Are Common Man Stupid? | #politics #politics #ruling #elite
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Nov 4, 2024
The rulers have nothing to do with the common people. Common Peoples are not ignorant, they are helpless. Those who call them ignorant they are themselves fall into the abyss of ignorance. No ruler has ever been made by the power of the people. People are involved in politics only in their daily activities. The rulers impose economic burdens on the people because if they become prosperous then they do not get a chance to corruption. #Dr. Amjad Bhatti YT
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झाल
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झाल
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टॉर्च लाइट चालू करो
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लुट अस्सलाम वालेकुम
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टॉर्च लाइट अमित लिबर्टी एक नए बिल के साथ
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हाथ रखते हुए दो
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जो हमारा आज का मौजूद है क्या अब हम चाहते
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हैं
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कि बेखबरी बेलमी अजमेर भारतीय या किसी चीज
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के बारे में एल्बम का ना होना और फिर मजा
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आता है
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कि क्या यह वाकई चाहत होती है
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कि इस तरह की रूप से तो हम सभी किसी न
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किसी पशु बंदर में जाहिल करार दिए जा सकते
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हैं क्योंकि हममें से अक्सरियत नहीं जानती
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होगी कि रूस किस बढ़िया दम वह क्या है
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कि पाकिस्तान के मौजूदा वजीरे आजम ने
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कितनी शादियां की हैं
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और मंगोलिया के स्वर यादव में है
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कि अमेरिका के देश में सदर का नाम क्या था
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तो समझें
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कि हम इस तरह की रूप से तो जाए है
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है मगर मामूली सोच-विचार करने वाला मेरे
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जैसा मातर भी यह कह सकता है कि यह तारीफ
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दरअसल निशानों में हमारे हुक्मरान तबके की
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कि डाली हुई है
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है अब आप कह सकते हैं यह क्या बात हुई तो
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मामूली सी तारीफ है न कि तारीख की गई है
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तो इस मुद्रा तब कहां से आ गया
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है मैं समझता हूं कि हमारे हुक्मरान तबका
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निशानों में इस तरह की अल्फाज जान-बूझकर
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डालता है ताकि हम आपको कंफ्यूज वरना अगर
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हम आपको यह पता नहीं तो लुट लुट दूसरे के
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साथ ही मिलती है कि उनका फैसला काफी
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ज्यादा तो फिर हम सब्सक्राइब नहीं है
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का साइज तो यह है कि हम ऐसा नहीं कह सकते
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कि ऐसा कहने से
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कि वृषभ का क्या मकसद दरअसल करता है
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लुट यह और ऐसे कई सवाल आम आदमी के जहन में
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आते होंगे मगर उनका जवाब उनके पास नहीं अब
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जाहिर है अगर सवालों का जवाब ना मिल पाए
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तो इसका इंसानी सब्सक्राइब मिश्रा जिसमें
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सवाल करना बचपन ही से समझा वह इंसान न
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हरहुं का यह
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कि एक मोहताज अंदाजे के मुताबिक पाकिस्तान
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में 60% सजाए इंसान नक्शा नक्शा फाइल पर
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किसी दूसरे दिन आज मुझे डॉक्टर सब्सक्राइब
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जिन्होंने
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तो करो ना कि बाबा को फलता-फूलता देखकर रह
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लूंगा और को खास तौर पर और पूरे पाकिस्तान
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को आम तौर पर है
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कि क्या डॉक्टर साहिबा नुमाइंदा होने के
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बावजूद जो
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इस मुद्रा वाले लहजे में बात करके कहीं
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अपने नालायकी और नायली छुपाने की कोशिश तो
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नहीं कर रही क्या करो ना से अत्यंत ना
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करने की बुनियाद पर हम सचमुच में जाहिर
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हैं यही बुनियादें होती हैं जिनके बारे इस
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हुक्मरान तबका आवाम को जाहिल कहकर पुकारता
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है कभी सोचा है कि आपको यह कहने वालों के
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मकसद से हमने की तरफ किसी और है
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एक बड़े बूढ़ों ने जहालत की सादा सितारे
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कुछ ऐसे की है
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है अब आप मुझसे बड़े बूढ़ों की बाबत ना
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पूछने बैठ जाना वह सारे दो सदियों पहले इस
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दुनिया से जा चुके हैं यह नकुल सुनने के
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लिए अ
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है अब हमें
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के बड़े-बूढ़ों की बजाए किताबों में से
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की तारीफ निकालना पड़ती है मगर क्या करें
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किताबे भी तो यह सब को लिखित में साबुत भी
