کراچی سمندر میں جشن عید میلاد النبی ﷺ ریلی، سمندر کی لہروں میں لبیک کی صدائے
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Aug 29, 2025
کراچی: جشنِ عید میلاد النبی ﷺ کے موقع پر کرین پارٹی کی جانب سے سمندر کی لہروں میں میلاد مصطفیٰ ریلی نکالی گئی، جس کی قیادت علماء کرام اور کرین پارٹی کے علماء نے کی، سمندر میں جشنِ عید میلاد النبی ﷺ ریلی میں بھرپور تعداد میں عوام نے شرکت کی، =============== To Get News Update, Stay Tuned With Us, Subscribe Our YouTube Channel And Share, Thank You. #KarachiDigitalNetwork #KarachiDigitalNews
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जी नाजरीन इस वक्त मैं मौजूद हूं किमाड़ी
0:02
में जो कि समंदर की लहरों में लाचे ही
0:04
लाचे हैं। लब्बक की सदाएं गूंज गई हैं।
0:07
क्रेन पार्टी की जानिब से समंदर के अंदर
0:09
जश्न ईद मिलाद नबी मनाने के लिए रैली
0:12
निकाली गई है। जिसमें भरपूर तादाद में
0:14
आवाम ने शिरकत की है। आप देख सकते हैं
0:17
मेरा कैमरामैन अगर दिखा सकते हैं। हर जगह
0:19
लब्बैक की सदाएं हैं। जश्न ईद अलद नबी का
0:22
मौका है। लोग भरपूर तादाद में यहां शिरकत
0:24
कर चुके हैं। हर लाश भरपूर लोगों से भरी
0:27
हुई है। बहुत सारे बच्चे बूढ़े जवान सब
0:29
यहां मौजूद हैं। रौनक गुलजार आ गए
0:35
शान जिनो रौनक
0:39
गुलजार
0:42
[संगीत]
0:52
या रसूल अल्लाह
0:56
या रसूल अल्लाह
1:00
या रसूल अल्लाह
1:04
या रसूल अल्लाह
1:07
या रसूल अल्लाह
1:09
[संगीत]
1:11
या रसूल अल्लाह नारे
1:14
जिंदाबाद जिंदाबाद
1:17
[संगीत]
1:19
सूरत जनाब का
1:22
खुद भी लेने सदका
1:26
खुद भी लेने सदका
1:29
रुखस आ गए
1:33
कुदसी भी लेने सदकों का कुसी भी लेने
1:38
सदकासार
1:41
आ गए
1:43
बिस्मिल्लाह रहमानिर्रहीम निसार तेरी चहलप
1:46
पहल पर हजारों ईदें रबी उल अव्वल सिवाय
1:50
इब्लीस के जहां में सभी तो खुशियां मनाते
1:53
मना रहे हैं और हश्र तक डालेंगे हम पैदाइश
1:56
मौला की धूम मिस्ले फारस नजद के कल एक
2:00
गिराते जाएंगे अल्हम्दुलिल्लाह तहरी
2:03
लब्बैक पाकिस्तान ने आज तारीख रकम कर दी
2:07
है अल्लाह अकबर हर जगह रैली होती थी आज
2:10
समुंदर ने भी देख लिया कि जब लब्बैक वाले
2:12
आते हैं तो उनका अंदाज कैसा होता है
2:14
अल्लाह अकबर बाबा जी फरमाया करते थे ना कि
2:17
जब हुजूर के गुलाम दरियाओं से गुजरे तो
2:19
फरमाया दरिया रास्ता दे तुझे पता नहीं
2:21
मोहम्मद अरबी के गुलाम आ रहे हैं। तो आज
2:22
मोहम्मद अरबी के गुलामों ने यहां पर भी
2:24
बताया है कि हम सिर्फ नारे लगाने वाले
2:27
नहीं है। हम जहां हुजूर जाने आलम सल्ला
2:29
वसल्लम का मिलाद मनाते हैं वहां आका सलातो
2:31
