0:02
नमस्कार सभी को परीक्षा जंक्शन के इस प्लेटफॉर्म पर सभी का हार्दिक स्वागत है
0:07
एक बार आ जाइए सभी और इंडियन पॉलिटी का क्लास स्टार्ट होने वाला है डीपीएसपी पार्ट टू डायरेक्टिव प्रिंसिपल ऑफ स्टेट
0:14
पॉलिसी राज्य के नीति निर्देशक तत्व तो चलिए और आज लाइव सेशन में हम
0:21
क्विज के साथ स्टार्ट करेंगे सभी को मैं बता दूं एक बार देखो हम साइड में इसलिए
0:26
देखते हैं कुछ लोग ये कते साइड में क्या देखते हो साइड में हम आपके लाइव चैट देखते हैं ठीक है अपना लेक्चर देखते रहते हैं यह
0:34
लाइव चलता रहता है हमारा क म साइड में क्या देखते हो ठीक है हम ने देखने को आतु
0:40
नहीं है क्योंकि हम बत लक्ष्य के बहुत प्रिय आदमी है य पर हमें देखना होता है हमारा लक्ष्य केवल आप है ठीक है य तो केवल
0:48
देखना होता है कि प्रोसेस कैसा चल रहा है तो चलिए एक बार हम य पर टॉपिक डाल देते हैं
0:55
और इंडियन पॉलिटी या भारतीय राज्य व्यवस्था आप सभी को पता होगा मेरे हिसाब से आपको
1:01
अच्छा लग रहा होगा इंडियन पॉलिटी पढ़ने में और आज और भी ज्यादा अच्छा लगेगा इंडियन पॉलिटी को पढ़ने में क्योंकि आज हम
1:08
आर्टिकल्स की बात करने वाले हैं क्या आर्टिकल्स मैं आपको एक चीज बता
1:15
दूं जो हम मौलिक अधिकारों की बात करते हैं मौलिक अधिकार का केवल पार्ट एक आया है जो
1:22
हमारे ू चैनल पर अपडेटेड भी है अपलोडेड भी है पब्लिश हो चुका है प्लीज आप उसको देख
1:27
लेना लेकिन कल गई यह मत कहना कि सर मौलिक अधिकार का पूरा पार्ट कब होगा तो देखो हम
1:33
पूरा चैप्टर कराएंगे डीपीएसपी के बाद तो प्लीज थोड़ा पेशेंस रखें यानी 12 से लेकर 35 जो आर्टिकल है हम वो कराएंगे हम मना
1:41
नहीं कर रहे हैं और उसके बाद यानी उसको कराएंगे उसको पेंडिंग में नहीं डालेंगे लेकिन अभी थोड़े समय के लिए पेंडिंग में
1:46
डाल दिया है बिकॉज़ क्योंकि हमें यह चैप्टर स्टार्ट करना था इसलिए मौलिक अधिकारों को इनके बाद कराया जाएगा
1:53
डीपीएसपी के बाद तो चलिए पार्ट टू को आज कंप्लीट करते हैं सबसे बड़ी बात कंप्लीट
1:58
तो नहीं लेकिन आज पार्ट टू कल पार्ट थ में कंप्लीट हो जाएगा यानी कल के दिन हमारा डीपीएसपी कंप्लीट लेकिन इससे पहले हम
2:05
आर्टिकल आज खत्म करने होंगे क्योंकि आर्टिकल्स ही डेफिनेशन के तौर पर आ सकते हैं एक बार सभी जुड़ जाइए एक बार य
2:16
पर तो स्टार्ट करें लाइव स्टार्ट हो चुका है हमारा इंडियन पॉलिटी में हम डीपीएसपी
2:22
की बात कर रहे थे यानी राज्य के नीति
2:32
निदेशक तव एक तो चैप्टर का नाम बहुत ही बड़ा है इसको शॉर्ट में कह देते हैं हम
2:42
डीपीएसपी डी पीएसपी देखो अब डीपीएसपी की हमने बात की थी इंट्रोडक्शन वगैरह सब कुछ
2:47
हो चुका है दो दिन तक मैं इसका रिवीजन बात पर करा चुका हूं और दो दिन जब इसका रिवीजन करा चुका हूं तो कहीं बचता नहीं है कि कोई
2:54
चीज समझाना बाकी है अब सीधे आर्टिकल पर आते ठीक है और आर्टिकल्स में मैंने आपको
2:59
बताया था हमारे डीपीएसपी जो होते हैं ये तीन प्रकार से डिवाइड होते हैं कितने तीन प्रकार से समाजवादी गांधीवादी और उदार
3:08
बौद्धिक इन तीनों समा इन तीनों आइडल जीी का यानी इन तीनों आइडल जिकल थॉट्स का
3:14
वर्णन हमारे कहीं भी कांस्टिट्यूशन में नहीं है लेकिन इनको एक परंपरा के तौर पर रखा गया है कौन सा आर्टिकल क्या भाव देता
3:21
है क्या फील देता है हमको उसको कैसे एक्सप्लेन करता है तो उसको उस सिद्धांत में डाल दिया हालांकि समाजवादी गांधीवादी
3:28
और उदार बौद्धिक सिद्धांत का कहीं भी संविधान में वर्णन नहीं है तो चलिए आज हम
3:33
थिकल आर्टिकल 36 की बात करते हैं सबसे पहले आप सभी को पता है कि हमारे संविधान
3:40
के हमारे संविधान के भाग चार में आते हैं किसम आते हैं फोर में आते हैं और आर्टिकल
3:48
की बात करें तो अनुच्छेद ये अनुच्छेद है हमारे 36 से लेकर 51 त सभी सहमत है इस बात
3:54
से चलिए तो सबसे पहले हम डालते हैं अनुच्छेद
3:59
30 क्योंकि यह डेफिनेशन बताता है राज्य की और इसको पढ़ना बहुत ही जरूरी है इसको पढ़ा
4:06
नहीं वाला था लेकिन कल हमारा लाइव सेशन बहुत ही खराब चला गया था इस वजह से हम करा नहीं
4:12
पाए आर्टिकल 36 की हम बात करते हैं और अनुच्छेद 36 क्या कहता है एक बार देख लेते
4:18
देखो आपने सभी संविधान का भाग तीन पढ़ा नहीं है लेकिन मैं बता देता हूं संविधान
4:25
के भाग तीन में एक अनुच्छेद काम करता है यर जिसका नाम है 12 अनुच्छेद क्या है 12
4:32
संविधान के भाग तीन में एक अनुच्छेद आता है जिसका नाम है 12
4:38
और 12 अनुच्छेद में राज्य की परिभाषा का वर्णन किया गया है तो यह कह सकते हैं कि
4:45
अनुच्छेद 36 जो कि संविधान के भाग चार में है यानी इसकी यह राज्य की परिभाषा का
4:51
वर्णन करता है जैसा कि संविधान के भाग तीन में अनुच्छेद 12 में किया गया है यानी
4:57
अनुच्छेद 12 और अनुच्छेद इसमें से कोई एक कर लो दोनों ही समान है
5:03
तो इसमें कोई चिंता की बात नहीं है घबराने वाली बात भी नहीं है जैसे आपको पता है कि
5:08
अनुच्छेद 12 अनुच्छेद 12 हमसे कुछ डेफिनेशन कहता है और यह कहता है राज्य की
5:16
परिभाषा राज्य की परिभाषा तो कभी भी आपसे पेपर में पूछा जाए कि संविधान के भाग चार
5:23
अनुच्छेद 36 में अनुच्छेद 36 आर्टिकल 36 क्या डिस्क्र डिक्रिप्शन देता है अपने
5:30
कांस्टिट्यूशन तो आपको क्या करना है डेफिनेशन ऑफ द देखो अब मैं आपको थोड़ा सा
5:36
खुल के बता दूं हमारे राज्य की परिभाषा यदि कोई आपसे ये बोले कि स्टेट को डिफाइन करो आप स्टेट को कैसे डिफाइन कर सकते हो
5:44
तो अकॉर्डिंग टू चाणक्य पॉलिसी की बात करें चाणक्य नीति तो यह राज्य की परिभाषा को ऐसे कहती है जैसे कि जो भी विद्यार्थी
5:51
पॉलिटिकल साइंस के होंगे राजनीतिक विज्ञान के जो विद्यार्थी होंगे जैसे कि मैं राजनीतिक विज्ञान का छात्र हूं तो छात्र
5:57
ही हूं टीचर नहीं कहूंगा अपने आप क्योंकि टीचर भी एक लर्नर होता है मैं
6:03
आपको बता दूं यानी हमारे एक बनारस सिधू यूनिवर्सिटी के बहुत बड़े प्रोफेसर बनारस
6:09
बीएचयू जिको सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी में से गिना जाता है भारत में आईईटी की बाद तो
6:14
बीएचयू में से एक प्रोफेसर हुए उन प्रोफेसर ने जब अपना लेक्चर स्टार्ट किया मैं तो कुछ भी नहीं हूं उनके सामने व
6:22
प्रोफेसर है यानी एक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जब
6:27
लेक्चर स्टार्ट करते हैं तो वो क्या कहते हैं मैं को बताना चाहू जब कोई भी देखो याद रखना कोई भी सबसे बड़ा टीचर ही क्यों ना
6:34
हो आप जिसको अपना टीचर मानते हैं गुरु मानते हैं जो आपको पढ़ाते हैं यकीनन बता
6:40
दूं आपको मैं कि जो भी बेहतरीन टीचर होता है वह कभी भी अपने आप को टीचर नहीं मानता
6:46
और जिसमें आज मैं भी शामिल हूं मैं कभी भी अपने आप को टीचर नहीं कह सकता हां मेरा
6:51
प्रोफेशन एक एजुकेटेड टीचर के तौर पर हो सकता है लेकिन मैं अपने आप टीचर इसलिए नहीं कहूंगा क्योंकि मैं खुद अभी सीखने
6:58
वाला हूं और मैं जिंदगी भर सीखता रहूंगा क्योंकि टीचर एक ऐसा प्रोफेशन होता है जो
7:04
हमेशा सीखता रहता है और हमेशा सिखाता रहता है हां आपकी नजर में मैं एक टीचर हो सकता
7:09
हूं लेकिन मैं अपनी नजर में टीचर नहीं हूं क्योंकि टीचर की जिंदगी एक लर्नर के तौर
7:15
पर होती है और वो लर्निंग करते करते आपको लर्निंग कराता है ये टीचर का एक खूबी होता
7:20
है या आप इसे यह मत समझे कि सर ऐसा नहीं है कि जो टीचर पढ़ के आते हैं फिर पढ़ा
7:25
देते हैं अरे भाई यह बताओ कि बिना पढ़ा कौन सा टीचर आपको पढ़ा देगा भाई इस दुनिया में कोई आपने देखा है क्या कि
7:33
