War of Independence 1857 Part 1 | #india #indian #indianhistory #revolt #1857 #kranti #hindustan
Nov 4, 2024
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0:02
[संगीत]
0:10
हुकूमत के तकरीबन 100 साल बाद उत्तर भारत में भागवत का जज्बा रोज बढ़ता जा रहा था
0:18
तौर से जागीरदारों और उनके himayatiyon में आम जनता में भी काफी बेचैनी थी और
0:25
bartanvi हुकूमत से मुखालफत का एहसास भी फैल रहा था
0:43
उन्हें एन तो हिंदुस्तानियों की पुरानी परंपरा और bajegari की प्रवासी
0:49
और नहीं उनके जज्बात और ख्याल आज की बेशुमार लोगों पर पूरा काबू पाकर उनके
0:55
दिमाग फिर गए और वह बेरोक तो अपनी मनमानी करने लगे
1:16
[संगीत] हिंदुस्तान हमारा हम हैं इसके मलिक ये
1:24
हिंदुस्तान हमारा प्रधान है काम का जन्नत भी प्यारा हमको
1:31
जन्नत से भी प्यारा ये हिंदुस्तान हमारा ये
1:39
[संगीत] हिंदुस्तान ये तो हमारे
1:46
हिंदुस्तान हमारा हम हैं
1:54
के मैन है कॉम का जन्नत से भी आराम को जन्नत से भी प्यारा
2:00
हिंदुस्तान ये हिंदुस्तान हमारा ये
2:11
हिंदुस्तान के मलिक ये हिंदुस्तान हमारा
2:25
[संगीत] पहुंच गए पहुंच गए लेकिन आपका रेन बसेरा
2:31
किधर होगा
2:37
हम तो सांझ कोई निकल लेंगे रात में सफर
2:46
हमें कौन चीज का दर है कौन हम अकेले हैं आप लोग सिपाही है क्या
3:07
ग्वालियर चलें ग्वालियर
3:14
प्रणाम बामन देवता अब ग्वालियर कहे के लिए जा रहा है
3:26
विद्वान ब्राह्मणों को मोती दक्षिण
3:43
जब हमारे मुल्क में श्रीमंत पेशवा राज किया करते द तो हर कोई सरदार कोई ना कोई
3:48
धर्म कर्म का अनुष्ठान करता रहता था पूजा महा पूजा महारुद्र सता चांदी वगैरा
3:54
अब पेशवा कोई पुणे से हटा दिया गया तो सरदारों को कम पूछता है और दिन भी ऐसे आए
4:00
हैं ना भाई की धर्म निष्ठा उठती जा रही है बरसों बाद ये महायोग का आयोजन हो रहा है
4:05
यह सुना तो चले हैं कुछ ना कुछ तो कमाई हो ही जाएगी
4:35
क्या भाई साहब भाई ने विचार बदल दिया है और ये आपको कैसे मालूम इंकलाब शुरू हो गया है क्या इंकलाब तुम नहीं जानते क्या
4:43
अंग्रेजों के खिलाफ जंग छिड़ गई है और नहीं कहा मेरठ और दिल्ली तो आजाद कर दिया जाएगा अभी
4:50
और युद्ध होगा और लहू बहेगा राज दुबे पंडित राजा बदलेंगे
4:58
मगर कैसे अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की कौन हिम्मत कर सकता है
5:18
हमसे कोई का रहा था की उसके राज में न्याय चलता है और हमने सुना है की बहुत कुछ बदल
5:24
रहा है ऐसी ऐसी नई चीज ए रही हैं हिंदुस्तान में जो पहले कभी नहीं आई
5:30
हमने तो ये भी सुना है की लोहे के चारों पर बगैर घोड़ा के इतनी बड़ी गाड़ी चलाता
5:35
है अंग्रेज [हंसी] बदला आएगा बहुत badlayega पर ऐसा जिससे
