0:50
मॉडर्न हिस्ट्री की शुरुआत जो है जनरली 1700 ईवी से प्रारंभ होकर के 1947 तक का
0:56
जो इतिहास है उसको जनरली वन डे एग्जाम्स में हम लोग तमाम पढ़ते हैं और वह हमारी
1:02
पाठ्यक्रम का हिस्सा होता है तो आज हम लोग मॉडर्न हिस्ट्री में शुरुआत करते हैं
1:07
यूरोपीय कंपनी का आगमन यूरोप से जो विभिन्न प्रकार की कंपनियां है वह हिंदुस्तान में आई है अलग-अलग देशों से वह
1:13
कंपनिया यहां पर आई और उन्होंने अपना व्यापार यहां पर प्रारंभ किया और उन्हीं में से एक देश था ब्रिटेन
1:20
जिसने 1600 के आसपास में व यहां आई है और उसने व्यापार करना प्रारंभ किया और उसके
1:26
बाद 400 सालों तक आर्थिक और राजनीतिक उपले उसने भारत को अपना गुलाम बनाया है और 1947
1:33
में ब्रिटेन के हाथों हिंदुस्तान को आजादी मिली है लेकिन उससे ठीक पहले हम लोग जो
1:38
दूसरी जो यूरोपियन व्यापारी कंपनी है वह भी यहां आई है और उसके बारे में भी हम लोग चर्चा करेंगे तो बेसिकली हम लोग शुरुआत
1:45
करेंगे आज जो हमारा टॉपिक है वह है यूरोपीय कंपनी का आगमन एडवेंटो पियन कंपनीज कौन-कौन सी कंपनियां थी कौन-कौन सी
1:53
यूरोपीय व्यापारिक समुदाय थी जो यहां पर आई उन्होंने अपना व्यापार प्रारंभ किया और उनको यहां सफलता हासिल हुई और सर्वाधिक
2:00
सफलता जो है अंग्रेजों को प्राप्त हुई तो दो चीजें गौर करने वाली बात है सबसे पहली
2:05
चीज है कि यूरोप तमाम जो व्यापारी कंपनिया यहां पर आई है उसमें से जो सभी की सभी
2:13
व्यापारी कंपनिया यूरोप से ही आई है तो दो यहां प क्वेश्चन है कि यूरोप से ही सारी
2:18
व्यापारिक कंपनियां क्यों आई है पहली चीज और दूसरी चीज है कि यूरोप के ही कंपनियों
2:24
के द्वारा या अलग-अलग व्यापारी कंपनियों के द्वारा तथा डिफरेंट जो अलग समुदायों के
2:30
द्वारा अपना वर्चस्व जो है दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित किया गया और सबसे पहली जो यूरोपीय व्यापारिक समुदाय थी
2:37
जो यहां पर पहुंची और भारत में अपने व्यापार का शुभारंभ किया या उन्होंने प्रारंभ किया वो थी
2:43
पुर्तगाली तो अब हम लोग आते हैं टॉपिक प
3:29
अब दो दोस्तों यहां गौर करने वाली बात यह है कि हमने लिखा है यूरोप यूरोपियन कंपनीज
3:36
का गनम यूरोप में कुल मिलाकर के नियर अवर्ड जो है 50 देश हुआ करते हैं वर्तमान
3:43
में 50 के लगभग में ये देश है यूरोप महादेश में और सभी के सभी विकसित राष्ट्र है और विकसित यदि ना भी करें इनमें से कुछ
3:51
ऐसे भी है जो विकसित ना भी है फिर भी उनके जीवन स्तर अच्छा है उनके पास में संसाधन की उपलब्धता ज्यादा है तुलनात्मक
3:58
दृष्टिकोण से अलग महादेशों की तुलना में पहला चीज है कि यूरोप में सामाजिक
4:05
राजनीतिक या सांस्कृतिक आंदोलन का प्रारंभ हुआ आर्थिक क्रांति आई यूरोप में और और एक
4:11
चीज जो थी भारत में अलग अलग चीजों का जो उत्पादन होता था उसकी मांग यूरोप में
4:18
सर्वाधिक था यूरोप में काफी ज्यादा थी और भारत से बेसिकली य लोग कच्चे माल जो है
4:23
यहां से वो ले जाते थे और वहां पर अपने इस्तेमाल में अपने उपभोग में अपने उपयोग
4:29
में व इस्तेमाल करते थे इन सभी चीजों का और उनमें से जो प्रमुख चीज थी वो थी
4:35
मसाला आप यकीन नहीं करोगे कि मसाला एक ऐसा प्रोडक्ट है इन मसालों के लिए हिंदुस्तान
4:43
को 1947 तक गुलाम रहना पड़ा है इन मसालों का डिमांड यूरोप में इतना ज्यादा
4:49
था कि मसाला का मसालों का व्यापार उस जमाने में उस समय में सर्वाधिक प्रॉफिटेबल
4:56
बिजनेस में से एक हुआ करता था और वतमान में भी हम जानते हैं कि नियर अबाउट 70 प्र
5:03
के करीब में जो मसालो का उत्पादन होता है वह भारत में होता है और भारत में सर्वाधिक
5:08
रूप से मसाले का उत्पादन होता है और कुछ मसालों का तो प्रकार ऐसा है कुछ मसालों की वरायटी ऐसी है जो हिंदुस्तान के अलावा और
5:16
कहीं भी किसी भी देश में उसका उत्पादन ना के बराबर होता है इन मसालों की मांग जो थी
5:21
वह यूरोप में काफी ज्यादा थी और इन मसालों का इस्तेमाल यूरोप के लोग दो कामों के लिए
5:27
करते थे पहला मांस को सुरक्षित रखने में करते थे और
5:34
दूसरा की रंगाई और छपाई इन दो कामों में भी इस्तेमाल किया
5:41
जाता था तो कच्चे मांस को सुरक्षित रखने के लिए इसलिए करता है कि यूरोप जो है
5:46
बेसिकली जो है एक नॉन वेजिटेरियन कंट्री है और मानसरी वहां पर
5:52
सॉरी मांसाहारी लोग ज्यादा है वहां पर और इसीलिए वहां पर क्या है कि मांस का उपयोग
6:00
व लोग ज्यादा करते थे और जो ज्यादा संख्या में जो मतलब ज्यादा अमाउंट में जो मांस
6:06
होता था उसको सुरक्षित रखने के लिए और संरक्षित रखने के लिए मसाले का उपयोग व लोग करते थे अपने दैनिक जीवन में डेली
6:12
रूटीन में तो दो चीजों दो चीजों में इस्तेमाल होता था कच्चे मांस को सुरक्षित
6:17
रखने के लिए रंगाई छपाई में और डेली रूटीन में भी इन मसालों का इस्तेमाल होता था
6:22
जिसको हम लोग कह सकते दैनिक उपयोग जो डेली
6:30
दैनिक उपभोग में भी इसका इस्तेमाल बेसिकली होता था इन मसालों का तो हमने दो तीन चीज यहां पर देखा पहला
6:39
कि ज्यादातर जो व्यापारिक कंपनिया है जो ज्यादातर जो व्यापारिक समुदाय जो भारत
6:45
पहुंचे उनका संबंध यूरोप से था पहला चीज यूरोप में भारत में उत्पादित जो कच्चे माल
6:52
