##New stroy Islamic February 27, 2025
Jun 27, 2025
##New stroy Islamic February 27, 2025
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कहते हैं कि एक गांव में गरीब बेबा औरत थी
0:03
उसका एक बच्चा था उसने अपने बच्चे का
0:06
एडमिशन करवा दिया पढ़ाई करवाना शुरू कर दी
0:11
उसका बच्चा अच्छी तालीम हासिल करने लगा और
0:14
कुछ सालों के बाद बहुत ही अच्छी तालीम
0:17
उसने हासिल
0:18
की और उसकी उम्र यूं ही बढ़ती रही उसने
0:23
बढ़ती उम्र के साथ अच्छी डिग्री हासिल की
0:27
और अच्छी जॉब भी हासिल कर ली
0:30
एक दिन उसकी मां ने कहा
0:32
बेटा अब तू जवान हो गया है तुझे मैंने एक
0:37
एक रुपया एक एक पैसा
0:40
जोड़कर पढ़ाया है लिखाया है अब तेरी जॉब
0:45
भी लग गई है तू अच्छे ओहदे पर भी आ गया है
0:49
तो मेरी मर्जी यह है कि तेरी शादी कर
0:53
दूं तेरे मामू है जो उनकी बेटी को मैंने
0:57
बहुत दिन पहले जबान दी थी जब मेरा बेटा
1:00
अच्छे ओहदे पर आ जाएगा उसको मैं अच्छा
1:03
पढ़ा लिखा लूंगी उसकी अच्छी नौकरी लग
1:06
जाएगी मैं उसके साथ तेरी शादी कर दूंगी वो
1:09
बहुत दिन से आसरा लगाकर बैठी है कि मेरी
1:12
शादी तेरे साथ होगी तो बेटा मैं चाहती हूं
1:16
कि तू उसके साथ शादी कर ले उसके बेटे ने
1:19
झुंझला के कहा मां क्या बात करती हो उसके
1:22
साथ गरीब गरीब के साथ मेरी शादी आपने लगा
1:26
दी आपको मालूम ही नहीं मैंने अच्छी डिग्री
1:28
हासिल की है आपको यह नहीं मालूम है मैंने
1:30
अच्छी तालीम हासिल की अच्छी पढ़ाई हासिल
1:32
की है और मैं एक अच्छा ओहदे दार इंसान हूं
1:36
मेरी अच्छी जॉब है मैं उस गरीब इंसान से
1:40
कैसे शादी कर सकता हूं मां सोच समझकर बात
1:43
किया करो जब इतनी बात उसने कही ना उसकी
1:47
मां के कलेजे पर एक छुरी सी चल गई उसकी
1:51
मां का कलेजा हिल गया जिस बच्चे को परवान
1:55
चढ़ाया जिस बच्चे को इतनी अच्छी तालीम दी
2:00
लोगों के बर्तन धोकर लोगों के कपड़े धोकर
2:03
बर्तन माज के पैसे इकट्ठे किए और आज इसके
2:08
रिश्ते की बात कर रहे हैं तो यह गरीबी की
2:10
बात कर रहा है इसे नहीं मालूम कि मैंने
2:13
किस गरीबी की हालात में इसको पढ़ा लिखा कर
2:16
बड़ा किया और अब इसकी जॉब लग गई अच्छे
2:19
पैसे आने लगे य भूल गया अपनी असलियत को
2:23
उसने अपने दिल ही में सोचा जब उस तक बात
2:26
पहुंची लड़की तक लड़की बड़ी मायूस हो गई
2:30
उसका दिल टूट गया इधर मां का भी दिल टूट
2:32
गया उधर लड़की का भी दिल टूट गया थोड़े
2:35
दिनों के बाद इस लड़के ने अपनी मां से क
2:38
मां मेरा ट्रांसफर कहीं दूसरी जगह हो गया
2:40
है शहर में हो गया मैं चाहता हूं ना शहर
2:44
में जाकर हम अपना एक अच्छा घर बनाएंगे शहर
2:47
में जाकर अच्छा घर बना के तैयार करके और
2:49
वहां
