझे चीज बताइए देखो मैंने
1:01:45
आपको एक आर्टिकल 368 कराया था 368 आर्टिकल 368 आर्टिकल को मैंने यहां पर दोबारा लिख
1:01:52
देरहा हूं एक बार अनुच्छेद 368
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368 जो आर्टिकल है यह क्या कहता है पता है आपको यह संसद को संवैधानिक संशोधन करने की
1:02:03
शक्ति देता है तो लिख देंगे संसद
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को संवैधानिक संशोधन करने की शक्ति संसद को संवैधानिक
1:02:17
संशोधन करने की शक्ति
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ठीक है यानी ये संसद क्या करती है संसद करेगी केवल संसद ही कर सकती है स्टेट
1:02:32
गवर्नमेंट नहीं कर सकती संसद का मतलब होता है मेंबर ऑफ पार्लियामेंट यानी सेंट्रल गवर्नमेंट तो संसद जो है ये संवैधानिक
1:02:39
संशोधन कर सकती है अब देखिए सुनिए तो आर्टिकल 368 का प्रयोग करके देखो कठोर
1:02:44
कैसे है मैं आपको बता दूं यानी कठोर का मतलब है कि इतनी आसानी से बदला नहीं जा सकता ऐसा नहीं है कि कोई भी सरकार आई मन
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किया संविधान बदल दो बदल दिया संविधान आजकल तो हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री
1:02:59
पर यह आरोप भी लग रहे हैं कि वह संविधान खतरे में है मी समझ में यह नहीं आ रहा कि कहां संविधान खतरे में है अब एक बात तो
1:03:06
निश्चित है जो संविधान को पढ़ेंगे नहीं जो संविधान को जानेंगे नहीं उनके मन में तो य भम बिठाने के लिए बहुत अच्छा साधन है कि
1:03:13
बोल दो संविधान खतरे में है बोल दो संविधान खतरे में है अरे 1975
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की बात स भूल गए होंगे सब मुझे तो उस वक्त अदा लगा था और मैं आपको डटा भी बताया था
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तो संविधान खतरे मुझे सम संविधान कहां खतरे में है ऐसा कौन सा ऐसा प्रावधान हो गया जो संविधान के अनुकूल नहीं है और चलो
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हो भी गया तो सुप्रीम कोर्ट चुप तोड़ बैठेगा सुप्रीम कोर्ट के पास तो पावर
1:03:39
है कि करके तो बताए कोई संविधान को अब जो सुप्रीम कोर्ट को ही हथ गंडे में ले ले तो
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बात अलग है संविधान कोई खतरे में नहीं है यह सब जो संविधान नहीं पड़ेगा वो इ सब
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चीजें बहकावे में आ जाती है बस तो देखें अब कठोर संविधान का मतलब होता है कि वह
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संविधान जिसको आसानी से भी बदला नहीं जा सकता यानी जब सरकार आसानी से बदल देगी तो
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तानाशाही बढ़ जाएगी क्या पता अगले दिन संविधान खत्म हो जाए हो सकता है इंदिरा गांधी नहीं थी बताओ
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इंदिरा गांधी ने खुल के साफ खुल का संविधान को चैलेंज किया उन्होंने मैं
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मानता हूं कि इंदिरा गांधी में कुछ खूबी थी तो कुछ कमियां भी थी उन्होंने संविधान को खुले तौर पर चैलेंज कर दिया
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था तो कठोर संविधान में क्या होता है कि जब कोई
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प्रावधान जब कोई प्रावधान यानी संवैधानिक होना चाहिए
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व जब कोई प्रावधान में संशोधन करना
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हो मैं संशोधन करना हो तो विशेष बहुमत
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विशेष बहुमत या यानी टोटल
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मेंबर टोटल मेंबर ऑफ दो
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बती या स्पेशल मेजॉरिटी यानी विशेष
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बहुमत प्लस आधे राज्यों की सहमति
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सहमति की जरूरत पड़ती है बेटा समझ गए बस और लचीले में तो आप साधारण प्रक्रिया कर
