COSMOS by Carl Sagan दुनिया की सबसे सुंदर और गहरी science-philosophy किताबों में से एक है।
यह किताब सिर्फ तारे, ग्रह और galaxies नहीं सिखाती—
यह आपको आपको खुद से मिलवाती है।
इस Hindi audiobook-style summary में आप जानेंगे:
✨ हम Stardust से कैसे बने
✨ Life इतनी rare और precious क्यों है
✨ हम ब्रह्मांड में कितने छोटे… और फिर भी कितने महत्वपूर्ण हैं
✨ Pale Blue Dot क्या सिखाता है
✨ Human future space से क्यों जुड़ा है
✨ Science और Spirituality कहाँ मिलते हैं
✨ और क्यों Carl Sagan कहते हैं:
“We are a way for the Universe to know itself.”
यह summary simple Hindi में है,
ताकि 18–45 की भारतीय audience आसानी से समझ सके
और अपने life perspective को expand कर सके।
अगर आप:
Show More Show Less View Video Transcript
0:01
हम सब सितारों की मिट्टी से बने हैं। एक ऐसी किताब जो इंसान को छोटा नहीं बल्कि
0:07
विशाल बना देती है। काल सगन की कॉस्मोस ऐसी किताब है जो आपके अंदर दो चीजें जगाती
0:15
है। पहला हैरानी कि ब्रह्मांड कितना बड़ा है। दूसरा नम्रता कि हम कितने छोटे होकर
0:23
भी कितने खास हैं। यह कोई साइंस की हैवी किताब नहीं है। कॉस्मोस असल में एक आत्मा
0:29
को छू लेने वाली यात्रा है। जहां आप समझते हो कि आप अकेले नहीं हो। पूरा यूनिवर्स
0:36
आपका घर है और इंसान की जिंदगी इस विशाल ब्रह्मांड की कहानी का सिर्फ एक चैप्टर
0:43
है। काल सघन कहते हैं हम ब्रह्मांड का एक तरीका है अपनी ही उत्पत्ति को समझने का।
0:52
यानी हम यूनिवर्स को देख नहीं रहे। यूनिवर्स खुद को हमारी आंखों से देख रहा
0:58
है। यह सोचना ही मोटिवेशन बन जाता है। लेसन वन यूनिवर्स इतना विशाल है कि आपकी
1:06
प्रॉब्लम्स खुद छोटी लगने लगती हैं। हम रोज छोटी-छोटी बातों पर स्ट्रेस लेते हैं।
1:12
नौकरी, पैसे, लोग क्या सोचेंगे? कंपैरिजन, डेडलाइंस, छोटी फेलियर। लेकिन कॉस्मोस
1:21
आपको एक नया नजरिया देता है। पृथ्वी एक सूरज का छोटा सा ग्रह। सूरज एक आकाशगंगा
1:29
में 27 करोड़ सितारों में से एक। हमारी आकाशगंगा अरबों आकाशगंगाओं में से एक और
1:37
पूरा यूनिवर्स अभी भी फैल रहा है। हमारी परेशानियां इस विशाल ब्रह्मा ब्रह्मांड
1:43
में क्या मायने रखती हैं? काल सगन कहते हैं अगर आज आपकी समस्या बड़ा पहाड़ लग रही
1:50
है तो उसे ब्रह्मांड के सामने रखकर देखो। वह रेत का कण बन जाएगी। कॉस्मोस आपकी
1:57
ए्जायटी कम करता है। पर्सपेक्टिव बदल देता है। लेसन टू हम सब स्टार डस्ट हैं। स्टार
2:06
स्टफ सबसे मोटिवेशनल साइंस फैक्ट। काल सागन का सबसे मोटिवेशन फेमस मोटिवेशनल
2:13
ट्रुथ। हम सब सितारों के बने हुए हैं। सच में यह कोई पोएट्री नहीं प्योर रियलिटी
2:20
है। जो एटम्स आपके शरीर में है। आपका खून आपकी हड्डियां, आपका दिमाग, आपकी सांस यह
2:28
सब कभी किसी तारे के दिल में बना था। जब वो तारा फटा, तब यह पदार्थ पूरे स्पेस में
2:35
फैल गया। और उसी से आप बने। यानी आप कॉस्मिक एक्सीडेंट नहीं हैं। आप कॉस्मिक
2:41
क्रिएशन हैं। आप ऑर्डिनरी नहीं है। आप यूनिवर्स का हिस्सा हैं। इस सोच से सेल्फ
2:47
वर्थ बढ़ जाती है। आप खुद को छोटा महसूस करना छोड़ देते हैं। लेसन थ्री ज्ञान का
2:56
असली मतलब है विनम्र होना। काल सगन के मुताबिक जितना ज्यादा आप सीखते हैं उतना
3:04
ज्यादा आप समझते हैं कि अभी कितना बाकी है। कॉस्मोस पढ़ते-पढ़ते आदमी हंबल हो
3:11
जाता है। आज की दुनिया में लोग थोड़ी सक्सेस मिलते ही ईगो बना लेते हैं। थोड़ा
3:17
पैसा आते ही खुद को बड़ा समझने लगते हैं। थोड़ी पॉपुलैरिटी आते ही एटीट्यूड दिखाने
3:23
लगते हैं। लेकिन ब्रह्मांड आपकी ईगो को डिसॉल्व कर देता है। क्योंकि जब आपको पता
3:29
चले आपकी पूरी लाइफ यूनिवर्स के हिसाब से एक ब्लिंक से भी कम समय है तो ईगो खुद
3:36
गायब हो जाती है। कॉस्मोस हमें सिखाता है विनम्रता ताकत है। अहंकार बेवकूफ बनाता
3:44
है। बड़ा इंसान वही है जो सीखना ना छोड़े। लेसन फोर हर इंसान एक्सप्लोरर पैदा होता
3:52
है। काल सगन कहते हैं मनुष्य जन्म से ही खोजी है। हमारे अंदर क्यूरोसिटी एक बेसिक
3:58
फ्यूल है। आप सोचो बच्चों को हर चीज क्यों छूना होता है? क्यों पूछते हैं यह क्या
4:04
है? क्यों आसमान की तरफ देखते हैं? क्यों समुद्र पेड़ तारों से फैसिनेट होते हैं?
