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की पांडुलिपि का अच्छे गीत
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का जूस आरती वृक्ष ब्राह्मी
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कि निस्तब्ध चिला मुख्य है
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की कोशिश रिपोर्ट बीते छिल्लर धीरे-धीरे
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कि निवेशक आर्थिक 11 ताकि दामों के पास ही
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नामी डुबो शाम को आश्रित है कि दूर तू आशा
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यारों हर शाख रवा प्रदीप निभाई थी
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में अंधकार हाथ बढ़ाए धीरे-धीरे देश लाइक
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हूं जी जो आंखों में जालिमों का प्रमुख
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के मामलों की शाखा रे पीछा ने सिंह के
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रहमों बांका नीले चांद एक दिन देखे छिल
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कि यह घुसा और पांडुलिपि है कि देख छह लोग
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कि आज यही पृथ्वी र मो नि य म
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मैं तो वही प्रीति वीर आखिरी बुलेट 313
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कि पृथ्वी साहब गल्प लेखन शुरू भेज जख्म
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कि मानुस रविना यार है
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श्री राधे शुद्धता मानूष अपन त खून
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कि स्वप्न दोष भी दायरे में