5:43
खराबी होएगी हम आप ही से पूछते हैं बुरा जमाना कौन लाया अंग्रेज एक तो हमारे राज्य
5:51
महाराजाओं को गद्दी से हटाए लिए और अब ऊपर से हमारा धर्म भी बर्बाद करने पर आमादा है
6:03
आपको नहीं मालूम हमको
6:09
बताओ [संगीत]
6:18
अभिमान छलका भूतों का अभिमान पेड़ पेड़ उगता था मोती धरती सोने की धरती
6:46
मेरा प्यारा है हिंदुस्तान
6:52
मेरा प्यारा हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान
7:00
दूर देखते आया फिरंगी
7:14
थी छुपी कतर तुझे घटा तुझे मैं देखता
7:21
टुकड़ा कई फरेबी बंदर ने बिल्ली की जान
7:27
नन्हा रहता
7:38
मेरा प्यारा
7:43
हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान मेरा प्यारा
7:49
हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान
8:00
मेरे द्वारा बनिया आया मेरे यहां का खरीदा कपड़ा और मसाला
8:07
ना रखने को कोठी बनवा रखवालो की फौज बनाई और बाप रे बाप एक दिन
8:15
बना बोला महत्व करूं भलाई राजीव भगाए पहली
8:22
भलाई मारे कारीगर दूसरी भलाई खेतु जा रे भलाई जमीन हर्फी चौथी भलाई अब बनिया बन
8:31
गया गवर्नर फिर रुलाया गवर्नर जनरल
8:39
मकान फेयर बिन यह अंग्रेजी भौजी एक डिनर उसने हम चलाया राजा हो या रानी
8:59
टोटल हाजी निकल गया पंगा उड़ीसा मैसूर और बिहार नहीं ली उसने एक डागा
9:09
कहना timalita दिल्ली वाला पुणे वाला भूल गया
9:14
खुद्दारी भैया बंदर बना मदारी हो बंदर बना ले भैया बंदर बना मदारी बंदर बना मदारी
9:24
भैया बंदर बना मदारी [संगीत]
9:33
जा मार गया मार गया उसके कोई और नहीं कोई औलाद नहीं अच्छा है बहुत अच्छा है छठ बजाय
9:39
हाफ गर्लफ्रेंड
9:58
ऑफ झांसी ये फैसला किस आधार पर किया गया है
10:20
[संगीत]
10:36
दोस्ती में भी क्या तब से अब बड़ा होता है
10:56
इंडिया कंपनी
11:03
कहा जाता है मेरी कंपनी सरकार से अब भी प्रार्थना है हमारे बेटे को हमारा वारिस मानते हुए उसे
11:11
झांसी की राजगद्दी का हकदार माना जाए ऑफर हैंडसम पेंशन एंड डी सिटी पैलेस लेकिन
11:19
झांसी से हमें बेदखल कर रहे हैं का दीजिए आपके लात साहब से झांसी की रानी
11:25
है जैसी हमारी थी अब भी है मैं अपनी झांसी
11:31
नहीं दूंगी कभी नहीं दूंगी
11:41
[संगीत]
12:01
शादी भी हर बात
12:06
निगड़ी तीन-तीन
12:13
फिर भी कहे की या आ कहे की
12:25
रहता भूखो मार जा
12:32
मेरा प्यारा प्यारा
12:38
हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान मेरा प्यारा हिंदुस्तान
12:48
गए उदयपुर कर्नाटक मिटा तंजौर कान्हा
12:55
बारी आई अवध की सुनो कलेजा था
13:02
सुनो कलेजा था
13:48
आपको तो सिर्फ ज्यादा आमदनी चाहिए अवध के दीवानी खुद संभल कर आप अपने खजाने
13:56
पर milaat साहब
14:06
एवरीथिंग इस नॉट राइट सब्जेक्ट
14:14