2:50
रहेंगे वो मां थी उसकी उसकी खुशी में ही
2:54
उसकी खुशी थी उसकी मां ने कहा ठीक है बेटा
2:57
जैसी तेरी मर्जी है तू जहां चाहता है
3:00
हम भी तेरे साथ वही रहेंगे उसकी मां ने
3:03
क्या किया अपना सारा सामान बांधा उसके
3:06
लड़के ने सारा सामान लिया शहर निकल गए कुछ
3:10
दिन किराए पर रहने लगे और थोड़े दिन के
3:13
बाद उन्होंने अपना वहां पर घर बना लिया
3:16
जहां पर इनका घर बना था सामने ही जस्ट
3:20
इनका पड़ोसी था उसकी जो लड़की थी बहुत ही
3:23
खूबसूरत थी तो यह जब बाहर निकलते थे तो
3:28
उनके घर पर इनकी नजर
3:31
तो लड़का जब भी कभी अपने ऑफिस जाता था तो
3:33
लड़की से बारहा मुलाकात हो जाया करती थी
3:36
बातचीत भी हो जाया करती थी करीब में ही घर
3:38
ता बातचीत य बड़ी कि यह प्यार मोहब्बत में
3:41
तब्दील हो गई एक दिन मां से बेटे ने कहा
3:44
मां मैं यह चाहता हूं कि जो पड़ोस में घर
3:46
है जो पड़ोसी है हमारे अच्छे अखलाक के हैं
3:49
अच्छे लोग हैं मैं चाहता हूं कि आप उनके
3:51
यहां रिश्ता ले जाएं और उनकी बेटी से मेरी
3:54
शादी कर दे मां तो मां थी मां का दिल तो
3:57
पहले ही टूटा हुआ था कि मेरी पस की लड़की
4:00
से इसने शादी नहीं की हालांकि वह गरीब ही
4:03
तो थी गरीबी की बिना पर इसने शादी तोड़ दी
4:07
चलो बहरहाल बेटा ही तो है मेरा जो यह कहता
4:10
है मानना पड़ेगी उसकी मां पड़ोसी के घर
4:12
में रिश्ता ले गई रिश्ता हो गया क्योंकि
4:16
अच्छे उदे पर था मालदार हो चुका था वह लोग
4:19
भी मालदार थे रिश्ता हो गया और कुछ ही दिन
4:22
के बाद शादी हो गई शादी होकर बह घर में आ
4:27
गई मा की तो तमन्ना यह होती है कि जल्दी
4:29
से मेरे बे बे की शादी हो और जल्दी से
4:32
हसता खिलता परिवार हमारा हो जाए बच्चे हो
4:35
उसके और जल्दी से हम दादी बन जाए यह
4:38
उम्मीदें हुआ करती हैं उसकी भी यही उम्मीद
4:41
थी कि जल्द से जल्द एक नन्हा फूल आए और हम
4:44
भी दादी कहलाने के लायक हो जाए थोड़े
4:46
दिनों के बाद उनके यहां एक विलादत हुई एक
4:48
बेटा पैदा हुआ उसकी मां बहुत खुश थी कि आज
4:51
हम भी दादी बन गए हमारे घर में हमारा पोता
4:55
आया है दादी बड़ी खुश थी और व इतनी ज्यादा
4:59
मोहब्बत करने लगी अपने पोते से कि नहलाना
5:02
धुला खिलाना पिलाना सब अपने जिम्मे इसने
5:04
ले लिया एक दिन बहू ने अपने शौहर से कहा
5:08
सुनो मेरी एक बात यह जो तुम्हारी मां है
5:12
इसको घर से बाहर निकाल दो अब इसका रहना
5:15
मुझे बर्दाश्त नहीं होता है हर वक्त कहीं
5:18
इधर से उधर कहीं खासना कहीं कुछ कहीं कुछ
5:23
मैं यह चाहती हूं कि यह घर से निकल जाए
5:25
उसके लड़के ने कहा क्या बात करती हो मेरी
5:26
मां है मेरी मां है मैं उनको कैसे घर से
5:29
बाहर निल सकता हूं लड़की ने कहा अगर नहीं