सलाम की इज्जत और नामूद पर पहरा भी देते
2:33
हैं। सबा ने हमें यही दर्स दिया है। जहां
2:36
वो आका करीम अल सलातो सलाम की आमद पर खुशी
2:38
मना रहे थे। सुन रसाई के अंदर अबू जजर
2:40
गफारी रदी अल्लाह रिवायत मौजूद है। वहां
2:42
पर उन्होंने ओहद पहाड़ पर 70 जख्म खाकर भी
2:46
कहा हसन हसन मजा आ गया हुजूर के नाम पर
2:49
जख्म खाना। तो बाबा जी ने जो सोच दी है
2:51
अल्हम्दुलिल्लाह ये सोच दुनिया के
2:53
कोनेकोने में अल्हम्दुलिल्लाह फैल चुकी है
2:56
और आज दरिया आज समुंदर में भी नारे लगाकर
2:59
मन सब नबी फतुल हो लोगों ने बता दिया बाबा
3:02
जी के दीवानों ने बता दिया रिवी मलंगों ने
3:05
बता दिया और कायदे मोहतरम के जियालों ने
3:08
बता दिया कि आज अल्लाहू अकबर ये जुमा का
3:11
दिन है जुम्मा का दिन है हमने आका सलातो
3:14
सलाम का मिलाद मनाया है अब तो 12 को भी
3:17
मना रहे हैं और इंशा्लाह 7 सितंबर को
3:21
कराची वाले भी देखेंगे कि भाई आता है तो
3:23
कैसे आता है। कराची वाले भी देखेंगे कि
3:26
हुजूर अली सलाम की इज्जत और नामद ख़ नबूवत
3:28
के मुहाफिज आते हैं तो कैसे आते हैं और
3:31
इंशाल्लाह अहलियाने कराची तारीख रकम
3:34
करेंगे और दुनिया को बताएंगे कि खत्म
3:37
नबूवत पर पहरा कैसे दिया जाता है और निकल
3:41
कर बताया कैसे जाता है तो मेरी अलियाने
3:43
कराची से पूरे पाकिस्तान के लोगों से मेरी
3:46
इल्तमास है के हुजूर का मिलाद गजबज के
3:48
मनाए लेकिन आका सलातो सलाम की इज्जत नामूस
3:51
और खत्म नबूत पर पहरा भी दें और हम 12 को
3:54
भी मना मनाएंगे 13 को भी मनाएंगे 12 को
3:56
मिलाद मनाएंगे और 13 को आका अल सलातो सलाम
4:00
की ख़ नबूवत पर जो हिफाजत की गई थी और जो
4:03
पहरा दिया गया था वो दिन मनाएंगे
4:05
इंशा्लाहजल
4:07
ताजद खत्म नबूवत जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदा
4:11
आज भी सा बाबा जी दी क्या बात
4:20
या रसूल अल्लाह
4:23
या रसूल अल्लाह
4:40
या रसूल अल्लाह
4:44
[संगीत]
4:48
भाई तो हम एंड में बना लेंगे पहले मौके पे
4:53
आओ
4:59
[संगीत]
5:00
या
5:04
या रसूल अल्लाह
5:08
या रसूल अल्लाह
5:11
या रसूल अल्लाह
5:15
या रसूल अल्लाह
5:19
या रसूल अल्लाह
5:22
या रसूल अल्लाह नारे
5:26
जिंदाबाद जिंदाबाद
5:31
[संगीत]
5:32
या रसूल अल्लाह
5:36
या रसूल अल्लाह
5:40
या रसूल अल्लाह
5:43
या रसूल अल्लाह
5:47
या रसूल अल्लाह
5:51
या रसूल अल्लाह
5:55
आज दामन बसा मांग लो जो मांग मांगना है आज
6:03
दामन पसारो मांग लो जो मांगना है आज
6:10
अल्लाह के खजाना के मुख्तार आ गए
6:17
अल्लाह के खजाना के मुख्तार आ गए अल्लाह
6:24
अल्लाह है 1500 जरा
6:28
था तो पे गए
6:31
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
6:33
लबक लबक लबक या रसूल अल्लाह ताजद खत्म