थे माल कच्चे माल था उसका डिमांड काफी ज्यादा था और बेसिकली जो मसाला है उसका
6:59
उपाद जहां कि भारत जो है एक प्रमुख उत्पादक के रूप में है मसाला का प्रमुख उत्पादक देश है उसकी डिमांड काफी ज्यादा
7:40
अब क्या था कि जो इनका आगमन है तो सबसे पहले है
7:48
पुर्तगाली पुर्तगाली और स्पेनिश
7:59
पुर्तगाल और स्पेन के नाविकों के द्वारा जो है जो नाविक है उन्होंने विभिन्न
8:07
समुद्री मार्गों की खोज जो है वह प्रारंभ की विभिन्न समुद्री मार्गों की खोज जो है
8:50
अब समुद्री मार्गों की खोज की भी जब बात होती है तो सारे के सारे समुद्री रास्तों या मार्गों की खोज जो यूरोपियन व्यापारिक
8:56
नाविकों के द्वारा किया गया और उनमें से मैंने यह बताया कि पुर्तगाली और जो
9:02
स्पेनिश व्यापारिक नाविक थे या जो मर्चेंट वो उसमें इंपॉर्टेंट रोल प्ले किए है और
9:09
अब यदि हम बात करते हैं कि जैसे हम जनरली हिस्ट्री में हम लोग पढ़ते आए कि भारत की खोज किसने की है वास्को डिगामा
9:17
ने वास्को डिगामा ने की
9:23
है यदि चाइना की खोज की बात करें तो मार्को पोलो ने किया है
9:32
यदि न्यूजीलैंड की खोज की बात करें हम लोग तो उसको तस्मान ने खोजा
9:39
है यदि ऑस्ट्रेलिया की बात करें हम लोग ऑस्ट्रेलिया की खोज किसने की है या ऑस्ट्रेलिया को किसने खोजा है एक ब्रिटेन
9:46
का एक समुद्री नाविक था या समुद्री व्यापारी था कैप्टन कुक जिसने बिटेन
9:52
ऑस्ट्रेलिया की खोज की है यह तमाम वो
9:58
समुद्री व्यापारी थे या समुद्री नाविक थे जिन्होंने अलग-अलग देशों की खोज की यहां अलग-अलग देशों की खोज से तात्पर्य
10:07
अलग-अलग समुद्री रास्तों की खोज से है यहां हमने लिखा है कि समुद्री मार्गों की खोज अलग-अलग देशों की खोज से तात्पर्य
10:14
यहां पे अलग-अलग यूरोप से उन देशों तक के लिए एक नए समुद्री रास्तों की तलाश करना
10:21
एक नए समुद्री मार्गों की तलाश करना वो इन्होंने किया अब एक क्वेश्चन यहां पे ये उठता है
10:28
कि यह तमाम लोग यूरोपियन नाविक क्यों थे जिन्होंने जिन्होंने इन नए समुद्री रास्तों को खोजा या य इनम दिलचस्पी दिखाई
10:36
उसके क्या कारण हो सकते हैं या उसके क्या क्या कारण थे उस पर भी एक नजर हम लोग डाल
10:50
देखिए यूरोप की जो बात की जाए
11:08
पहला जो यूरोप की विशेषता है कि यूरोप के लोग एडवेंचरस ज्यादा होते हैं या यह कह
11:15
सकते हैं कि आप साहसिक प्रवृत्ति के थे और उन लोगों ने रि रिस्क लेने की प्रवृत्ति
11:21
उनमें ज्यादा थी और उनमें यह क्षमता ज्यादा था साहसी भी थे दूसरा रिस्क लेने
11:28
की जो कैपेसिटी है वो यूरोप के लोगों की उस समय या अभी हम कह सकते हैं जेनेटिकली
11:35
वो लोग ज्यादा रिस्की और एडवेंचरस होते हैं विथ कमप टू एशियाटिक पीपल्स या
11:40
डिफरेंट अदर कॉन्टिनेंट के पीपल्स की तुलना में और यूरोप लोग ज्यादा शासित थे और स्क थे अब आप यह समझ सकते हैं कि कई कई
11:47
महीनों का यह समुद्री यात्रा हुआ करता था अब य वास्को डिगामा की य बात करें तो वास्को
11:54
डिगामा जब पुर्तगाल से चला था और भारत में जब वो
11:59
20 मार्च 1498 को पहुंचा 28 20 ऑफ मार्च 1498 को कालीकट बंदरगाह पर जब व पहुंचा है
12:07
तो 90 दिन का उसे समय लगा उन समुद्री रास्तों पर और उन 90 दिनों में वह बड़ी
12:13
बड़ी तूफानों का सामना करना पड़ा होगा कई बार उसको अपनी जो जो फूड कैपेसिटी है उसकी वह खत्म हुई
12:20
होगी या जो फूड स्टोरेज है वह खत्म हुआ होगा कई बार बड़े बड़े मतलब अलग अलग
12:27
प्राकृतिक जो उसका सामना करना पड़ा होगा उसे और तमाम जो कुछ लोग तो ऐसे होते थे जो
12:33
कि मतलब समुद्री रास्तों में यात्रा के दौरान ही उनकी जो वह मौत के शिकार हो जाया करते थे तो दो
12:41
चीज है पहला है कि यूरोप के लोग काफी साहसी प्रवृति के होते हैं दूसरा है कि वह
12:46
लोग काफी रिस्क लेने में एक्टिव होते हैं या सीरियस होते हैं या रिस्की होते हैं
12:52
तीसरा की जो नेविगेशन जो टेक्निक्स है नेविगेशन जो टेक्निक है या नेविगेशन जो
13:01
तकनीक है उसका विकास उस दौर में यूरोप में ज्यादा हुआ तुलनात्मक रूप से आप कह सकते
13:07
हैं कि दूसरे महादेश की तुलना में यूरोप के लोगों के द्वारा जो नाभिकीय क्षमता है
13:13
उसका ज्यादा से ज्यादा विकास किया गया नेविगेशन तकनीक पर ज्यादा जोर दिया गया
13:19
लंबी समुद्री यात्राओं पर चलने लायक जो जहाज है जो समुद्री जहाज है उसका विकास
13:24
वहां प जो नेविगेशन डिफरेंट टाइप्स के इंस्ट्रूमेंट जो है वो बनाए गए नए नए
13:30
मैप्स वगर डिजाइन किए गए जिनसे उनका समुद्री रास्तों पर चलना या लंबी समुद्री यात्राओं पर चलना जो है और आसान हो गया
13:38
चौथी चीज हम यह देखते हैं कि हमने कहा कि डिमांड ऑफ मसाला या मसाला का जो मसालों की
13:46
जो मांग है वह यूरोप में काफी ज्यादा
13:52
है ठीक है अकेले जब हम आगे हम लोग टॉपिक में देखेंगे कि वास्कोडिगामा जब यहां पर
13:58
आया मिर्च के व्यापार के लिए वो यहां पर पहुंचा था ब्लैक पेपर के लिए और जब वो ब्लैक पेपर लेकर के वहां पर लौटता है अपने
14:05
देश तो 60 गुना ज्यादा मुनाफा उसे प्राप्त होता है तो आप यह देख सकते हैं कितना ह्यूज
14:11
बेनिफिट था उसे एक जर्नी में एक बार जब व बिजनेस करने के लिए आया 498 में यहां पर उतरा है और जो काली मिर्च लेकर के अपने
14:18