5:31
निकाल सकते हो तो उसे समझा दो कि वो सही
5:35
बर्ताव करे सही सुलूक करे और ज्यादा चहल
5:39
पहल घर में ना रखे उसके शौहर ने कहा ठीक
5:41
है मैं अपनी मां को समझा दूंगा वो मां
5:43
जिसने बचपन में उंगलियां पकड़कर इसको
5:46
चलाया घुमाया कि एक दिन यह हमारा सहारा
5:50
बनेगा आज कहता है मैं उसको समझा दूंगा कि
5:53
इधर-उधर ना जाया करें ज्यादा बातचीत मत
5:55
किया करें शांति के साथ बैठी रहा करें ये
5:59
बेटा
6:00
अपनी मां के बारे में कह रहा है अपनी
6:01
दुल्हन से अपनी बीवी से वह बीवी दिखने में
6:05
तो बहुत अच्छी थी दिखने में तो हसीन जमील
6:08
थी खूबसूरत थी लेकिन दिल से साफ नहीं थी
6:11
थोड़े दिन ऐसे ही हिसाब चलता रहा एक दिन
6:13
उसकी बीवी ने कहा ऐसा है सुनो अपनी मां को
6:16
घर से बाहर निकाल दो या तो वह रहेगी या तो
6:20
मैं रहूंगी फैसला तुम्हें करना है या तो
6:22
उसे रखो या तो हमें रखो उसके शौहर ने कहा
6:26
ठीक है ऐसा करते हैं हम किसी रिश्तेदार के
6:29
यहां भी थोड़े दिनों के लिए भेज देते हैं
6:31
बेटे ने क्या किया अपनी मां को अपने एक
6:33
रिश्तेदार के यहां भेज दिया उसकी मां वहां
6:36
रहती रही काफी दिनों तक रहती रही जो मां
6:39
हो उसको अपने बच्चे की तड़प तो आती है याद
6:42
तो आती है कि मेरा बच्चा कैसा होगा उसका
6:44
बेटा कितना भी बड़ा हो जाए कितना भी अहदे
6:47
दार हो जाए या कितना भी बूढ़ा हो जाए मां
6:50
की नजर में बेटा बच्चा ही होता है उसको
6:53
याद आई कि मेरा बेटा कैसा होगा चलो चलकर
6:56
देख लेते हैं अपने पोते की भी याद आई कि
6:59
पते को भी देख लेंगे बहू को भी देख लेंगे
7:01
बहुत दिन हो गए रिश्तेदार के यहां
7:04
रिश्तेदार भी क्या सोचते होंगे कि यही
7:06
रहने लगी यहां के घर वालों ने निकाल दिया
7:08
शायद तो यह ख्याल इनके दिल में आया घर से
7:11
बाहर निकल आई और अपने घर पर पहुंची दरवाजा
7:14
बंद था दरवाजा बंद था कुंडी लगी हुई थी
7:19
दरवाजे पर दस्तक दी दरवाजा खटखटाया कुंडी
7:22
खटखटा कोई रिस्पांस नहीं आया कोई आवाज
7:25
नहीं आई फिर दरवाजा खटखटाया फिर कोई आवाज
7:28
नहीं आई
7:30
दरवाजा थोड़ा तेजी के साथ खटखटाया अंदर से
7:32
दरवाजा खुला बहू बाहर निकल के आई अच्छा
7:36
तुम हो मैं तो समझ रही थी पता नहीं कौन है
7:39
तुम फिर आ गई उसने कहा मैं इसलिए आई हूं
7:43
कि मुझे अपने पोते की बहुत याद आ रही थी
7:46
मुझे तुम लोगों की बहुत याद आ रही थी
7:47
मैंने कहा आप लोगों से मिल लू एक मां है
7:51
अपने ही घर में आने की इजाजत चाहती है
7:53
इतने में उसका बेटा भी आ गया बेटे ने कहा
7:56
मां अब आ ही गई हो तो फिर आओ अंदर आ
8:00
इतनी बात की मा का कलेजा फट गया यह मेरा
8:04
बेटा इसको मैंने अपनी गोद में
8:07
