The injunctions of Islam are not for our ruling class but for the common man. That is why they make fun of common Islamic rites.
#Dr.Amjad Bhatti
#history, culture and literature
#history,
#culture,
#Literature,
islam,interest in islamic banking,islamic lectures,dating in islam,islamic,satan and ruling elite,love relationships in islam,dating advice in islam,10 worst haram things in islam,worst sin in islam,how to get engaged in islam,relationship advice in islam,10 haram foods in islam that muslims think are halal,riba in islam,wife in islam,types of riba in islam,is music haram in islam,why riba is prohibited in islam,lectures islam,riba in islamic banking
acts 17 apologetics
acts17
acts17apologetics
apologetics
bible
christian
christianity
david wood
God allah
gospel
injil
Show More Show Less View Video Transcript
0:00
कि क्या हर रामफाल वेलकम बैक आफ्टर ए
0:16
ब्रेक शहर रमजान हमारी रमजानुल मुबारक की
0:19
खुशी ट्रांसमिशन जिसमें हम आप लोगों के
0:21
साथ होंगे मुख्य मेहमान होंगे और बहुत
0:24
प्यारी प्यारी गुफ्तगु होगी जहां बात होती
0:27
है बुध गुरु कि वह हमारे मेहमानों का तारक
0:29
करवाना वीरव्रतम ने शुरू में भी कराया है
0:34
और डॉक्टर से फटी में बातचीत का ह्रास का
0:36
यह बताएं कि आप समाजी मसाइल पर गहरी निगाह
0:40
रखे हैं लाइनों के इस वक्त रोना सबसे
0:43
इंपोर्टेंट इशू है लेकिन उससे पहले
0:44
क्योंकि माह श्याम है मैं यह जानना
0:47
चाहूंगा कि जो रमजान-उल-मुबारक है जरूर
0:50
जाना है उसका एक उसकी मजबूती इंपोर्टेंट
0:53
है हमारे मजहब में रुपए खर्च किए गए मैं
0:56
यह जानना चाहूंगा कि समाज के साथ यह
1:00
मुझे का क्या रिश्ता है मतलब कि जो
1:01
सोसायटी है आम सिविलाइज लाइफ है उसके साथ
1:04
रोजे का क्या लांघ स्पित
1:07
एक अच्छा दिलचस्प सवाल है मतलब का क्योंकि
1:11
हमारी इस का हक से हमारे घर जचेगा तहजीब
1:14
से आत्म धर्म से ताल्लुक है तो उस हवाले
1:18
से एक मजबूत चीफ हदायत तो है हुक्म है कि
1:22
आप रखें लेकिन इसको समय-समय पर जब हम
1:24
देखते हैं तो इसे भेजो मैसेज मिलता है
1:26
हमें वह मैसेज यह है कि जब रोजा रखते हैं
1:30
तो आपको उन लोगों की तकलीफ का अंदाजा होता
1:34
है जो इस वक्त भूखे सैक्रिफाइस को पानी के
1:39
हैं और फिर आप अपनी तरफ देखते हैं कि आप
1:44
तो उनमें शामिल नहीं थे 11वां अब एक माह
1:48
में आपको उन लोगों का सोसायटी के उस
1:50
सेगमेंट का आपको एल्बम होता है आधा होता
1:52
है कि भूख क्या होती है
1:56
है तो माधुरी में सामाजिक स्तर पर देखें
1:58
तो इंसान में मदद की जितनी भी उस अकेले
2:02
हैं जो कि एक आम बात है वह नियमित तौर पर
2:04
द्वारा इंसानों के लिए हैं और इंसान के
2:07
समाधि है सोशल एनिमल एनिमल है सोशल बी एन
2:12
है कि अच्छा में किताबों में तो हमें यह
2:15
निकलकर जाकर जो एक को इसलिए बताया जाता है
2:18
सोशल एनिमल नहीं वह तो इसलिए बताया जाता
2:20
है कि हम इंसानों की शपथ रहने दीजिए ना सर
2:22
जानवरों की सदा ही रखना है तो इसलिए लेकिन
2:25
इंसान सोशल भी है सकते हैं जब वह सोशल
2:28
बीइंग है तो इसका मतलब है कि वह समाज है
2:31