बिना पढ़ा कोई आदमी है और वो टीचर बन गया ऐसे थोड़ी होता है पढ़ के तो ही पढ़ाए तो
7:38
कॉमन सेंस वाली बात है इसलिए मैं टीचर कहने से ज्यादा अपने आप को पॉलिटिकल साइंस का स्टूडेंट कहना पसंद ठीक है आपकी नजर
7:46
में मैं प्रोफेसर में हो सकता हूं ओके तो अब राज्य की परिभाषा की बात करते हैं
7:52
हमारे चाणक्य इस बात को कहते हैं कि भाई राज्य को आप कैसे डिफाइन कर सकते हैं तो सबसे पहली बात है मैं चाणक्य की भाषा में
7:58
राज्य को डिफाइन ही कर देता हूं तो राज्य की परिभाषा में मुझसे इंटरव्यू में पूछा
8:05
गया था राज्य की परिभाषा लेकिन मुझे यकीनन बता रहा हूं इतनी हंसी आई उस इंटरव्यू में कि इंटरव्यू
8:11
लेने वाले को ही नहीं पता था इंटरव्यू लेने वाले को ही नहीं पता था कि स्टेट की डेफिनेशन भी होती है उसने मुझसे बोला सर
8:19
संविधान में तो नहीं है बोला संविधान में तो ऐसा कहीं नहीं है अच्छा तो फिर उसने
8:24
बोला कि सर फिर मैंने बोला कि आप सर कहां से बोल रहे हो तो मैं इंटरव्यू देने मतलब
8:30
देने वाला था तो मैंने बोला सर मैंने चाणक्य नीति में पता उसका क्या जवाब था मैं उसका नाम तो नहीं बताऊंगा संस्था का
8:37
लेकिन उसने मुझसे बोला सर व यूनिवर्सिटी की बात तो नहीं कर मुझे इतना गुस्सा मुझे इतनी हंसी आई यानी कि बेहदे हैं वो लोग स
8:46
बता रहा हूं बेहदे हैं वो लोग जिन्होंने मुझसे व यूनिवर्सिटी अरे यूनिवर्सिटी में से पढ़ के मैं इंटरव्यू देने नहीं
8:52
आऊ इतना गिरा हुआ नहीं हूं मैं कि यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी में से पढ़ के
8:58
मैं आपको यह राज्य की डेफिनेशन बता ठीक है हालाकि मैंने कुछ नहीं बोला
9:03
क्योंकि मेरा व फायदा छुपा हुआ था सीधी बता दूं लेकिन मैंने राज्य की परिभाषा को कुछ डिफाइन किया था मैंने बोला कि भाई
9:10
देखो कोई भी राज्य कैसे बनता है अकॉर्डिंग टू चाणक्य जो हमारे गटल कहे जाते हैं अर्थशास्त्र
9:16
के तो वहां पर मैंने बोला कि सर राज्य पहली बात तो एक क्षेत्रफल से बनता है
9:22
जिसका कोई ना कोई निश्चित क्षेत्रफल होता है तो चलिए एक क्षेत्रफल की बात कर ली
9:27
मैंने दूसरी बात मैंने की सर उसके लिए दूसरी चीज होनी चाहिए उस निश्चित
9:33
क्षेत्रफल में रहने वाली जनसंख्या जनसंख्या ले लेते
9:39
हैं उसकी जनसंख्या की बात कर लेते हैं और तीसरी बात करते हैं सरकार की कि भाई उस
9:45
जनसंख्या को संभालने के लिए सरकार तो चाहिए होगी ना ना लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ जाएगा पूरा तो उसके लिए मैंने सरकार की
9:52
बात कर ली थी ठीक है और चौथी बात मैंने की थी उस
9:58
राज्य संपूर्णता होनी चाहिए देखो सरकार की कोई भी संपूर्णता नहीं होती संपूर्णता जो
10:05
होती है वो एक स्टेट की होती है राज्य की हो जैसे भारत एक संपूर्ण लोकतांत्रिक गणराज्य देश है य तो मैं बोलूंगा कि भारत
10:13
भारत की सरकार एक संपूर्ण सरकार है मैं यह नहीं कह सकता मैं इसको तो कतई नहीं कहूंगा
10:19
यह तो एक राजनीतिक विज्ञान की परिभाषा में एक अनुचित है यह तो बिल्कुल नहीं कह सकते हम तो कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि
10:27
भारत एक संपूर्ण लोक तांत्रिक गण तांत्रिक देश है समझे ना तो भारत की संपता है सरकार
10:34
की नहीं है तो यहां पर राज्य की संपता है ना कि ना कि जनता की और ना ही सरकार की तो
10:43
राज्य चार इकाइयों से मिलकर बनता है पहला है क्षेत्रफल दूसरा है जनसंख्या तीसरी है
10:50
सरकार और चौथा है संपता वो व्यक्ति इंटरव्यू लेने वाला मुझसे बोलता है सर
10:55
यूनिव पढ़ नहीं मुझे इतने ह बता रहा हूं वो लोग बेचारे हैं उन लोगों को मुझे अब
11:03
देखो यह बात कहते हुए मुझे आज इतना गुस्सा आ रहा है सच बता रहा हूं मुझे वहां बैठ के उन पर हंसी आ रही थी मैंने कितने बेहदे
11:10
लोग हैं क आप राजनीतिक विज्ञान की थ क्लास की एनसीआरटी भी खोल लोगे ना तो उसम भी यह लिखी हुई
11:16
है जरूरी नहीं है कि हर चीज संविधान में ही हो कुछ चीजों को हमें कुछ दार्शनिकों को
11:23
कुछ विचारकों को मानना भी पड़ता है समझे ना तो चलिए आज मैंने राज की परिभाषा एक
11:30
बेसिक तौर पर बताई है कि राज्य आपको चार चीजों से मिलकर बनता है लेकिन राज्य में
11:36
क्षेत्रफल हो जनसंख्या हो लेकिन संपता भी हो लेकिन आज मैं बात करने वाला हूं सरकार
11:42
की क्योंकि आज हम पढ़ रहे हैं इंडियन पॉलिटी और राज्य की परिभाषा को मैं सरकार
11:47
के तौर पर कैसे डिफाइन करूंगा आज मैं इसकी बात कर लेता हूं तो संविधान के भाग तीन
11:53
जिसे संविधान का मैगना काटा कहा जाता है संविधान का घोषणा पत्र कहा जाता है संविधान की उसे आत्मा भी कह सकते हैं ठीक
12:00
है ग्रेनल ऑस्टिन ने कहा है कि मूल अधिकार संविधान का भाग तीन और संविधान का भाग चार
12:06
यह संविधान की मूल आत्मा है तो सरकार के तौर पर मैं राज्य की डेफिनेशन को कैसे तय
12:12
कर सकता हूं तो यहां पर लिख दूंगा मैं सरकार हमारे भारत में हमारे भारत के
12:20
संविधान में तीन प्रकार की सरकारों को संवैधानिक दर्जा प्राप्त है तीन प्रकार की
12:25
जो सरकार हैं वो संवैधानिक दर्जे से चल रही है पहली सरकार जो है उसे कहते हैं
12:30
केंद्र सरकार बड़े स्तर की सरकार होती है लेवल की होती है दूसरे स्तर की बात करते
12:36
हैं राज्य के स्तर पर व होती है राज्य सरकारें और तीसरे स्तर की बात करें वह होती है लोकल
12:42
गवर्नमेंट आप सरपंच कह देते हो भाई साहब कहां जा रहे हो आज तो भाईब वहा जा रहे तो
12:49
कुल मिलाकर मैं यह कहना चाह रहा हूं कि तीन प्रकार की सरकार आज हमारे भारत में देश को संचालित कर रही है गांव के स्तर पर
12:56
सरपंच काम करता है वही जिले के स्तर पर कलेक्टर काम करता है वही राज्य के स्तर पर
13:02
मुख्यमंत्री काम करता है और राज्यपाल काम करते हैं और केंद्र के स्तर संसद काम करती
13:07
है प्रधानमंत्री काम करते उनका मंत्रिमंडल काम कर रहा है और राष्ट्रपति तो कुल मिला के सरकार के स्तर
13:14
पर मैं राज्य की परिभाषा को कैसे डिफाइन करूंगा संविधान का भाग तीन तो यह कहता है संविधान के भाग तीन में अनुच्छेद यह
13:23
कहता है कि एक बार हां तो संविधान के भाग तीन में
13:30
अनुच्छेद 12 यह कहता है कि राज्य यानी राज्य का मतलब देश की संसद
13:38
विधायिका देश की संसद या विधायिका या
13:44
कार्यपालिका या देश के अंतर्गत आने वाली कोई इकाई पहली बात दूसरी बात राज्य में
13:51
आने वाला विधान मंडल राज्य में आने वाली कार्यपालिका या राज्य का प्रशासन या राज्य
13:58
के अंतर्गत काम कर रही कोई संस्था दूसरे स्तर पर तीसरे स्तर पर आते
14:03
हैं गांव के स्तर पर गांव के स्तर पर चाहे पंचायत हो चाहे नगरपालिका हो चाहे नगर
14:08
निगम हो चाहे नगर परिषद हो चाहे जिला सुधार बोर्ड न्यास हो कोई भी संस्था हो ये
14:14
गांव के स्तर पर काम करती यानी कुल मिलाकर केंद्र राज्य और गांव के स्तर पर अर्थात
14:20
पूरे राज्य के अंतर्गत आने वाली कोई भी संस्था आपके मौलिक अधिकारों का हनन नहीं
14:26
कर सकती और इसमें वो निजी भी आती है वो प्राइवेट यूनिट भी शामिल है जो राज्य के
14:33
बत संस्था काम कर रही है यानी वो भी आपके मूल अधिकारों का अनन नहीं कर सकते तो कुल
14:38
मिला के मैं अनुच्छेद 12 को डिफाइन कर दिया है और वही अनुच्छेद अनुच्छेद 36 में कहा गया है तो आप लिख सकते हैं कि भारत की
14:56
कार्यपालिका कोमा राज्यों की विधानमंडल
15:02
राज्यों की प्रशासनिक संरचना कह दो राज्यों की
15:15
कमा विधानमंडल तीसरा क्या हो सकता है
15:24
पंचायत जिला स्तरीय सुधार बोर्ड जिला
15:35
बोर्ड और वे निजी इकाई और वे निजी
15:41
इकाई निजी इकाई जो राज्य के बतौर संस्था
15:46
