IKIGAI Chapter-4: अकेले नहीं… साथ में खिलती है जिंदगी
Nov 5, 2025
IKIGAI Chapter-4 in Hindi – जीवन की सबसे महत्वपूर्ण सच्चाई: सही लोग, सही रिश्ते, सही संगत। पहले chapters में हमने समझा: Ikigai क्या है खुद को कैसे खोजें Purpose को आदतों में कैसे बदलें अब बात आती है सबसे गहरे truth पर: मनुष्य अकेला नहीं खिलता — मनुष्य जुड़कर चमकता है। इस वीडियो में आप सीखेंगे: ✅ Relationships का Ikigai में असली महत्व ✅ क्यों अकेलापन खुशी को खा जाता है ✅ सही संगत, mentor, और tribe कैसे बनाएं
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अगर आपको लगता है कि आप अकेली ही जिंदगी
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जीत सकते हैं तो यह वीडियो आपके लिए है।
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एक गाय कहता है लंबी और मीनिंगफुल जिंदगी
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अकेले नहीं बनती बल्कि कनेक्शन और
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कंट्रीब्यूशन से बनती है।
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पर्पस अकेले जन्मता है लेकिन खिलता है
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समाज में। सोचिए कितनी बार आप एनर्जेटिक
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रहे हो लेकिन अकेलेपन ने सब खत्म कर दिया।
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कितनी बार आईडिया अच्छा था पर सपोर्ट ना
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मिलने से रुक गया। कितनी बार दिल रोया
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सिर्फ इसलिए क्योंकि शेयर करने वाला कोई
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नहीं था। हम ह्यूमंस हैं। हम डिवाइसेस से
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नहीं दिलों से जुड़कर ग्रो करते हैं।
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ओकिनावा में लोग इतने लंबे और खुश क्यों
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रहते हैं? क्योंकि वहां का कल्चर कहता है
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मुआयए यानी जीवन भर का समुदाय और सहारा।
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वॉय मतलब छोटा सा ग्रुप जो साथ जीता है,
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साथ सीखता है, साथ सपोर्ट करता है, साथ
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खाते हैं, साथ चलते हैं, साथ स्ट्रगल करते
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हैं। उनकी आइडेंटिटी सिर्फ मैं नहीं हम
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हैं। इकी गाय सिर्फ सेल्फ इंप्रूवमेंट
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नहीं कलेक्टिव अपलिप्समेंट है। आप दुनिया
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का बेस्ट माइंडसेट सीख लो। बेस्ट बुक्स
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पढ़ लो, बेस्ट हैबिट्स बना लो। अगर आपका
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दिल अकेला है तो लाइफ कभी बुरी नहीं
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लगेगी। ह्यूमन फार्मूला सिंपल है। कनेक्शन
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मतलब एनर्जी, बिलोंगिंग मतलब स्टेबिलिटी
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और कंट्रीब्यूशन मतलब फुलफिलमेंट।
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लोनलीनेस
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किल करती है मीनिंग को और बिलोंगिंग बनाती
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है पर्पस। जो इंसान अपने पीपल ढूंढ लेता
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है वो खुद को ढूंढ लेता है।
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नेहा पुणे की सॉफ्टवेयर इंजीनियर जॉब
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सैलरी वीकेंड आउटिंग्स सब था पर अंदर
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खालीपन था। एक दिन उसने लोकल रीडिंग क्लब
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जॉइ किया। पहले सिर्फ सुनती थी। फिर अपनी
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बात रखना शुरू किया। और धीरे-धीरे शी
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स्टार्टेड कंडक्टिंग ग्रुप जर्नलिंग
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सेशंस। अब वो जॉब भी करती है और लोगों को
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इमोशनल ग्रोथ में हेल्पी
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उसका एक गाय लर्निंग प्लस शेयरिंग प्लस
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हीलिंग मिल गया। व्हाई? क्योंकि उसने खुद
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को दुनिया से जोड़ा।
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आगे चलते हैं। व्हाई कम्युनिटी मैटर्स?