4:11
क्योंकि एक्सप्लोरेशन हमारे डीएनए में है। कॉस्मोस आपको वही खोया हुआ एक्साइटमेंट
4:17
वापस देता है। वह बच्चा जो आप कभी थे। आपको एहसास होता है मैं दुनिया को
4:24
एक्सप्लोर करने के लिए बना हूं। मुझे सीखते रहना है। ग्रोथ मेरी नेचर है। यह
4:30
किताब आपकी क्यूरोसिटी जगा देती है। आप फिर से जीवित महसूस करते हैं।
4:37
लेसन फाइव। साइंस सिर्फ फैक्ट्स नहीं पोएट्री भी है। हम सोचते हैं विज्ञान मतलब
4:44
फार्मूलाज़, इक्वेशंस, कठिन शब्द। लेकिन कॉस्मोस बताती है साइंस मतलब वंडर। साइंस
4:50
मतलब ट्रुथ, साइंस मतलब लाइफ और साइंस मतलब क्यूरोसिटी। काल सगन का विज़न। साइंस
4:58
इज नॉट अ बॉडी ऑफ़ नॉलेज। साइंस इज अ वे ऑफ थिंकिंग। वह साइंस को इतना सुंदर बना देते
5:04
हैं कि आप महसूस करते हो। यही तो स्पिरिचुअलिटी है। यही तो माइंडफुलनेस है।
5:10
यही तो अवेयरनेस है। कॉस्मोस पढ़ते हुए साइंस के साथ स्पिरिचुअलिटी एक साथ महसूस
5:17
होते हैं। लेसन सिक्स इंसान अकेला नहीं है। वह कॉस्मिक फैमिली का हिस्सा है।
5:24
कॉस्मोस आपको लोनलीनेस से निकाल देता है। क्योंकि आप सीखते हो यूनिवर्स कनेक्टेड
5:30
है। नेचर कनेक्टेड है। सभी लिविंग बीइंग्स कनेक्टेड हैं। एनर्जीस कनेक्टेड हैं। कॉल
5:39
सगन कहते हैं हम सब यूनिवर्स के फैमिली मेंबर्स हैं। बस हमारा पता अलग-अलग है। यह
5:46
थॉट इतना पावरफुल है कि कोई भी व्यक्ति जो खुद को अकेला समझता है, उसके दिल में
5:52
वार्मथ आ जाती है। लेसन सेवन लाइफ एक गिफ्ट है। इसे वेस्ट मत करो। कॉस्मोस का
6:00
सबसे मोटिवेशनल मैसेज लाइफ रेयर है, प्रेशियस है, फ्रजाइल है। इस विशाल ठंडे
6:07
अंधेरे ब्रह्मांड में लाइफ सिर्फ एक टाइनी प्लनेट पर पॉसिबल हुई। यानी आपकी जिंदगी
6:14
एक मिरेकल है। और अगर आप मिरेकल हो तो आपको अपनी लाइफ कंपैरिजन में, फियर में,
6:20
ईगो में, छोटी बातों में वेस्ट नहीं करनी चाहिए। कॉस्मोस कहती है लिव फुली ग्रो
6:27
डेली वैल्यू योर टाइम एप्रिशिएट एक्सिस्टेंस आप इस यूनिवर्स में वन टाइम
6:32
विजिटेड हो मेक इट मीनिंगफुल कॉस्मोस आपको छोटा नहीं इनफाइनाइट बना
6:39
देता है इस हिस्से में हमें मिला विशाल यूनिवर्स का एक नया नजरिया प्रॉब्लम्स
6:45
ऑटोमेटिकली छोटे होने का तरीका स्टार स्टफ का मोटिवेशनल ट्रुथ ईगो छोड़कर ह्यूमिलिटी
6:52
अपनाने की शक्ति कैरोसिटी वापस लाने का तरीका, साइंस को पोएट्री की तरह समझने का नजरिया, लोनलीनेस
7:00
से निकलने का कॉस्मिक कनेक्शन, लाइफ को वेस्ट ना करने का वेकअप कॉल। कॉस्मोस कोई
7:06
बुक नहीं। यह एक सी रिसेट बटन है। यह आपको बदल देती है। हम आखिर कौन हैं और कहां से
7:15
आए हैं? ब्रह्मांड की इस यात्रा में खुद को पहचानना ही सबसे बड़ा ज्ञान है। काल
7:21