काम कर रही है जो राज्य के
15:52
बतौर संस्था काम कर रही है
16:02
यह सभी क्या है यह सभी राज्य की परिभाषा के अंत यही राज्य की
16:10
परिभाषा यह सरकार के क्राइटेरिया में आती है राज्य की किसके में सरकार के
16:15
क्राइटेरिया में आती है राज्य की परिभाषा चलो यह भी बहुत अच्छी बात है तो आपने समझ
16:21
लिया कि सरकार के परसेप्शन से मैं राज्य को कैसे डिफाइन कर सकता ठीक है और राज्य
16:27
की डेफिनेशन आपको चाणक्य ने बोला था मनुस्मृति में बोला गया है डवरी और
16:35
मनुस्मृति तो र सबसे पहले विचारक हमारे भारत के तो पहले देख संविधान नहीं हुआ करता
16:42
आपको बता दू एक्चुअली में हमारे जो राज्य था हमारी जो जनसंख्या थी ना पहले मनुस्मृति
16:49
विधान एक पौराणिक कथा में कहा गया है हमारी प्राचीन कथा
16:54
हैला है और मनुस्मृति में लिखा भी हुआ है कि पहले हमारा दे पहले हमारा भारत जोक प्राचीन संस्था है
17:02
प्राचीन इकाई है हमारी वह केवल संविधान तो नहीं था सरकार तो थी नहीं लेकिन उस समय
17:08
मनुस्मृति में लिखे हुए लेखों से हमारा देश चलता
17:13
मनुस्मृति माना हमारी राज्य संस्थाए ऑपरेट होती थी इसी तौर पर बताया
17:21
जा तो संविधान अनुच्छेद 36 डिफाइन हो गया यही आपका आर्टिकल 36 इसको आप लिंक भी कर
17:28
सकते हो और को रिलेट भी कर सकते उसके बाद हम चलते हैं नेक्स्ट
17:33
आर्टिकल 37 पर लिख लेना 36 में क्या क्या आता है 36 में संसद आती है तो
17:39
एग्जीक्यूटिव भी आती है प्रशासनिक इकाई विधानमंडल पंचायत जला स्तरीय न्यास बोर्ड वे निजी इकाई जो राज्य की बड़ संस्था काम
17:46
कर रही यानी आप जिस प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं यदि वह राज्य के अंतर्गत आता है देश के अंतर्गत आता है तो कुल
17:52
मिलाकर वो क्या है कुल मिला के वो राज्य के र काम कर रही है चलिए आ टिकल 37 की तरफ
17:59
बढ़ते हैं एक बार हम अच्छा सॉरी मैं तो भूल ही गया मुझे तो क्विज भी कराने हैं
18:04
चलिए एक आज क्विज कर लेते हैं आपके फोन पर या आप अपना लैपटॉप या पीसी या अपना फोन
18:11
ओपन कर लीजिए और परीक्षा जंक्शन परीक्षा जेएन करके पोर्टल आप डाल सकते हैं
18:18
उसमें मैं थोड़ा बड़ा लिख देता हूं आप यह डाल सकते हैं
18:30
परीक्षा जंक्शन डालेंगे आप तो सीधे वहां पर ये भी डाल सकते हैं डॉट कॉ करके डाल
18:37
सकते हैं ठीक है और परीक्षा जेएन भी आप डाल सकते
18:43
हैं परीक्षा जेन से भी आप एक पोर्टल लच होता है या पोर्टल वहां पर ओपन होगा उस
18:50
पोर्टल को ओपन कर लीजिए वहां पर आपनी रजिस्ट्रेशन आईडी बनाकर वहां पर देख सकते हैं जो मैं हम क्वेश्चन डालते हैं वो सर
18:56
ये क्वेश्चन यहीं पर मिलेंगे जे करके या परीक्ष जंक्शन ड कॉ करके ठीक
19:02
है चलिए तो हम एक क्वेश्चन बता रहे हैं आपको और क्वेश्चन आपके फोन पर आने वाला है
19:08
प्लीज तरीके से काम करिएगा क्योंकि हम क्वेश्चन से देने वाले हैं आप सभी को तो
19:15
चलिए पहला क्वेश्चन यही दे देते हैं आपके लिए
19:29
क्वेश्चन आ गया होगा और क्वेश्चन कुछ इस प्रकार से है आपको बता दूं क्वेश्चन आपका इस प्रकार से होगा
19:37
देखिए एक बार क्वेश्चन आ रहा है आपकी स्क्रीन पर क्वेश्चन है भारतीय संविधान की प्रस्तावना को किस के द्वारा संविधान का
19:45
मूल ढांचा माना गया है देखो यह बहुत अच्छा क्वेश्चन है आप सभी को बताना पड़ेगा यह
19:50
क्वेश्चन है कि भारतीय संविधान की जो प्रस्तावना है जिसे संविधान का मूल ढांचा माना गया था उसे किस सुप्रीम कोर्ट के
19:58
जजमेंट के द्वारा माना गया है प्लीज कांसेप्चुअल क्वेश्चन है रटने वाला क्वेश्चन नहीं है थोड़ा सा दिमाग लगाओगे
20:04
तो मैंने संविधान की प्रस्तावना में पढ़ाते वक्त दो जजमेंट का जिक्र किया दो
20:09
जजमेंट का जिक्र किया था एक तो था बेरू बाड़ी यूनियन वर्सेस ऑफ स्टेट ऑफ वेस्ट
20:15
बंगाल 1960 और एक किया था केशवानंद भारती केस वर्सेस स्टेट ऑफ
20:22
केरला आप मुझे बताइए दोनों केसों में से कौन सा ऐसा केस है जो संविधान की
20:27
प्रस्तावना को संविधान का मूल ढाचा और इसमें संशोधन करने की बात नहीं करता हां
20:33
प्रस्तावना में आप कहीं हद तक अमेंडमेंट कर सकते हो लेकिन इसके मूल ढांचे से छेड़छाड़ नहीं कर
20:42
सकते तो बताइए आपको क्या लगता है इसका आंसर क्या हो
20:56
सकता बताइए सभी इसका आंसर क्या हो सकता है कि संविधान की प्रस्तावना को संविधान का
21:02
मूल ढांचा माना गया है और यह सुप्रीम कोर्ट के किस जजमेंट के द्वारा आप सभी को
21:07
पता होगा वहां पे ऑप्शन ए बी सी और डी आप एक जजमेंट के तौर पर लिखे हुए हैं आप उनमें से बताइए राइट आंसर क्या होगा आप
21:14
अपने कॉइंस यानी मार्क्स को भी कलेक्ट कर सकते हैं चलिए फिर मिलते हैं आपसे नेक्स्ट
21:20
ये क्वेश्चन आपकी स्क्रीन पर रहेगा आप उसका आंसर दे दीजिए सभी वहां से चलिए और जिन्होंने आईडी नहीं बनाई हो
21:27
प्लीज आईडी बना ले एक बार ताकि इस चीज का फायदा उठाया जा सके अब आते
21:32
हैं अनुच्छेद 37 पर अनुच्छेद 37 में यही बात
21:38
कही गई जो मैं समझा चुका हूं कि संविधान के भाग चार अर्थात अनुच्छेद 36 से लेकर 51
21:46
यानी संविधान के भाग चार में राज्य के नीति निर्देशक तत्वों की प्रकृति एक गैर
21:51
न्यायोचित यानी नॉन जस्टिस बल नेचर की है अर्थात इनके हनन होने पर अर्थात किसी
21:58
नागरिक के साथ इनका हनन होता है ठीक है तो वह सुप्रीम कोर्ट का यानी उच्चतम न्यायालय
22:05
या उच्च न्यायालयों का दरवाजा नहीं खटखटा सकता है क्यों नहीं क्योंकि आप सभी को पता है कि इनकी प्रकृति गैर न्यायोचित होती
22:13
यानी आप इन्ह लागू करवाने के लिए न्यायालय का दरवाजा नहीं खटखटा सक क्योंकि न्यायालय
22:19
के पास वह शक्ति नहीं है जो इन्ह आपके लिए लागू करवा सके पहली बात मैंने बताया था य सब तो लिख सकते हैं आप यहां
22:26
पर क्या लिख सकते हैं संविधान के भाग चार पूरे अनुच्छेद लिखने होंगे हमको संविधान
22:39
चार संविधान के भाग चार को अर्थात निर्देशक तत्वों
22:48
को अर्थात निदेशक तत्वों को गर न्यायोचित प्रकृति का माना गया है
22:55
तत्वों को गर न्यायोचित प्रकृति का माना गया है
23:02
न्यायोचित प्रकृति का माना गया
23:10
है माना गया माना गया है
23:17
अर्थात यानी अर्थात क्या कहना चाह रहा है अर्थात नीति निर्देशक तत्वों के हनन होने
23:24
पर अर्थात नीति निदेशक त ों के अर्थात नीति
23:33
निर्देशक तत्त्वों के हनन होने पर हनन होने
23:41
पर इन्हें लागू करवाने के लिए इन्हें लागू करवाने के
23:50
लिए इन्हें लागू करवाने के
23:56
लिए आप न्यायालय का न्यायालय की शरण में नहीं जा सकते
24:05
न्यायालय की शरण में नहीं जा सकते में नहीं जा
24:14
सकते ट्स इट यानी कुल मिलाकर मैंने अपनी बात कह दी है यानी न्यायालय का दरवाजा आप
24:20
खटखटा नहीं सकते आपको पता है डीपीएसपी या राज्य के नीति निर्देशक तत्व जो है वो नॉन
24:27
जस्टिस बल नेचर और इनके लिए आप यदि न्यायालय चले जाओ कल को यह बोलो कि सर प्रधानमंत्री जी और
24:34
नरेंद्र मोदी जी सॉरी हमारे मुख्यमंत्री कोई भी आप जिस राज्य से हैं वहां के मुख्यमंत्री आपको यदि कोई भी बेनिफिट नहीं
24:41
पहुंचा रहे हैं जो फाइनेंशियल भी हो सकता है जो बीपीएल कार्ड जैसे राजस्थान में बीपीएल कार्ड चलता है मैं आपको बता
24:48
राजस्थान की सरकार जो है व अपने लिए क्या करती है अपने नागरिकों के लिए एक बीपीएल कार्ड चलाती है ठीक है और यह राजस्थान की
24:56
गवर्नमेंट करती है क्योंकि मैं राजस्थान से हूं तो मुझे राजस्थान के बारे में ज्यादा बेहतर से पता
25:02
है मैं राजस्थान से तो राजस्थान से बता सकता हूं और देश के बारे में बता सकता हूं अब आप क तेलंगाना के बारे में बता दो तो