देश जब पहुंचा है तो 60 गुना ज्यादा उसे प्रॉफिट हुई है तो मसालों की मांग काफी
14:24
ज्यादा थी उस बाजार में ये तीन चार इंपॉर्टेंट मोटे मोटे तौर पर जो पॉइंट है जो यूरोप के
14:32
लोगों के लिए जो है डिफरेंट था और इसी की वजह से यूरोप के लोगों ने जो है डिफरेंट
14:38
समुद्री मार्गों की खोज की है और इसलिए हम यह पढ़ते हैं इतिहास में बेसिकली हम लोग
14:44
पढ़ते हैं कि जो विभिन्न समुद्री राष्ट्र की खोज यूरोप के द्वारा किया गया या विभिन्न देशों की खोज जो है यूरोपिय ने
14:50
किया है यह श्रे यूरोप के लोगों को जाता है जैसे अमेरिका की खोज कोलंबस ने की है 1498
14:55
में सॉरी 1492 में भारत की खोज 1498 में
15:01
वास्को डिगामा ने किया चाइना की खोज मार्को पोलो ने की ये डिफरेंट चीजें हमने यहां पर देखी देखा अब हम लोग बात करते हैं
15:07
पुर्तगालियों की चकि बेसिकली जो सबसे पहला जो व्यापारिक समुदाय यहां पर पहुंचा है वह था पुर्तगाली और उसके बारे में हम
15:26
पढ़ेंगे अब देखिए इनका सीक्वेंस एक बार देख लीजिए कि यूरोप से जितनी विभिन्न व्यापारी कंपनी यहां पे आई है उसका
15:33
सीक्वेंस क्या था तो ये इनका सीक्वेंस था पीडी ई डी एफ और एस छह यूरोपीय व्यापारिक
15:43
समुदाय यहां पर पहुंचा यूरोप से जिसमें सर्वप्रथम यहां पे पहुंचने वाला जो व्यापारिक समुदाय था वो था
15:53
पुर्तगाली जो 1498 में सर्वप्रथम जो है यहां पर भारत पहुंचा है और इसीलिए और
15:59
वास्को डिगामा जो था उसका समुद्री नाविक था जो सबसे पहले यहां पर पहुंचा है सेकंड
16:05
नंबर पर जो है वो डेनमार्क के लोग है डेनिस डेनमार्क के लोग है जो यहां पर पहुंचे हैं थर्ड प अंग्रेज है फोर्थ
16:16
पे पोर्तुगीज सॉरी सेकंड प डच है और थर्ड थर्ड पे अंग्रेज है फोर्थ पे
16:25
डेनिश पीपल है या डेनमार्क के लोग हैं जो यहां पर पहुंचे हैं और फिफ्थ जो है वह
16:30
फ्रेंच है और सिक्सथ एंड सबसे लास्ट जो है स्वीडिश पीपल है या स्वीडन के लोग है जो
16:37
यहां पर व्यापार के सिलसिले में यहां पर पहुंचा तो सबसे पहला जो व्यापारिक समुदाय यहां पर पहुंचा भारत में वह था पुर्तगाली
16:44
और आज हम लोग पुर्तगालियों के बारे में डिस्कस करेंगे
17:04
प्रवीन कुमार सिंह गुड आफ्टरनून गुड
17:17
आफ्टरनून अब हम लोग सबसे पहले जो व्यापारिक समुदाय है पुर्तगालियों के बारे में डिस्कस करते हैं और उससे पहले हम लोग
17:23
एक चीज और देख लेते हैं कि उन समुद्र उन रास्तों के बारे में देख लेते हैं जिन रास्तों के द्वारा मध्यकाल में या
17:30
मध्यकालीन इतिहास में भारत के साथ में यूरोप का व्यापारिक संबंध बना हुआ था तो बेसिकली यह एक यह एक रूट
17:42
था यह पश्चिमोत्तर भारत का रूट था एक तो यह रास्ता
17:57
है और दूसरा ये भारत का जो प्रायद्वीपीय हिस्सा है या ये जो पानी वाला हिस्सा है
18:04
यह दो हिस्से हैं जिसके थ्रू भारत का कंटक्ट जो है वो बाकी अलग अलग देशों के
18:09
साथ में स्थापित हुआ था और मुक्त जो व्यापार भी जो है इन्हीं दो राष्ट्रों के थ्रू हुआ है और हम यह भी देखते हैं कि
18:16
इतिहास में जितने बड़े-बड़े आक्रमण हुए भारत पर इन्ही पश्चिमोत्तर भारत के रास्ते के थ्रू हुआ है तो यह रूट जो है आगे चलकर
18:24
के जो है डिस्टर्ब हुआ और यहां पर मुस्लिमों का कब्जा हुआ इन मार्गों प जो मुस्लिम है
18:29
उन्होंने कब्जा किया इस रास्तों पर और यह रूट कंपलीटली डिस्टर्ब हो गया और डिफरेंट अदर रूट भी मुस्लिम के कब्जे में आए और
18:36
इनसे क्या हुआ कि जो व्यापारिक परंपरा थी और एक जो व्यापार चल रहा था यूरोप और
18:41
इंडिया के बीच में वह डिस्टर्ब हुआ और उसके बाद यूरोप के लोग जो है इस बात के लिए प्रोत्साहित हुए इस बात के लिए
18:47
मोटिवेट हुए कि यूरोप और इंडिया के बीच में एक नए रास्ते की खोज की जाए और इसके
18:53
लिए वहां के शासकों ने या वहां के जो राजाओं ने या वहां के जो थे उन लोगों ने
18:59
इनको फाइनेंशली ड भी दिया उनको मोटिवेट भी किया और उनका उनका जो है हौसला अफजाई की
19:05
और उसके बाद उन्होंने यह सिलसिला प्रारंभ
19:19
किया अब हम बात करते हैं पुर्तगालियों की
19:39
अब देखिए इनका सिलसिला जो है पुर्तगालियों का यह स्टार्ट होता है 1486
19:46
से 1486 में बर्थ लोम
20:03
एक समुद्री नाविक था समुद्री व्यापारी था जो भारत तक पहुंचने
20:10
का प्रयास कर रहा था और वह दक्षिण अफ्रीका के केप
20:19
ऑफ गुड होप तक आकर वो रिटर्न बैक हो गया या लौट
20:26
गया अब बेसिकली आप मैप प देखोगे कि हिंदुस्तान है और उसके ठीक यहां पर नीचे
20:31
में दक्षिण अफ्रीका है दक्षिण अफ्रीका के नीचे सबसे जो निचले पॉइंट तक वो आकर के वहां से रिटर्न बैक आगे पीछे हो गया इसके
20:39
पास नेक्स्ट एक डेट आता है 1492 का और हमने इसमें यह बताया कि
20:46
1492 में जो क्रिस्टोफर कोलंबस जो है व भारत की खोज के लिए निकला और वह
20:51
अमेरिका के तट पर पहुंचा और अमेरिका की बेसिकली उसने खोज की फिर एक नेक्स्ट डेट
20:57
आता है 14 98 का इसमें एक पुर्तगाली नाविक था जिसका नाम
21:05
था बस्को डिगामा वास्को
21:14
डिगामा वह अपने कुछ साथियों के साथ में भारत तक के लिए यात्रा उसने प्रारंभ किया
21:19
कीप अप गुड होप तक पुर्तगाली ऑलरेडी पहुंचे हुए थे उस केप ऑफ गुड होप के आगे
21:27
बढ़ता हुआ हिंद सागर में आगे पहुंचा उसकी मुलाकात एक गुजराती मछुआरे से हुई गुजराती