मरने वाले कंपनी बहादुर के सिपाही जबरदस्ती
14:23
[प्रशंसा]
14:30
इसलिए की आप पुरी तैयारी के साथ हम मगर मुकाबला के बाद भी करें तो आप लखनऊ
14:37
में कटले आम का हुकुम दे देंगे
14:48
[संगीत]
14:58
[संगीत] आपको जो ऐलान करना है बहुत ही कर दीजिए
15:05
[संगीत]
15:22
प्रेसिडेंट साहब ऐसे भी रख लीजिए
15:29
[संगीत] आपने हमारे लिए
15:37
क्या वह एक बादशाह के लिए काफी मेरी कंपनी बहादुर से यह गुजारिश
15:46
केक पर अपने फैसले को नवा
15:54
बी भेज दी आरटी जी
16:01
उसने पुरी सत्ता
16:24
जैसे पेड़ से पत्ता
16:32
महाराजा किसान majdurga
16:43
बहुत ही अंधेर खाता आएगा भैया हमारे वहां एक बार सिंह ठाकुर द गरीब किसान द बेचारे
16:50
मल गुजरी के पंच भैया नहीं दे पाए तो इन गौरव
16:57
सिंह ठाकुर ऐसा काबुल नहीं हुआ किसान की जमीन नहीं छीनी कोई ने सही बात एकदम सही
17:04
बात खाली फसल कट गई दो ढंग का छीन गए रजनी कोई नहीं
17:09
अब तो भैया कागज पे लिखा उन्होंने
17:29
अच्छा था
17:38
संभल लिया कर|
18:05
यही देख देख कर हमार देश
18:35
जानवर की नहीं मार जा तुम्हारी
18:44
दिखाओ हिंदुस्तानी ब्लैक आदमी
18:53
कर सकता है मालूम है पंडित जी अब तो हड्डी आते में
18:59
पीस के मिला के देता है उनको
19:10
नया वाला कार्टून
19:54
हद होती है हद होती है हर एक बात की हद होती है होती है हद होती है हर बात की
20:03
हेलो भी बेहद होती है
20:26
कर लेंगे हद होती है हद होती है हर एक बात की हद होती है
20:34
[संगीत] मुट्ठी आग की चिंगारी कुठी आग की चिंगारी
20:43
धीरे-धीरे लैब पे फैल दुनिया जलती सारी दुनिया जलती सारी चुप ना बैठा गोरा
20:52
हुस्न गोरों की पलटन bulvai गोरो की पलटन हर बाकी को कुछ नहीं देंगे उसने ही ठाणे
21:00
मैन उसने ही ठाणे
21:06
इधर सिपाही था बना असंतोष का
21:13
धज उठा एक सिंह था मंगल पांडे
21:28
ना [संगीत] पिता
21:36
[प्रशंसा] अब ता के खोल के देखो जाओगे
21:55
[संगीत]
22:13
उन साबुन को तुम उसे कहा तू साहिल है चल
22:23
[संगीत] चल
22:36
ए रही है खत्म करो ससुर का
22:42
ही थोड़े
22:48
अंग्रेजन का चाहे काली जय बजरंगबली या अली
23:01
मंगल पांडे
23:34
[संगीत] [प्रशंसा]
23:48
[संगीत] [प्रशंसा]
24:04
अच्छा तुम चलो
24:16
[संगीत]
25:03
[संगीत] राम राम
25:11
सी इसे डेट मैन [संगीत]
25:21
[संगीत]
25:27
[संगीत] इंकलाब
25:33
मंगल पांडे
25:44
होगा कोई ना उसके संग उसने होगा
25:51
बड़ी शर्म की बात है भैया पर सच कहना ही होगा
26:01
पर सच कहना ही होगा
26:37
यह अफवाह है यहां का बदमाश लोग ऐसा अफवाह फैलता है
26:46
लेकिन तुम sabsepahi हो [संगीत] तुमको यह कारतूस इस्तेमाल करना पड़ेगा
26:54
तो माना नहीं कर सकता आज हम जो प्रैक्टिस करेगा
27:02