25:09
यह देख इंपॉसिबल सा थोड़ा हो जाएगा मैं राजस्थान से हूं तो राजस्थान के बारे में बता दूं राजस्थान की गवर्नमेंट जो है व
25:16
चाहे गवर्नमेंट किसी की भी हो चाहे कांग्रेस की हो बीजेपी की हो चाहे किसी अ पार्टी की हो फर्क नहीं पड़ता राजस्थान की
25:22
हर हर गवर्नमेंट ने एक बीपीएल कार्ड स्कीम को लंच किया हमेशा से इससे पहले अभी यहां
25:28
पे राजस्थान के चीफ मिनिस्टर है भजन लाल शर्मा उससे पहले जो चीफ मिनिस्टर थे वो थे श्री अशोक गहलौत और अभी कौन है श्री भजन
25:35
लाल शर्मा जो बीजेपी से क्यक बीजेपी की जीत हुई थी राजस्थान में इस इलेक्शन में
25:40
तो राजस्थान में बीपीएल कार्ड चलता है बीपीएल कार्ड का मतलब होता है बिलो पॉवर्टी लाइन यानी गरीबी रेखा से नीचे आने
25:47
वाले सभी जो जो नागरिक हैं राजस्थान में निवासी हैं वो बी बीपीएल कार्ड को होल्ड
25:54
करते हैं यानी बीपीएल कार्ड के धारक है स सभी लेने वाले गब रेखा से नीचे जिनकी शायद
25:59
मंथली इनकम एक लाख से भी कम है मंथली सॉरी सरी गलती हो गई जिनकी ईयरली इनकम एक लाख
26:06
से भी कम यानी जिनका घर में एक साल में एक लाख रुप भी नहीं है 0000 एक लाख एक साल
26:15
में आता अब समझ लो एक साल में 80000 जो व्यक्ति कमा रहा है वो डेफिनेटली बिलो
26:20
पॉवर्टी लाइन से नहीं मैं तो कहूंगा कुछ लोग तो इससे भी गए गुजरे होंगे ना गरीबी रेखा से नीचे जिनके
26:27
पास एक वक्त की क भी नहीं होगा जिनके पास सोने के लिए ये नहीं होगा क्या घर नहीं
26:34
होगा झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे हैं बस्तियों में रह रहे हैं और इसके अलावा राजस्थान में एक स्कीम और चलती है जो क्या
26:43
करते हैं जो रिक्शे चालक होते हैं जो ऑटो चालक होते हैं जिनका घरबार दूर है या जिनके पास घर नहीं है वो क्या करते हैं
26:50
पूरा अपना जीवन यानी जो रात का समय होता है जो सोने का समय होता है खाने का समय
26:56
होता है वो 8 से 9:00 बजे के बीच वहां पर राजस्थान सरकार क्या करती है कैंप लगा देती और उन कैंपों को कहते हैं रन बसेरा
27:04
क्या कहते हैं रन बसेरा रन बसेरा में क्या होता है जैसे कि मान लो कोई व्यक्ति ऑटो चलाता है रिक्शा चलाता है पूरे दिन चलाता
27:11
है पूरे दिन कमाता है जैसे कि मान लो उसने ₹ कमाए ठीक है या 00 कमाए या मान लो उसने
27:17
000 तक कमा ली ठीक है मैटर नहीं करता अब 000 का आज के टाइम पर कोई वैल्यू नहीं है
27:23
बेटा आपको सभी को पता है ना 000 का मतलब है कि अब वो क्या करेगा के समय में अपना
27:29
खाना और अपना सोना क्या करेगा जाएगा और रन बसेरा में अपना आईडी देगा और गवर्नमेंट का
27:35
जो रन बसेरा होता है वहां पर आपको गद्दा एक कंबल मिलेगा एक तकिया मिलेगा और
27:40
गर्मियों के समय में क की व्यवस्था भी होती है सर्दियों के समय में कुछ नहीं ठीक है और वहा पूरा ढका होता है तंबू मोटे
27:47
मोटे तंबू से तो रन बसेरा में ऐसे कई सारे निर्धन लोगों को वहां पर आशय दिया जाता है
27:52
सरकार के द्वारा यदि मान लो कल को राजस्थान की सरकार बीपीएल कार्ड को हटा दे
27:58
ठीक है भामाशा काड को हटा दे रेन बराव को हटा दे तो क्या आप इन्हें अपना अधिकार मान
28:04
के सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा दोगे क्या कभी नहीं खटखट इन्ह कहते हैं राज्य
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की लोक कल्याणकारी तत्व वेलफेयर एलिमेंट आप इन्ह लागू करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट
28:16
तो नहीं जा सकते ठीक है तो यह बात है बीपीएल से सारी सरकारी अस्पतालों में जो
28:22
भी इलाज होता है वो मुफ्त होता बिल्कुल फ्री बिल्कुल फ्री इ ठीक है यानी इसमें
28:29
कोई भी चार्जेस नहीं होता मैं आपको बता दूं कोई भी चार्जेस नहीं होता बीपीएल से बिल्कुल जीरो कॉस्ट प होता है जी पर कॉस्ट
28:37
पर आपका इलाज होता है आपको दवाइयां मिलेंगी चाहे कितनी से महंगी दवाइया क्यों
28:43
ना हो यानी बीपीएल से आप अपना कैंसर का इलाज भी करवा सकते कैंसर का इलाज जो इतना महगा इलाज है
28:50
आप उसे फ्री में करवा सकते लेकिन गवर्नमेंट हॉस्पिटल में अला होता है प्राइवेट हॉस्पिट
28:58
उसके अलावा बात करते हैं तो 37 में ऐसे ऐसे कुछ जाते लेकिन इन्हें लागू करवाने के
29:03
लिए आप न्यायालय नहीं जा सकते अब आते हैं आर्टिकल 38 की
29:09
तरफ डीपीएसपी का एग्जांपल मैंने समझा दिया रेन बसीरा हुआ बीपीएल कार्ड हुआ ये सारे
29:15
क्या है ये सारे एक तरह से एक हमारे स्टेट को वेलफेयर बनाने का एक
29:21
तरीका ना चलिए जैसे कि कल को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा था राजस्थान की सरकार क्या करती ी राजस्थान जो अशोक गहलौत श्री
29:29
अशोक गहलौत हमारे एक्स चीफ मिनिस्टर ऑफ द राजस्थान उन्होंने एक बेरोजगारी भत्ता की
29:35
स्कीम चलाई थी तो बेरोजगारी भत्ता दिया जाता था अब जो बेरोजगारी भत्ता ये था कि जो व्यक्ति बेरोजगार है यानी जिन्होंने
29:43
कॉलेज पास आट कर लिया लेकिन उसके लिए ग्रेजुएशन चाहिए हो ठीक है अब जो व्यक्ति जिन्होंने कॉलेज कर लिया है जो दो साल तक
29:50
अपना पढ़ाई कर रहे हैं या फिर कोई एजुकेशन ले रहे हैं प पढ़ाई कर रहे हैं या जॉब नहीं कर पा रहे तो 2 साल तक राजस्थान की
29:57
सरकार उन बेरोजगार युवाओं को 000 मंथ में दिया करती और लड़कियों को 300 मिलते थे तो
30:04
यह बेरोजगारी भत्ता भी था तो सरकार इन युवाओं की हेल्प करना लेकिन आजकल के युवा
30:10
क्या करते हैं जैसे ही सरकार ऐसे कुछ पैसे भेज देती है जैसे मान लो 18 19 साल का
30:17
लड़का है और उसको सरकार बेरोजगारी भत्ता दे रही बेरोजगारी भत्ता एक्चुअली में संविधान के अनुच्छेद आर्टिकल 4 के तहत
30:24
दिया जाता है लिखा हुआ है काम पाना शिक्षा पाना और सभी लोक सहायता बेकारी बुढ़ापा और
30:32
बेरोजगारी की स्थिति में लोक सहायता पाने का अधिकार सरकार देती आप ठीक है लेकिन
30:40
क्या होता है कि आजकल के बच्चे बेरोजगारी भत्ता आया अकाउंट में 000 आए अब गलत कामों
30:46
में फूंक दिए कैसे भाई साहब 000 पता चल रहा है सिगरेट वाले के पास सिगरेट का खाता
30:52
चल रहा है मतलब सरकार तो दे रही है किसी काम के लिए आप भाई जहां पर आप पढ़ाई के
30:59
लिए अपनी बाइक चलाते हैं तो उसका पेट्रोल खर्चा निकाल लो उसमें हो सकता है जहां पर आप किराय पर रह रहे हैं कहीं भी रह रहे
31:06
हैं खर्चा निकालो करराय का कुछ तो मदद कर रहा हो लेकिन साब नशे हो रहे हैं युवाओं के इन
31:14
बेरोजगारी भत्तों के पैसों से नशे हो रहे हैं बताओ बहुत बड़ी बात है ना मैं कहने वाला
31:20
हूं जो यह वाली बात एक बहुत बड़ी बात है कि भारत का युवा सरकार के द्वारा दिए गए कहते ना कि
31:27
भारत के लोगों को मुफ्त की चीजें पचती नहीं है और ये हकीकत है ये सत्य है कि
31:32
मुफ्त की चीजें भारत के लोगों को पचती नहीं यहां तो भारत के लोगों के साथ एक ही तरीका होना चाहिए काम करवाओ और इनको
31:40
पैसा जब इनसे काम करवाते हैं ओवर टाइम तो फिर यह कहते कि ओवर टाइम करवाने के पैसे
31:45
दो मतलब भारत के युवा एक्चुअली में काम करना ही नहीं चाहता मैं सही बता रहा हूं
31:50
आज जो यह बेरोजगारी बेरोजगारी के टंटे लेकर घूमते रहते हैं ना ये लोग बेरोजगारी बहुत है बेरोजगारी बहुत है आप उनसे ही
31:57
पूछो तुम काम करना चाहते हो क्या काम करना चाहते ही नहीं है मतलब मेहनत आपको करनी
32:03
नहीं और बेरोजगारी बहुत है अरे भाई जब काम आप करोगे ही नहीं बेरोजगार बैठे रहोगे तो
32:08
आंकड़ा तो आप ही बढ़ा रहे हो मुझे समझ में यह नहीं आता कि आज के युवाओं का यही सीन
32:14
है देखो बेरोजगारी का होना या रोजगार का होना सरकार पर निर्भर नहीं करता आपको पता