खिलाया इसने पेशाब जहां पर कर दिया तो उस
8:11
गीली जगह पर इसे दोबारा नहीं लिटाया मैं
8:14
उस जगह पर लेटी और इसे सूखे में लिटाया आज
8:18
यह अपनी मां से कहता है कि मां अगर आ ही
8:20
गई हो तो आ जाओ अल्लाह अक मा का दिल टूट
8:24
गया आख से आंसू
8:27
निकले सैलाब की तरह आसू बहने
8:30
लगे मां अंदर गई जाके अकेले में सिसकियां
8:35
लेकर रोने लगी या अल्लाह यह कैसा दिन है
8:38
यह क्या मुझे देखना पड़ रहा है अपनी ही
8:43
औलाद अपनी ही मां को यह कहती है कि अगर आ
8:46
ही गई हो तो फिर आ जाओ खैर कोई बात नहीं
8:49
मां ने कहा मेरा बेटा है कह दिया तो क्या
8:51
हुआ थोड़े दिन तक यूं ही चलता रहा मां
8:53
अकेले में सिसकियां ले लेकर रोती थी एक
8:55
दिन उसकी बीवी ने कहा आज मैं आखरी बार तुम
8:59
बनिंग दे रही हूं आखरी बार तुमसे कह रही
9:01
हूं अगर तुमने अपनी मां को ना यहां से
9:04
नहीं निकाला जिंदगी भर के लिए मुझे भूल
9:07
जाना जिंदगी भर के लिए मुझे छोड़ देना मैं
9:11
अपने घर चली जाऊंगी अपने मा के चली जाऊंगी
9:14
अगर अपनी मां को तुमने मेरे घर से नहीं
9:16
निकाला उसके शौहर ने कहा ठीक है ठीक है
9:18
तुम तसल्ली रखो मैं कुछ करता हूं उसने
9:20
अपनी मां को बुलाया कहने लगा मां आज हम एक
9:24
रिश्तेदार के यहां जा रहे हैं आप तैयार हो
9:26
जाओ और हम एक रिश्तेदार के य चल रहे बहुत
9:28
दिनों से बुला रहे हैं मां खुशी खुशी
9:32
तैयार हो गई मैंने कहा ठीक है अगर चल रहे
9:34
हो तो चलो मुझे कोई ऐतराज नहीं है मां
9:37
तैयार हुई बेटा तैयार हुआ बहू तैयार हुई
9:41
पोते को तैयार किया और गाड़ी में निकल गए
9:44
यूंही गाड़ी चलती रही और चलते चलते एकदम
9:47
गाड़ी रुक गई कहां पर ओल्ड हाउस जब ओल्ड
9:50
हाउस आया मां ने देखा कि ओल्ड हाउस मां ने
9:54
समझ लिया कि यहां छोड़ने आए हैं लेकिन मां
9:57
ने अपनी जबान से कुछ बात नहीं कही कुछ
10:00
नहीं कहा बेटे ने अपनी मां से कहा मां आज
10:03
से तुम यहीं रहोगी आज से तुम यहीं रुकना
10:06
यही तुम्हारा घर है मां ने कहा ठीक है
10:09
बेटा जैसी तुम्हारी मर्जी मां को ओल्ड
10:11
हाउस छोड़कर बेटा वापस आ रहा था उसको याद
10:15
आ रही थी कि मां को छोड़ आए बीवी के कहने
10:18
पर ऐसे उसके दिल में ख्याल आ रहे थे कि
10:21
अभी एक आवाज आई बीबी ने कहा रुको रुको
10:24
गाड़ी को रोको देखो सामने ट्रक है इतनी
10:28
आवाज जब उसके कानों में आई उसम ब्रेक लगाए
10:31
जैसे ही ब्रेक लगाए तो एकदम गाड़ी पूरी
10:33
नाच गई और ट्रक के सामने आ गई और पूरी
10:36
गाड़ी ट्रक से टकरा गई गाड़ी चकनाचूर हो
10:39
गई उसकी बीवी वहीं पर मर गई और उसके बच्चे
10:42
को कुछ नहीं हुआ वो सही और सालिम रहा और
10:46
उसके पैर कट गए बु लंगड़ा हो गया अपाहिज
10:49
हो गया उसको अस्पताल भेजा गया उसका