21:33
व्यापारी से हुई जिसका नाम था अब्दुल मजीद और उसके दिशा निर्देश पर वह जो
21:39
है कालीकट बंदरगाह पर उतरा तो 1498 जो है ये काफी हिस्टोरिकल
21:47
पॉइंट्स है ये काफी इंपॉर्टेंट पॉइंट्स है हिस्ट्री के पॉइंट ऑफ व्यू से क्योंकि इस
21:52
1498 के बाद यह पहला व्यापारिक समुदाय है जो यहां पर पहुंचा है व्यापार के सिलसिले
21:58
में और इसने जो है इन नए रास्तों की खोज की और जिस नए रा जिस उन नए रास्त को आगे चलकर के
22:07
केप ऑफ गुड होप वे कहा जाने लगा क्योंकि यही वह रास्ता था जिसके थ्रू वह लोग
22:13
हिंदुस्तान तक पहुंचा था और काटी कट के बंदरगाह पर उतरा था तो यह सीक्वेंस है
22:18
हमारा ठीक है और फिर हमने यह भी बताया है कि पुर्तगाली जो शासक है वो लोग मोटिवेट
22:24
कर रहे हैं जो भी समुद्री नाविक है जो समुद्री व्यापारिक है उनको को वो मोटिवेट कर रहे इस बात के लिए कि हिंदुस्तान तक के
22:31
लिए या भारत तक के लिए एक नए समुद्री राष्ट्रों की खोज की जाए क्योंकि हमने यह बताया कि जो भी वैकल्पिक रास्ता था जो भी
22:38
डिफरेंट ऑप्शनल रूट थे उस परे मुस्लिमों का कब्जा हो गया था और भारत से जो कच्चा माल यूरोप तक पहुंच रहा था उन परे उनका
22:45
एकाधिकार हो गया था बेसिकली जो अरबी व्यापारी थे और डिफरेंट जो अलग व्यापारिक समुदाय यहां पे पहले से व्यापार कर रहे थे
22:52
उनका यहां पर व्यापार में दबदबा स्थापित हो गया था और आप यह कह सकते हैं कि वो व्यापार भारत और यूरोप के बीच का व्यापार
22:59
जो है मुस्लिम व्यापारियों के द्वारा नियंत्रित हो रहा था और इसीलिए पुर्तगालियों पुर्तगाली शासकों के द्वारा
23:07
इस बात के लिए मोटिवेट किया गया अपने देश के समुद्री नाविकों को उन्होंने मोटिवेट किया कि भारत तक के लिए
23:13
एक नए समुद्री रास्तों की खोज की जाए और फिर उसके बाद उन लोगों ने जो है नए नए जहाज की तकनीक विकसित की नेविगेशन
23:20
इंस्ट्रूमेंट को खोजा नए-नए मैप्स वगैरह डिजाइन की जिसका डिस्कस हमने पहले भी किया है और लास्ट में 1498 वो डेट है जब वास्को
23:29
डिगामा कालीकट बंदरगाह पर
23:46
उतरा अब देखिए यहां पर अब जो सबसे पहला पुर्तगाली है जो यहां पर पहुंचा है व था
24:15
डिगामा और हमने यह भी कहा कि 1498 में व उसने भारत की खोज की भारत की खोज करने का
24:21
श्रेय है यूरोप और भारत के बीच में एक नई समुद्री रास्ते की उसने खोज की अब जो यहां
24:27
पहुंचा उसम से तीन चार य पर पॉइंट काफी इंपॉर्टेंट है जो अलग-अलग जो वनडे एगजाम उसमें अगेन एंड अगेन पूछे
24:34
जाते पहला पॉइंट तो यह है कि वास्कोडिगामा के बारे
24:59
नए समुद्री रास्तों की खोज उसने समुद्री रास्तों की खोज की नए
25:13
की सेकंड पॉइंट है कि पुर्तगाल से भारत आने में कुल 90
25:19
दिन का समय उसे लगा था भारत
25:53
उसे लगा था ये 90 डेज इसलिए
25:59
सारे वनडे एम से पूछा है कि मतलब पुर्तगाल से हिंदुस्तान आने में कुल कितने कितना
26:06
समय वास्को डिगामा को लगा तीसरा है कि जिस हिंदुस्तानी के दिशा निर्देश पर
26:13
वह कालीकट बंदर कात उतरा था उससे भी कई बार क्वेश्चन पूछे जाते
26:40
गुजराती पथ प्रदर्शक के सहायता
26:45
से प्रदर्शक के सहायता
27:26
बंदरगाह तक पहुंचा था
27:33
थर्ड पॉइंट इससे संबंधित है कि केरल के तत्कालीन शासक जमोरिन ने
27:40
उसका जोरदार ढंग से स्वागत किया था केरल
28:24
किया गौर करने वाली बात यह है कि एक तरफ जब केरल का शासक जो है वह उस जो हिंदू
28:31
शासक है जो हिंदू रूलर है वह उसका स्वागत कर रहा है वहीं दूसरी तरफ यहां पहले से जो
28:37
व्यापार पे जिसका अधिपत्य था जो व्यापारिक समुदाय पहले से मौजूद थे और जो व्यापार में दिलचस्पी लिए हुए थे जैसे हमने बताया
28:44
कि अरबी मुसलमान व्यापारियों के द्वारा और वनिस व्यापारियों के द्वारा इसका जोरदार ढंग से विरोध किया गया था कि वास्को
28:50
डिगामा को इस बात का परमिशन नहीं दिया जाए कि वह भारत में किसी बंदरगाह पर उतरे या भारत के साथ में कोई व्यापारिक संबंध
28:56
स्थापित हो या भारत के का जो कच्चा माल है वह खरीदा जा
29:03
सके पुर्तगालियों के द्वारा इसका काफी विरोध किया गया था यहां पर जो अलग अलग व्यापारिक समुदाय है उन्होंने वास्को
29:09
डिगामा का विरोध किया था चौथा
29:15
है कि वह काली मिर्च के व्यापार के लिए आया था
29:36
था नेक्स्ट पॉइंट है इस व्यापार में उसे 60 गुना अधिक
29:45
मुनाफा प्राप्त हुआ 60 गुना
29:50
अधिक मुनाफा प्राप्त हुआ
29:58
अब आप सोच सकते हैं कि य कितना ूज बेनिफिट था पुर्तगालियों के लिए बेसिकली पुर्तगाली
30:04
व्यापारिक समुदाय के लिए एंड च लास्ट पॉइंट
30:10
है कि वास्को डिगामा अगेन 152 ईसवी में आया था 1502 ईसवी
30:26
भारत व्यापार के सिलसिले में आया व्यापार
30:40
में व्यापार के सिलसिले में
30:47
आया 1524 ईसवी में भी वो आया था भारत 1524
31:07
था और सबसे इंपॉर्टेंट फैक्ट वास्को डिगामा के बारे में है उसी में जोर देना
31:22
एकमात्र यूरोपीय व्यापारी था
32:07
था और दोस्तों यह एकमात्र यूरोपीय व्यापारिक है जो शुरुआत के दौर में इसकी
32:12
मृत्यु भी यहीं पर हुई थी और 1524 ईवी में जब थर्ड टाइम व इंडिया
32:19
विजिट पर आया था और इंडिया व्यापार के सिलसिले में आया था उसे दो तीन महीने के बाद आगे चलकर के उसकी मृत्यु हो गई और