सगन कहते हैं कि कॉस्मोस को समझना सिर्फ प्लेनेट्स, स्टार्स, गैलेक्सीस को समझना
7:27
नहीं है बल्कि खुद को समझना है। क्योंकि अगर आप यह नहीं जानते कि आप कहां से आए
7:33
हैं तो आप नहीं समझ पाएंगे कि आपको कहां जाना है। इस हिस्से में हम सीखते हैं कि
7:39
हमारी कहानी, पृथ्वी की कहानी और यूनिवर्स की कहानी सब जुड़ी हुई है। लेसन वन पृथ्वी
7:46
एक फैमिली है। बैटल फील्ड नहीं। काल सगन का एक आइकॉनिक थॉट है। द अर्थ इज अ पे
7:53
ब्लू डॉग। यानी हमारी पृथ्वी एक छोटी सी नीली बूंद है। यह सोच इतनी शक्तिशाली है
8:01
कि आपका ईगो डिॉल्व हो जाता है। आपका उत्साह कम हो जाता है। दूसरे देशों की
8:08
बाउंड्रीज मीनिंगनेस लगने लगती है। जाति धर्म रंग इन सब की लड़ाई पॉइंटलेस लगती
8:15
है। काल सघन बताते हैं पृथ्वी। ना तो किसी कंट्री की है, ना किसी रिलीजन की, ना किसी
8:22
कास्ट की। यह सबकी है और हम सब यात्री हैं। कॉसमोस आपको ग्लोबल सिटीजन बना देता
8:29
है। जब आप यह समझते हो कि हम सब एक ही घर में रहते हैं तो नफरत खुद खत्म होने लगती
8:36
है। लेसन टू जीवन एक मिरेकल है और इतना कॉमन नहीं है। हम रोज लाइफ को ग्रांटेड ले
8:44
लेते हैं। मन खराब, शिकायतें, स्ट्रेस, कंपैरिजन, नेगेटिविटी। लेकिन कॉस्मोस
8:51
बताता है पूरा यूनिवर्स मोस्टली खाली, ठंडा और डेड है। प्लनेट्स हैं पर लाइफ
8:57
नहीं। लाखों गैलेक्सीस हैं पर कोई गारंटी नहीं लाइफ की। स्पेस में कहीं भी इतनी
9:03
परफेक्ट कंडीशंस नहीं मिले और पृथ्वी लाइफ से भरी हुई। कार्लगन कहते हैं, लाइफ रेयर
9:10
है और आप उस रेयर चीज का हिस्सा हैं। इमेजिन करो आप अरबों वर्षों की एवोल्यूशन
9:17
का रिजल्ट हो। आपका अस्तित्व एक्सीडेंटल नहीं है। यह एक कॉस्मिक अचीवमेंट है। यह
9:25
थॉट अपने आप मोटिवेशन भर देता है। लेसन थ्री एवोल्यूशन हमें बताता है कि हम कितने
9:32
कनेक्टेड हैं। काल सगन एववोल्यूशन को ऐसे समझाते हैं। हम पेड़ों, पक्षियों, कीड़ों,
9:39
मिट्टी सबके रिश्तेदार हैं। सच में हमारी डीएनए चेन एनिमल्स से जुड़ी है। प्लांट्स
9:45
से जुड़ी है। बैक्टीरिया से भी जुड़ी है। आपका शरीर इस ग्रह के लगभग हर लिविंग
9:51
बीइंग के साथ कुछ ना कुछ शेयर करता है। यानी अहंकार का कोई मतलब नहीं। क्रुलिटी
9:58
का कोई औचित्य नहीं। स्पीरियरिटी सिर्फ इल्लुजन है। आप स्पेशल हैं लेकिन आप अकेले
10:05
स्पेशल नहीं हैं। हम एक सुपर कनेक्टेड नेटवर्क का हिस्सा है। लेसन फोर
10:12
क्यूरोसिटी इंसान का असली सुपर पावर है। काल सगन कहते हैं हम जीवित हैं क्योंकि
10:18
हमारे अंदर जानने की भूख है। सोचिए इंसान ने आग क्यों खोजी? पहिया क्यों बनाया?
10:25
समुंदर के पार क्यों गया? चांद पर जाने का सपना क्यों देखा? टेलिस्कोप क्यों बनाया?