तो इसी कटु उसके साथ हम सबको दिखाएगी
27:08
किसान नेटिव इन्फेंट्री का सिपाही कितना वफादार
27:15
कितना बहादुर होता है कारतूस ले लो
27:24
[संगीत]
27:38
तो हम तुमको गिरफ्तार करेगा हम तुमको कोर्ट मास्टर करेगा
27:43
[संगीत] ना पैसे
27:49
निकलती है मौलाना होके 5 जी ने कोई ना जवाब मिला एक करामात मिला उन सबको किया कोर्ट
27:58
मार्शल आया
28:03
करके और से उनकी करके
28:09
आगे खड़ा किया फिर बड़ी अकड़ से दंड दिया तो के आगे खड़ा
28:18
किया फिर ओके [संगीत]
28:27
कर दिया [संगीत]
28:45
क्या पालन करने से जानबूझकर माना किया हम तुम सबसे बोला हम तुमको प्रॉमिस किया
28:53
की कंजूस पर कोई चर्बी नहीं हे तुम्हारा मजहब तुम्हारा धर्म को कोई धक्का नहीं
29:00
पहुंचेगी लेकिन तुम नहीं माना
29:07
[संगीत] अब तुम हमारे आदमी का सिपाही बनने का हकदार नहीं रहा
29:13
इसलिए तुमको बेइज्जत होकर बरक्स किया जाता है
29:19
तुम सब ने गुना किया इसलिए तुम कहो 10 साल का सजा दिया जाता है
29:26
[संगीत]
29:38
[संगीत]
30:31
[संगीत]
30:49
गया मेरठ पर भोगियों का कब्जा हो गया मेरठ पर सिपाही का कब्जा देखो भैया मेरठ पर तो अपना कब्जा हो गया
30:55
अब बताओ अब क्या करें मोर्चाबंदी कर हमला जरूर करेगा हमें
31:01
लड़ना पड़ेगा हम यहां बंद कर नहीं रहेंगे छोटी मोती भागवत है क्या इंकलाब है इंकलाब जल्दी हो गई भैया जल्दबाजी हो गए नहीं|
31:15
लखनऊ लखनऊ का है कहां पता होगा कितने तैयारी है और वहां गोरा मजबूत हुआ तो तो
31:21
कहां जाना है ऐसा करें कानपूर चला कानपुर कहां है
31:26
ना नानासा पेशवा अगर तैयार नहीं हुए तो अपन खाना
31:45
दिल्ली में और हमारी राजधानी दिल्ली चलो
31:59
कोई batlane को अब क्या करें कहां हम जाएं हमें जरूरत एक समझदार नेता की ऐसा नेता जो
32:08
हमको रास्ता दिखाएं हमें अपना फर्ज समझे हम तो भैया इतना जाने firangiyon का जन्म
32:15
खत्म हो इनकी लगाए टैक्स खत्म हो लौट जाएं वो घर को अपने हम भी सूखते रहे यहां घर पर
32:22
अपने अंग्रेजों के बाद क्या हो किसका राज यहां पर है हम ना जाने इतना जाने दिल्ली में
32:29
रहता है बादशाह मुलुक का तो भैया हम दिल्ली जाते हैं हम दिल्ली जाते हैं कल खुदा का वो लोग
32:38
बादशाह का चलने से पहले दिल्ली चल दिल्ली चल
32:43
[संगीत]
32:52
लो भैया आएगा दिल्ली
33:24
रहा था आज और यह तखत को आप सर पर रखे और तखत पर बैठे और देश की हुकूमत चलाएं और
33:29
क्या बस चलो चलो
33:34
हम दिल्ली की तरफ बढ़े खूब लड़े अंग्रेज दिखाई बहादुर पर क्या करते मदद की वो रह
33:41
देखते खड़े रहे दिल्ली के बाहर आनन हुआ हमारा कब्जा दिल्ली शहर पर जापान
33:53
के अंदर दाखिल हुए हैं जी हुजूर वह तमाम दिल्ली शहर को काबिज कर चुके हैं और हुजूर
33:58
के हाजरी में पेश होने की इजाजत चाहते हैं [संगीत]