32:21
है नरेंद्र मोदी की सरकार जो है य बेरोजगारी का जो लोग कहते हैं मैं किसी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहा ले हा मैं
32:28
सरकार का समर्थन जरूर कर रहा हूं और प्रधानमंत्री वो हमारे हैं बीजेपी के नहीं
32:33
है व प्रधानमंत्री हमारे हमने वोट दिया है उनको आप सबने वोट दिया है किसी ने नहीं
32:39
दिया तो उनके भी प्रधानमंत्री मैं यह बात कह दू कोई भी सरकार बेरोजगारी या रोजगार तय नहीं करती
32:46
है रोजगार बेरोजगारी आप तय करते हो आपके एनवायरमेंट में क्या कुछ नहीं है
32:52
आप मुझे बताइए यि आपके पास स्किल नहीं है इसलिए आपका काम नहीं कर पा रहे और फिर आप
32:59
सरकार को कह रहे हो कि बेरोजगारी बहुत है जैसे अभी एक पता नहीं बीए का स्टूडेंट
33:06
था उससे मीडिया ने पूछा कि भैया आपको रोजगार मिल गया तो बता क्या कहता वो कहता सरकार के कारण बेरोजगारी है और ऐसे ही
33:12
जैसे ही मीडिया ने उससे पूछा कि जीएसटी की फुल फॉर्म क्या है वो जीएसटी की फुल फॉर्म नहीं बता पा रहा यह हमारे हालत है देश के
33:21
युवाओं के हालत हैं जिसको जीएसटी की फुल फॉर्म नहीं पता वो रोजगार की और बेरोजगारी की बात कर रहा है अरे भाई पहले इस तो ले
33:28
लो उसके बाद रोजगार ले लेना तो बस यही मैं कहना चाह रहा हूं कहीं कमी है तो कहीं
33:34
अच्छा भी है हमारे भारत में स्किलफुल लोग भी है जो काम कर रहे हैं जो काम कर रहे
33:39
हैं महिलाएं जिनके हाथ नहीं है जिनका एक पैर नहीं है वो भाई साहब आंगनबाड़ी में जाके 1515 नन घंटे काम कर रही है चाहे
33:47
सिलाई मशीन का कर रही है चा बच्चों का लालन पोषण कर रही है कुछ भी कर रही है मैंने अपने आंखों से देखी है चीज मुझे तरस
33:54
आता हैन युवाओं पर और वे युवा है जिनका पैर नहीं है जो दिव्यांग
34:01
है जिनको जन्म के समय से य अयस मिली हो वो आज लोग कुछ ना कुछ कर रहे हैं लेकिन हमारे
34:08
देश के युवा और भी ऐसे युवा है जो केवल भैया इसकी आलोचना करवा लो उसकी आलोचना
34:14
करवा लो केवल यही होता और कुछ नहीं केवल आप अपने स्किल पर नजर डालिए कि आपको क्या
34:19
पता है समझे बस मैं यही कहना चाहर आप अपने की
34:27
तरफ जाक कर देखिए पहले कि आप में वो स्किल है या नहीं
34:33
है यार आज के समय में बीए की डिग्री आजकल तो र बंद हो गई है पहले बीए की डिग्री
34:40
नगली बन जाती थी बीए की डिग्री बनवा लो एम की डिग्री बनवा लो 12थ की डिग्री बनवा लो
34:45
10थ की बनवा लो सबकी बनवा लो और फिर लास्ट में जाकर मीडिया के सामने यह बोल दो कि रोजगार नहीं
34:52
है बोलते हुए भी शर्म नहीं आती पता नहीं टी के बने हैं
35:01
चलिए तो अब बात करते हैं आर्टिकल 38
35:18
की तो आर्टिकल 38 की मैंने बात की अच्छा चलिए एक क्विज करा देते हैं आपने इसका
35:23
आंसर तो कर दिया ही होगा ना चलो एक क्विज और आता है
35:34
यहां से बारबार ऑन ऑफ करना पड़ता है तब जाक व कुछ जाती है आपकी स्क्रीन पर यह मत कहना सर कहां गायब हो जाते हो
35:41
बीच में से अब यह क्वेश्चन आपकी स्क्रीन पर आ रहा होगा 10 सेकंड का वेट कर लीजिए एक बार अभी
35:49
आ जाएगा भारतीय संविधान में कौन सा शब्द संवैधानिक नहीं भाई साहब अलग से कराया
35:56
मैंने य इसका आंसर नहीं दिया तो चुल्लू भ पानी में डूब के मर
36:07
जाना इसका आंसर दे दीजिए फटाफट भारतीय संविधान में कौन सा शब्द संवैधानिक नहीं
36:12
है ऑप्शन आप सभी के सामने है जल्दी बता देना आर्टिकल 38 की तरफ चलते हैं आर्टिकल
36:19
38 यह कहता है कि राज्य का यह कर्तव्य
36:25
होगा राज्य का यह कर्तव्य होगा देखो कर्तव्य है ड्यूटी है ड्यूटी आप कर भी
36:31
सकते हो ड्यूटी आप नहीं भी कर सकते राज्य का यह कर्तव्य
36:37
होगा कि राज्य का कर्तव्य होगा कि
36:42
राज्य राज्य का मतलब देश भी होता है कि
36:55
आर्थिक ए कॉमा राजनीतिक कमा
37:02
राजनीतिक न्याय स्थापित करें या न्याय प्रदान
37:10
करें राज्य का यह कर्तव्य होगा कि राज्य सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय प्रदान
37:31
प्रतिष्ठा और अवसरों की असमानता अवसरों की असमानता को समाप्त कर
37:39
अवसरों की असमानता को समाप्त
37:44
कर अवसरों की असमानता को समाप्त करके राज्य में एक लोकतंत्र लोक कल्याणकारी
37:52
राज्य की स्थापना करें समाप्त करके
38:00
राज्य को एक लोक कल्याणकारी राज्य स्थापित करें
38:07
या लोक कल्याणकारी राज्य बनाए लोक कल्याण कारी राज्य
38:16
बनाए वेरी गुड तो आपको यहां से ठीक लगा यानी राज्य का यह ड्यूटी है और ड्यूटी आप
38:23
कर भी सकते हो ड्यूटी आप नहीं भी कर सकते तो राज्य का यह ड्यूटी है अधिकार नहीं है
38:28
क आप ये मत मानना भैया ड्यूटी है करनी पड़ेगी यह मत कहना हां तो राज्य का यह
38:34
कर्तव्य होगा कि राज्य सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर सभी को न्याय प्रदान करे
38:42
तथा राज्य को लोक कल्याणकारी बनाने के लिए वो क्या करे आय प्रतिष्ठा और अवसर की
38:49
असमानता को खत्म करें यानी सभी की आय बराबर हो पर ऐसा नहीं हो सकता आय का आय को
38:56
समान कर करने की बात इन द सेंस कह रहा है कि जो व्यक्ति का जो काम है उसी का उसी का हिसाब मिले है ना ऐसा नहीं हो कि व्यक्ति
39:04
काम कुछ और कर रहा है उसको तनखा किसी और बात की मिल रही है चलिए तो कुल मिला के प्रतिष्ठा का मतलब
39:12
होता है उपाधि आप किसी की उपाधि मत दो भाई साहब केवल शिक्षा को और सेन्य के क्षेत्र
39:19
को छोड़कर आप किसी को उपाधी मत दो जो अंग्रेज करते थे लॉर्ड कह दिया कभी किसी को कभी किसी को गवर्नर जनरल कह दिया तुमने
39:27
तुम्हारा मन क्या तो वायसराय कह दिया तुमने किसी को गांधी जी को केसर हिंदी की उपाधि दी थी गांधी जी ने ऐसे पटकी उपाधि
39:34
और फेंक दी उनकी तरफ ले जाओ भी उपाधि हमें नहीं चाहिए उपाधि कोई ठीक है रविंद्रनाथ
39:39
टैगोर जी को तो उपाधि दी थी र की तो यही कुछ चीजें होती हैं राज्य बनाए यह आर्टिकल
39:47
38 है और आर्टिकल 38 को हमारे भारतीय संविधान के भाग चार का समाजवादी सिद्धांत
39:53
कहा जाता है यह लिखें इसे यह यह एक समाजवादी
40:03
सिद्धांत यह एक समाजवादी सिद्धांत बहुत बढ़िया और यहां तक आपने साथ
40:10
दिया 38 लेकिन इसके अलावा 39 आर्टिकल की मैं और बात कर लेता हूं देखो आर्टिकल 39
40:17
क्या कहता है आप सभी के सामने इसका मिलता
40:23
जाएगा बस नजर गड़ा के बैठे रहे अपनी अब चलिए अब मैं आर्टिकल 39 की बात कर
40:30
लेता हूं अनुच्छेद 39 और अनुच्छेद 39 क्या कहता है एक बार
40:37
क्वेश्चन आप सभी ने इसका कमेंट कर दिया होगा एक बार मैं अपना सेशन देख लेता हूं
40:43
ताकि कुछ बच्चों कमेंट आ रहे हो अभी अभी कुछ नहीं है यानी कुल मिला के सब सो रहे हैं बढ़िया से सोच रही
40:51
है भरपूर सोया जा रहा भाई साहब
41:09
देखिए अब मैं बात करता हूं आर्टिकल 39 की अनुच्छेद 39 यह कहता है अच्छा यह
41:17
बताइए मैं 39 की थोड़ी बात कर लूं 39 में मुझे एक बात याद आती है जैसे कि पालकों के
41:25
लिए हां सभी राज्य का यह कर्तव्य होगा राज्य
41:31
का यह ड्यूटी होगा कि वह सभी नागरिकों को जीविका के जीने के लिए जीविका के लिए
41:37
जीविका मतलब होती है कि जीविका का मतलब है जैसे कि आप जीते हैं जीने के लिए जो
41:44
मूलभूत आवश्यकताएं होती है रोटी कपड़ा मकान य तो है और क्या चाहिए स नहीं एक
41:49
लग्जरी बंगला भी चाहिए एक रेंज ओवर गाड़ी भी चाहिए ठीक है तो इसलिए लेकिन एक बात
41:55
मैं मानता हूं कि राज्य का यह कर्तव्य होगा कि राज्य सभी नागरिकों को जीवन जीने
42:02
के लिए पर्याप्त साधन उपलब्ध कराए पहली बात दूसरी बात इसी में कहा गया है पुरुष
42:10