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तो यही आ
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क्यों बनवाता है तो फिर क्या किया जाए
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कि चलें यह मसला तो वेब हाल ना हो पाए हम
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अपने अंदाज से एक स्वामी मुक्तानगर से की
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तारीफ करते हैं
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मैं ज्यादा बात को समझने के लिए हम इसे 5
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मौत लग पैरों में तक्सीम कर लेते हैं
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है यानि कि इसके पांच पॉइंट्स बना रखा है
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का पहला बेसुरी तक टीम को वसूली समय
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और दूसरा सच को अगर मगर से ध्यान करना
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तीसरा झूठ को सच बनाकर पेश करना था
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दुश्मनों को दोस्त समझना पांचवा को अगले
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दो
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है अब आप सोचते होंगे
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कि एक आम सी
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की तारीफ जो किताबों में दर्ज है उसको तो
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कि मैं नहीं मान रहा है और यह अपनी एक
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तारीफ कहीं से ले आया हूं
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कि चलें यह मानना ना मानना आपका अपना हक
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है मैं इसको अब हम इन्हें का नगर से इन
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उक्त अब इसकी वजह से पहले तक टीम को इस
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मुद्दे की बात की जा सकती है
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कि आजकल करो ना का दौरा है
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कि इस बहाने हमारी ई एम ए
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तो हालत ही बदल कर आती है
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है सच मानो में अगर तब्दीली आई है तो इसको
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होने की वजह से ही
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कि दुनिया की मतलब मुगलों खास तौर पर चीन
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की तरफ से हमें मांस वेंटिलेटर और इधर
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जरूरी सामान अहमदाबाद के तौर पर दिया गया
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लेकिन हमने अन्ना वनडे रेवड़ीयां मोड बंद
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कर दो
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कि कुछ चीज़ें सोशल मीडिया भी आए कि ऐसे
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मास्क
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यो यो इन्हीं की इन्हीं थे बच्चे हम से
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खेलते हुए दिखाइए मगर अवाम को सोशल मीडिया
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और सरकारी टेलिविज़न भाषण दिया गया इस
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तरीके से यह में कर दो
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यह हलवा के जानने वाले जानते हैं इस सामान
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को ओपन मार्केट में कैसे प्राप्त किया गया
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है कुछ सामान तो हमने समर्थन भी किया जरूर
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ने मुल्क भी भेजा और उसमें से अपना हिस्सा
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है
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झाला बघतोय जैसा तक सीखेंगी बात को ज्यादा
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से ज्यादा होने से बचाने के लिए मैं इसकी
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वजह और हम बचपन से पढ़ाया जाता रहा कि
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युद्ध में बल्कि युवा मेरे जैसा कि बारिश
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का बरसना सूरज की रोशनी दूसरी धरती के लिए
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तो फिर इंसान कार्स जैसे कुदरती जाना है
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हुआ थोड़ा सा गौर किया तो पता चला कि आम
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आदमी पर यह पेपर सूली तक्सीम दरअसल
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हुक्मरान शराब पिया की तरफ से लागू की
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जाती है यार क्यों सदियों सदियों से यह
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कार्य किया जा रहा है और इस तरह को लागू
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करने में नष्ट करने में आम आदमी के अनुसार
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राणा घोषित करने में यह तक टीम अश्लाघ्य
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वाली
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के अनुकूल डिसटीब्यूशन आफ रिसोर्सेस अ
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योगी कुदरत ने सबके लिए एक ही यह हमने एक
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खास सिस्टम के तहत अपने हवा गाड़ियों की
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मदद से
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है ताकत के बलबूते पर
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है उसको राइट कर दिया और कहा
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के पीए उधर किधर से है
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लुट
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कि रुक्मण तब का समय तरह यह तक्सीम अगर
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अवाम को पता चल गया कि उनकी कारस्तानी है
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तो फिर लंदन के फ्लैट में ही खरीदे जा
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सकते थे
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कि सर ये महल
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कि कभी भी
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क्यों नहीं खरीदा जा सकता था दुबई के
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महल्लात
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कि स्विटजरलैंड के अकाउंट्स आस्ट्रेलिया
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में देरी फॉर्म
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है और जीरे ऐसे नहीं खरीदे जा सकते हैं
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कि इस तक टीम के तहत तो सिलाई मशीनों से
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करोड़ों की जायदाद एक तिहाई लाल करार नहीं