34:05
अंग्रेज कहां है
34:12
[संगीत]
34:24
[संगीत]
34:37
आखिर यह वाल्व हमसे चाहते क्या हैं वो हुजूर को हिंदुस्तान की भाषाओं तक नजर
34:42
करने आए हैं हमें हमारी एवं
34:50
[संगीत]
35:01
नजर करना चाहते हैं [संगीत] कितने दिनों तक हम रह पाएंगे
35:08
[संगीत] जोर डालते हैं
35:15
साबित हो रही है हुजूर मानना करें
35:22
माना करने की ताकत भी तो नहीं रखते हम [संगीत]
35:27
कल तक अंग्रेजों से घिरे हुए द और आज [संगीत]
35:39
अपने सर पर रख लें और तक मशीन हो
35:45
[संगीत] जब तक है तब तक [संगीत]
35:53
मंजूर वही जो अल्लाह को मंजूर चपना अगर अंग्रेज पता हासिल करेगा तो
36:01
हुजूर हिंदुस्तान के आखिरी बादशाह होंगे और अगर उनकी हुई तो हुजूर तारीख में सुनहरी हर समय लिखा जाएगा की बादशाह
36:08
बहादुर शाह जफर ने मगिया ताकत और शान और शौकत को दोबारा कायम कर दिखाया
36:21
उत्तर दक्षिण
36:38
अफ्रीका
36:51
लूट के लात मरने वाला अब उसी कटेगा और खुद ही केट
36:57
[संगीत] गा [प्रशंसा]
37:03
मुगल बादशाह दोबारा सिंहासन पर ए गया है
37:11
और प्रचारक अभी सभी राज में बगिया में शामिल नहीं हुए होंगे इसलिए हम sabalkar
37:19
उठेंगे और 100 फ़ीसदी उठेंगे जबरदस्त जंग रहेगी आप लौटी जाओ
37:33
अब आगे के क्या हम तो झांसी जा रहे हैं तो हम भी आप ही के साथ चले चलते हैं ना जान
37:40
से आप साथ होंगे तो यात्रा में रक्षा भी रहेगी और क्या पता झांसी पहुंचने ही हमारे
37:45
भाग भी खुल जाए
37:51
कोई बात नहीं आप चलो हमारे संग झांसी की रानी से मिल जाओ आपको अच्छी जजमानी मिलेगी
37:57
आपकी मुख में पेड़ा हो सके [प्रशंसा]
38:16
[प्रशंसा] हम तो छावनी की तरफ जा रहे हैं आप जैसा
38:22
पकड़ो रानी शहर वाले महल में बात करते होंगे दर्शन दर्शन
39:04
12 मिनट के नाम चिट्ठी
39:18
की बात यहां तक फैल गई है जंगल की आग की नई फैल गई होगी
39:36
हान अगर फारूख खाना तो कब जाओगे
39:49
पद जाएगा और हम अकेले में घुस जाएंगे क्योंकि बच्चन को खेल समझ लो है इंकलाब बच्चन का खेल नहीं है हम जनत है भाई जाना
39:56
से ज्यादा कहां होगा कुछ सिपाही खेत रहेंगे और कहां मैंने ये संतोष तो रहेगा की अंग्रेजन का खातिर नहीं वो लोग का
40:02
खातिर मारे
40:13
आप तो धर्मात्मा है श्रीमंत भाई हमने आपकी ख्याति दूर कोकण में सुनी है और
40:19
इसीलिए तो इतनी दूर चल के यहां हैं भजन पूजन के कार्य में आपकी बराबरी कोई नहीं कर सकता
40:29
है अनुष्ठान चल रहा है उसमें भाग लें मैं
40:34
आपको निराश नहीं करूंगी
40:54
कंपनी सरकार
41:03
[संगीत]
41:22
[संगीत] तेरे पास ना फौज है ना हथियार एन रुपया
41:28
आपकी फौज के सिपाही भी झांसी के नहीं है मैं क्या कर सकती हूं मेरी सलाह है अब दतिया चले जाइए यही बेहतर
