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हेलो दोस्तों आज के समय में हर कोई कुछ न
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कुछ करके आगे बढ़ना चाहता है लेकिन उनके
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लिए सही प्लेटफार्म और सौंफ डिसाइड नहीं
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कर पाती हैं वह इसी ऊहापोह में उनकी
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जिंदगी निकल जाती है मैं खास करके यह
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वीडियो नहीं दोस्तों के लिए बनाया है इसके
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अंदर कुछ करने का जज्बा हो वह इस वीडियो
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को देखिए और इस पर अमल करें एक गारंटी
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देता हूं वह अंश होंगे यह मेरा बच्चे ओपन
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हेलो दोस्तों हमने हर जगह पर कंप्रोमाइज
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करना सीख लिया है लेकिन अब उन पर मैच नहीं
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करना है इस वीडियो का टाइटल है यह क्या
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हुआ हरा इसका सीधा सा अर्थ है आपके अंदर
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का आत्मविश्वास जगाना है और सोचने का
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नजरिया बदलिए आपको कुछ अलग करना है इसलिए
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सबसे हटकर कुछ अलग सोचिए सफलता खुद-ब-खुद
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अपील रास्ता बनाएगी और सफलता आपके कदम
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चूमेगी लेकर आपको इसके लिए दृढ़ संकल्प
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लेना होगा और एक्शन प्लान बनाकर उस पर लग
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जाना होगा यह मेरा चैलेंज है
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कि मैं एक कहानी से आपके ऊपर करवाता हूं
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आप सभी ने एक प्यासा कौवा की कहानी जरूर
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सुनी होगी वह पानी की खोज में दर-दर भटक
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रहा था और घड़े में पानी भी था लेकिन
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घोड़े के बॉटम में था जब तक पहुंच नहीं पा
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रहा था तो उसने सोचने का नजरिया बदला कुछ
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करने की ठानी उसने पानी पीकर अपनी प्यास
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बुझाई या आप सभी जानते होंगे
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हेलो दोस्तों मैं आप लोगों को एक और कहानी
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बताना चाहता हूं एक बार की बात है किसी
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देश में अचानक आकाशवाणी होती है कि देश
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में अगले 14 साल तक कोई वर्षा नहीं होगी
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यह आकाशवाणी सुनकर उद्देश के सारे लोग
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अपने रोजगार के लिए इधर-उधर जाने लगे
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लेकिन उसी देश में किसान अपनी छोटी पुत्री
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एक किसान की बेटी रोज कागज का लाइव बनाकर
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छींक आती थी तो एक दिन कि सामने उसे ना
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बनाते हुए देखकर बोला-यह आप क्या कर रही
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हो तुमने सुना नहीं आकाशवाणी में क्या कहा
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कि देश में चार शतक कोई वर्षा नहीं होगी
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फिर यह लो तुम कहां चलाओगी
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कि यह बात सुनकर उसकी पुत्री ने जवाब दिया
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कि बापू अगर मैं अगले 14 साल तक मां नहीं
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पुलाव बनाना ही भूल जाऊंगी इसलिए वर्षा हो
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या ना हो तो भगवान जाने योग्य उनका काम है
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लेकिन मुझे मेरा काम करने दो इस छोटी सी
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बच्ची के बाप में दम था
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किसान अपनी बेटी की बात सुनकर पूरा उस
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साइड हो जाता है और उसके अंदर का सोया हुआ
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इंसान जाग गया और उसने अपने पुत्र की तरफ
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लगा कि बस करना या करवाना इन भगवान का काम
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है वह हम करेंगे वह अपना काम करेंगे या
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नहीं करेंगे वह जाने लेकिन मैं एक मानों
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कुल में जन्म लिया हूं और मेरा काम है काम
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करना तो मैं क्यों नहीं करूंगा करूंगा
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हैं और अगर मैं क्या शाम तक अपने खेत में
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हल नहीं चलाऊंगा तो मैं हर चला ही भूल
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जाऊंगा फिर किसान उठता है और अपने फैल और
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हल को लेकर अपने खेत पर चल पड़ता है तो यह
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पंक्तियां अपने जरूर सुनी होगी कुछ काम
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करो कुछ काम करो जग में रह कर कुछ नाम करो
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है कि जब वह किसान गली में होकर जा रहा है
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तो उसे कोई किसान दूसरा में जाता है और सब
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बोलता कि भाई तुमने तो अश्वनी सुनी क्या
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अगले चार साल तक बरसात कि यह जो नहीं होगी
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तो फिर खेत को जो कर क्या करेगा
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का पहला किसानों मजदूरों का जवाब देता है
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कि भाई बस शक करना या करवाना इन भगवान का
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काम है वह घर चार शतक बरसा नहीं करेंगे तो
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वर्षा करवाना भूल जाएंगे और अगर तुम यार
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सब तक हल नहीं चलाओगे बहुत चलाना ही भूल
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तो फिर देखते ही देखते पूरा को चढ़ता है
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खेतों में काम करने के लिए यात्री सत्य
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काश भगवान देखकर चकित हो जाते हैं कि चार
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साल तक वर्षा नहीं होगी मैंने आकाशवाणी की
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है फिर भी किसान लाइफ अतिक्रमियों जा रहे
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हैं या उत्तर जानने के लिए व्याकुल हो गया
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वह पीटी परेड की शाम कि देश में आया था
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कि कुड़ी किसान से पूछा भाई आपने आकाशवाणी
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तौर सुनी होगी कि अगले 14 साल तक वर्षा
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नहीं होगी फिर खेत क्यों जो प्रयोग खेत
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में जा रहे हो तो उसने भगवान जो भेष बदलकर
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आया था उससे बोला कि बरसात होगी या नहीं
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होगी तो भगवान का काम है और हर चलाना मेरा
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काम है मैं अपना काम कैसे छोड़ सकता हूं 4
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सालों में तो हम हलचल नहीं बोलूंगा अब
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हैं या जो आप शंकर भगवान भी छोटे पड़ जाते
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हैं कि वर्षा करवाना हमारा काम है इसे मैं
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कैसे छोड़ सकता हूं कहीं में बरसात रौनक
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हैं तो क्योंकि इसमें उसमें पालक छा जाते
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हैं और कुछ समय में बसा भी होने लगती है
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फिर सारे किसान मारे गुस्से गुस्सा हो
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इसे आपने क्या सीखा कि सोच बदलो तभी जग
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बदलेगा और हमें अपना काम पूरी लगन और
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मेहनत से करते रहना चाहिए जब देश गुलाम था
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तो देश को आजाद कराने का बीड़ा महात्मा
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गांधी ने उठाया यह जेल गए लाठियां खाई फिर
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भी हार नहीं माने सिचुएशन कैसे भी हो रोम
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की मंजिल दिख रही थी तभी उनके आगे
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अंग्रेजों को भी झुकना पड़ा और देशभक्त
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कि जो बड़े वैज्ञानिक है जैसे अल्बर्ट
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आइंस्टीन मार खूनी प्रॉपर ऑर्डर चिक अगर
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इन लोगों ने अपने अंदर जुनून है पैदा किया
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होता तो हाथ आज हम अंधेरे में ही होती है
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उन चीजों में पता ही नहीं होता दोस्तों एक
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बार आप रखना है हमें अपने सपनों को पकड़
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कर रखना है और निर्भर कंप्रोमाइज
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डिस्ट्रॉयड ड्रीम्स अपने सपनों से कम हम
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कंप्रोमाइज नहीं करना है तभी हम सब्जी
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मंडी में आगे बढ़ सकते हैं थैंक यू