6:38
नबूवत जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद मन सब
6:42
नबी फतलहु नबी मलाही की आमद मरहबा आज की
6:48
रैली की कयादत हमारी मैनेजमेंट कमेटी
6:50
तहरीकब पाकिस्तान कराची डिवीजन कर रही है
6:54
माशा्लाह और इस लांच में इस वक्त जलाई
6:58
उमरा मौज अरा कीन माशा्लाह मौजूद हैं। हम
7:01
हुजूर नबी उल मलाहीन सल्लल्लाह वसल्लमा का
7:04
मिलाद शरीफ मनाने के लिए सब आए हैं कि
7:07
जहां खुश्की में हवाओं में फजाओं में हर
7:09
तरफ हुजूर अल सलातो सलाम के चर्चे हैं।
7:12
वहीं पर पानी में समंदर में भी
7:14
अल्हम्दुलिल्लाह लबक या रसूल अल्लाह सरकार
7:16
की आमद मरहबा की सदाएं हैं। हम तहरीक
7:20
लब्बक पाकिस्तान वाले जहां कहीं भी मिलाद
7:23
पढ़ते हैं करते हैं सुनते हैं सुनाते हैं।
7:27
तह लब्बैक वालों का रस्मी तौर पर यह अमल
7:30
नहीं होता है। जहां एक मुस्तहब अमल है कि
7:33
हुजूर अली सलातो सलाम का मिलाद शरीफ मनाया
7:36
जाए। तो तहरीक वाले चाहते हैं कि मकसद
7:39
मिलाद मुस्तफा जो कि फर्ज है वो कौम के
7:42
सामने अया किया जाए। ठीक है ना? तो जब
7:45
इंसान मकसद मिलाद मुस्तफा सल्लल्लाह
7:48
वसल्लम को समझ लेगा तो सैयद आला हजरत रदी
7:51
अल्लाहहु ताला अनो ने हुजूर की आमद पर फिर
7:54
जो लिखा वो मकसद ही लिखा है कि तेरी आमद
7:57
थी कि बैतुल्लाह मुजरे को झुका वो तेरी
8:00
हैबत थी कि हर वो थरथरा कर गिर गया जब
8:03
मकसद मिलादे मुस्तफा को हम समझ लेंगे तो
8:06
फिर मिंबरो मेहराब से भी नाम रिसालत की
8:09
बात होगी अकीदा खत्म नबूवत के तहफुज की
8:12
बात होगी मसाजिद के तहफुज की बात होगी।
8:16
पाकिस्तान में निजाम मुस्तफा के निफाज की
8:19
बात होगी। जहांजहां जालिम जाबिर हुक्मरान
8:22
हैं। उनकी आंखों में आंखें डालकर उन
8:25
जालिमों के जुल्म का प्रचार किया जाएगा।
8:28
और जहां जुल्मो बरबरियत के पहाड़ गर्म है।
8:31
उस जालिम को जालिम करार देते हुए मजलूम की
8:35
फिरद रस्सी औदार होगी। और ये अंदाज है
8:39
तहरीक लब्बक या रसूल अल्लाह पाकिस्तान का।
8:41
अब हमारी दुआ है कि आज अजीमो शान ये जो
8:44
माशा्लाह समंदर में आप देख रहे हैं कि
8:47
लहरों के ऊपर सदाएं लग रही है और मिला
8:49
शरीफ मनाया जा रहा है। अल्लाह करीम इस
8:51
मिलाद को शानदार कामयाबी अता फरमाए और
8:54
इसके जरिए जो पैगाम पाकिस्तान भर में
8:56
बिलखसूस और दुनिया भर में बिल उमूम देना
8:59
चाहते हैं ए काश के वो पैगाम जल्द पहुंचे
9:02
और ये सारी सोच और फिक्र जिस शख्सियत ने
9:04
दी है वो हुजूर अमीरुल मुजाहदीन
9:07
रहमतुल्लाह ताला की शख्सियत है। अब जिन
9:09
शख्सियत के साए में परचम के साए तरह
9:12
इंशाल्लाह निजामे मुस्तफा का निफाद होगा
9:15