10:31
क्योंकि क्यूरोसिटी हमारा मास्टर फ्यूल है। कॉस्मोस सिखाता है अगर आपकी
10:37
क्यूरोसिटी मर गई, आप रुक गए। अगर क्यूरोसिटी जिंदा है, आप बढ़ते रहेंगे।
10:43
क्यूरोसिटी मतलब ग्रोथ। आप लर्निंग मशीन है। बस नॉलेज का दरवाजा खुला होना चाहिए।
10:50
लेसन फाइव। यूनिवर्स में हम छोटे हैं लेकिन महत्व नहीं। बहुत लोग कहते हैं अरे
10:56
हम तो इतने छोटे हैं तो हमारी लाइफ का क्या मीनिंग? काल सगन इस सोच को उलट देते
11:03
हैं। यूनिवर्स बहुत बड़ा है लेकिन कॉन्शियसनेस अभी भी दुर्लभ है और आप उसी
11:09
कॉन्शियसनेस का हिस्सा हैं। मीनिंग यूनिवर्स में शायद बिलियंस ऑफ प्लनेट्स
11:15
हो। लेकिन सोचने विचारने वाले बीइंग्स बहुत कम है। आप सिर्फ मैटर नहीं हो। आप
11:20
अवेयरनेस हो। आपका अस्तित्व केवल भौतिक नहीं आपके कॉन्शियसनेस पूरे कॉस्मोस को
11:27
मीनिंग देती है। यही स्पिरिचुअल प्लस साइंटिफिक ब्लेंड है जिसने दुनिया भर में
11:34
करोड़ों लोगों को इंस्पायर किया। लेसन सिक्स विज्ञान डर नहीं शक्ति देता है।
11:41
बहुत लोग साइंस को बोरिंग या कॉम्प्लिकेटेड मानते हैं। लेकिन कॉस्मोस
11:46
कहता है साइंस हमें डर से मुक्त करता है। पुराने समय में एक्स एक्लिप्स को बुरा
11:53
संकेत माना जाता था। थंडर को देवताओं का गुस्सा, डिजीजेस को श्राप, कॉमेट्स को
11:59
विनाश का संकेत। लेकिन साइंस ने बताया बादल इलेक्ट्रिसिटी बनाते हैं। एक्लिप्स
12:06
नेचुरल शैडो है। डिजीज जर्म्स से होती है। कॉमेट सिर्फ स्पेस ऑब्जेक्ट्स हैं और इतना
12:14
जानने के बाद हमारा डर कम कॉन्फिडेंस बढ़ता है। नॉलेज मतलब फ्रीडम। लेसन नंबर
12:21
सेवन। प्लनेट की सेफ्टी हमारी जिम्मेदारी है। कॉस्मोस एक बहुत इंपॉर्टेंट वार्निंग
12:27
देता है। हमने पृथ्वी को बनाया नहीं है। लेकिन हम उसे नष्ट कर सकते हैं। ह्यूमन
12:34
एक्टिविटी के कारण पोल्यूशन, डिफॉरेस्टेशन, ओवरपापुलेशन,
12:39
वार्मिंग, वाटर क्राइसिस, पृथ्वी खतरे में है। कॉल सगन कहते हैं हम इस नीली बूंद
12:46
केयरटेकर हैं। अगर हम नहीं संभालेंगे तो कौन संभालेगा? कॉस्मोस हर इंसान को
12:53
प्लेनेट फ्रेंडली बनाता है। लेसन नंबर एट ब्रह्मांड को समझना मतलब खुद को समझना।
13:00
काल सगन का सबसे गहरा इनसाइट। यूनिवर्स बाहर नहीं है। यह आपके अंदर भी है। आपकी
13:06
हार्ट बीट, आपकी थॉट्स, आपका लव, आपका इमेजिनेशन सब उसी मैटर से बना है जो किसी
13:13
समय सितारों में था। यानी सेल्फ डिस्कवरी और यूनिवर्स डिस्कवरी सेम जर्नी है। साइंस
13:21
और स्पिरिचुअलिटी एक ही ट्रुथ के दो पहलू हैं। ब्रह्मांड को जानना आपके भीतर रोशनी
13:29
जगाता है। कॉस्मोस बाहर जितना वंडर दिखाता है। अंदर उतनी ही क्लेरिटी देता है। आप
13:36
ब्रह्मांड का छोटा हिस्सा नहीं ब्रह्मांड का चमकता हुआ जागरूक हिस्सा है। इस हिस्से
13:42
में हमने सीखा पृथ्वी फैमिली है। बैटल फील्ड नहीं लाइफ रेयर है। प्रेशियस है।
13:49
एवोल्यूशन हमें सबसे जोड़ता है। क्यूरोसिटी हमारा सुपर पावर है। हम छोटे
13:55
होकर भी पावरफुल है। साइंस डर नहीं आजादी देती है। प्लनेट की प्रोटेक्शन हमारी
14:02
रिस्पांसिबिलिटी है। यूनिवर्स को समझना खुद को समझना है। कॉस्मोस हमें ह्यूमैलिटी
14:08
नहीं महानता देता है। एक ऐसी महानता जो ईगो नहीं रिस्पांसिबिलिटी और वंडर पैदा
14:15
करती है। जब हम आसमान में देखते हैं तो असल में हम अपने अतीत को देख रहे होते
14:24
हैं। कॉस्मोस का पार्ट थ्री हमारी टाइम, हिस्ट्री और ह्यूमन जर्नी को एक नए नजरिए
14:31
से समझाता है। कॉल सदन बताते हैं कि यूनिवर्स में कुछ भी अचानक नहीं होता। हर
