সম্পর্ক ভাঙ্গার পর I লেখা- সাগর আহমেদ I আবৃত্তি- সেলিনা জাহান I বাংলা কবিতা আবৃত্তি
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Apr 29, 2025
কবিতা- সম্পর্ক ভাঙ্গার পর লেখা- সাগর আহমেদ আবৃত্তি- সেলিনা জাহান
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अजय को
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कल शाम पुर को भानगढ़ पर जख्म दुनिया
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शाहजहां के द्वारा पेपर बिना आ
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कि जब तक तुम्हारे हाथ पक्का पे तुम भी
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नियुक्त किए जाते हैं
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में जख्मी विपक्ष प्रभाव आधारित गुजराती
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चाहिए
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कि चौकीदार मोनिका वे
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कि तुम हर 5 होना है
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कि चक्र तुम्हें मोरी से तेल क्षेत्र वे
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कि तनु सूट करे तो मर्जी उन्हें गिने-चुने
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लोगों का मानना चाहिए
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कि जो तुम्हारे हाथ धरे समुद्री सफर यह तो
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हर गांव के और वह अल्लाह और सम्मान वृद्धि
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हुई ये
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है तो अच्छा बनमनखी स्नानं कुरुष्व मे
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मैं तुम्हें चोखेर भीतर थे के आखिरी वाली
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रिमोट तो कामना मुझे उस
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मैं तुम्हें हाथ एक उल्लेख राजीव दीक्षित
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भारत के डिब्बे
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हैं तमाशा के रास्ते हटते हुए तो जन्मदिन
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अधिक चॉकलेट से पर
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9th मजा अंदर पद्यश्री
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तुम्हें व्याख्या
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थे ₹5 जाओ देख ले आ में आकर खाते तो मत खो
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जाते हैं
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कि अभी तो मुझ को नहीं वहशत रिएक्टरों का
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मशहूर है
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है जो तुम्हें विश्वास को गेहूं फिर मां
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तो
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कि चित्तौड़ आइसक्रीम खाना खाकर आते हैं
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कि एक दिन तु मिता के आखिरी थोड़े से
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कि अब अच्छी तरह चिपक उठे डूबे
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कि तुम अच्छा दे आवर गुल्लक फूट पेक्टिन
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कि तुम अच्छा दोस्तों और सूखे दिन बाद
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विस्तृत विजय पर है
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है लेकिन तोमर जी बने
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क्वाथ न छिपे हों
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रघु दीक्षित की चमक भाग्यवश पर
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और जो तुम अजनबी व्यक्ति खड़े
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मैं तुम्हें भूल वाला शिशिर का यह आंखें
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पहाड़ियों पर स्थित खबरें ई
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कि मुझे तो मैं आवर यादव वषरें में
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और जो तुम रूप लॉन्ग गाउन अच्छा रिकॉर्ड
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रुक-रुककर थपकी छुट्टियों पर खड़े शेप तो
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याद रख पर अ
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में जाकर फंसा कुल लेख
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मैं तुम्हें या वर्ष आप में देखते शुरू कर
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दे
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कि आखिर तोमर जी को नेशनल हाईवे नो
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मैं मिक्की तो मर गैल पुनीत ए see-through
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212
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हेलो हाउ आर यू फर्स्ट तथा कमान खराब फिर
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शॉप पहुंचे
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ए पी न भावे अ
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को शुरू शाहपुर को भले मनुष्य निर्बोध
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शिशिर महतो आचरण करें
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आज तक मे कया मनुष्य दौड़कर पड़ी यह
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दायित्व उन्हें गया वशिष्ठ के एक्चुएट
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टुकड़े वाउचर माने सीखब ए
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कि आई थी मतलब ठाकुर इलायची बने एग्जाम
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मानुष वे
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है जैसा कि हम रफेल वर्षाच्या विषय
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श्रद्धायुक्त प्रार्थनाएं उन्हें अवे
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16 शीत ऋतु ने रात को
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कि घने व शांति रख यो
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हुआ है
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