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बिकॉज़ दे साइंस एंड इमोशन अटैच विद इट।
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रिसर्च कहती है लॉन्ग लाइफ मतलब स्ट्रांग
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रिलेशनशिप्स। स्ट्रेस कम तब होता है जब
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हमारी शेयर्ड इमोशंस होती हैं। और
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हैप्पीनेस तब बढ़ती है जब हम में
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बिलोंगिंग होती है। और डिप्रेशन तब घटता
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है जब हमारा एक ट्रस्टेड सर्कल होता है।
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और ग्रोथ तब बढ़ती है जब हमारे पास
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लर्निंग एनवायरमेंट होता है। सिंपल रूल
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है। अकेले समझ आता है। साथ मिलकर तेज
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ट्रांसफॉर्मेशन आता है।
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एक गायक कहता है आई डोंट ग्रो अलोन आई
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ग्रो विद इंडिविजुअल सक्सेस आपके सिर्फ
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ईगो को फीड करती है बल्कि कलेक्टिव सक्सेस
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आपके सोल को फीड करती है। आगे चलते हैं। द
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टाइप ऑफ कम्युनिटीज यू नीड नीड। लाइफ में
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पांच सर्कल्स चाहिए। पहला सपोर्ट सर्कल
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जिसमें फैमिली या फ्रेंड्स आते हैं। दूसरा
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ग्रोथ सर्कल जिसमें आपके मेंटर्स, रीडर्स
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या डअर्स जो कुछ करने वाले लोग। थर्ड
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स्किल सर्कल जिसमें आपकी फील्ड से रिलेटेड
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लोग होते हैं। चौथा हेल्थ सर्कल जिसमें
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वॉक, योगा, जिम पार्टनर यह सब आते हैं।
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पांचवा कंट्रीब्यूशन सर्कल जिसमें
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वॉलंटियर ग्रुप्स आते हैं। इन पांच
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सर्कल्स से खुद को जोड़ लो। जीवन खिल
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उठेगा।
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आगे बात करते हैं हाउ टू बिल्ड योर ट्राइब
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स्टार्ट स्मॉल रीडिंग क्लब ज्वाइन करो
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स्किल कम्युनिटी में रहो जहां पर आप
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डिजाइन राइटिंग ट्रैवल एड्स ये चीजें सीख
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सकते हो वीकली वॉक विद सेम पीपल यह करो और
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ऑनलाइन मास्टरमाइंड ग्रुप बनाओ एक छोटा
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फोकस पार्टनर वंटियरिंग शुरू करो किसी
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जूनियर को गाइड करो रिमेंबर पीपल कम पर्पस
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स्टेज सर्विस का मतलब सोल का फ्यूल। एक ही
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गाय का सबसे गहरा ट्रुथ जो सिर्फ खुद के
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लिए जीता है, थोड़ी दूर तक जाता है। जो
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दूसरों को उठाता है, बहुत दूर तक जाता है।
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गिविंग मेक्स यू अलाइव रिसीविंग देन
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बिकम्स अ ब्लेसिंग। अब कुछ डेली कनेक्शन
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रिचुअल्स हैं। पहला रोज किसी को जेनुइनली
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एप्रिशिएट करो।
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दूसरा हफ्ते में एक हार्ट फिल्ट कॉल करो।
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वह किसी को भी हो सकती है। अपने दोस्त को
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करो, रिलेटिव को करो, किसी को भी करो।
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थर्ड महीने में एक नया मीनिंगफुल कनेक्शन
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बनाओ। चौथा किसी की स्किल सीखो। किसी को
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सिखाओ। आपको चेस आती है तो अपने नेबर को
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सिखाओ। उसको फ्लूइड बजाना आता है तो उससे
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सीखो। पांचवा कभी-कभी चुपचाप किसी की मदद
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करो। ऐसा कहीं नहीं लिखा कि जब भी आपने
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मदद किसी की करनी है तो चीख-चीख कर पूरी
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दुनिया को बताना है। नहीं चुपचाप मदद करो।
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वही असली मदद है।
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पपस अकेले मिलता है पर मीनिंग साथ में
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बनता है। सक्सेस एप्लॉस मांगता है।
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फुलफिलमेंट कनेक्शन मांगता है। पीपल नहीं
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राइट पीपल चाहिए। रात को लिखो मेरी लाइफ
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में कौन सा रिश्ता मुझे जिंदा महसूस कराता
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है और दूसरा किसको मैं वैल्यू दे सकता
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हूं।
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कमेंट करो आज मैं किसे सपोर्ट करूंगा?