32:26
यहीं पर इसका मचस भी बनाया गया तो ये वास्कोडिगामा के से रिलेटेड जितने भी
32:31
इंपोर्टेंट फैक्ट है वो जो भी एग्जाम में अगेन अगेन पूछे गए हैं अलग-अलग एग्जाम्स
32:36
में वह सारा कंपाइल करके मैंने यहां पर लिख दिया है अब अगेन इन चीजों के बारे में
32:41
मैं डिस्कस कर देता हूं पहले हमने यह देखा कि सारी व्यापारी कंपनिया यूरोप से ही आती है पहला पॉइंट यूरोप के लोग ही अलग-अलग
32:50
समुद रास्तों की खोज क्यों किए उसको मैंने बताया है फिर उसके बाद य हमने यह कहा कि
32:56
इंडियन क्या मतलब इंडियन जो रॉ मटेरियल है या जो भारत में उत्पादित वो कौन-कौन सी
33:02
वस्तुएं हैं जिनकी की मांग यूरोप के बाजार में सर्वाधिक थे और उसमें मैंने बताया था
33:08
कि सर्वाधिक डिमांड जिन चीजों की थी उनमें मसाला एक आइटम इंपोर्टेंट आइटम था और उन
33:14
मसालों के व्यापार के लिए अलग-अलग व्यापारिक समुदाय यहां पर आया और सबसे पहला व्यापारिक समुदाय जो भारत
33:20
में व्यापार के लिए पहुंचा वह पुर्तगाली था और पुर्तगाली में जो सबसे पहला जिसने
33:26
कि पुर्तगाल और भारत के बीच एक नए समुद्री रास्ते की खोज की वो था वास्कोडिगामा और
33:31
उसके बारे में हम लोगों ने चर्चा की अब हम लोग आगे देखते हैं
33:58
अब हम लोग नेक्स्ट क्या देखते हैं कि हमने देखा कि 1502 में या 1502
34:09
में अगेन वास्को डिगामा आया था और फिर 1502 ईसवी में ही दूसरा एक पुर्तगाली था
34:17
जो यहां पर आया था व्यापार के सिलसिले में जिसका नाम था पेड्रो अल्ब केबल
34:28
ठीक है 1502 में एक दूसरा पुर्तगाली
34:41
अल्वारेस जो भारत यात्रा पर आया था और मैंने यह भी कहा था कि सेम डेट प 1502 में
34:46
वास्को डिगामा भी अगेन आया था अब आगे चलकर के 1503 ईवी में 1503
34:53
में पुर्तगालियों के द्वारा एक नई फैक्ट्री कोची में एब्लिश कर दी गई या
34:59
कुची में स्थापित कर दी गई ये काफी इंपॉर्टेंट प्लेस
35:05
है केरल के कुची में पुर्तगालियों के द्वारा एक नई
35:10
फैक्ट्री 1503 ईसवी में स्थापित की गई गौर करने वाली बात यह है किसी भी किसी
35:18
भी यूरोपियन व्यापारिक समुदाय के द्वारा स्थापित भारत के अंदर यह पहली फैक्ट्री थी
35:24
और यह एक इंपॉर्टेंट जगह पुर्तगालियों के लिए इंपॉर्टेंट प्लेसेस या राजधानी बन कर
35:32
के यहां पर हेड ऑफिस था पुर्तगालियों का कोची में 1530 ईसवी तक जब तक कि इन्होंने
35:40
अपना यहां से कोची से ट्रांसफर करके गोवा को एक नई राजधानी उन्होंने नहीं बनाया या अपना हेड ऑफिस गोवा नहीं ले गए तब तक कुची
35:47
सर्वाधिक इंपॉर्टेंट प्लेसेस रहे पुर्तगालियों के लिए तो 13 ईसवी में कोची
35:52
में उन्होंने एक अपनी फैक्ट्री खोल दी ठीक है और इस फैक्ट्री की देखरेख के लिए 1505
36:00
ईसवी में अल्फों सो द अल्ड
36:12
द अलमीरा को उन्होंने अपना पहला गवर्नर
36:26
अपॉइंट्स उसी फैक्ट्री की देखरेख के लिए और पूरा पुर्तगाली व्यापारी व्यापार को नियंत्रित करने के
36:33
लिए अल्फांसो द अलडा को उन्होंने अपना क्या किया पहला गवर्नर बनाक के या पहला
36:39
कमांडर इन चीफ बनाकर के उसको भारत में नियुक्त किया यह पहला गवर्नर था पुर्तगालियों के द्वारा नियुक्त य
36:46
पहला गवर्नर था यह 15509 ईवी तक य पर गवर्नर काम
36:55
किया ईवी तक र और चार सालों में इसने दो तीन काम
37:02
किए पहला काम इसने यह किया कि हिंद महासागर पर जिस इलाके
37:08
से समुद्री व्यापारियों का जो आना जाना रहता था और जो मेन इंपॉर्टेंट हब था
37:16
जंक्शन था आप यह कह सकते हैं समुद्री व्यापारियों के लिए उस हिंद महासागर पर इसने अपना कब्जा स्थापित किया और टोटली आप
37:25
यह कह सकते हैं कि यहां के समुद्री व्यापार पे कंट्रोल इसने शुरू
37:31
किया और एक पॉलिसी इसने स्टार्ट की थी जिसको कहा जाता ब्लू वाटर पॉलिसी इसको कहा
37:37
जाता है शांत जल नीति कानून शांत जल नीति कानून और इसे इंग्लिश
37:46
में बोलते हैं ब्लू वाटर पॉलिसी ब्लू वाटर
37:54
पॉलिसी पहला गवर्नर था अल्फांसो दल मिडा 1509 1509 तक यहां पर एस गवर्नर यहां पर
38:01
रहा य फर्स्ट गवर्नर है और ब्लू वाटर पॉलिसी उसने इंट्रोड्यूस की इंडियन ओसन के
38:06
लिए इंडियन ओसन से जितने भी समुद्री नाविक थे या समुद्री व्यापारी थे वह आते जाते थे
38:12
उसको उसने कंट्रोल करना स्टार्ट किया टैक्स लेना स्टार्ट किया और डिफरेंट टाइप
38:17
के अलग पॉलिसी जो आगे हम लोग देखेंगे कि मतलब अलग अलग गवर्नर के द्वारा इंट्रोड्यूस किया गया है
38:31
अब आगे 1510 1510 में या 1510 ईसवी में दूसरा एक
38:39
गवर्नर है अल्बूकर्क अल्बूकर्क
38:57
1510 ईवी में पुर्तगालियों ने अल्बूकर को अपना सेकंड गवर्नर बना कर के हिंदुस्तान
39:03
भेजा या सेकंड एस गवर्नर पॉइंट किया यह दूसरा
39:16
था और इसके द्वारा काफी सारा मतलब
39:22
जो इंपॉर्टेंट जो है डिसीजन लिए गए और इसने अपने पीरियड में या जो इसका जो समय
39:29
है जिस दौरान यह रहा है यहां पे इसने समुद्री सॉरी पुर्तगालियों के व्यापार का
39:35
जो क्षेत्र है उसको बढ़ाया अलग-अलग जगहों पे पुर्तगालियों की फैक्ट्री स्थापित की अलग-अलग छोटी-छोटी बस्तियों की स्थापना की
39:41
और डिफरेंट टाइप के मतलब डिसीजंस और इंपॉर्टेंट डिसीजंस और जजमेंट इसके टाइम पीरियड में लिए गए और सबसे इंपॉर्टेंट जो
39:48