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दिया सकती थी अ
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को इनक्रीस तक टीम से यह देखिए जो नेचर ने
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की है अगर यह नीचे की तरफ से ना होती है
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कि अगर यह नीचे की तरफ से होती तो फिर यह
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सिलाई मशीनों से दुबई के दुबई की जाए यदि
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नहीं कर सकते हैं
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कि अगर अभी भी आप नहीं समझे इस मुद्दे को
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समझ नहीं आ
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है अब हम जहां लपके दूसरे मुद्दे की तरफ
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पाते हैं
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यो यो हनी सच को अगर मगर से हुआ था
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जो सच होता है इसमें अगर मगर नहीं है
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कि अगर सच में अगर मगर लगा दिया अगर सच
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में अगर मगर लगा तो सच नहीं आता
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कि कुछ और बन जाता है
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मैं इसको इस मिसाइल से यूं समझ लें
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कि यह कहा जाए कि हजरत कार्यारंभ
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रहमतुल्ला अगर 10 साल और जिंदा रह तो में
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दूध और शहद लगाइए
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में अक्षत के बाद तो नहीं होते तो फिर
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मैंने क्यों ऐसा कहा यह मैंने इसलिए कहा
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कि इस लूटमार वाले ने Bigg Boss आफ बजे से
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ही तो यह कहते हैं
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को हमें ज्यादा खर्च कर दिया जाता है
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हैं इनके सच को अगर मगर से बयान कर दो
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और क्या कर रही हो जाता है अगर लियाकत अली
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खान उस वक्त रूस का दौरा कर लेता है
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अमेरिका की झोली में बैठे थे
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है तो शायद इस मुल्क के हालात कुछ और तरह
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भी हम ऐसे ही आप उसमें वैसे कर कर के भी
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होते रहते हैं
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आज के पहले सुधीर यादव लियाकत अली खान का
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कत्ल फील्ड मार्शल अयूब खान का माशाअल्लाह
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बांग्लादेश का बनना सुपर अली भुट्टो
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बेनजीर का वक्त यह हाथ अगर रियल में ना
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होते तो शायद आज हमें सकून की शक्ल में आ
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जाते हैं
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तू मेरा प्यार है यह सारी बातें
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है ऐसे ही यह सारा कुछ फिर भी होना तो
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अजीब हमवतनों जज्बा लार फिर भी डाल फिर भी
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इन चीजों म
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मैं कुछ समझ जाएगी
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कि चलें इस को समझते रहे हैं तीसरा मुद्दा
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करता है
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है तीसरा ऑप्शन है झूठ को सच बनाकर पेश
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करना
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कि जब से मौजूदा हुकूमत अवाम को तोहफे में
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मिली बच्चा-बच्चा हाल हमारा मगरमच्छी तू
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ही नहीं जानते हैं
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यह हलवा के वह जानते हैं अगर वह फिर भी
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नहीं जानते क्योंकि जानने के लिए कोई शर्म
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आती है कोई बात नहीं अब हम समय पैर जोड़कर
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झूठ को सच बनाकर पेश करना है
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है इसलिए फ़िक्र ना करें अब आप सचमुच में
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20 हो चुके हैं अपने लूट मार दो
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कि चाहत का चौथा रुकता है
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एक बार दुश्मन को दोस्त समय
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में आसानी के लिए हम इसे भी एक मिसाल में
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पेश करते हैं हमारी हुक्मरान शराब पिया ने
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हमें दवाइयों से यह राशि किए हुए हैं
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हमारे दिमाग में यह पक्का बिठा दिया है
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है कि वह आम आदमी को दुश्मन भी उसकी मर्जी
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का नहीं लगेंगे दुश्मन भी वही होगा अब हम
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का जिसको वह चाहेंगे कि इसको समझाएं दोस्त
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समझिए
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है इसकी मिसाल आप ऐसे ले लें कि हमें कभी
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निशान में पढ़ाया जाता है कि हिंदुस्तान
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और इसराइल हमारे दुश्मन है
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है और जो इसको नहीं समझता उसको कहते हैं
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कि दोनों की पता आप तो जाहिर है आप तो आप
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पड़े यानी कि लिटरेट हुआ था जहां अलग के
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बाद अब पढ़ा-लिखा होना इस चीज का नाम
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जानना है
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कि यह कमी तो हो सकती है यह आप में कुछ
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कमी हो सकती है जहालत नहीं है लेकिन जब
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हुक्मरान तबका चाहता है यही हिंदुस्तान
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यहां पर इस्राइल को अब दोस्त बना दिया जाए