10:51
ट्रीटमेंट करवाया गया जब वो अस्पताल में
10:54
था तो अपनी मां को याद करता था कहता था
10:58
मां तू कहां है ओल्ड हाउस से जल्दी आजा
11:02
मां तेरी बहुत याद आ रही है मां मैंने
11:05
तेरे साथ बहुत बुरा किया मां मैंने तुझे
11:09
अपनी बीवी के कहने पर ओल्ड हाउस
11:11
छोड़ा मेरी मां मुझे माफ कर दे तुम उससे
11:15
मिलने के लिए आा जब लोगों ने बताया उसकी
11:19
मां को तेरे बेटे के साथ यह यह हाल हुआ
11:22
उसकी मां का कलेजा फट गया उसकी मां ने
11:26
फौरन अल्लाह की बारगाह में हाथ उठा दिए और
11:28
अपने बेटे के लिए दुआ की और अपने बेटे के
11:31
पास गई और बेटे से कहने लगी बेटा तूने
11:35
मेरे साथ बुरा किया अल्लाह को यह पसंद
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नहीं आया क्योंकि जो मां को नाराज करता है
11:41
ना खुदा भी उससे नाराज हो जाता है और जिसे
11:44
खुदा नाराज हो जाता है ना उस पर जरूर खुदा
11:48
का कहर आता है क्योंकि अल्लाह तो कहार
11:50
जब्बार है तूने मुझे नाराज किया अल्लाह भी
11:53
नाराज हुआ और तेरे साथ यह
11:55
हुआ बेटा अब मैं तुझसे नाराज नहीं हूं तो
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या रख मां को कभी तकलीफ ना पहुंचाना बाप
12:01
को कभी तकलीफ ना पहुंचाना मां को कभी
12:03
परेशान मत करना बाप को कभी परेशान मत करना
12:07
मां-बाप की उम्मीदों पर हर वक्त खरा उतरना
12:10
मां बाप की यह तमन्ना होती है कि मेरे
12:12
बच्चे जब जवान होंगे तो मेरे बुढ़ापे का
12:15
सहारा बनेंगे मां-बाप के बुढ़ापे का सहारा
12:17
बन के भी दिखाओ मां-बाप को सुकून दो
12:21
मां-बाप की खिदमत करो मां-बाप की सेवा करो
12:24
अगर तुम मां बाप की खिदमत करोगे ना तो
12:27
जन्नत
12:29
तुम्ह मिलेगी क्योंकि जन्नत मां के कदमों
12:32
में है और बाप जन्नत का दरवाजा है तो कभी
12:35
मां को भी नाराज मत करना कभी बाप को भी
12:37
नाराज मत करना अगर अभी भी तुम अपने
12:40
मां-बाप से नाराज हो ना तो आज ही उन रुठे
12:43
हुओ को मना लेना अल्लाह तुमसे राजी हो
12:45
जाएगा और अगर तुमने अपने मां-बाप को नहीं
12:47
मना पाया और वह इस दुनिया से रुखसत हो गए
12:51
तो फिर अल्लाह ही जाने कि तुम्हारे साथ
12:52
क्या बर्ताव होगा अल्लाह रब्बुल इज्जत की
12:55
बारगाह में दुआ है अल्लाह नेक अमल करने की
12:58
तौफीक अता फरमाए
12:59
अल्लाह गुनाहों से बचने की तौफीक अता
13:01
फरमाए अल्लाह वालदैन की खिदमत करने की
13:04
तौफीक अता फरमाए बहुत बड़ा मुकाम होता है
13:07
मां-बाप का तो मां-बाप की इज्जत करें उनकी
13:10
खिदमत करें जब यह इस दुनिया से चले जाते
13:12
हैं ना तो फिर रेशम के तकिए पर भी नींद
13:15
नहीं आती है तो मां-बाप की इज्जत करें
13:18
उनकी सेवा करें