और स्त्री यानी फीमेल और मेल में किसी भी तरह का कोई भी अंतर ना किया जाए यानी अंतर
42:18
इन द सेंस समान कार्य के लिए समान वेतन की बात करता है ये इक्वल पे एंड इक्वल वर्क
42:25
इक्वल वर्क इक्वल पे की बात करता है जैसे कि आज के समय में क्या हो रहा है कि हम
42:31
अपने घरों में जब कोई कंस्ट्रक्शन करवाते हैं तो वहां पर जो लेबर क्लास होती है लेबर क्लास में
42:38
कुछ पुरुष भी आते हैं काम करने और कुछ महिलाएं भी आती है आप सभी को पता है लेबर
42:43
क्लास में महिलाएं भी काम करने जाती है बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री में और आपके घरों पर भी कुछ महिलाए देखी गई होंगी जो जिन्ह आप
42:49
कहते हैं बेलदार बेलदारी करते हुए जो लेबर क्लास की होती है उनका काम होता है जब वो
42:54
आपके घर पर कोई कंस्ट्रक्शन कर रही होती है तो उस जॉइनिंग की डेट पर जिस दिन वो पहले दिन आती है तो अपनी सैलरी बताती है
43:00
कि बहन जी हम तो एक दिन का 800 लेते हैं हम तो एक दिन का 00 लेते 00 ले काम करने
43:07
का ठीक है वहीं पर क्या होता है कि पुरुष जो होता है वो काम करने के ज्यादा लेता है
43:13
तो आप उस बात को ज्यादा अच्छा मत मानिए जो पुरुष काम कर रहा है वही काम स्त्री कर
43:19
रही होगी भाई जब समान सब कार्य सबके लिए बनाए कार्य ने जब किसी में भेद नहीं किया
43:25
तो आप किस चीज में भेद करते हो यानी ईंट उठाने वाला एक पुरुष है आप उसको एक दिन का
43:32
800 दे रहे हो और वही उसी ईंट को उठाने वाली स्त्री है कोई आप उससे दिन का 5500
43:38
दे रहे हो भाई ये अंतर क्यों तो इसके लिए कहता है कि पुरुष और स्त्रियों में समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाना चाहिए
43:46
ये इक्वल पे एंड इक्वल वर्क की बात करता है आर्टिकल 39 बहुत बार पूछा भी जाता है
43:52
और राज्य का एक कर्तव्य होगा कि व्यक्तियों को जीविका के जीने के लिए पर्याप्त साधन उपलब्ध कराए यानी कम से कम
44:00
वो पैसे नहीं दे सकती सरकार तो कम से कम रोटी दे दे कपड़ा तो दे दे और मकान तो दे
44:06
राजस्थान की सरकार जो रन बसेरा स्कीम चलाती है वो रन बसेरा स्कीम यही है कि भैया सोने के लिए तो आप यहां ठहर खाने का
44:15
इंतजाम हम आपको करेंगे य अभी श्रीमान अशोक गहलोत की सरकार में एक इंदिरा रसोई चलती
44:23
थी इंदिरा रसोई जो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर थी इंदिरा रसोई में 8 का
44:28
खाना मिलता है कितने का ₹ का यानी कि सबसे मिनिमम से मिनिमम चार्जेस है अब पा की
44:35
चावल की प्लेट मिलती थी भरके तो वो उनके लिए थी भाई खाना भी दिया है आपको रहने के
44:42
लिए भी दिया है प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है मुझे भी बता दो प्रधानमंत्री आवास योजना य ये नहीं कर रही है कि वो गरीबी
44:50
रेखा से नीचे आने वाले जितने भी निर्धन लोग हैं उनके लिए फ्लैट्स बनवा रही है आप जाइए यूपी के गांव मुझे नाम याद नहीं है
44:57
वहां पर आज भी प्रधानमंत्री आवास के वन बीएच के फ्लैट बने हुए हैं कमरा एक रूम एक किचन टवा कुछ ऐसा
45:04
सिस्टम है ठीक है वहां भी फ्लैट्स बने हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक
45:10
कितने घर डिस्ट्रीब्यूटर थी आपको बता दूं मैं चलिए
45:17
इस बात को लिख देते हैं लिखे कि राज्य का यह कर्तव्य
45:23
होगा राज्य का यह कर्तव्य होगा राज्य का यह ड्यूटी
45:30
होगा राज्य का कर्तव्य होगा कि राज्य सभी
45:37
नागरिकों जैसे कि सभी नागरिकों के लिए जीने के लिए साधन कौन से रोटी कपड़ा मकान
45:42
राजस्थान की सरकार क्या सोने के लिए व्यक्तियों को रेन बसेरा उपलब्ध नहीं
45:48
कराती क्या इंदिरा रसोई से 8 का भोजन नहीं देती पहली बात द तीसरी बात और कर लेते हैं
45:54
घर की बात आपने की क्या प्रधानमंत्री हमा नरेंद्र मोदी जी हैं क्या वो प्रधानमंत्री
46:00
आवास योजना नहीं चलाते क्या यूपी में एक जगह का नाम बताया था मुझे नाम जगह याद नहीं है वहां पर आज भी हजार की हजार से
46:08
ज्यादा तादाद फ्लैट है प्रधानमंत्री आवास के और एक महिला इस बात की गवाह है उसने मीडिया में बोला है एक मुस्लिम थी मुझे
46:15
याद नाम नहीं है एक मुस्लिम महिला ने अपनी मीडिया में कमिट किया था कि प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी और हमारे माननीय
46:22
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आप ने हमें रहने के लिए
46:27
घर दिया अच्छी बात है लिख कर्तव्य होगा सभी
46:39
सभी नागरिकों को सभी नागरिकों को जीविका जीने जीविका के पर्याप्त साधन
46:48
जीविका के पर्याप्त साधन पर्याप्त साधन जैसे
46:59
रोटी कपड़ा और मकान सब कुछ दे दिया भाई साहब लेकिन फिर भी आजकल लोगों की शिकायतें
47:06
खत्म नहीं होती शिकायतें देखो शिकायतें सरकार की आलोचना होती रहे मैं भी चाहता
47:12
हूं कि देश लोकतांत्रिक रहे लोकतंत्र का यही लक्षण है कि तारीफ और आलोचना दोनों एक
47:17
साथ होती तो रोटी कपड़ा मकान अब कपड़े की बात आती है आपको पता है कि मुख्यमंत्री अभी
47:24
योगी आदित्यनाथ जी सर्दियों के टाइम 18 19 की बात होंगी कोविड से पहले
47:31
सर्दियों के समय में वो जब किसी एक जनसभा में जाते हैं और जनसभा में उन्होने कंबल
47:37
बांटे क्या है ये उन्होने जैकेट्स बाटी भाई साब जैकेट्स
47:43
ज कंबल बाटे बात भी है रोटी कपड़ा
47:52
मकान उपलब्ध कराए पहली शर्त में तो ये आता है
47:57
पहला पॉइंट यह वाला दूसरे पॉइंट में आपको बता दूं दूसरा पॉइंट कहता
48:03
है दूसरे पॉइंट में यह कहा जाता है
48:09
कि बालकों के लिए बालकों के लिए स्वास्थ्य के अवसर
48:15
उपलब्ध कराना स्वास्थ्य के
48:23
लिए अवसर उपलब्ध कराना एकय आता
48:32
है अवसर उपलब्ध कराना यानी बच्चों की देखभाल के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट अच्छा
48:37
होना चाहिए पता चला कि जन्म लेते ही बच्चा खत्म हो गया बिकॉज डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं है
48:43
साब वेरी गुड मशीन खराब हो गई साब ऑपरेशन की सिरिंज काम नहीं कर रही यह गलत है
48:52
दूसरी बात तीसरी चीज क्या होनी चाहिए इस लिख ते
48:57
कि पुरुष पुरुष एवं स्त्रियों के बीच पुरुष
49:05
एवं स्त्रियों के बीच समान कार्य के लिए समान वेतन होना
49:10
चाहिए पुरुष और स्त्रियों के बीच समान कार्य के
49:19
लिए समान कार्य के लिए समान वेतन होना चाहिए
49:34
चाहिए यानी पुरुष और स्त्री दोनों काम कर रहे हैं वही काम कर रहे हैं लेकिन पैसे
49:39
अलग मिल रहे हैं इंसाफ हुआ ठीक है लेकिन आप सबसे बड़ी विडंबना है
49:45
कि संविधान पढ़ के ही लोग संविधान के ज्यादा खिलाफ जाते हैं संविधान के ज्यादा खिलाफ जाते हैं खैर
49:54
कोई नहीं चलिए इसको हम इंग्लिश में लिख स शट में भी आता है कभी-कभी इसको कहते हैं
50:01
इक्वल वर्क इक्वल पे इक्वल वर्क
50:12
टूल ओके उसके बाद 39 आर्टिकल य हो गया 39 ए
50:18
आर्टिकल आता है अभ क्वेश्चन की बात कर लेते हैं मैंने क्वेश्चन सा दे दिया था आंसर आप सभी को पता चल गया होगा इसका
50:25
आंसर क्या है इसका आंसर है संगी है क्योंकि आपको पता है
50:31
जब मैं आर्टिकल एक पढ़ा रहा था कि भारत अर्थात इंडिया राज्यों का संघ होगा जो संघ
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सिस्टम है ना वो केवल भाव को बताता है व केवल संघ जो शब्द है उसको आप संवैधानिक मत
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मानिए क्योंकि हमारी भारत का संविधान संघीय व्यवस्था पर आधारित है लेकिन संघ
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शब्द का उल्लेख कहीं नहीं किया गया इसका आंसर है सी संघीय और प्रस्तावना