और पाकिस्तान की पार्लियामेंट पर इस्लाम
9:17
का झंडा लहराएगा वो शख्सियत कायदे मिल्लत
9:21
इस्लामिया असीर नामूस रिसालत अल्लामा
9:23
हाफिज साद हुसैन रिज़वी हैं।
10:29
होए होए होए
10:50
महाबाद
11:13
की जय
11:56
ओए
12:40
निकाल
12:41
साहब वो निकालते हैं
12:48
तो पहले
12:51
बताएं आज की जो रैली है माशा्लाह बहुत ही
12:53
खूबसूरत रही और भरपूर लोगों ने तादाद में
12:55
शिरकत की आज क्या पैगाम देना चाहेंगे आज
12:57
की रैली रैली के हवाले से
12:58
बिस्मिल्लाह रहमानिर्रहीम आज के रैली के
13:01
हवाले से यह पैगाम है कि अल्हम्दुलिल्लाह
13:04
तहरीक लब्ब पाकिस्तान कराची डिवीजन ने आज
13:07
की जो ये समंदर के बीचोंबीच जो नाम रिसालत
13:11
खत्म नबूवत और बिलखसूस मिलाद नबी सल्ला
13:13
वसल्लम की विलादत की खुशी में जो रैली
13:15
निकाली है ये साबित करके दिखाया है कि हम
13:18
मुनज्जम है चाहे वो रोड हो चाहे वो दरिया
13:20
हो चाहे वो समंदर हो चाहे वो फैजाबाद की
13:23
धरती हो चाहे वो जो भी जगह हो इंशाल्लाह
13:25
हुजूर की मिलाद और हुजूर के नाम रिसालत के
13:28
लिए तहरीक पाकिस्तान अहले सुन्नत का
13:30
बच्चा-बच्चा इंशा्लाह वो सफे अवल में
13:32
तैयार खड़ा है। इंशा्लाह ताजदार खत्म
13:34
नबूवत जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद
13:37
जिंदाबाद
13:41
जिंदाबाद जिंदाबाद
13:46
की
13:52
बाबा जी की
15:08
ताज नबूवत जिंदाबाद जिंदाबाद
15:15
या रसूल अल्लाह
15:20
या रसूल अल्लाह
15:24
या रसूल अल्लाह
15:34
ये बताएं आज की जो रैली है और कश्ती के
15:36
अंदर है इसका क्या पैगाम देना चाहेंगे
15:37
क्या आवाम को क्या पैगाम है इसके हवाले से
15:40
बिस्मिल्लाहिर्रहमा रहीम लबैक लबैक लबैक
15:44
या रसूल अल्लाह ताजदारे खत्म नबूवत
15:47
जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद सरकार की आमद
15:51
मरहबा जी अल्हम्दुलिल्लाह आज तहरीकलबैक
15:54
पाकिस्तान कराची की तरफ से एक कश्ती रैली
15:57
का और बड़ी कश्ती रैली का एतमाम किया गया
16:00
है। जिसमें हम तमाम मुसलमानों को और
16:02
खुसूसन अहले पाकिस्तान को यह पैगाम दे रहे
16:06
हैं कि निसार तेरी चहलपहल पर हजारों ईदे
16:09
रबीउल अव्वल सिवाय इब्लीस के जहां में सभी
16:13
तो खुशियां मना रहे हैं। और आला हजरत का
16:15
ये शेर भी मैं इस पैगाम के लिए पढूंगा कि
16:18
हशर तक डालेंगे हम पैदाइश मौला की धूम।
16:22
मिस्ले फारस नजत के कल गिराते जाएंगे और
16:26
खाक हो जाए अदू जलकर मगर हम तो रजा दम में
16:30
जब तक दम है जिक्र उनका सुनाते जाएंगे तो
16:34
आज जिक्र मुस्तफा के लिए और हुजूर अल
16:36
सलातो सलाम की 1500 साला जश्न विलाद खातमु
16:40
नबीन सल्लल्लाहु ताला वसल्लम को भरपूर
16:44