14:37
चीज, हर स्टार, हर प्लेनेट, हर लाइफ फॉर्म एक लंबी खूबसूरत और कभी-कभी दर्द भरी
14:44
प्रक्रिया का परिणाम है। हम सिर्फ इंसान नहीं है। हम अरबों सालों की कहानी का
14:50
आखिरी चैप्टर है। लेसन वन टाइम बहुत पुराना है और हम बहुत नए हैं। कॉस्मोस
14:57
बताता है कि यूनिवर्स 14 अरब साल पुराना, पृथ्वी 4. अरब साल पुरानी, लाइफ 3 अरब साल
15:05
पुरानी। डायनासोर्स 20 करोड़ साल पुराने। मॉडर्न ह्यूमंस सिर्फ लगभग 2 लाख साल
15:12
पुराने। यानी यूनिवर्स के टाइम टेबल में हम अभी-अभी आए हैं। हम समय के हिसाब से
15:18
बच्चे हैं और हम सोचते हैं कि हमें सब पता है। काल सगन कहते हैं हम नवजात प्रजाति
15:25
हैं और सीखना अभी शुरू किया है। इससे दो चीजें आती हैं। अहंकार घटता है।
15:31
क्यूरोसिटी बढ़ती है। लेसन टू नॉलेज का मतलब केवल जानना नहीं बल्कि गलतियों से
15:38
सीखना है। कॉस्मोस यह बताता है कि मानव इतिहास ट्रायल एंड एरर से बना है। हमने
15:45
गलतियां की। धरती को ब्रह्मांड का सेंटर माना। सूरज को देवता समझा। साइंस को
15:51
विचक्राफ्ट कहा। फियर को नॉलेज समझ लिया। लेकिन धीरे-धीरे इंसान ने महसूस किया गलती
15:58
शर्म की बात नहीं। गलती से सीखना ही प्रगति है। काल सगन कहते हैं साइंस इज अ
16:04
सेल्फ कनेक्टिंग प्रोसेस। यानी हम गलत होते हैं और अगली बार थोड़े कम गलत होते
16:12
हैं। यह सोच आपकी पर्सनल लाइफ में भी लागू होती है। हर फेलियर लर्निंग है। हर सेटबक
16:19
करेक्शन है। हर मिस्टेक इंप्रूवमेंट है। कॉस्मोस हमें गिल्ट से नहीं क्रोध से
16:25
जोड़ता है। लेसन थ्री हम सब एक्सप्लोरर्स हैं। और एक्सप्लोरेशन हमें जिंदा रखता है।
16:33
मानव इतिहास में आप देखिए, आग खोजी, पहिया बनाया, नाव बनाई, कॉन्टिनेंट एक्सप्लोर
16:39
किए, टेलिस्कोप्स बनाए, चांद पर पहुंचे। यह सब किस वजह से? क्यूरोसिटी। कार्लगन
16:45
कहते हैं, एक्सप्लोरेशन इज इन आवर ब्लड। रुकना हमारी नेचर नहीं है। इसलिए कॉस्मोस
16:51
हमें रिमाइंड करता है। अगर आप लाइफ में एक्साइटेड नहीं हो रहे, अगर आप एक्सप्लोर
16:57
नहीं कर रहे, अगर आप सीख नहीं रहे, अगर आप कोई नई चीज ट्राई नहीं कर रहे, तो आप अपनी
17:04
असली नेचर से दूर जा रहे हैं। एक्सप्लोरेशन मतलब जीवन की ऊर्जा। लेसन
17:09
फोर हम अकेले नहीं हैं। हमारा भविष्य भी यूनिवर्स से जुड़ा है। कॉस्मोस यह
17:15
पॉसिबिलिटी खोलता है कि हमारी जैसी लाइफ कहीं और भी हो सकता है। काल सगन कहते हैं
17:21
इट वुड बी एन ऑफुल वेस्ट ऑफ स्पेस इफ वी आर अलोन। इनका मतलब यूनिवर्स इतना विशाल
17:27
है। अरबों गैलेक्सीस में ट्रिलियंस प्लनेट्स हैं। उनमें से कुछ पर लाइफ होने
17:33
की पॉसिबिलिटी नेचुरल है। यह थॉट साइंस से ज्यादा खूप और इमेजिनेशन पैदा करता है। और
17:40
इससे एक लेसन मिलता है। हम जितना सीखेंगे, हम जितना एक्सप्लोर करेंगे, हम जितना
17:46
यूनिवर्स को समझेंगे, हम उतना ही अपने भविष्य को बेटर बना पाएंगे। कॉस्मोस
17:52
इमेजिनेशन को स्ट्रेंथन करता है और इमेजिनेशन ही फ्यूचर बनाती है। लेसन फाइव
18:00
हमारी हर जनरेशन पिछली जनरेशन से थोड़ा ज्यादा जानती है। दुनिया कभी नॉलेज से भरी
18:06
नहीं थी। हम धीरे-धीरे सीखते गए। भारत में आर्यभट्ट ने एस्ट्रोनॉमी दी। सुश्रुत ने
18:12
सर्जरी दी। पाणिनी ने लैंग्वेज स्ट्रक्चर दिया और मॉडर्न टाइम्स में साइंटिस्ट ने
18:17
यूनिवर्स और नेचर को डिकोड किया। कालसगन कहते हैं हम जंट्स शोल्डर्स पर खड़े हैं।
18:25
यानी हमारी नॉलेज उन लोगों की देन है जो हमसे पहले जिए थे। हम अकेले नहीं सीखते।