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के जो आंसर था उसका आंसर था 1973 जजमेंट ऑफ द केशवानंद भारती वर्सेस
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स्टेट ऑफ केरला केस अब मैं एक बार दूसरा क्वेश्चन लाने
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वाला हूं आपके लिए को ऑफ कर देते हैं और आपके लिए अब यह वाला आ
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जाएगा चलो यह तो क्वेश्चन कराऊंगा मैं भी चलिए यह वाला क्विज फटाफट से करिए और
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जल्दी से मुझे बताइए एक बार आपकी स्क्रीन पर आ गया
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ए अनुच्छेद 39 ए चलिए आगे चलते हैं अब 39a
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क्या कहता है 39 ए कहता है कि राज्य का यह कर्त होगा
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सभी राज्य का यह कर्तव्य होगा जो व्यक्ति
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वितीय जो व्यक्ति वित्तीय दृष्टि से यानी मलब कमजोर है जो व्यक्ति आर्थिक रूप से
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कमजोर है उनके लिए निशुल्क विधिक सहायता गरीबों के लिए निशुल्क विधिक सहायता से
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कहते हैं फी लीगल सर्विस यानी फ्री लीगल सर्विस टू
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ल पुर सिटीजन आप लिख सकते हैं कि राज्य का ड्यूटी
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है राज्य का कर्तव्य है
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कि राज्य का य कर्तव्य है कि राज्य आर्थिक रूप से कमजोर
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कमजोर सभी व्यक्तियों के
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लिए सभी व्यक्तियों के
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कराए उपलब्ध कराए यानी फ्री लीगल सर्विस टू
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ल टू ल पुअर सिटीजन ऐसे बोल सकते पुर पीपल बोल
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सकते ठीक है तो यह फ्री लीगल सर्विस की बात करता है वि को कहते हैं लीगल सर्विस
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और फ्री लीगल सर्विस निशु विधिक सहायता समझ ग आप चलिए जैसे कि मान लो कल को क्या
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होता है एक आपके समाज में ही कोई ऐसा परिवार होगा जो बहुत निर्धन होगा बत गरीब होगा
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लेकिन उस घर में भी बेटियां रहती होंगी उन बेटियों के साथ कल को मान लो कोई दुराचार
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हो जा भगवान ना करे हो लेकिन क्राइम तो आज भी है तो मान लो कल को कुछ ऐसी वारदात हो
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जाती है के साथ जोक बहुत अच्छी बात नहीं है हो जाती है तो क्या एक गरीब व्यक्ति को
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य अधिकार नहीं है उसको न्याय मिले उसको न्याय मिले क्योंकि अमीर
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व्यक्ति के साथ यदि कुछ गलत होता है तो अमीर व्यक्ति तो पैसा फेंक कर क्या कर लेता है अपना न्याय ले लेता है अच्छे से
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अच्छा वकील हाल कर लेगा ऊंचे से ऊंचा वकील कर लेगा नामी वकील कर लेगा अब नामी वकील
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से दूसरी वाली पार्टी लड़ जाती है लेकिन गरीब व्यक्ति क्या के पास तो वकील को हायर करने स्त भी
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नहीं है कहां से देगा 100 हजज सरकार के माध्यम से सरकार उसको एक
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वकील भी हायर करा सकती भैया यह वकील है लेकिन वो वकील फ्री में काम नहीं करेगा
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उसके लिए पैसा सरकार देगी और आपके लिए वो फ्री में काम अब आते हैं आर्टिकल 40 की तरफ और इसको
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हम लास्ट करते हैं और इस परे हम आज लास्ट क्वेश्चन भी कर लेंगे आर्टिकल 40 जो कि एक
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गांधीवादी सिद्धांत क्या है गांधीवादी सिद्धांत है और मैं आपको बता
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दूं आर्टिकल 38 को एक बार मैं यह खा देता हूं आर्टिकल 38 को पहले संविधान में 1949
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के संविधान में नहीं था इस आर्टिकल 38 को जोड़ा गया है किसम आर्टिकल 38 को जोड़ा गया है 44 वा
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संवैधानिक संशोधन अधिनियम 1978 मैं जोड़ा गया
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है इसको भी नोट डाउन कर लेना जोड़ा गया
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है ओके यानी यह 1949 के संविधान में नहीं था यह 44 कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ
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9 उसके बाद मैंने 39 करा दिया 39 ए करा दिया और इन दोनों आर्टिक को मैं बता दूं
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इन दोनों आर्टिक को ये 1949 के संविधान में मौजूद नहीं थे इनको इन डीपीएसपी को
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जोड़ा गया है किसमें या 1949 के संविधान में नहीं थे
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कभी ना बता दूं आपको यह क्या थे 1949 के संविधान में मौजूद ना होकर इन्हे 42वां
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संवैधानिक संशोधन अधिनियम 1976 में जोड़ा गया है
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और भी थे 39 है 39 ए है और एक 43 ए है और एक 48 यानी 42 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट
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में चार आर्टिकल जोड़े गए थे मैं आपको बता दूं एक तो जोड़ा गया था 39 और एक जोड़ा गया था 39 ए एक जोड़ा गया था 43a और एक
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जोड़ा गया था 48a य चार आर्टिकल जोड़े गए थे 42 में और
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44 में 38 जोड़ जोड़ा गया था कौन सा 38 जोड़ा तो सभी को पता चल गया आर्टिकल 40 जो
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है ये एक गांधियन विचारधारा पर आधारित है ठीक यह अनुच्छेद यह अनुच्छेद गांधीवादी विचारधारा
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पर आधारित है गांधीवादी विचारधारा पर आधारित
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है अब कैसे आधारित है एक बार देख लेते हैं ये कहता है
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कि यह गांधी का सबसे बड़ा सपना था आर्टिकल और आर्टिकल 40 में इसको डाला गया है आज तो
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कको संवैधानिक दर्जा प्राप्त है कि ग्राम पंचायतों का गठन आर्टिकल
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40 ग्राम पंचायतों का गठन और यह करता है यानी
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हमारे और आप सभी को पता है कि हमारी मोरा जी देसाई की सरकार सॉरी पीवी नरसिंहा राव