अंदाज में मनाने के लिए और एक नए अंदाज
16:47
में मनाने के लिए और हुजूर अल सलाम की
16:50
खिदमत में एक नए नए अंदाज में तोहफा पेश
16:53
करने के लिए तहरीकब्बैक पाकिस्तान की तरफ
16:56
से ये रैली रखी गई है। अल्हम्दुलिल्लाह
16:59
कसीर तादाद में रिवी शेर और हुजूर अल
17:02
सलातो सलाम के गुलाम इसमें मौजूद हैं। और
17:05
हम दुआ गो हैं कि अल्लाह ताला इस माहे
17:07
मिलाद की बरकत से पाकिस्तान पर अहले
17:10
फलस्तीन पर और पूरी उम्मते मुस्लिमा पर
17:12
अपना फजलल फरमाए। और 7 तारीख के हवाले से
17:15
मैं तमाम सुनने वालों को देखने वालों को
17:17
पैगाम दूंगा कि इंशाल्लाह 7 तारीख को ताजद
17:20
खत्म नबूवत रैली होने जा रही है। यौमे
17:23
तहफुज़ अकीदा खत्म नबूवत है। इंशाल्लाह
17:26
उसमें कायदे अज़मत जानशीने अमीरुल मुजाहदीन
17:30
अल्लामा हाफ़िज़ साद हुसैन रिज़वी हाफ़िज
17:33
हु्लाहु ताला खुसूसी तौर पर तशरीफ़ ला रहे
17:35
हैं। मैं तमाम देखने वालों को दावत दूंगा
17:39
कि आप आए और जरूर इसमें शिरकत फरमाएं।
17:42
जजाक
18:05
जब तक सूरज रहेगा तेरा नाम रहेगा जब तक
18:10
सूरज रहेगा
18:14
आई आई
18:17
आई आई
18:19
आई बीएसगी
19:00
भाई
19:05
जय
19:30
की जय
19:39
है
20:09
नहीं
20:36
जी बताएं आज जो रैली माशा्लाह निकाली गई
20:38
वो रैली कामयाब हुई है। इस हवाले से आप
20:40
क्या पैगाम देना चाहते हैं?
20:42
बिस्मिल्लाह रहमा रहीम मेरा नाम मोहम्मद
20:44
शोएब है और मैं जिला शकी का खादिम हूं।
20:47
अल्हम्दुल्लाह आज लब्बैक या रसूल्लाह की
20:51
सदाएं लगाने वालों
20:53
पाकिस्तान कराची डिवीजन ने ये ऐलान कर
20:56
दिया है कि जमीन पर भी हुजूर की आमद के
21:00
चर्चे होंगे और समुंदर पे भी हुजूर की आमद
21:02
के चर्चे होंगे। चारों तरफ हर सिम बस हर
21:06
जगह सिर्फ यही पैगाम है। पर हुजूर आ गए।
21:08
हुजूर आ गए। हुजूर की आमद है। कायनात का
21:10
सबसे बड़ा जश्न है। कायनात की सबसे बड़ी
21:13
खुशी है। आपके चैनल के जरिए सबको ये पैगाम
21:15
है। टेलीग्राफ पाकिस्तान अल्हम्दुलिल्लाह
21:18
हर जगह हुजूर का मिलाद मना रही है। पूरी
21:20
कौम को ये पैगाम है। जब हमारे घर में कोई
21:23
खुशी होती है। पूरी दुनिया को पता चलता
21:25
है। ये कायनात की सबसे बड़ी खुशी है। पूरी
21:27
दुनिया को पता चलना चाहिए कि हुजूर आ गए।
21:29
और ये कोई आम मिलाद नबी का साल नहीं है।
21:33
बल्कि ये 1500 साला हुजूर अलैहिलाम का
21:34
जश्न विलादत है। तो ये 1500 साला ही अंदाज
21:38
में मनाना चाहिए। यानी पता चलना चाहिए
21:39
रिकॉर्ड बन जाए कि जगह-जगह गली-गली
21:42
नगर-नगर हुजूर के आशिकान बसते हैं और
21:45
हुजूर का मिलाद मनाने वाले बसते हैं। में
21:48
आश
21:50
अदा इसको कीजिए
21:54
दीन
21:55
बिछा