ठीक है अब वह समाज है तो समाज में रहते
2:34
हुए उसको दूसरे सेगमेंट का दूसरा अमीर है
2:37
गरीब है छोटा है बड़ा है पाकिस्तानी
2:41
सोसाइटी में जब हम देखते हैं तो यह
2:42
multi-cultural multi-lingual 64 से
2:46
ज्यादा सुब्बा ने यहां बोली जाती हैं समझी
2:49
जाती हैं अब वह हर जुबान किसी ना किसी
2:52
मुक्तानगर कि पीछे उसका एक चक्कर है
2:56
अपने कि कोई उसकी हिदायत फैसला शीघ्र और
3:00
वह अ बड़ी देखने पाकिस्तान में चार सुबह
3:04
गिलगित-बल्तिस्तान किया था कश्मीर तो यह
3:06
छह बड़ी कमी यह है तो बनती है अब इन सब
3:09
में इंसानों को जोड़ने के लिए मजहब ने
3:13
गर्मियों में आ गया लेकिन सब के हवाले से
3:16
देखने के लिए कि आप इंसान हैं और 11वां तो
3:21
आपने अपनी-अपनी सफेद में काम कर लिया अब
3:24
एक माइक उन लोगों के लिए भी वक्त करें
3:26
अलग-अलग यह जो रोजे तो ताकि आपको अंदाजा
3:31
हो एक दोस्त के हवाले से डाक्टरों में
3:33
बताएंगी कि इसकी क्या प्रोवाइड हैं जी वह
3:36
तो है लेकिन बुनियादी तौर पर हमें एहसास
3:39
से जिम्मेदारी सोसायटी के हवाले से उस
3:42
करने के लिए यह हम पर घाघरा तो एक महीने
3:47
में हो जाती है ना अगर आप 11वां नहीं इस
3:51
पर अमल करते तो एक बुनियादी तौर पर यह
3:55
आपको
3:56
इसाबेल कर देती है कि आप वह 11वां जैसे
3:59
बड़े बुजुर्ग फरमाते हैं कि आप महीने में
4:01
कम से कम एक दफा कब्रिस्तान जाया करें
4:04
ताकि आपको एहसास होगा जो बड़े-बड़े शहरों
4:08
वाले थे उनकी गर्दनें बड़ी थी वह सारे एक
4:11
बराबर लेटे हुए हैं तो इसी तरह रमजान जो
4:14
आया एक महीना तो वह उन लोगों के लिए है कि
4:18
जिनके पास अब इतनी ज्यादा वह उसके टेबल पर
4:21
पड़ी होती है जिस दें कि जो बेचारे दूसरे
4:25
के पास होता वह भी नहीं पहुंचता गर्भ
4:27
रिकॉर्ड उन लोगों से भरा यह क्या ऐसी ताकत
4:45
है कि जब आप किसी के होते हैं किसी काम
4:49
में प्रोफेशन में तो आप इंसान की कि ऐसा
4:52
क्यों है कि यह सिर्फ नहीं कर सकते हैं
4:56
कि वह मेरे बात नहीं कोई खत्म हो इसलिए है
4:58
इसलिए बुनियादी तौर पर यह आपका पॉलीटिकल
5:01
सिस्टम से जुड़ी हुई बात है जो आपका
5:03
सियासी नियम होता है वह आपको और यह जो सीन
5:06
राम हमारे यहां जो प्रेसिडेंट है वह यह है
5:10
कि इंसान को अकेला किया जाए ठीक है
5:12
इंडिविजुअलिटी एंड वेल कीजिए कॉमन
5:15
कम्युनिटी डेवलपमेंट बल्कि जाए इंसानों को
5:18
अकेला करो अब जितना जितना आप ऊपर जाते हैं
5:21
अकेले होते जाते हैं यह सोसायटी की उन्नत
5:25
इस तरह रखी गई है गांव में हां नाम बन गई
5:28
है मतलब पर्वत बन गई है इससे फायदा यह
5:31
होता है कि जो अकेला ऊपर जा रहा होता है
5:33
वह अपने दोस्तों-यारों को छोड़ता जाता है
5:35
फिर उसको हंट करना आसान होता है ठीक इंक
5:38
उसको शिकार आसानी से किया जाए अगर किसी के
5:41
पास ताकतवर पीछे उसके भगवान हो तो आप
5:44
देखेंगे उसको मारना मरने के बाद भी वहीं
5:47
रहता है तो मैं समझता हूं कि यह जो अपने
5:51
आपको इंडिस्पेंसबल समझते हैं वह इसलिए
5:54
समिति हैं क्रॉस में तापस
5:56
अधिकार होते हैं ओके और अदरवाइस मैंने
5:59
देखा है डॉक्टर साहब का हमेशा से यह रवैया
6:01
राइडर के नाम साफ करने के यह मिल-बांटकर
6:05
खाने के
6:07
है मतलब कि शेयरिंग क्षेरी और साथ यह है
6:10