काम था 1510 ईसवी में इसने गोवा पे कब्जा किया गोवा पर कब्जा इसके द्वारा किया गया
39:59
अब यह गोवा देखिए कितना इंपॉर्टेंट प्लेस र पुर्तगालियों के लिए कि
40:05
पुर्तगाली 1510 ईवी में जिस गोवा पर कब्जा स्थापित किया यही गोवा आगे चलकर के 1530
40:11
ईसवी में इनकी नई राजधानी बनी है और 1503
40:16
1503 से लेकर के अप टू 1530 तक कोची का इंपॉर्टेंट रोल था पुर्तगालियों के
40:23
व्यापार में लेकिन कोची का इंपॉर्टेंस थोड़ा कम हो गया और गोवा को जीतने के बाद 1510 में उन्होने गोवा को जीता और 1530
40:31
ईसवी में उनको अपनी नई राजधानी बनाई और एक चीज आप ध्यान देने वाली बात है गोवा
40:37
पे पुर्तगालियों का डोमिनेशन काफी तगड़ा था और गोवा आज भी जब जब जाओगे गोवा में तो
40:45
जो यूरोपियन कल्चर वह साफ और अस्पष्ट नजर आता है गोवा के समाज में संस्कृति में या वहां के म्यूजिक में या खानपान में तमाम
40:51
चीजों में वो पुर्तगालियों का ही असर है और एक एक चीज और भी गौर करने वाली बात है
40:58
यही गोवा है जिस पर 1510 ईसवी में पुर्तगालियों ने कब्जा स्थापित किया 1961
41:04
तक यह गोवा जो है पुर्तगालियों के कब्जे में बना रहा ठीक है ना तो अब आप देख सकते
41:09
हैं कि 1510 से लेकर के और 1961 तक यह
41:15
आपका 400 साल का पीरियड है और किसी एक समुदाय के द्वारा एक ग्रुप के द्वारा यदि
41:20
किसी एक जगह पर 400 साल तक उसको कंट्रोल किया जाए या उसको अपने तरीके से
41:28
मॉनिटर किया जाए उस जगह को तो ऑटोमेटिक वहां पर आप देखेंगे दो दो अलग-अलग प्रकार
41:34
के संस्कृति का दो अलग अलग प्रकार के खानपान का रहन सन का वहां पर मिक्सिंग जो है समिश्रा बात है और वह स्पष्ट प्रभाव जो
41:41
है गोवा प दिखता है पुर्तगालियों का तो 1510 ईसवी में इसने गोवा पर कब्जा स्थापित
41:46
किया और सेकंड जो है इसने क्या किया जो भारतीयों को भी
41:51
सैनिक के तौर पर जो नियुक्त करना स्टार्ट किया क्योंकि इनके पास में इतना मैन पावर था नहीं य प ठीक है ना पहले जो आते थे
41:58
व्यापारिक समुदाय या जो व्यापारिक कंपनिया य व्यापार करने के लिए आती थे तो उनके पास में मैन पावर का काफी अभाव होता था यह आगे
42:05
हम लोग अंग्रेजों के टाइम पीरियड में भी देखेंगे कि मेन पावर का उन लोगों के पास में अभाव था तो यहां के भी मतलब जो कुछ
42:12
लोग है उनको एस ए सोल्जर एस जो सैनिक के रूप में इन्होंने नियुक्ति देना स्टार्ट
42:18
किया यह भी एक इंपॉर्टेंट जजमेंट था इनका कि भारतीयों
42:31
सैनिक के तौर पर नियुक्त किया ौर
42:44
किया तीसरा एक इंपॉर्टेंट जजमेंट इसका यह था
42:50
कि निम्न वर्ग के जो पुर्तगाली थे उसको भारत में वि संबंध स्थापित करने
42:58
के लिए मोटिवेट किया प्रोत्साहन दिया और नई मतलब यह जो मतलब इस प्रकार का
43:05
जो डिसीजन था जो निर्णय था या जो नीति था उसको नई विवाह नीति भी कहा जाता है यह
43:10
अल्बूकर के द्वारा इंट्रोड्यूस किया गया था उनका यह कहना था निम्न वर्ग के जो भी पुर्तगाली थे उसको यहां पर भारतीयों के
43:16
साथ में विवाह संबंध स्थापित करने के लिए जो है मोटिवेट किया गया ताकि यहां के समाज
43:22
में मिक्स हो सके या हमारा जो है एक मैन पावर जो है वो डेवलप हो हो सके आगे चल कर
43:51
वर्गीय नई विवाह नीति
43:57
को लागू किया और था कि इसने बहुत बड़े इलाके पर
44:05
अलग-अलग जगहों पर व्यापार को फैलाया यह तो हमने ऑलरेडी पहले इसके बारे में डिस्कस
44:10
किया है और जो और इन तमाम जो डिसीजन के चलते जजमेंट के चलते इसको
44:17
वास्तविक संस्थापक भी कहा जाता है पुर्तगाली व्यापारिक साम्राज्य साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक कहा जाता है
45:10
संस्थापक यह अल्बूकर की बात हो
45:16
गई हमने दो गवर्नर्स के बारे में पढ़ा पहला अल्फांसो द अलमी के बारे में जो यहां
45:23
पर चार साल ए फर्स्ट गवर्नर रहा और दूसरा हमने अलुक के बारे में पढ़ा जो 1528 ईसवी
45:30
तक रहा है ये इसका जो टाइम पीरियड है वो 1510 से लेकर के 1528 तक का टाइम पीरियड
45:35
है इसका और यहां पे ये भी देख रहे हैं कि कितना लंबा इसका टाइम पीरियड है नियर अबाउट जो 18 इयर्स के करीब में रहा है और
45:42
इसका हाईली इंपैक्ट रहा है यहां पे यहां के मतलब जो भी पॉलिसी है जो भी डिसीजंस लेना है अलग-अलग जगहों पे व्यापारिक
45:48
कोठियों की जो एस्टेब्लिशमेंट है या व्यापारिक बस्तियों की स्थापना करने की बात है व्यापार को फैलाने की बात हो या
45:55
अलग-अलग प्रकार के जो डिसीजन जजमेंट लेने की बात हो उसका एक महत्त्वपूर्ण प्रभाव इसने छोड़ा है नेक्स्ट जो गवर्नर है व है
46:20
कुन्हा इसके टाइम में बस एक चीज जो काफी इंपॉर्टेंट है कि 1530 इसने क्या किया पची
46:28
से राजधानी को स्थानांतरित करके गोवा को अपनी नई राजधानी बनाई इसने क्या किया था
46:49
बनाई ठीक है ये काफी इंपॉर्टेंट र तो ये दो तीन गवर्नर जनरल से जो एग्जाम के पॉइंट
46:56
ऑफ व्यू से काफी इंपॉर्टेंट रहे हैं और जिसके बारे में हम लोगों ने अभी डिस्कस किया है और आगे हम लोग यह देखते हैं कि जो
47:04
पुर्तगाली जब यहां पे आए तो यहां के समाज में और कहां-कहां पे किन-किन क्षेत्रों
47:10
में क्या इनका विशेष प्रभाव रहा है क्या-क्या योगदान रहा है पुर्तगालियों का
47:15