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की सरकार 19 न में से जो काम करी थी 1996 तक काम किया था पीवी नरसिंभा राव की सरकार
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ने 70 यानी 73 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट एंड 74 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट एंड 1992
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में इनको संवैधानिक दर्जा दिया और संवैधानिक दर्जा देने के बाद इन्हें
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संविधान की 11वी और 12वी अनु जोड़ दिया गया और आज ये हमारे संविधान में एक
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संवैधानिक दर्जा प्राप्त सरकार है जिन्हे आप पंचायत कहते हैं जिन्ह आप नगर निगम कहते हैं जिन्ह आप
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ऑपरेशन ठीक है जो मुंसिपल जो मुसिपालिटी है आज आप जो आप सुबह-सुबह देखते हैं कि
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गाड़ी वाली एक गाना है ना गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल ये गाड़ी वाला आया जो घर
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से कचरा निकाल जो गाड़ी है ये सारी गाड़ियां मुंसिपल की है और ये मुंसिपल कौन
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सी है एक कॉन्स्टिट्यूशन बॉडीज है ठीक है जिसमें मेयर काम करता है जिसमें सरपंच काम
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करता चलिए तो ग्राम पंचायतों का संगठन एक महात्मा गांधी का सबसे बड़ा सपना था जो कि
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आज साकार भी है और आज ग्राम पंचायतों को 73 एंड 74 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ
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1992 से संवेदन दर्जा प्राप्त है और आज यह संविधान के भाग न और ना ए में आते आज
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संविधान के भाग न में और भाग ना ए में आती है और संविधान की 11वीं और 12वी अनुसूची
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में आते हैं समझ गए भाई साहब च ग्राम पंचायत
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गठन अब ग्राम पंचायतों के गठन से संबंधित एक क्वेश्चन कर लेते हैं और इस क्वेश्चन
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अब लेक्चर को फिनिश करते हैं तो भीमराव अंबेडकर ने भारत के नीति निर्देशक को क्या
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करके संबोधित किया है मूल आत्मा भैया नहीं मूल आत्मा तो ग्रेनल ऑस्टिन ने बोला था
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नहीं हो सकता यह मूल आत्मा तो ग्रेन विल ऑस्टिन ने बोला था उसके बाद मूल आत्मा एवं
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दर्शन नहीं यह भी गस्ट बोला था देखो मैं बता दूं डॉक्ट भीमराव अंबेडकर जी ने
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डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने डीपीएसपी को संविधान के भाग चार को एक नवीन विशेषताएं
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वाला तत्व बताया है नवीन विशेषताए इसमें आंसर क्या हो सकता है सी आंसर क्या है सी
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आंसर इ द राइट आंसर अब एक बार आप मुझे फटाफट से इस क्वेश्चन का जवाब देक
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बताइए ताकि मैं क्लियर कर सकूं कि हां आप जवाब कर रहे हैं लगातार अब मैं य से
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क्वेश्चन पब्लिश कर रहा हूं आप मुझे फटाफट बताइएगा ताकि मैं आगे कुछ भी डाल सकूं
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आपके लिए कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 40 क्या वर्णन करता है 40 है वो क्या
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वर्णन करता है निशुल्क विधिक सायता भैया नहीं निशु विधिक सहायता तो इसम है 39 ए
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में है 40 में कब से आ गया ए ऑप्शन गलत हुआ बी ऑप्शन ग्राम पंचायत का गठन जी अब
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तीसरा हुआ प्रसूति सहायता प्रस्तुति सहायता आती है इसे कहते हैं प्रस्तुति सहायता मतलब मैटरनिटी लीव मैटरनिटी लीव
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जिन लड़कियों को यानी गर्भवती महिलाएं हुई या वे लड़कियां जिनको पीरियड्स आते हैं
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कुछ ऐसे संबंधित है ये पीरियड से संबंधित जो लड़कियों के साथ होते हैं हर मंथली क्य
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क्या एक साइकिल होता है पीरियड साइकिल होता है उस दौरान है ना या फिर को जो महिला गर्भवती है प्रेगनेंट है जो अपने
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वर्क प्लेस पर काम कर रही है तो मैटरनिटी जो लीव मिलती है वो आर्टिकल 42 में आती है
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और समान कार्य के लिए समान वेतन हो ही नहीं सकता क्योंकि यह तो आर्टिकल 39 में आता
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है ओके आंसर क्या बचा बी आंसर ग्राम पंचायतों का गठन जो भी आंसर ग्राम पंचायतो
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का गठन करेगा उसके कॉइंस तुरंत यहां पर कलेक्ट हो जाएंगे समझे चलो बहुत बढ़िया और
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अभी हम क्लास को ऑफ करते हैं क्ज वहां से हट गई होंगी वहां से सभी आज हमने क्विज भी
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करा दी लाइव सेशन भी हो गया तो चलिए फिर आपसे मिलते हैं जल्दी और 42 में याद रखना
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पूछा जाएगा कि भारतीय संविधान के 42 व संवैधानिक संशोधन अधिनियम 1976 में निम्न
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में से कौन सा अनुच्छेद जोड़ा गया है तो याद रखना चार अनुच्छेद 39 39a 43a एंड 48
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ए और एक था आर्टिकल 38 उसको हमने 44 में
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जोड़ा था 1978 में जनता दल की सरकार थी मोरार जी देसाई भारत के प्रधानमंत्री थे
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तो चलिए फिर मिलते हैं आपसे कल के लेक्चर में डीपी पार्ट थ्री के नाम से ओके और कल
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ये लेक्चर फिनिश हो जाना है हो जाना है उसके बाद हम मूल अधिकारों की तरफ चलेंगे जो मैंने एक लेक्चर तो लिया था लेकिन बाकी
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के नहीं ले पाए तो आज आपको कैसा लगा अच्छा लगा ना चलो बहुत बढ़िया एग्जांपल्स के साथ
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कांसेप्ट के साथ पढ़ा जाएगा ताकि कंपशन को फाइट किया जा चलिए आपका दिन अच्छा रहे
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आपका दिन शुभ रहे सभी को मेरा बहुत-बहुत नमस्कार और सभी को मेरा बहुत-बहुत धन्यवाद चलिए आप अच्छे रहिए मस्त रहिए खुश
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रहिए स्वस्थ रहिए जय जयहिंद