कि यह बरगद के वृक्ष है तो नीचे अपने नहीं
6:13
देते थे यह अपनी शाखाएं काट के रोशनी आने
6:16
देते हैं कि दूसरे भी जो अभी इस काबिल
6:19
नहीं है उनको यह ऊपर खान तो यह चुके
6:22
अभिनेता पुरस्कार नमस्कार इनको पता है कि
6:24
मुझे अगर एनवीएस में नहीं रखा गया तो मैं
6:28
अपनी शायरी से भी नहीं हुआ चीज तो कोई
6:32
डरने इतनी सीट तो मैं यह तो देखो
6:34
जिम्मेदारी है इंसानों की सीटें जो मुफ्त
6:36
हम उपलब्ध वॉल्यूम मैक्सिमम जाता है ज्वार
6:39
के रियासत के वह तो वहां तो इसलिए लगाया
6:43
जाता है कि बेहतर समझा जाता है और अगर कोई
6:46
यह समझे कि जैसे दुनिया में आया हूं तो यह
6:49
मुस्तफा अली में आया कि यह सीट में भी
6:51
घृणा चाहिए यह तो यह दूसरा यह है कि आप आप
7:02
का पता तब चलता है जब आपके पास है
7:07
कि वह किसी भी किस्म का हो आप घर में वाले
7:09
दिन लग जाए किसी का सिर्फ देखना हो तो
7:11
इसको ताकत दिखाकर में देख लें आप उसको तो
7:13
इसीलिए कहते हैं कि खुदा गंजे को नाखून
7:16
लंबे और क**** को एक उतारना दे तो यह इसी
7:20
से पता चल जाता है कि आपके है मेरे पैसे
7:23
अकाउंट में लेफ्ट देखा जाए तो सूरत नजर
7:29
आती तो यह जैसे कि यह ऐसा वायरस है कि जो
7:38
अभी तय होना बाकी है कि वैसे तो सदियों से
7:46
विघ्न भी किसी दौर में इतना फैला के
7:49
करोड़ों लोग अनुसार मुस्लिम मुस्लिम हो गए
7:58
मुसलमान मुस्लिम बुनियादी तौर पर इंसानों
8:03
आती है तो यह जो है ना अ
8:07
इससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है
8:09
सामान्यता पर आप देखें कि हम बिलकुल अपने
8:13
इस्लाम की जो हलवा या आर्थिक के अनुसार
8:15
विमान एसएफआई बिलकुल छोड़ गए थे उस पर अब
8:20
वापस आ जाएं वापस आना शुरू हो गए आप
8:22
देखेंगे चेयर के आप नीचे से आपने
8:24
एनवायरनमेंट से क्या जुल्म किया है आप
8:27
देखेंगे कि उन्हें इटली की मिसाल के वहां
8:30
वेनिश में मछलियां दोबारा से वह नजर आना
8:34
शुरू होगी यहां आप नंबर ऑपरेशन की सलाह और
8:38
फोर्थ ब्लूटूथ सिटी अब पार्टी थर्ड शहर
8:41
चला गया तो इतना ज्यादा यह जो हमने नेचर
8:45
के साथ जुल्म किए थे नेचर ने हमें एक
8:48
लहसुन दिया है कि सुधर जाओ अभी भी मतलब
8:52
कंपनी ने कुदरत के खिलाफ नजरें उन को
8:55
एक्सप्लोर करें और उसके मुताबिक अपनी लाइफ
8:58
को मतलब यही है उसमें भी है कि करें और
9:02
करें शेयर करें और आने वाले हैं
9:07
शिवाजी सदन में भी देखे इंसानों डक सबसे
9:10
या अक्षय भाई आप हम अपनी जो रवायत इस्लाम
9:14
वाली वह भूल कर
9:16
के लिए कुशल
9:18
वापिस आ रहे हैं हमारे दीन और इस्लाम में
9:21
जो दो चीजें बताई गई थी
9:23
कि स्त्री की सूची में उसका वापिस आ रही
9:25
है किस तरह यह बिल्कुल जिंदगी गुजारनी है
9:28
और क्रॉस तुरत देख लें इसको के लिए हम
9:32
सिर्फ मुसलमानों के हवाले से नहीं बात कर
9:35
रहे यहूदियों पर भी आया है मैंने ₹50 आप
9:38
ओवरऑल इस पूरी इंसानियत में देखेंगे कि सब
9:41
में ऑफ है और सब में इसको इसकी रिसर्च पर
9:46
वह सब कर रहे हो तय हो गया कि कुछ लड़ने
9:51
की कोशिश कर रहे हैं हमारे लिए थोड़ा सा
9:59
छोटी सी जाता है हम की तरफ को लेकर चलते
10:10
हैं
10:12
हुआ है
10:15
कि हर राम की जो अ
#Religion & Belief
#Charity & Philanthropy
#Poverty & Hunger
#Other