वो हम उसके बारे में अब डिस्कस करेंगे यह कुछ इंपॉर्टेंट हमने गवर्नर जनरस के बारे में हमने डिस्कस किया पहला दूसरा और तीसरा
47:23
और इसके बाद हम लोग जो है आगे अब यह देखते हैं की पुर्तगालियों की क्याक उपलब्धि रही
47:29
है पुर्तगालियों ने क्याक दिया यहां पर जब यहां पर आए वो और क्या वजह थी जिसके वजह
47:35
से पुर्तगाली फेलर हो गए क्योंकि हम लोग क्या देखते हैं कि सबसे पहला व्यापारिक
47:40
समुदाय है जो यहां व्यापार के सिलसिले में आया 1498 में और सबसे लास्ट में यहां से गया यह भी है य सबसे लास्ट में गया है
47:49
1961 में यहां से हिंदुस्तान के कुछ क्षेत्रों को आजाद करके यहां से लौटा लेकिन वो व
47:57
सफलता उसे यहां नहीं मिली जो अंग्रेजों को यहां मिला या इस देश में मिला ठीक है ना
48:02
इसके बारे में भी हम लोग डिस्कस करेंगे आखिर वो क्या क्या काणी थी या जो डिफरेंट फैक्टर्स थे जिसके वजह से पुर्तगालियों को
48:08
यहां बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली है इंडिया में उसके पीछे क्या क्या कारण रहे हैं उन चीजों पर भी हम लोग चर्चा
48:18
करेंगे तो सबसे पहला चीज है कि वो नई नीतिया जो पुर्तगालियों के लिए
48:25
इंट्रोड्यूस मतलब नई नीति या जो नए कानून पुर्तगालियों के द्वारा यहां पे
48:31
इंट्रोड्यूस किया गया या जारी किया गया उनमें से दो महत्त्वपूर्ण कानून थे या जो दो महत्त्वपूर्ण नीतियां थी जो उनके
48:37
द्वारा लागू किया गया पहला
48:44
था महत्त्वपूर्ण नीतिया
49:04
महत्वपूर्ण नीति तो पहले हमने इसके बारे में डिस्कस
49:10
किया है आंत जल नीति सांत जल नीति या ब्लू वाटर पॉलिसी और
49:19
सेकंड था कार्ड काफिला सिस्टम
49:34
पद्धति यह बेसिकली एक परमिट सिस्टम था यह बेसिकली क्या था एक इट्स टाइप ऑफ
49:42
परमिट सिस्म यह छोटे छोटे समुद्री नाविकों को या समुद्री व्यापारियों को यह परमिट
49:47
दिया करते थे अला करते थे कि आप समुद्री रास्तों के द्वारा जो है अपने व्यापार को
49:53
कर सकते हैं उसके बदले में उन नाविकों को या उन व्यापारियों को पुर्तगालियों को एक
49:58
सर्टेन अमाउंट जो है टैक्स के रूप में चुकाना होता था और दो चीजें पुर्तगालियों
50:04
के से उनको प्राप्त होती थी पहला कि प्रवेश समुद्री रास्तों में और दूसरा
50:09
सुरक्षा सिक्योरिटी सिक्योरिटी भी काफी इंपॉर्टेंट फैक्टर्स रहे वो बाद में हम लोग देखेंगे कि
50:16
जो जो सी पायरेसी का जो दौर है या समुद्री जो लुटेरे जो है और समुद्र में जो लूटपाट
50:22
जो है वो प्रारंभ हुआ पुर्तगालियों के आने के बाद भी ठीक है तो ऐसे जहाज जो परमिट नहीं चुकाते थे ऐसे
50:30
जहाज जो टैक्स नहीं देते थे या जिनका परमिट खत्म था ऐसे जहाजों को वो लोग घेर
50:36
करके लूट लिया करते थे या लूटपाट कर लिया करते थे तो यह दो इंपॉर्टेंट पॉलिसी है जो पुर्तगालियों के द्वारा जो है समुद्री
50:43
व्यापार के लिए भारत में लागू किया गया था पहला है ब्लू वाटर पॉलिसी और सेकंड है कार् काफिला सिस्टम
51:03
अब अगला है कि पुर्तगाली जब आए तो अपने साथ में दो तीन काफी इंपॉर्टेंट चीज लेकर
51:09
के आए जो हिंदुस्तान को दिया या हिंदुस्तान को उनकी देन है पहला चीज है
51:14
प्रिंटिंग प्रेस पहला क्या है प्रिंटिंग
51:22
प्रेस सबसे पहला प्रिंट प्रेस भारत में पुर्तगाली लेकर और 1556 ईवी में 1556 में पहला प्रिंटिंग
51:30
प्रेस पुर्तगालियों के द्वारा ही गोवा में स्थापित किया गया था गोवा में प्रिंटिंग प्लेस स्थापित किया
51:37
गया था और इसी प्रिंटिंग प्लेस के द्वारा जो है आध युग की जो पहली पुस्तक है उसका
51:43
प्रकाशन आगे चल कर के किया गया तो हम क्या देखते हैं कि वह जब आए तो हमें उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस दिया और पहला प्रिंटिंग
51:50
प्रेस स्थापना 1556 में गोवा में पुर्तगालियों के द्वारा किया गया सेकंड चीज टोबैको
51:58
ट बैको या तंबाकू यह भी पुर्तगाली लेकर के आए थे
52:06
हिंदुस्तान और तंबाकू का जो उत्पादन है वह पुर्तगालियों के आने के बाद ही प्रारंभ
52:13
हुआ हिंदुस्तान में और बड़ी मात्रा में तंबाकू का बाद के दिनों में उत्पादन हुआ है अंग्रेजों ने भी इसके काफी यह किया है
52:20
और तीसरा चीज जो इन्होंने दिया था नेविगेशन टेक्निक्स भी अलग अलग प्रकार की
52:26
जो नेविगेशन टेक्निक्स है वो भी पुर्तगालियों ने हमें दिया नेविगेशन
52:36
टेक्निक नई तकनीक मतलब लंबी जहाज या लंबी
52:42
समुद्री यात्रा पर जाने लायक जहाज ठीक है ना ऐसी जहाज जिसकी तकनीक विकसित हो या
52:49
उसमें अलग अलग प्रकार के जो आधुनिक तकनीक जो बनाए जाने लगे वो पुर्तगालियों के बाद
52:55
ही ये थोड़ा सा काम आसान हो गया क्योंकि वहां पर जो नेविगेशन टेक्निक्स मैंने शुरुआत के लेक्चर में ही बताया था कि वहां पर ये
53:03
चीज डेवलप स्टेज में थी और वह चीजें हमें उन्होंने
53:17
दिया अब सब्जी या फल फ्रूट्स की यदि बात की जाए तो डिफरेंट सारी चीजें जो है
53:23
पुर्तगालियों के आने के बाद पुर्तगाली अपने साथ य लेकर के आए थे जैसे आलू की बात
53:28
की हम हम बात करें या टमाटर की बात करें ठीक है ना पपीता की बात करें फल में ठीक
53:36
है उसके बाद हम लोग मूंगफली की बात करें ठीक है उसके बाद अनानास की बात
53:46
करें ठीक है नाशपाती की बात करें यह सब तमाम चीजें जो है पुर्तगाली ही
53:54