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सकते हो लिख दीजिए साधारण बहुमत जैसे कि छोटे छोटे जैसे कि मान लो देख लचीला भी
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होना चाहिए बना अमेरिका की तरह पस्ता ना पड़ेगा फिर हमको ना और ज्यादा लचीला हो गया तो ब्रिटेन की तरह करना पड़ेगा तो
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क्या मतलब है दोनों को करते हैं ना सेट ये था तो आप समझ गए होंगे बलि बाती और बहुत
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अच्छा लग रहा होगा आप सभी को फिर मिलते हैं एक शायरी है आप सभी के लिए कि जिंदगी देखो हमारे कंपटीशन एग्जाम
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में अभी लेक्चर स्टॉप कर देते हैं एक बात समझ में आई मुझे आज जैसे आप आपने अपनी
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पूरी पूरी लाइफ नहीं देखो लाइफ पूरी लाइफ का कहने का मतलब य होता है कि हमारे जीवन
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में सबसे ज्यादा जो एक इंपॉर्टेंट एक लाइफ फैक्टर होता है एक एज फैक्टर होता है वो
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होती है जवानी यूथ जिसमें आप सब कुछ कर सकते हो जिसमें बुरे काम भी हो सकते हैं
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अच्छे काम भी हो सकते हैं बस आपको चलना खाएं वह आपको मैटर करता है तो अच्छा और बुरा दोनों चीजें आपके सामने होती हैं
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आपको क्या एक्सेप्ट करना है वह आपके पॉइंट ऑफ व्यू पर डिपेंड करता है मैं आपसे एक ही चीज कहना चाहूंगा जो भी बच्चे स्टूडेंट्स
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अपने सरकारी तैयारी सरकारी नौकरी की तैयारी में अपनी जान लगाए बैठे हैं चान
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झके बैठे हैं पूरी तरह से उनके लिए एक शायरी है शेर है छोटा सा कि जवानी कहते ना अंत में जाकर आपको पता
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लगेगा हमें अपनी पूरी जवानी अपनी तैयारी में लगा दी तो जब जाके यह शेर आपको बहुत
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अच्छा एहसास करेगा टच करेगा हालांकि मैं भी जवानी मेरी गई नहीं है मैं आपको बता
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दूं मैं अभी यूथ हूं ठीक है आप मुझे ऐसा मत समझना कि सर ज्यादा ओल्ड है अभी मैं बिल्कुल ओल्ड नहीं हूं तो एक आपको शेर
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सुना दूं यह तब एहसास आएगा देखो एहसास तो आप तब भी कर सकते हो उस भविष्य काल में जाकर आपको वहां जा तो नहीं सकते ना लेकिन
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आप सोच सकते हो कि जब आपकी नौकी लग जाएगी और जवानी की खत्म समाप्ति की ओर होगी तब
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आपको यह शेर बहुत याद आएगा और यह शेर क्या होगा मैं आपको बता दूं इस शेर यह होगा कि
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जिंदगी जला तो दी है हमने ऐसे जिंदगी जला तो दी है हमने ऐसे तो कैसी बहस धुए पर
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जिंदगी जला तो दी है हमने वैसे भी तो धुए पर बहस कैसी और राख पर तराज कैसा च
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तो फिर मिलते हैं आपसे ये छोटा सा शेर था क्योंकि कुछ लोगों को लगता है कि जिंदगी तो जला ही दी है हमने तो धुए पर बहस कैसी
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और राख पर तराज कैसा ओके तो जब आपको यह लगने लगे कि हमारे पास खोने के लिए कुछ
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नहीं है तो आपके लिए पाने के लिए बहुत कुछ खड़ा है सामने फिर मिलते हैं आपसे नेक्स्ट लेक्चर
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में और आज इतिहास का लेक्चर भी होगा और वही सभी अटेंड करें लेक्चर को फिर मिलते
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हैं आपसे नमस्कार सभी को जय हिंद जय भारत