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किससे सीखूंगा? यह आपका सीड है। कल यह
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सपोर्ट ट्री बनेगा। एक और बात समझनी है।
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आज की दुनिया में हम पहले से ज्यादा
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कनेक्टेड हैं। पर पहले से ज्यादा अकेले भी
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हैं। फोन कांटेक्ट्स बढ़े पर दिल के
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कनेक्ट घट गए। ऑनलाइन दोस्तों की गिनती
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बढ़ी पर वो एक इंसान कम जो सच में हमारे
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गिरने पर पकड़ ले। रियल बात यह है कनेक्शन
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एप्स से नहीं बनता। कनेक्शन दिल से, समय
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से और विश्वास से बनता है। आप नोटिस करोगे
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जब भी लाइफ में कोई बहुत सकारात्मक बदलाव
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आया होगा उसके पीछे कोई इंसान जरूर रहा
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होगा। कोई दोस्त जिसने हिम्मत दी, कोई भाई
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जिसने सपोर्ट किया, कोई टीचर जिसने रास्ता
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दिखाया, कोई स्ट्रेंजर जिसने हेल्प करके
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फेथ लौटा दिया। कोई मेंटोर जिसने एक सही
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सवाल पूछ दिया।
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यस, हर इंसान आपके एक गाय का हिस्सा बन
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सकता है। और यह भी सच है। कभी-कभी सबसे
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टॉक्सिक लोग सबसे करीब होते हैं। उनसे दूर
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रहना भी करेज है। एक गायक का एक सल ट्रुथ।
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कदा लोगों से धैर्य नहीं, दूरी रखो। सही
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लोगों के लिए दिल और दरवाजा खोलो। द
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करेज्ड टू सीक एंड गिफ्ट। कनेक्शन दो तरफा
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सड़क है। सिर्फ मांगने से नहीं मिलता,
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देने से भी मिलता है। अपनी ऊर्जा शेयर
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करो। अपनी अंडरस्टैंडिंग शेयर करो। अपनी
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लर्निंग शेयर करो। और सबसे बड़ी चीज अपनी
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काइंडनेस शेयर करो। कभी किसी की बात पूरी
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सुनना भी सेवा है। कभी सपोर्ट वर्ड्स देना
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भी सेवा है। कभी किसी को साइलेंस और स्पेस
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देना भी सेवा है। सर्विस ग्लैमरस नहीं
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होती। सर्विस सिंपल होती है। दुनिया को
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हीरोज़ नहीं दुनिया को ह्यूमन हार्ट्स
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चाहिए। और याद रखो जब आप किसी को ऊपर
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उठाते हो आप खुद भी ऊपर उठ जाते हो। इस
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चैप्टर का सार एक लाइन में अकेले बेहतर बन
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सकते हो। लेकिन मिलकर असाधारण बनते हो। एक
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ही गाय इंडिविजुअल से शुरू होता है।
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कम्युनिटी पर खेलता है और कंट्रीब्यूशन से
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चमकता है। आज बस एक छोटा वादा रखो। एक
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मीनिंगफुल रिश्ता बनाऊंगा और किसी एक
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इंसान की मदद करूंगा बिना किसी
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एक्सपेक्टेशन के। यहीं से पर्पस डीपन होता
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है और सच कहूं सच्चा एक ही इंसान में
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मिलता है। सिर्फ किताबों में नहीं। थैंक
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यू।
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[संगीत]
#Family & Relationships
#Social Issues & Advocacy