अपने साथ में लेकर के आए थे और इनके आने के बाद ये लेकर के जब आए
54:04
उसके बाद जो है यहां पे इन सब चीजों का उत्पादन जो है बड़ी मात्रा पर होना प्रारंभ हुआ मक्के का उत्पादन एक मक्का भी
54:12
एक इंपॉर्टेंट है मक्का यह भी पुर्तगाली है जो अपने साथ में लेकर के आए थे उसके
54:17
बाद हिंदुस्तान में बड़े पैमाने पर मक्का का उत्पादन जो है प्रारंभ हुआ था
54:35
अब हम लोग यह देखते हैं कि इनकी असफलता के कारण
55:02
कारण कौन-कौन से वो इंपॉर्टेंट फैक्टर्स देर आर सेवरल फैक्टर्स च आर रिस्पांसिबल
55:08
फॉर द फैल ऑफ पोर्तुगीज ट्रेडर्स या पोर्तुगीज कम्युनिटीज तो पहला
55:15
जो फैक्टर असफलता का कारण है वह था रिलीजस इनटोलरेंस धार्मिक णता जो है एक
55:21
इंपॉर्टेंट फैक्टर है पुर्तगाली जब यहां आए तो यहां आने के बाद उन्होंने अपने धर्म
55:27
का भी प्रचार प्रसार जो है बड़े पैमाने पर प्रारंभ किया और उनका जो धर्म उनका जो
55:33
धर्म रहा ईसाई धर्म उसका बेसिकली उन्होंने यहां पर प्रचार प्रसार करना प्रारंभ किया
55:38
और शुरुआत में आप देखते हैं कि केरल में जो है वह दुनिया की सबसे पुरानी मतलब
55:44
गिरजाघर में से एक गिरजाघर वहां पर एस्टेब्लिश किया उसके बाद ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार काफी जोर शोर से उन्होंने
55:49
हिंदुस्तान में कि और उस जमाने में जिस जमाने की बात हो रही है यह मुगलों का दौर
55:55
था आगे चलकर के जो हम देखेंगे कि 1526 सवी में जो है पानीपत का पहला युद्ध होता है
56:01
और उसके बाद जो है मुगल वंश की स्थापना होती है और मुगल वंश के जितने भी शासक शुरुआत के जो पांच छह शासक है वोह काफी
56:07
मजबूत और काफी शक्तिशाली शासक थे और मुस्लिम धर्म से संबंधित थे और उनको यह
56:13
नागाव गुजरा कि कोई ऐसा धर्म अलग धर्म जिसका प्रचार प्रसार हिंदुस्तान पर बड़े
56:18
पैमाने पर हो उसको उन्होंने स्वीकार नहीं किया तो आप ये कह सकते हैं कि जो बड़े
56:24
स्तर पर जो शासक है उनके साथ द्वंद उनका चलता रहा और साथ में जो जमीनी स्तर पर जो
56:29
पब्लिक है वो भी एक्सेप्ट नहीं कर पाई वो स्वीकार नहीं कर पाई इन बातों को और हिंदू बेसिकली जो रूट लेवल से जुड़े हुए थे और
56:35
ईसाई धर्म को एक्सेप्ट नहीं कर पा रहे थे पचा नहीं पा रहे थे इस बात को तो पहला है धार्मिक वता की
56:48
धार्मिक और सहिष्णुता सहिष्णुता
56:56
रिलीजियस इनटोलरेंस रिलीजियस
57:04
इन टोलरेंस पुर्तगालियों के द्वारा ईसाई धर्म
57:10
को ज्यादा तवज्जो देना ईई धर्म का ज्यादा प्रचार प्रसार करना यह उनके असफलता का प्रमुख कारण में से एक र दूसरा है समुद्री
57:19
लूटपाट की नीति समुद्री लूट
57:27
की नीति जिसे हमलोग सी पायरेसी बोलते सी
57:37
पासी जब यहां पर पोर्तुगीज आए तो हमने देखा कि समुद्र में व्यापार के लिए या समुद्री
57:45
व्यापारिक सी ट्रेडर के लिए उन्होंने दो कानून लाया था कार् काफला सिस्टम हमने देखा है उ कार् काफ सिस्टम के थ्रू उनको
57:54
एक परमिट सिस्टम था जो परमिट लेना पड़ता था किसी छोटे मोटे व्यापारी को या अलग-अलग व्यापारिक समुदायों
57:59
को जो भी व्यापार या जो भी व्यापारी तथा व्यापारिक समुदाय वह परमिट नहीं लेता था
58:06
उसके माल को लूटपाट कर लिया जाना या बड़े पैमाने पर सी पायरेसी का जो प्रारंभ है वो
58:12
पुर्तगालियों के आने के बाद ही शुरू हुआ हिंदुस्तान में यह भी उनके असफलता के प्रमुख कारणों में से एक रहा है लूटपाट की
58:19
नीति जो इनकी थी कि जो परमिट नहीं देता है या जिससे वोह संतुष्ट नहीं होते थे जिस किसी भी समुदाय से उसके जहाजों को घेर
58:26
लेना उसको लूटपाट करना ठीक है ना तो यह भी एक इंपॉर्टेंट कारण में से एक
58:51
था मुगल शासकों का जो है एक मजबूत मुगल शासक का
58:57
से इनका आमना सामना हुआ हम क्या देखते हैं कि बाबर से लेकर के और औरंगजेब तक का जो
59:02
टाइम पीरियड है मुगलों का वह पावरफुल जो मुगल रूलर है उनका है और यह भी एक ड्रॉ
59:09
बैक रहा है पुर्तगालियों के लिए कि जब भी मुगल को यह कंप्लेंट किसी पोर्तुगीज ट्रेडर्स का या पोर्तुगीज बस्ती से आता था
59:15
तो उस फैक्ट्री को बंद कर देना या उनको लाइसेंस उनके कै कैंसल कर देना यह सब भी
59:22
रहा है और चौथा और इंपॉर्टेंट है कि अलग अलग कंपनियों का य पर आगमन हो
59:39
व्यापारिक कंपनियों का
59:45
आगमन और आगे चलकर के हम लोग क्या देखते हैं कि जो अंग्रेज यहां पर आते हैं और वोह
59:52
भी एक पावरफुल कम्युनिटी है इंपॉर्टेंट जो ट्रेडिंग कम्युनिटी है जो यहां पर आता है
59:58
और वह अलग-अलग क्षेत्रों में जो अपने व्यापार को ना सिर्फ स्थापित करता है फैलाता भी है और बाद में व पॉलिटिकल जो है
1:00:05
एंगेजमेंट में या पॉलिटिकली इवॉल्व हो जाता है यहां के पॉलिटिकल सिस्टम में और
1:00:12
वह पुर्तगालियों को पीछे धकेल है यह सब कुछ इंपॉर्टेंट मतलब रीजन रहे जिसके चलते
1:00:19
जो पुर्तगालियों को य पर असफलता झेलनी पड़ी है और आज हम लोग यही पर पुर्तगालियों
1:00:25
के बारे में हम लोगों डिस्कस किया है जो भी इंपॉर्टेंट इसके फैक्टस है जो पॉइंट्स है हम लोगों ने डिस्कस किया है आगे अगले
1:00:31
टॉपिक में हम लोग अंग्रेजों के बारे में डिस्कस करेंगे और इसी तरीके कर से वन बाय वन हम लोग हर एक टॉपिक को क्लियर करते
1:00:37
जाएंगे और बहुत-बहुत धन्यवाद आप लोगों