18:31
हम इंसानियत की पूरी हिस्ट्री से ज्ञान लेते हैं। सो अगर आप रीडिंग करते हैं, अगर
18:37
आप लर्निंग में इन्वेस्टेड हैं, अगर आप साइंस लाइफ नेचर को समझते हैं, तो आप मानवता की इस लॉन्ग चेन का हिस्सा हैं जो
18:44
सेंचुरीज से नॉलेज इकट्ठा करती आ रही है।
18:49
लेसन सिक्स ह्यूमन प्रोग्रेस का सबसे बड़ा दुश्मन है ईगो। काल सगान बहुत बार वर्न
18:56
करते हैं कि अहंकार इग्नोरेंस को पैदा करता है। ईगो कहता है मुझे सब पता है। मैं
19:02
सही हूं बाकी गलत है। मेरी सोच पूर्ण है। मुझे सीखने की जरूरत नहीं। लेकिन कॉस्मोस
19:09
बताता है यूनिवर्स इनफाइनाइट है। नॉलेज इनफाइनाइट है। मिस्ट्रीज इनफाइनाइट है। तो
19:16
एक इंसान कैसे कह सकता है कि उसे सब पता है। कॉस्मोस आपको हंबल बनाता है। और
19:23
ह्यूमिलिटी मतलब ग्रोथ। लेसन नंबर सेवन फ्यूचर उन लोगों का है जो क्वेश्चंस पूछते
19:30
हैं। कॉस्मोस में बार-बार एक बात आती है क्वेश्चंस पूछो क्योंकि क्वेश्चंस ट्रुथ
19:36
तक ले जाते हैं। काल सदगन कहते हैं चाइल्ड लाइक क्यूरोसिटी जीवन का सबसे बड़ा सुपर
19:42
पावर है। क्वेश्चंस जैसे हम कहां से आए? यूनिवर्स कैसे बना? लाइफ का ओरिजिन क्या
19:49
है? कॉन्शियसनेस क्या है? इसका मीनिंग क्या है? इन क्वेश्चंस ने साइंस की पूरी
19:55
दुनिया बदल दी। इसी वजह से कॉस्मोस हमें इंस्पायर करता है। आपके क्वेश्चंस गलत
20:02
नहीं होते। क्यूसिटी वीकनेस नहीं ग्रेटनेस है। जो पूछता है वही सीखता है और जो सीखता
20:09
है वही फ्यूचर क्रिएट करता है। लेसन एट द कॉस्मिक कैलेंडर। 14 अरब साल सिर्फ एक साल
20:18
में कॉस्मोस का सबसे फेमस कांसेप्ट। अगर हम 14 अरब साल की यूनिवर्स हिस्ट्री को
20:23
सिर्फ एक कैलेंडर ईयर में कंप्रेस कर दें। जनवरी यूनिवर्स का बर्थ मार्च पहली
20:29
गैलेक्सीस सेप्टेंबर सन और अर्थ का जन्म दिसंबर 25 डायनासोर दिसंबर 31 1159 पीm
20:38
ह्यूमंस अराइव लास्ट वन सेकंड हमारी पूरी रिकॉर्डेड हिस्ट्री यानी हमारी पूरी
20:43
सिविलाइजेशन यूनिवर्स के एक सेकंड जितनी है यह सोच माइंड ब्लोइंग है और इससे दो
20:50
चीजें सीखने को मिलती है। पहला लाइफ शॉर्ट है। इसे वेस्ट मत करो। दूसरा हम अभी भी
20:56
शुरुआती लर्नर्स हैं। लर्निंग बंद मत करो। लेसन नाइन फियर हमें छोटा बनाती है। नॉलेज
21:03
हमें विशाल बनाती है। कॉस्मोस बताता है पुराने समय में लोग डर की वजह से रूल्स
21:09
बनाते थे। यह मत करो वह मत करो। टेकन साइंस फियर को बदल देता है। अंधविश्वास
21:18
की जगह क्लेरिटी, डर की जगह फ्रीडम, मिथ की जगह ट्रुथ और कंफ्यूजन की जगह
21:24
अंडरस्टैंडिंग। काल सगन कहते हैं नॉलेज हमें इनविज़िबल चेंज से मुक्त कर देता है।
21:30
कॉस्मोस आपके अंदर कॉन्फिडेंस लाता है। जो स्पिरिचुअल भी है और साइंटिफिक भी। लेसन
21:37
10 हम सब एक कॉस्मिक फैमिली हैं। कॉस्मोस पढ़कर आप महसूस करते हो हम एक ही यूनिवर्स
21:43
के बच्चे एक ही मैटर से बने एक ही स्टार्ट साझा करते एक ही प्लनेट शेयर करते एक ही
21:49
हिस्ट्री शेयर करते यानी हम अलग नहीं है। हम कनेक्टेड हैं। हम फैमिली हैं। और इसी
21:57
कनेक्शन में पीस, कंपैशन और ह्यूमैनिटी का जन्म होता है।
22:04
हम ब्रह्मांड को जितना समझने लगते हैं,
22:09
उतना ही खुद को समझने लगते हैं। हमने यूनिवर्स की विशालता, लाइफ की रियरिटी और
22:15
हमारी जगह के बारे में पिछले पार्ट्स में सीखा है। अब इस अंतिम भाग में कॉल सागन
22:22
हमें बताते हैं कि इंसान का फ्यूचर कैसा हो सकता है। हमारी रिस्पांसिबिलिटी
22:28