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तो उसके लिए फिर आप देखें मोस्ट फेवर्ड
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नेशन ज्योति हैं
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कि जो ताजा रखवाले से उसकी तरह भीम कदम
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बढ़ा देते हैं फिर हमें
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कि शादियों में भी बगैर बीजों के अ
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कि दूसरों को मधुकर लेते हैं फिर हम मरी
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के अपने मोहल्ला में बिठाकर कट कर लेते
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हैं
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कि अवाम फिर कनफ्यूज हो जाती है आम आदमी
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कनफ्यूज हो जाता है कि यार यह तो हमें
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उड़ा रहे थे यह तो हमें सिखा रहे थे कि यह
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हमारे दुश्मन आम आदमी गरीब आदमी है
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लुट तो
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कि अगर यह हम ही नहीं में से हैं तो फिर
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इनको भी उनका दुश्मन होना चाहिए था लेकिन
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पता चला
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देश के अवाम
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आज का हमारा रनों से कोई ताल्लुक नहीं
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होता है
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कि उक्त इमरान तबका कहीं और से नजूल
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फरमाता है इसीलिए तो उनका जब दिल चाहता है
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दोस्ती कर लेते हैं और समझौता एक्सप्रेस
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चलना शुरू हो जाती है क्रिकेट डिप्लोमेसी
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का खेल रचा लिया जाता है और जब जरूरत नहीं
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रहती तो मसला ये कश्मीर
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हाउ टू मेक जमीन पर सबसे ज्यादा हॉट
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है मतलब बन जाता है अनुरोधों नियुक्त और
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मैं सारा हमारे दुश्मन करार दिए जाते हैं
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हालांकि ईंधन तो यह हो
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है या निशारा के हाथ इनके बच्चे पढ़ते हैं
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उम्र तक कि इन बैंक बैलेंस वहां यह
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चोरी-छुपे इस्राएल के दौरे पर जाते हैं और
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हम दिन-रात को गालियां देते हैं
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कुछ समझ नहीं आया मुझे लगता है मिसाल है
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कुछ गलत होती जा रही है चलिए इसको एक और
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मुद्दा से समझने की कोशिश करते हैं इस
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पॉइंट को झूठ तो यह सच कैसे बनाते हैं
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है अब हम है लक्षण में हर दो चार साल बाद
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अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट इसलिए देते
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हैं तो उम्मीदवारों की नजर में का दोस्तों
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है
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की कीमत दोस्त था मानो में कह रहा हूं
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है मगर जब को
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में कामयाब होकर असेंबली में आम आदमी के
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मार्फत पॉलिसियां बना तो यहीं असल में
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नहीं
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यह दोस्ती असल दुश्मनी में बदल जाती है
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हिंदुस्तान और इसराइल वाले तो बाद में
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अवाम का रस सत्यानास मारेंगे पहले
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कि उनके हमारी ही अवाम की मिट्टी पलीद
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करते हैं और दोस्तों तो यह निशान डेढ
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कि चलें समझदार नहीं आएगा थोड़ा सा 24
18:47
महीने और है
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है इसीलिए उम्र के साथ यौन जावत का पांचवा
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उठता है खुद को अगले कुल समय न
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कि इस नुस्खे के अध्यक्ष आदर्श मिसाल से
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समझाया जा सकता है
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मैं जोश भी अपनी 5 मिनट की तकरीर में 10
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दफ्तर में तलब इस्तेमाल करें
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है जैसा कि मैं कर रहा हूं
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है तो समझें ऐसा शख्स खुद को अगले कुल समय
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कि चलें इसको एक और अंदाज से प्यार करते
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हैं ऐसा अश्लील जिंदगी के यह मामला है
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हैं जो जिंदगी के आ मामलात अपनी बीवी तक
19:31
से मशवरा ना करें
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है वह बिल्कुल अकेला आता है वह बंदा जो
19:37
बहन भाइयों से चोरी-छुपे शादी कर ले कुल
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कारोबार कर लें और मुनाफा हड़प करता रहे
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हैं
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कि उसके परिचितों को भी हवा ना लगे
19:52
कि वह जब को चढ़ा रहा लेकिन जब उसी
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कारोबार उसी दूसरी बीवी से उसी दूसरे गुट
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के उसको नुकसान होने का डर होता तो फिर वह
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बहन भाइयों और रिश्तेदारों की चौखट पर
20:09
पड़ता है कि लुट गया पर मेरे मन में ऐसा
20:14
होता है कि अ
20:19
हुल्लड़ अड़ाने की उड़ाने की खबर नहीं है
20:24
है तो यह थे
20:27
है ना ग्रीन
20:29
कि जेल के पांच मिनट हो
20:34
कि जो बड़े बूढ़ों ने बयान किया है
20:38
कि अब
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कि मैं छठा नुक्ता अपनी तरफ से विहार कर
20:43
देता है
20:44
है और वह यह है फिर जहर को जहर कहना भी
20:48
गलत
20:51
कि अल्लाह ताला हमें सामने की उपयोगिता व
20:57
सलाह
#Human Rights & Liberties
#Politics
#Poverty & Hunger