41:35
होगा [संगीत]
41:57
मेरे पास जितना है ले जाइए मैं शहर में से खरीद के कहां से डन मेरे
42:03
पास रुपया तो है नहीं मेरी माली हालत आपसे छुट्टी नहीं है
42:12
[संगीत]
42:17
आप हमेशा कहते हैं आपकी हमेशा मदद की लेकिन झांसी का खालसा
42:23
करते वक्त आप वो इतने नाम से भूल गए मुझे भिखारी बना दिया मुझे आपकी बातों की जरूरत नहीं है
42:31
मैं जो आपकी मदद करने जा रही हूं वह सिर्फ इंसानियत के takaje और कोई वजह नहीं है मैं नहीं चाहती की झांसी में कोई भी भूखे
42:38
मारे चाहे वो हिंदुस्तानी हो चाहे कोई और किले में जाइए समान पहुंच जाएगा थैंक यू
42:46
मैडम थैंक यू [संगीत]
42:51
[प्रशंसा] हमें विश्वास घाटियों को भोजन सामग्री
42:57
क्यों दे बाबा इस देश में भोजन के लिए माना नहीं किया जाता ना [संगीत]
43:53
भाई साहब हम दिल्ली जा रहे हैं तो आपके सपोर्ट को गद्दी पर बैठा है तो
44:00
फिर जाए [प्रशंसा]
44:06
तो झांसी की रक्षा कौन करेगा
44:14
इतना आसान नहीं होगा अब के मुकाबला औरतों बच्चों और भूख से bilbilate मर्दों से ना
44:20
होगा
44:31
तो मैं रुखसत लेते हुए सिपाहियों से आज्ञा नहीं लूंगी अपने बाल पर लडूंगी
44:48
तो थोड़ा बहुत था किले के अंदर था वह तो तुम लोग हासिल कर ही चुके होंगे
45:27
तो उसमें से कुछ रुपया निकलवा दो अपने गंगा चली के नाम में अपना कोई भी
45:33
रुपया नहीं रखा है आप ही बताएं
46:11
मुझे शाम तक की mohlatto सोचने दो
46:25
[संगीत] तीन लाख रुपए हम कहां से लाएंगे
46:33
हमें शहर के हर महादेव
46:39
अगर जरूरत पड़े तो मेरी मोहर लगाकर कर इस पत्र लिखा लीजिए
46:45
लेकिन रुपया खड़ा कीजिए भजनों को का दीजिए की रुपया अभी हाल मिलना
46:51
चाहिए अगर वो माना करते हैं तो उन्हें आग्रह शहर में लूट मचा देंगे इसलिए अपनी
46:57
सुरक्षा की खातिर हमारी सहायता करें दूसरा उपाय नहीं है बाबा
47:14
जन्नत से भी प्यारा ये हिंदुस्तान
47:20
ये हिंदुस्तान हमारा ये हिंदुस्तान हमारा ये
47:31
हिंदुस्तान 1857 की बगावत नहीं था
47:36
बल्कि बहुत तेजी से फैल कर उसने एक आम बगावत की शकल इख्तियार कर ली और
47:42
हिंदुस्तान की आजादी की जंग बन गई एक जैन आंदोलन की हैसियत से यह जंग दिल्ली
47:49
आज के उत्तर प्रदेश मध्य भारत और बिहार तक ही मौजूद रही
47:56
असल में यह एक सामंतवादी विस्फोट था जिसकी अगुवाई की जागीरदारों और उनके himachayon
48:02
ने मगर firangiyon से नफरत के जज्बे ने इसे भगाया
48:07
इस सूरत में लाजमी था की मुगलिया सल्तनत के टिमटिमाते चिराग को एक प्रतीक माना गया
48:13
वो बादशाह जो कमजोरी और बेबसी के आलम में दिल्ली के लाल किले में बैठा था
48:20
एयर इंडिया का
48:28
[संगीत]
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