क्या है और यह यूनिवर्स हमें क्या सिखाने आया है। यह वह हिस्सा है जहां कॉस्मोस
22:34
सिर्फ साइंस नहीं रहता। यह स्पिरिचुअल इंस्पिरेशन बन जाता है। लेसन वन मानवता
22:40
अभी शुरुआत में है। अंत के पास नहीं। काल सगन कहते हैं हम इंसान अक्सर सोचते हैं कि
22:46
हम बहुत आगे बढ़ चुके हैं। हमने चंद्रमा पर कदम रखा। हमने कंप्यूटर बनाए। हमने
22:52
एटम्स को समझ लिया। हमने मेडिसिंस बनाए। लेकिन कॉस्मिक स्केल में हम अभी भी
22:58
टोडलर्स हैं। हमने अभी-अभी बोलना सीखा है। हमने अभी-अभी चलना शुरू किया है। सेगन
23:05
कहते हैं ह्यूमैनिटी इज यंग। मिस्टेक्स आर नेचुरल। प्रोग्रेस इज इनविटेबल। इससे दो
23:12
चीजें समझ आती है। हमारी गलतियां हमें बैकवर्ड नहीं बनाती। वे हमारे लर्निंग
23:18
स्टेप्स हैं। हमारी जर्नी अभी बहुत लंबी है। हमारी कैपेबिलिटीज इनफाइनाइट है। आप
23:26
मैं हम सभी एक बहुत बड़ी कॉस्मिक स्टोरी के शुरुआती कैरेक्टर्स हैं। लेसन टू नॉलेज
23:33
ने हमें मजबूत बनाया लेकिन कंपैशन हमें बचाएगा। कॉस्मोस का सबसे भावुक संदेश यह
23:39
है कि नॉलेज ने हमें पावर दी। लेकिन यह पावर खतरा भी बन सकती है और इस पावर को
23:46
गाइड करने वाली चीज है कंपैशन। कार्ल सगन कहते हैं कि हम इस छोटे नीले ग्रैप पर एक
23:53
परिवार हैं। एक डेस्टिनी साझा करते हुए मीनिंग हम लड़े तो सब हारेंगे। हम जुड़े
24:00
तो सब जीतेंगे। यह रियलाइजेशन आपको हंबल बनाती है। जब आप पूरी पृथ्वी को एक फैमिली
24:08
की तरह देखते हो तो ईगो खुद ही डिॉल्व होने लगता है। लेसन थ्री पृथ्वी हमारी
24:15
एकमात्र नाव है। सागन बताते हैं यूनिवर्स विशाल है। लाइफ रेयर है। अर्थ बिल्कुल
24:23
परफेक्ट है। लेकिन यह परफेक्ट है भी टेंपरेरी। सन एक्सपेंड होगा। ग्रह
24:30
बदलेंगे। रिसोर्सेज खत्म होंगे और एक दिन पृथ्वी सस्टेनेबल नहीं रहेगी। इसलिए सागन
24:37
का संदेश है अगर मानवता को सर्वाइव करना है तो उसे स्काई की ओर बढ़ना होगा। मतलब
24:44
मून बेससेस मार्स कॉलोनीज आर्टिफिशियल हैबिटेट्स एंड स्पेस डीप स्पेस
24:50
एक्सप्लोरेशन। लेकिन लेकिन लेकिन इस एक्सप्लोरेशन की शुरुआत करने से पहले हमें
24:57
अपने प्लेनेट की केयर करनी होगी क्योंकि सैगन कहते हैं एक ब्रोकन प्लेनेट से
25:02
सिविलाइजेशन नहीं उठ सकती। लेसन फोर द पेल ब्लू डॉट हमें हमारी असलियत दिखाता है।
25:10
पार्ट थ्री में हमने सीखा था कि यूनिवर्स कितना विशाल है। अब सैगन पेल ब्लू डॉट से
25:16
हमारा दिल पकड़ लेते हैं। जब वाइजर वन स्किप स्पेसक्राफ्ट ने पीछे मुड़कर भारत
25:22
की तस्वीर ली। धरती की तस्वीर ली तो वह सिर्फ एक टाइनी ब्लू डॉट दिखी। एक छोटी
25:28
नीली धूल का कण। इस पर सागन का सबसे सुंदर मैसेज। इस छोटे से बिंदु पर हर राजा, हर
25:35
गरीब, हर प्रेम, हर युद्ध, हर सपना, हर जीत सब कुछ हुआ है। इमेजिन करो, हम जितनी
25:42
बड़ी लड़ाईयां लड़ते हैं, जितने बड़े ईगो क्रिएट करते हैं, जिन बातों पर गुस्सा करते हैं, वह कॉस्मिक स्केल पर,
25:49
माइक्रोस्कोपिक है। यह थॉट आपको इंस्टेंटली शांत कर देता है। आपको महसूस
25:55
होता है समस्याएं बड़ी नहीं, पर्सपेक्टिव छोटा है।
26:00
लेसन फाइव यूनिवर्स हमें डराने नहीं जगाने आया है। बहुत लोग स्पेस को स्केरी समझते
26:08
हैं। डार्क कोल्ड एम्प्टी इनफाइनाइट। लेकिन सैगन कहते हैं यूनिवर्स डर देने के
26:15
लिए नहीं बना। यह जिज्ञासा जगाने के लिए बना है। जब आप तारे देखते हो तो आपका
26:20
माइंड खुलता है। आप सोचते हो मैं कौन हूं? मैं कहां से आया? मेरी लाइफ का पर्पस क्या
26:26
है? मुझे क्या बनना है? यही क्वेश्चंस आपको स्पिरिचुअल बनाते हैं। यही क्वेश्चंस
26:32
आपको साइंटिफिक बनाते हैं। कॉस्मोस का असली काम है आपके अंदर वंडर पैदा करना।
26:39
लेसन सिक्स क्यूरोसिटी हमारे अंदर की डिवाइन फ्लेम है। काल सगान कहते हैं।
26:46
हमारी क्यूरोसिटी ब्रह्मांड की वह लपट है जो मनुष्य के अंदर रखी गई है। जब कोई
26:53
बच्चा आसमान देखकर पूछता है यह तारे क्यों चमकते हैं? वह सवाल सिर्फ क्यूट नहीं
26:59
होता। वह कॉस्मिक होता है। क्योंकि यही पूछने की आदत मनुष्य को यहां तक लाई है।
27:06
एग्रीकल्चर, साइंस, मेडिसिंस, कंप्यूटरटर्स, स्पेस ट्रैवल और आगे भी
27:11
क्यूरोसिटी ही हमें आगे ले जाएगी। आपका हर सवाल आपके आपको ब्रह्मांड से जोड़ता है।
27:19
लेसन से यूनिवर्स के अनुभव से ईगो डिॉल्व हो जाता है। कॉस्मोस का सबसे बड़ा इंपैक्ट
27:25
है ईगो का गायब हो जाना। क्यों? क्योंकि जब आप अरबों गैलेक्सीस, ट्रिलियंस,
27:31
स्टार्स, इनफाइनाइट स्पेस, कॉस्मिक टाइम स्किल को समझते हो तो आपको एहसास होता है
27:37
मेरी समस्याएं टेंपरेरी है। मेरा गुस्सा बेकार है। मेरा मेरी ईगो पॉइंटलेस है।
27:44
मेरी छोटी-छोटी जीतें भी छोटी है। मेरी जिंदगी प्रेशियस है और मेरे डिसीजंस
27:50
इंपॉर्टेंट है। कॉस्मोस आपको ग्राउंडेड बनाता है और साथ ही आपको अपलिफ्ट भी करता
27:56
है। यह कमाल का कॉम्बिनेशन है। ह्यूमिलिटी प्लस कॉन्फिडेंस, सॉफ्टनेस पर प्लस
28:03
स्ट्रेंथ। यही बड़े इंसानों का फार्मूला है। लेसन एट हम यूनिवर्स के स्पेक्टेटर
28:10
नहीं पार्टिसिपेंट हैं। सेवन कहते हैं द यूनिवर्स इज विद इन अस। मीनिंग आपके एटम्स
28:17
तारों से आए हैं। आपकी एनर्जी कॉस्मोस का हिस्सा है। आपकी थॉट्स मैटर से बनी है।
28:23
आपकी कॉन्शियसनेस ब्रह्मांड की सबसे रेयर चीजों में से है। आप बाहर का ब्रह्मांड
28:29
नहीं देख रहे। आप इस ब्रह्मांड का हिस्सा होकर खुद को देख रहे हो। दिस इज पावरफुल।
28:35
आप स्पेक्टेटर नहीं। आप कंट्रीब्यूटर हो। आप कॉस्मिक प्रोसेस का हिस्सा हो। लेसन
28:42
नाइन हमारा फ्यूचर लर्निंग पर निर्भर है। काल सगन बार-बार कहते हैं ज्ञान के बिना
28:49
भविष्य नहीं होता। क्यों? क्योंकि इग्नोरेंस युद्ध पैदा करता है। नॉलेज
28:55
शांति पैदा करती है। इग्नोरेंस नफरत लाती है। नॉलेज समझ लाती है। इग्नोरेंस दुनिया
29:03
जलाती है। नॉलेज दुनिया बचाती है। कॉस्मोस हमें सिखाता है। लर्निंग लीड्स टू
29:09
एववोल्यूशन। एवोल्यूशन लीड्स टू सर्वाइवल एंड सर्वाइवल लीड्स टू फ्यूचर। अगर
29:15
ह्यूमैनिटी को अच्छा फ्यूचर चाहिए तो क्यूरोसिटी और नॉलेज सबसे जरूरी है। लेसन
29:22
10 कॉस्मोस हमें वही सिखाता है जो जीवन सिखाता है। अंत में सागन कहते हैं कॉस्मोस
29:28
इज नॉट अबाउट स्टार्स। इट्स अबाउट अस। यह किताब आपको सिखाती है। आप छोटे हो लेकिन
29:34
प्रेशियस हो। आप लिमिटेड हो लेकिन पोटेंशियल इनफाइनाइट है। जिंदगी शॉर्ट है
29:40
लेकिन मीनिंगफुल है। आप अकेले नहीं कनेक्टेड हो। समस्याएं बड़ी लगती है पर
29:46
कॉस्मिक स्केल पर टाइनी है। यूनिवर्स विशाल है। पर आपके अंदर भी यूनिवर्स है।
29:53
कॉस्मोस आपको यह एहसास कराता है आप मैटर नहीं। आप मिरेकल हो। आप खुद में एक चलता
30:01
फिरता ब्रह्मांड हो। आपका जन्म रैंडम नहीं। आपका अस्तित्व एक्सीडेंटल नहीं। आप
30:08
स्टारडस्ट हो और स्टारडस्ट कभी ऑर्डिनरी नहीं होती। काल सगन की पूरी फिलॉसफी एक ही
30:16
लाइन में समा जाती है। हम ब्रह्मांड का तरीका है खुद को समझने का और यह बहुत बड़ी
30:23
रिस्पांसिबिलिटी है। थैंक यू। ॐ
#Astronomy
#Self-Help & Motivational
